BPSC 67वीं मुख्य परीक्षा का रिजल्ट जारी, 2104 उम्मीदवार हुए सफल

पटना: बीपीएससी (BPSC) यानी बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं संयुक्त मेन लिखित प्रतियोगिता परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है. इस एग्जाम में कुल 2 हजार 104 अभ्यर्थियों ने कामयाबी हासिल की है. इस मेन एग्जाम में शामिल हुए अभ्यर्थी BPSC की आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर जाकर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।

बता दें कि बीपीएससी ने इस परीक्षा का आयोजन 30 दिसंबर, 31 दिसंबर 2022 और 7 जनवरी 2023 को पटना के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर किया गया था. जिसका परिणाम जारी कर दिया गया है।

जीतनराम मांझी के निशाने पर नीतीश कुमार,बोले -सनातन धर्म पर हमला नहीं बर्दाश्त

बिहार के पूर्व CM जीतनराम मांझी ने एक बार फिर CM नीतीश कुमार पर जुबानी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कुर्सी के लिए किसी हद तक जा सकते हैं। साथ ही उन्होंने सनातन धर्म पर लगातार हमलावर हो रहे विपक्ष के नेताओं को भी जमकर खड़ी खोटी सुनाई है। उन्होंने कहा कि जो लोग सनातन धर्म को कोरोना कह रहे हैं वह खुद इस वायरस से पीड़ित हैं ।

दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जहानाबाद पहुंचे थे। सर्किट हाउस में मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला और कहा कि नीतीश कुमार कुर्सी के लिए किसी हद तक जा सकते हैं। राजनीतिक संभावनाओं का खेल है किसी समय भी कुछ हो सकता है ।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के कोई नीति एवं सिद्धांत नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर मुकदमा दर्ज होने पर महागठबंधन से नता तोड़कर अलग हो गए थे और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाया था। आज इस तेजस्वी यादव के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं ।इसलिए नीतीश कुमार का कोई सिद्धांत नहीं है।

सनातन धर्म पर बोलते हुए कहा की जो लोग सनातन धर्म को कोरोना कह रहे हैं वह खुद कोरोना वायरस से पीड़ित हैं । उन्होंने कहा कि सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है जो समाज को एक बंधन में बांधकर चलता है, इसलिए सनातन धर्म अपेक्षा नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में कभी भी जाती पार्टी की बात नहीं आती है।

उन्होंने कहा कि जब गंगा हिमालय से निकलती है तो हरिद्वार तक काफी शुद्ध रहती है, आगे चलकर कुछ गंदगी फैल जाता है इसलिए सनातन धर्म काफी शुद्ध है। सनातन धर्म हिंदुस्तान की संस्कृति है जिसे लोग अपना कर पूरे विश्व में सनातन धर्म विश्व गुरु बन रहा है आज पूरा विश्व सनातन धर्म अपना रहा है इसलिए सनातन धर्म को गलत कहने वाले खुद गलत हैं।

रामचरितमानस में पोटैशियम साइनाइड, मंत्री चंद्रशेखर फिर बिगड़े बोल, कहा- जीभ 10 करोड़ की तो गले की कीमत क्या होगी

बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने गुरुवार को एक बार फिर रामचरितमानस के दोहे पर टिप्पणी कर कहा है कि रामचरितमानस में पोटैशियम साइनाइड है और जब तक यह पौटेशियम साइनाइड रहेगा तब तक वे इसका विरोध करते रहेंगे। वे गुरुवार को बिहार हिन्दी ग्रंथ अकादमी की ओर से हिन्दी दिवस के कार्यक्रम का उद्घाटन करने बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे।

श्रीरामचरित मानस के अरण्य कांड की चौपाई ‘पूजहि विप्र सकल गुणहीना, सूद्र न पूजहु वेद प्रवीणा’ को लेकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह क्या है। क्या इसमें जाति को लेकर गलत बात नहीं कही गई है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि पिछली बार रामचरित मानस के सुंदर कांड के दोहे पर जिह्वा काटने की कीमत 10 करोड़ रुपये लगाई गई थी तो मेरे गले की कीमत क्या होगी?

उन्होंने कहा कि मैं इन चीजों का विरोध करता हूं तो मीडिया के लोग भी पीछे पड़ जाते हैं | क्या गुणहीन विप्र पूजनीय हैं और गुणयुक्त शुद्र वेद का जानकार होने पर भी पूजनीय नहीं है उन्होंने कहा कि मुझे देश से बाहर जाने की बात कही जाती है। मोहन भागवत ने किसी धर्मविशेष पर टिप्पणी की तो उन्हें क्यों नहीं भेजा जाता ? जबतक गोदान के पात्र की जातियां बदलेंगी तबतक उनका विरोध कायम रहेगा। इन चीजों का विरोध डॉ. लोहिया और नागार्जुन ने भी किया था। उन्होंने कहा कि एकलव्य का अंगूठा काटा गया। आपलोग जगदेव प्रसाद को गोली मारने के कारण को जरा गूगल करके पढ़िएगा तो पता चल जाएगा कि मैं किन चीजों का विरोध कर रहा हूं।

शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि लोग 56 ईंच वाले से डिग्री क्यों नहीं मांगते। बार-बार नौंवीं पास और आठवीं पास करकर जो उनके पुत्र पर टिप्पणी होती है उसपर भी हमें कहना है। अगर लालूजी के राज में जंगलराज ही था तो चौकीदार की तरह, 56 ईंच वाले की तरह उस समय भी डिग्री खरीद ली गयी होती। हम सच बोलने वाले लोग हैं। लालू प्रसाद ने यादवों व दलितों को आवाज दी तो इनके खिलाफ साजिश की गई। लोग हमें बताएं कि जब सबके पूर्वज चिम्पैंजी थे तो ये जातियां कहां से आईं।

 

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पहुंचे राजभवन, गवर्नर ने किया स्वागत, जानिए क्या है पूरा कार्यक्रम

पटना: पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बिहार दौरे पर हैं। पूर्व राष्ट्रपति के राजधानी पटना पहुंचने पर बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया है। रामनाथ कोविंद के राजभवन पहुंचने पर गवर्नर ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। आज रात राजभवन में ही वो ठहरेंगे।

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को नालंदा जाएंगे। दरअसल, नालंदा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी की तरफ से दो दिनों का कार्यक्रम फेस्टिवल ऑफ डेमोक्रेसी आयोजित किया गया है। रामनाथ कोविंद इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। पूर्व राष्ट्रपति के अगुवाई में ही देश में वन नेशन-वन इलेक्शन के लिए कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी के बनने के बाद पूर्व राष्ट्रपति का यह पहला बिहार दौरा है।

15 और 16 सितंबर हो नालंदा में हो रहे इस कार्यक्रम में सिर्फ पूर्व राष्ट्रपति ही नहीं, बल्कि कई बड़े लोग शामिल हो रहे हैं। बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर भी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इनके साथ असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा, केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी और गिरिराज सिंह भी शामिल होंगे। इनके अलावा पड़ोसी देश नेपाल, श्रीलंका, चिली, मिस्र और अर्जेंटीना सहित कई देशों के राजदूत भी कार्यक्रम में आ रहे हैं।

सम्राट चौधरी ने कहा – राधाचरण साह के खिलाफ JDU ने ही ED को उपलब्ध करवाए दस्तावेज.. ये उनकी पुरानी आदत

पटना: जदयू के एमएलसी राधाचरण साह को ईडी ने गिरफ्तार किया है. इसको लेकर बिहार में सियासत भी खूब हो रही है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि कांग्रेस ने ही ईडी का निर्माण किया था. कांग्रेस ही उसका दुरुपयोग भी करना जानती थी. भाजपा के लोग ऐसा कुछ नहीं करते हैं, उन्होंने कहा कि आज जदयू के एमएलसी गिरफ्तार हुए हैं, आप मान लीजिए कि उनके खिलाफ सबूत भी जदयू के लोग ही दिए होंगे. क्योंकि वह उनकी पुरानी आदत रही है।

सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद यादव को किसने जेल भेजवाया, किस तरह से जेल भेजा गया और कौन लोग दस्तावेज उपलब्ध करवाए थे? यह भी पूरे देश की जनता जानती है. जनता दल यूनाइटेड के लोग ही इस तरह का काम करते हैं. भाजपा के लोग को ऐसे मामले से कोई मतलब ही नहीं है।

आपको बता दें कि कभी जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह आरा स्टेशन के बाहर एक छोटी से जलेबी की दुकान चलाते थे. बुधवार को उनके आवास पर आय से अधिक संपत्ति मामले में कार्रवाई की गई थी. इसके पहले दिल्ली, छत्तीसगढ़, झारखंड और उड़ीसा स्थित दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर एक साथ ईडी की कार्रवाई हुई थी. गिरफ्तारी के बाद उनको आज एमपीएमएलए कोर्ट में पेश कर ईडी अपने साथ दिल्ली लेकर जाएगी. एमएलएसी राधाचरण साह भोजपुर के बड़े आलू कारोबारी के रूप में भी शुमार हैं।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने साफ-साफ कह दिया, सनातन हिंदू अब समय आ गया है, ऐसा करने का

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान पर इंडिया गठबंधन के नेताओं द्वारा प्रतिक्रिया नहीं देने पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की बैठक हिंदुओं को तबाह और बर्बाद करने के लिए हो रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि सनातन के बगैर भारत की पहचान नहीं है. सनातन है तो भारत है।

गिरीराज सिंह ने कहा कि मैं हिंदुओं से आह्वान करता हूं कि धर्मो रक्षित रक्षित धर्म की रक्षा के लिए स्वतः खड़ा हो. अब समय आ गया है. अपनी रक्षा के लिए खुद खड़ा होना समय की पुकार है।

गिरिराज सिंह ने कहा कि स्टालिन के बयान पर बिहार के महागठबंधन के नेता भी कुछ नहीं बोल रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में लोग हिंदुओं को जाति में बांटो और राज करो के सिद्धांत पर चल रहे हैं. गिरिराज सिंह ने चेताया कि हिंदु बचेगा तभी जात बचेगा और गोत्र बचेगा. उन्होंने लोगों से धर्म की रक्षा करने का आह्वान किया. कहा कि जो लोग सनातन को खत्म करने की बात करे उसे मुंहतोड़ जवाब देना होगा।

राधा चरण साह को भेजा गया बेऊर जेल, ED ने किया था पटना के एमपीएमएलए कोर्ट में पेश

पटना: जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह को प्रवर्तन निदेशाल ने गिरफ्तार कर पटना के एमपीएलए कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने सुनवाई के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेज दिया गया है. बता दें कि आय से अधिक मामले में राधाचरण साह को ईडी ने गिरफ्तार किया था.

जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह के वकील ने कोर्ट को बताया कि उनके सीने में दर्द है. उन्हें इलाज की जरूरत है. राधाचरण के वकील की इस दलील का ईडी के वकील ने विरोध नहीं किया. फिलहाल राधाचरण साह को बेऊर जेल में भेजा गया है. कोर्ट ने राधाचरण साह को मेडिकल वार्ड में रखने का निर्देश दिया है.

गौरतलब है कि टैक्स चोरी के मामले में बुधवार की शाम को प्रवर्तन निदेशालय ने जेडीयू के विधान पार्षद राधाचरण साह को आरा से गिरफ्तार किया था. उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी बिहार में सियासी तूफान छिड़ गया है. बीजेपी उनके कर्मों की करतूत करार दे रही है तो वहीं जेडीयू, कांग्रेस और आरजेडी ने ईडी और सीबीआई की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हुए कार्रवाई पर ही उंगली उठाई है. INDIA गठबंधन ने कहा कि बीजेपी के भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं करती.

Asia Cup 2023: श्रीलंका की जीत में चमके मेंडिस समरविक्रमा और असलंका, पाकिस्तान को 2 विकेट से हराकर फाइनल में बनाई जगह

एशिया कप 2023 के सुपर 4 मैच में श्रीलंका ने कुसल मेंडिस के अर्धशतक और असलंका- समरविक्रमा की शानदार पारियों की मदद से पाकिस्तान को 2 विकेट से हरा दिया। इसी के साथ श्रीलंका ने फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। उन्होंने 11वीं बार फाइनल में जगह बनाई है। अब रविवार को फाइनल में उनका मुकाबला भारत से होगा। बारिश के कारण यह मैच पहले 45-45 ओवर का था। इसके बाद बारिश ने मैच में दोबारा दस्तक दी। इस वजह से मैच को 42-42 ओवर का करना पड़ा।

पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 42 ओवरों में 7 विकेट खोकर 252 रन का स्कोर बनाया। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा 86 (68) रन मोहम्मद रिजवान ने बनाये। अपनी इस पारी में उन्होंने 6 चौके और 2 छक्के लगाए। अब्दुल्ला शफीक ने 52(69) रन की अर्धशतकीय पारी खेली। अब्दुल्ला ने अपनी पारी में 3 चौके और 2 छक्के जड़े।

उनके अलावा इफ्तिखार अहमद ने 40 गेंद में 4 चौको और 2 छक्कों की मदद से 47 रन बनाये। रिजवान और इफ्तिखार ने छठे विकेट के लिए 108 (78) रन की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। श्रीलंका की तरफ से सबसे ज्यादा 3 विकेट मथीशा पथिराना ने लिए। उनके अलावा 2 विकेट प्रमोद मदुशन लेने में सफल रहे। एक-एक विकेट दुनिथ वेल्लालागे और महीश तीक्ष्णा को मिला।

लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम ने मैच को 42 ओवर में 8 विकेट खोकर और 252 रन बनाकर जीत लिया। श्रीलंका की तरफ से सबसे ज्यादा रन कुसल मेंडिस ने बनाये। उन्होंने 87 गेंदों का सामना करते हुए 8 चौके और एक छक्के की मदद से 91 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। चरिथ असलंका 47 गेंद में 3 चौके और एक छक्के की मदद से 49 रन बनाकर नाबाद रहे। सदीरा समरविक्रमा ने 51 गेंदों में 4 चौको की मदद से 48 रन की पारी खेली। समरविक्रमा और मेंडिस ने 100 (98) रन की साझेदारी की। पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा 3 विकेट इफ्तिखार अहमद ने हासिल किये। 2 विकेट शाहीन अफरीदी ने चटकाया। एक विकेट शादाब खान के खाते में गया।

पाकिस्तान की प्लेइंग इलेवन: फखर जमान, अब्दुल्ला शफीक, बाबर आजम (कप्तान), मोहम्मद रिजवान (विकेटकीपर), मोहम्मद हारिस, इफ्तिखार अहमद, शादाब खान, मोहम्मद नवाज, शाहीन अफरीदी, मोहम्मद वसीम जूनियर, जमान खान।

श्रीलंका की प्लेइंग इलेवन: पथुम निसांका, कुसल परेरा, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर), सदीरा समरविक्रमा, चरिथ असलंका, धनंजय डी सिल्वा, दासुन शनाका (कप्तान), दुनिथ वेल्लालागे, महीश तीक्षणा, प्रमोद मदुशन, मथीशा पथिराना।

TMBU में छात्रों ने जमकर काटा बवाल, 15 से होगी पार्ट 2 की परीक्षा, अब तक नही मिला एडमिट कार्ड

एक तरफ जहाँ बिहार में शिक्षा व्यवस्था की स्तिथि बदहाल है वहीं दूसरी तरफ छात्रों के भविष्य के साथ किस तरह खिलवाड़ होता है इसका जीता जागता उदाहरण आपको तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) में मिल जाएगा।

बतातें चलें कि तिलकमांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) में शुक्रवार से शुरू होने वाले बीए बीएससी व बीकॉम पार्ट 2 सत्र 21 से 24 की परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय के द्वारा छात्र छात्राओं को एडमिट कार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया. छात्र छात्राएं एडमिट कार्ड के लिए गुरुवार को कतार लगाकर कॉलेजों में सुबह के 8 बजे से देर शाम तक खडे रहे। लेकिन लेकिन देर शाम तक कुछ कॉलेज को छोड़कर अन्य सभी कॉलेजों में एडमिट कार्ड उपलब्ध नही कराया गया।

अंततः विश्वविद्यालय द्वारा एक सूचना जारी की गई कि जिनको एडमिट कार्ड नही मिला है वो पार्ट 1 का एडमिट कार्ड और पार्ट 2 परीक्षा फॉर्म भरने की रसीद लेकर परीक्षा दे सकते है।

दरअसल तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में सेवा दे रहे कर्मचारी वेतन में 25 फीसदी कटौती को लेकर आर पार की लड़ाई के मूड में है. विश्वविद्यालय व कॉलेजों में मामले को लेकर बैठकों का दौर लगातार चल रहा है।

वहीं अब कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. उधर, टीएमबीयू में पार्ट थ्री की परीक्षाओं के बीच ज्यादा दिन के गैप को लेकर छात्रों ने विवि में हंगामा किया. कुलपति आवास के बाहर भी करीब चार घंटे तक प्रदर्शन व धरना दिया मगर विश्वविद्यालय के कान पर जु तक नही रेंगा।

ऐसे में अब छात्र जाए तो जाए कहाँ मजबूरन उन्हें किसी तरह परीक्षा में सम्मिलित होना पड़ेगा।

वही इस मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक रोहित राज ने बताया कि विश्वविद्यालय की ये मानसिकता ही नहीं है कि वो परीक्षा कराए कुलपति केवल छात्र छात्राओं को परेशान करने का काम कर रहे है। इस समस्या को विश्वविद्यालय जल्द से जल्द सुलझाए अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगी एवं ऐसे कुलपतियों को वापस भेजने का काम करेगी।

खबर वही जो है सही

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