World Cup 2023: ‘Timed Out’ पर विवाद नहीं हो रहा कम, अब ICC मैथ्यूज और मेंडिस पर कर सकती है कार्रवाई

विश्व कप 2023 में 6 अक्टूबर को बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच काफी बवाल से भरा मैच देखने को मिला। इस मैच का सबसे बड़ा विवाद जो रहा है वो है श्रीलंकाई बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट देना। जिसके बाद एंजेलो मैथ्यूज के साथ पूरा श्रीलंकाई खेमा बांग्लादेशी टीम और फोर्थ अंपायर पर काफी नाराज दिखा। जिसके बाद एंजेलो मैथ्यूज और टीम के कप्तान कुसल मेंडिस ने फोर्थ अंपयार को लेकर कुछ ऐसा बोल दिया है जिसको लेकर आईसीसी इन दोनों खिलाड़ियों के खिलाफ एक्शन ले सकती है।

एंजेलो मैथ्यूज और मेंडिस पर हो सकती है कार्रवाई

मैच के दौरान एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट देने के बाद श्रीलंका टीम के कप्तान कुसल मेंडिस और मैथ्यूज ने अंपायर पर काफी सवाल खड़े किए। इन दोनों खिलाड़ियों ने अंपायर के फैसले को एकदम से गलत बताया है। मैथ्यूज का कहना है कि “यहां पर मुझे आउट देकर फोर्थ अंपायर ने बड़ी गलती कर दी। इस पूरे विवाद का वीडियो सामने आने के बाद भी मेरे पास 5 सेकंड बचे हुए थे। तो क्या अंपायर इसको अब सही करेंगे। हमारी सुरक्षा सबसे पहले होती है और मै बिना हेलमेट के नहीं खेल सकता था।”

मेंडिस ने अंपायर के कॉमन सेंस पर उठाया सवाल

मैथ्यूज के बाद प्रेस कॉन्फ्रेस में बोलते हुए कप्तान कुसल मेंडिस ने अंपायर के कॉमन सेंस पर ही सवाल खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि “मुझे अंपायर का कॉमन सेंस ही समझ नहीं आ रहा है मैं उनके फैसले से काफी नाराज हूं। खिलाड़ी की सुरक्षा सबसे पहले होती है और जो मैथ्यूज के हेलमेट के साथ हुआ है वो किसी भी खिलाड़ी के साथ हो सकता है।”

काफी हद तक इन दोनों खिलाड़ियों ने प्रेस कॉन्फ्रेस में अपना पक्ष रखा है लेकिन अंपायर के फैसले पर जो श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने सवाल उठाया है उसको लेकर आईसीसी इन पर कार्रवाई कर सकती है।

AUS Vs AFG : अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया को दिया 292 रन का लक्ष्य, इब्राहिम ने लगाया शानदार शतक

वनडे विश्व कप 2023 में आज ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच मैच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मैच में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान ने निर्धारित 50 ओवर में रन बनाए है। अफगानिस्तान की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए इब्राहिम जादरान ने शानदार शतक लगाया है।

ये इब्राहिन का अपने वनडे करियर का पांचवां शतक है। इब्राहिम ने नाबाद 129 रनों की पारी खेली। इसके अलावा राशिद खान ने ताबड़तोड़ नाबाद 35 रनों की पारी खेली। आखिरी के दो ओवर में राशिद ने शानदार बल्लेबाजी की और छक्के-चौके जड़े। पूरा वानखेड़े स्टेडियम उनकी इस शानदार पारी को देखकर राशिद-राशिद करने लगा।

अब इस मैच को जीतने के लिए ऑस्ट्रेलिया टीम को 291 रन बनाने है। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से गेंदबाजी करते हुए जोश हेजलवुड ने सबसे ज्यादा 2 विकेट अपने नाम किए। हेजलवुड ने 9 ओवर में 39 रन देकर 2 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा स्टार्क, जैम्पा और मैक्सवेल ने 1-1-1 विकेट अपने नाम किया।

एक समय मैच में लग नहीं रहा था कि अफगानिस्तान इतने रन नहीं बना पाएगी। लेकिन आखिर में आकर जो राशि खान ने ताबड़तोड़ पारी खेली उससे टीम का स्कोर 290 के पार पहुंचा। जो काफी अच्छा स्कोर है। अफागिस्तान के पास बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी है तो ऑस्ट्रेलिया के लिए इस लक्ष्य तक पहुंचना उतना भी आसान नहीं होगा।

AFG Vs AUS: इब्राहिम जादरान ने वर्ल्ड कप में रचा इतिहास, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जड़ दिया रिकॉर्ड शतक

इब्राहिम जादरान (Ibrahim Zadran) ने वानखेड़े स्टेडियम में उम्दा बल्लेबाजी करते हुए अपने वनडे करियर का पांचवां शतक पूरा कर लिया है। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के लिए वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पारी का आगाज करते हुए 131 गेंद में 101 रन बनाकर मैदान में डटे हुए हैं। इस दौरान उनके बल्लेबाज से सात चौके निकले हैं। टीम का स्कोर 44 ओवरों की समाप्ति के बाद चार विकेट के नुकसान पर 216 रन है।

विश्व कप में अफगानिस्तान के लिए सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर:

101* – इब्राहिम जादरान – बनाम ऑस्ट्रेलिया – मुंबई – 2023

96 – समीउल्लाह शिनवारी – बनाम स्कॉटलैंड – डुनेडिन – 2015

87 – इब्राहिम जादरान – बनाम पाकिस्तान – चेन्नई – 2023

86 – इकराम अलीखिल – बनाम वेस्टइंडीज – लीड्स – 2019

80 – हशमतुल्लाह शाहिदी – बनाम भारत – दिल्ली – 2023

80 – रहमानुल्लाह गुरबाज – बनाम इंग्लैंड – दिल्ली – 2023

जादरान की सभी शतकीय पारियां:

21 वर्षीय जादरान के बल्ले से वनडे फॉर्मेट में पहली शतकीय पारी छह जून साल 2022 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में निकली थी। इस मैच में उन्होंने उम्दा बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 121 रन बनाए थे। इसके बाद उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पल्लेकेले में 106 रन की उम्दा पारी खेली।

युवा सलामी बल्लेबाज यही नहीं रुका। उन्होंने पल्लेकेले में ही श्रीलंका के खिलाफ एक और दमदार पारी खेली। इस बार उनके बल्ले से 162 रन की बेहतरीन पारी निकली। जादरान के बल्ले से चौथा शतक चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ निकला। इस मैच में वह 100 रन बनाने में कामयाब हुए थे।

अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए अन्य बल्लेबाज:

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जादरान के अलावा अन्य बल्लेबाज भी अच्छी शुरुआत करने में कामयाब रहे, लेकिन बड़ी पारी में नाकामयाब हुए हैं। टीम के लिए रहमानुल्लाह गुरबाज 25 गेंद में 21 रन बनाकर आउट हुए।

वहीं रहमत शाह तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 44 गेंद में 30, कैप्टन हशमतुल्लाह शाहिदी 43 गेंद में 26 और अजमतुल्लाह उमरजई पांचवें क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 18 गेंद में 22 रन बनाने में कामयाब रहे। मौजूदा समय में जादरान के साथ मोहम्मद नबी पांच गेंद में नाबाद तीन रन बनाकर मैदान में डटे हुए हैं।

World Cup : आमने-सामने है ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान, जानें स्कोर…

वनडे वर्ल्ड कप का 39वां मैच आज ऑस्ट्रेलिया और अफगानिस्तान के बीच खेला जा रहा है। यह मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हो रहा है। अफगानिस्तान ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग चुनी। 5 विकेट के नुकसान पर अफगानिस्तान ने 47 ओवरों में 252 रन बनाये है।

वहीं इब्राहिम जादरान वर्ल्ड कप में शतक लगाने वाले पहले अफगानी खिलाड़ी बन गये। उन्होंने अब तक 108 रन बनाये। खबर लिखे जाने तक अफगानी बल्लेबाज क्रीज पर बने हुये थे।

विधानसभा में बोले सीएम नीतीश कुमार-जब शादी होती है तो पुरूष रोज करता है, महिला कहती है-अंतिम में भीतर मत घुसाओ

बिहार विधानसभा में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो कहा वह हम लिख नहीं सकते. सदन में आज जातीय जनगणना पर चर्चा हो रही थी. उसी चर्चा के दौरान नीतीश अपनी उपलब्धियां गिना रही थीं. उसी दौरान नीतीश जो बोल गये उसे सभ्य समाज में न बोला जा सकता है और ना लिखा जा सकता है।

क्या बोले नीतीश?

दरअसल बिहार विधानसभा में आज जातीय जनगणना से संबंधित आर्थिक रिपोर्ट पेश की गयी. इसके बाद इस सदन में चर्चा शुरू हुई. चर्चा के दौरान नीतीश कुमार बोलने के लिए उठे. नीतीश कुमार ने अपनी उपलब्धियां गिनानी शुरू की. नीतीश कुमार ने बताना शुरू किया कि उन्होंने बिहार की लड़कियों को पढ़ा दिया है. इसका फायदा मिल रहा है.

लड़की कहती है अंतिम में….

नीतीश सदन के अंदर बताने लगे कि उन्होंने कैसे बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कर लिया है. उन्होंने कहा “हमलोगों ने कहा कि जब पढ़ लेगी लड़की तो जो पुरूष है, जब शादी होती है तो रोज रात में उसके साथ करता है न. उसी में और पैदा हो जाता है. अगर लड़की पढ़ लेती है तो हमको मालूम है कि पुरूष करेगा ठीक है. लेकिन लड़की कहेगी कि अंतिम में उसको भीतर मत घुसाओ, उसको बाहर कर दो. पुरूष करता तो है लेकिन अब जनसंख्या घट रही है.”

शर्म से पानी पानी हुई महिलायें

सदन में जब नीतीश कुमार भाषण दे रहे थे तो कई महिला विधायक भी वहां बैठी थीं. मुख्यमंत्री की बातें सुनने के बाद वे शर्म से पानी पानी हो गयी. ज्यादातर महिला विधायकों ने नजरें झुका लीं. सदन में बैठे पुरूष विधायकों में भी ज्यादातर इधर-उधर देखने लगे.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में महिलाओं पर कई की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की प्रतिक्रिया

सीएम नीतीश कुमार की बड़ी घोषणा; बिहार में आरक्षण का दायरा 50 फीसदी से बढ़ाकर 65 फीसदी करने का प्रस्ताव

जातीय गणना कराने को अपनी सरकार की बड़ी उपलब्धि बता रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक और बड़ी घोषणा की. उन्होंने बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बोलते हुए आरक्षण का दायरा बढ़ाने का प्रस्ताव दे दिए.

इसके तहत उन्होंने जो मौजूदा 50 प्रतिशत आरक्षण है उसे बढ़ाकर 65 फीसदी करने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि जातीय गणना सर्वे से पिछड़ा और अति पिछड़ा सहित एससी और एसटीआबादी का जो आंकड़ा आया है उस अनुरूप आरक्षण बढ़ाने की जरूरत है.

इसके लिए मेरा यह कहना है कि जो 50 प्रतिशत आरक्षण है, उसे हम 65 प्रतिशत कर दें। पहले से अगड़ी जातियों को 10 प्रतिशत है तो इस 65 प्रतिशत के बाद कुल आरक्षण 75 प्रतिशत हो जाएगा। तब अनारक्षित 25 प्रतिशत बचेगा।

वहीं बिहार के 94 लाख से अधिक गरीब परिवारों के लिए सीएम नीतीश ने एक अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में 94 लाख से ज्यादा ऐसे परिवार हैं जिनकी मासिक आमदनी 6 हजार रुपए तक है. ऐसे परिवारों को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए बिहार सरकार उन्हें 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता करने का प्रस्ताव रखती है.

साथ ही  बिहार के आवास विहीन परिवारों के लिए सीएम नीतीश ने सदन में बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि राज्य में 63,850 परिवारों के रहने का आवास नहीं है. ऐसे परिवारों के लिए राज्य सरकर जमीन खरीदने के लिए 1 लाख और मकान बनाने के लिए 1.20 लाख रुपए देने का सुझव रखती है.

उन्होंने कहा कि इस पर कुल खर्च 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपए आएगा.इसे पांच साल में पूरा करने का लक्ष्य बिहार सरकार रखती है. इसके तहत प्रति वर्ष 50 हजार करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर केंद्र सरकार द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दे दिया जाए तो यह लक्ष्य और भी कम समय में पूरा हो जाएगा.

तेलंगाना में 490 करोड़ रुपये मूल्य का सोना, नकदी, शराब, मुफ्त उपहार जब्त

तेलंगाना में कानून प्रवर्तक एजेंसियों ने नौ अक्टूबर को आचार संहिता लागू होने के बाद से रविवार तक 490 करोड़ रुपये के मूल्य की नकदी, सोना, शराब और अन्य चीजें जब्त की हैं।

तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने एक बयान जारी कर बताया कि कुल 173.3 करोड़ रुपये की नकदी, 282 किलोग्राम सोना, 1,167 किलोग्राम चांदी, 176 करोड़ रुपये की अन्य मूल्यवान वस्तुएं, 60 करोड़ रुपये की शराब, 28.6 करोड़ रुपये का गांजा और वितरित करने के लिए 52.5 करोड़ रुपये की कीमत की अन्य चीजें जब्त की गईं हैं।

बयान के मुताबिक, तेलंगाना विधानसभा चुनावों के लिए नौ अक्टूबर से जारी आचार संहिता के लागू होने के बाद से आज ( पांच नवंबर) तक की अवधि के दौरान एजेंसियों ने 490.6 करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत की नकदी व वस्तुएं जब्त की। राज्य में विधानसभा के लिए 30 नवंबर को मत डाले जाएंगे जबकि मतगणना तीन दिसंबर को होगी।

इजरायल ने हमास पर तेज किये हमले, जब तक हम जीत नहीं जाते – नेतन्याहू ने फिर दोहराई कसम

इजरायल ने रविवार को कहा कि गाजा पट्टी पर जमीनी हमले से उसने फिलिस्‍तीनी क्षेत्र को दो भागों में विभाजित कर दिया है और उस पर लगातार हमले किये जा रहे हैं। हाल ही में अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने फिलिस्‍तीनियों के लिए मानवीय सहायता को लेकर मध्‍य पूर्व के दौरे के दौरान दबाव डाला था। सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा कि इजरायली सेना ने गाजा शहर को घेर लिया है। अब वहां एक दक्षिणी गाजा और एक उत्तरी गाजा मौजूद है।

उन्होंने यह बात तब कही जब अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को कब्जे वाले वेस्ट बैंक, इराक और साइप्रस के तूफानी दौरे पर गाजा में संकटग्रस्त नागरिकों की सहायता और इजरायल के गाजा युद्ध के जवाब में अमेरिकी सैनिकों पर ईरान समर्थित समूहों के हमलों को रोकने पर ध्यान केंद्रित किया है।

ब्लिंकन ने फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की, जिन्होंने गाजा में नरसंहार की निंदा की है, जहां हमास संचालित क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि चार सप्ताह से अधिक समय के युद्ध में कम से कम 9,770 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे।

इजरायल के अधिकारियों के मुताबिक, वाशिंगटन ने युद्धविराम के आह्वान को खारिज कर दिया और हमास को कुचलने के इजरायल के लक्ष्य का समर्थन किया है। हमास ने 7 अक्टूबर को इजरायल के इतिहास में सबसे भीषण हमला किया था, जिसमें 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे। इनमें ज्यादातर नागरिक थे और 240 से अधिक को बंधक बना लिया था।

गाजा में मरने वालों की बढ़ती संख्या को लेकर  वैश्विक चिंता बढ़ गई है। हालांकि इजरायल के  प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर कसम खाई है कि बंधकों को वापस लौटाए जाने तक युद्धविराम नहीं होगा। वायु सेना अड्डे पर सैनिकों से मुलाकात के बाद नेतन्‍याहू ने कहा कि उन्हें इसे अपने शब्दकोष से हटाने दीजिए। हम यह अपने दुश्मनों और अपने दोस्तों से कह रहे हैं। इसे हम तब तक जारी रखेंगे जब तक हम जीत नहीं जाते। हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।

सेना द्वारा जारी फुटेज में रविवार को टैंक और बख्तरबंद बुलडोजर के साथ रेत के बीच से गुजरते हुए सैनिक घर-घर जाकर लड़ रहे थे। गाजा सिटी निवासी अला अबू हसेरा ने एक तबाह इलाके में कहा कि यह हमला एक भूकंप की तरह है, जहां पूरे ब्लॉक मलबे में तब्दील हो गए हैं।अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि ब्लिंकन ने अब्बास के साथ अपनी बातचीत में कहा है कि गाजा में फिलिस्तीनियों को जबरन विस्थापित नहीं किया जाना चाहिए।

इजरायल ने पर्चे वितरित किए हैं और टेक्‍स्‍ट मैसेज भेजकर उत्तरी गाजा में फिलिस्तीनी नागरिकों से दक्षिण की ओर जाने का आग्रह किया है, हालांकि एक अमेरिकी अधिकारी ने शनिवार को कहा था कि कम से कम 3,50,000 नागरिक अब भी शहरी युद्ध क्षेत्र में हैं। फिलिस्तीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी वफा ने कहा कि अब्बास ने अंतरराष्‍ट्रीय कानून के सिद्धांतों की परवाह किए बिना इजरायल की युद्ध मशीन के हाथों गाजा में हमारे फिलिस्तीनी लोगों के नरसंहार और विनाश की निंदा की है।

वैज्ञानिकों ने सुलझा लिया 4500 साल पुरानी गीजा का महान पिरामिड का रहस्य

प्राचीन मिस्र के ऐसे कई राज हैं, जो सदियों से लोगों के लिए रहस्य बने हुए हैं। इसमें गीजा का महान पिरामिड भी शामिल है। इस पिरामिड को कैसे बनाया गया था, बिना किसी मशीन के भारी-भरकम पत्थरों को कैसे एक के ऊपर एक रखा गया था, ये सारी चीजें अब तक रहस्य ही बनी हुई हैं। इसके अलावा मिस्र की प्राचीन स्फिंक्स मूर्ति का रहस्य भी अब तक वैज्ञानिक नहीं सुलझा पाए थे, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने कहा है कि उन्होंने इसके निर्माण का रहस्य सुलझा लिया है। सालों के शोध के बाद वैज्ञानिकों का मानना है कि उन्होंने आखिरकार यह पता लगा लिया है कि 4,500 साल पहले मिस्र में ग्रेट स्फिंक्स का निर्माण कैसे हुआ था?

दरअसल, दशकों से इस बात पर सहमति है कि आधे इंसान-आधे शेर की इस विशालकाय मूर्ति का चेहरा राजमिस्त्रियों द्वारा हाथ से बनाया गया था, लेकिन ये कभी समझ में नहीं आया कि मूर्ति के शरीर का निर्माण कैसे हुआ? न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने अब एक शोध रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें यह विश्लेषण किया गया है कि हवा चट्टानी संरचनाओं के खिलाफ कैसे चलती है? यह शोध फिजिकल रिव्यू फ्लूइड्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

वैज्ञानिकों का प्रयोग रहा सफल

मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं ने स्फिंक्स मूर्ति के निर्माण के रहस्य को सुलझाने के लिए अंदर सख्त और कम नष्ट होने वाली सामग्री के साथ ढेर सारी नरम मिट्टी ली और उत्तरपूर्वी मिस्र में अपना प्रयोग किया। उन्होंने इन सामग्रियों को पानी की तेज बहती धारा से धोया, जो उनके अनुसार हवा की तरह काम करती थी। इस प्रयोग के अंत में वैज्ञानिकों को मिट्टी स्फिंक्स जैसी संरचना से मिलती जुलती मिली, जिससे वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि स्फिंक्स का निर्माण ऐसे ही हुआ होगा।

एक्सपेरिमेंट से पता चली सच्चाई

अध्ययन के एक वरिष्ठ लेखक लीफ रिस्ट्रोफ ने कहा कि हमारे निष्कर्ष एक संभावित कहानी पेश करते हैं कि कैसे क्षरण से स्फिंक्स जैसी संरचनाओं का निर्माण हो सकता है? हमारे एक्सपेरिमेंट से पता चला है कि आश्चर्यजनक रूप से स्फिंक्स जैसी आकृतियां तेज प्रवाह द्वारा नष्ट होने वाली सामग्रियों से बन सकती हैं।

हालांकि यह कोई पहली बार नहीं है जब वैज्ञानिकों ने इस तरह की सोच लेकर शोध किया कि स्फिंक्स मूर्ति का निर्माण कैसे हुआ होगा, बल्कि साल 1981 में भूविज्ञानी फारूक एल-बाज कुछ इसी तरह के सिद्धांत के साथ सामने आए थे। उन्होंने दावा किया था कि ग्रेट स्फिंक्स का शरीर प्राकृतिक रूप से हवा द्वारा रेत को नष्ट करके बनाया गया था।

टूटी हुई है ग्रेट स्फिंक्स मूर्ति की नाक

आपको बता दें कि ग्रेट स्फिंक्स मूर्ति 73 मीटर लंबी, 20 मीटर ऊंची और 19 मीटर चौड़ी है। इसकी नाक टूटी हुई है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसे जानबूझकर किसी ने किया होगा। जब बारीकी से जांच की जाती है तो ऐसा प्रतीत होता है जैसे नाक को तोड़ने में छेनी का इस्तेमाल किया गया हो। वैसे यह सैकड़ों सालों से गायब है। ग्रेट स्फिंक्स की लापता नाक का सबसे पहला जिक्र 15वीं शताब्दी में इतिहासकार अल-मकरीजी के लेखन में मिलता है।

खबर वही जो है सही

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