आसाराम बापू पैरोल के लिए हाईकोर्ट पहुंचा, यौन उत्पीड़न मामले में काट रहा है आजीवन कारावास की सजा

यौन उत्पीड़न मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे स्वयंभू बाबा आसाराम ने पैरोल के लिए राजस्थान हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। आसाराम की पैरोल की याचिका 2 बार पहले ही खारिज हो चुकी है। आसाराम के वकील ने शनिवार को यह जानकारी दी है। कोर्ट ने आसाराम की याचिका स्वीकार करते हुए राज्य सरकार को शुक्रवार को एक नोटिस जारी कर दो हफ्ते में जवाब देने को कहा है।

आसाराम को उसके आश्रम में एक किशोरी के यौन उत्पीड़न के मामले में 25 अप्रैल 2018 को दोषी ठहराया गया था, जिसके बाद से वह आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। आसाराम के वकील कालू राम भाटी ने कहा कि जिला पैरोल समिति ने उसकी याचिका को इस आधार पर दूसरी बार खारिज कर दिया कि पैरोल पर उसे रिहा किए जाने से कानून-व्यवस्था संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

11 साल से जेल में आसाराम

भाटी ने बताया, ‘आसाराम ने 20 दिन की पैरोल का अनुरोध करते हुए एक याचिका दायर की थी, लेकिन समिति ने पुलिस की नकारात्मक रिपोर्ट का हवाला देते हुए इसे खारिज कर दिया।’ अदालत में भाटी ने दलील दी कि आसाराम 11 साल से जेल की सजा काट रहा है और यहां तक कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने भी उसके लिए पैरोल की सिफारिश की है।

उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा, जेल में इस पूरी अवधि के दौरान उसका (आसाराम का) व्यवहार संतोषजनक रहा और वह अपनी वृद्धावस्था एवं स्वास्थ्य कारणों से पैरोल पर रिहाई का हकदार है।’ अतिरिक्त महाधिवक्ता अनिल जोशी ने अपना जवाब दाखिल करने के लिए कुछ समय मांगा, जिसके बाद न्यायमूर्ति विजय बिश्नोई और न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रकाश सोनी की खंडपीठ ने उन्हें दो सप्ताह में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया।

इससे पहले, आसाराम की पैरोल याचिका को समिति ने इस आधार पर खारिज कर दिया था कि वह ‘राजस्थान प्रिजनर्स रिलीज ऑन पैरोल नियम’, 2021 (2021 के नियम) के प्रावधानों के तहत पैरोल का हकदार नहीं है, जिसके बाद स्वयंभू बाबा ने जुलाई में हाई कोर्ट का रुख किया था। आसाराम के वकील ने तब दलील दी थी कि यह नियम उनके मुवक्किल पर लागू नहीं होता, क्योंकि इसके क्रियान्वयन से पहले ही उसे दोषी ठहरा दिया गया था और सजा सुनाई गई थी। तब उच्च न्यायालय ने आसाराम की याचिका का निपटारा करते हुए समिति को 1958 के पुराने नियमों के आलोक में उसकी पैरोल याचिका पर पुनर्विचार करने का निर्देश दिया था।

विश्वकर्मा दिवस के दिन नए संसद भवन के गज द्वार पर फहरेगा तिरंगा, PM समेत उपराष्ट्रपति भी कार्यक्रम में होंगे शामिल

17 सितंबर को नए संसद भवन के तीन औरचारिक प्रवेश द्वारों में से एक गज द्वार पर तिरंगा फहराया जाएगा। इसके बाद अगले दिन यानी 18 सितंबर से 22 सितंबर तक विशेष सत्र चलेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सत्र की शुरूआत तो पुराने भवन में ही होगी मगर सत्र की समाप्ति नए भवन में की जाएगी। इसका मतलब सत्र के दौरान ही पुराने संसद भवन से नए संसद भवन में शिफ्टिंग की जाएगी।

CPWD ने कार्यक्रम का किया आयोजन

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस नए भवन का निर्माण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने किया है। CPWD ने 17 सितंबर को संसद के तीन प्रवेश द्वारों में से एक गज द्वारा पर आयोजित होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। यह पहला ऐसा कोई आधिकारिक कार्यक्रम होगा जिसे संसद भवन की नई बिल्डिंग में आयोजित किया जाएगा। आपको बता दें 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन भी है।

नए भवन में कब होगी शिफ्टिंग

आपको बता दें कि 18 से 22 सितंबर तक विशेष सत्र होना है। इससे ठीक एक दिन पहले यानी 17 सितंबर को नए भवन के गज द्वार पर ध्वजारोहण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके बाद 18 सितंबर से पुराने भवन में ही विशेष सत्र की शुरूआत होगी। मगर सूत्रों के मुताबिक 19 सितंबर को नए भवन में शिफ्टिंग का प्रोग्राम रखा जाएगा।

नए भवन की क्यों पड़ी जरूरत?

आपको बता दें कि पुराने संसद भवन के लोअर हाउस यानी लोकसभा में सांसदों के लिए 545 सीटें हैं। सीटों की इस संख्या का फैसला 1971 की जनगणना के आधार पर किए गए परिसीमन पर लिया गया है, जो 2026 तक स्थिर रहेगा। मगर उसके बाद जब लोकसभा में सीटों की बढ़ोतरी होगी तब चुने जाने वाले नए सासंदों के लिए सीटों की कमी होगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए नए भवन का निर्माण किया गया है।

नदी में फंसी भारत-नेपाल मैत्री बस, पुल क्षतिग्रस्त होने की वजह से रपटे से निकलने की थी कोशिश

नेपाल से हरिद्वार आ रही बस उत्तराखंड के हरिद्वार में बिजनौर बॉर्डर पर फंस गई। दरअसल हरिद्वार समेत पूरे उत्तराखंड में इस वक्त भारी बारिश का दौर जारी है। उत्तराखंड के देहरादून, हरिद्वार कोटद्वार और टिहरी में भारी बारिश से नदियों का जल स्तर बढ़ गया है। इसी क्रम में कोटावली नदी का जलस्तर भी अचानक बढ़ गया। जिसके बाद यहां से गुजर रही भारत-नेपाल मैत्री बस श्यापुर इलाके में चिड़ियापुर चेक पोस्ट के पास कोटावली नदी में फंस गई। नदी में पानी का तेज बहाव होने के कारण बस में सवार 53 यात्री फंसे रह गए।

पुल के पिलर पर चढ़े थे घबराए यात्री

श्यामपुर थाना इंचार्ज विनोद थपलियाल ने बताया, “बस के फंसने की सूचना मिलते ही पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंची और सभी यात्रियों का बचाया। एसडीआरएफ टीम बस को बाहर निकालेगी।” नदी में पानी का बहाव तेज होने और चारों तरफ पानी भरने के कारण यात्री बुरी तरह घबरा गए थे। कई यात्री तो जान बचाने के लिए नदी पर बने पुल के पिलर पर चढ़ गए थे।

यात्रियों के रेस्क्यू का वीडियो आया सामने

जानकारी मिली है कि कोटावली नदी में फंसी बस नेपालगंज रुपेड़िया से हरिद्वार आ रही थी। लेकिन कल से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण कोटावली नदी में बेहिसाब पानी आ गया था। बताया जा रहा है कि इस बस में अधिकांश नेपाली मूल के नागरिक सवार थे। हरिद्वार-बिजनौर बॉर्डर के पास ये बस आकर फंस गई। वहीं इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। जिसमें यात्रियों को रस्सी के सहारे रेस्क्यू करते हुए दिखाया जा रहा है।

क्षतिग्रस्त है पुल, रपटे सा जा रही थी बस

ये भी बताया जा रहा है कि हरिद्वार-बिजनौर बॉर्डर पर स्थित कोटावाली नदी का पुल क्षतिग्रस्त है। इसलिए यहां बड़े वाहनों को निकलने के लिए एक रपटा बनाया गया है। ये बस आज सुबह इसी रपटे से निकल रही थी, लेकिन कोटावली नदी का पानी अचानक बढ़ गया और बस फंस गई। बता दें कि कुछ दिन पहले ही एक और बस इसी नदी में फंस गई थी और उसमें भी नेपाल के ही यात्री सवार थे।

इंडियन एयरफोर्स को जल्द मिलेंगे 12 नए स्वदेशी Su-30MKI एयरक्राफ्ट, डिफेंस मिनिस्ट्री ने दी मंजूरी

इंडियन आर्मी के लिए रक्षा मंत्रालय ने आज स्वदेशी एयरक्राफ्ट खरीदने की मंजूरी दे दी हैं। जो देश में बनकर तैयार होगी। एएनआई के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने आज भारतीय वायु सेना के लिए 12 Su-30MKI की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जिसका निर्माण भारत में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा। इस बात की जानकारी एक डिफेंस अधिकारी ने दी हैं। जानकारी के मुताबिक, मंत्रालय ने इस प्रोजेक्ट के लिए 11,000 करोड़ रुपये की मंजूर किए हैं।

इस प्रोजेक्ट में विमान और संबंधित ग्राउंड सिस्टम शामिल होंगे। विमान में आवश्यकता के अनुसार 60 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री शामिल होगी। बता दें कि ये भारतीय वायु सेना के सबसे आधुनिक Su-30 MKI विमान होंगे, जो कई भारतीय हथियारों और सेंसर से लैस होंगे।

डीएसी ने 45,000 करोड़ रुपये किए मंजूर

बता दें कि हाल ही में  15 सितंबर को केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई थी। बैठक में डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (डीएसी) ने लगभग 45,000 करोड़ रुपये के 9 पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों के लिए आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) दी है। मंत्रालय ने कहा कि ये सभी खरीदारी इंडियन वेंडर से खरीदें (भारतीय-स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (आईडीएमएम)/खरीदें (भारतीय) श्रेणी के तहत खरीदी जाएंगी, जिससे भारतीय डिफेंस इंडस्ट्री को ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में बढ़ावा मिलेगा।

नेवी समेत कई रक्षा सौदों को भी मंजूरी

मंत्रालय ने आगे कहा कि डीएसी ने इंडियन नेवी के लिए अगली पीढ़ी के सर्वे जहाजों की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिससे हाइड्रोग्राफिक संचालन करने में इसकी क्षमताओं में काफी वृद्धि होगी। वहीं, डीएसी ने इंडियन एयरफोर्स के प्रस्तावों के लिए एओएन को भी मंजूरी दे दी जिसमें संचालन के लिए सटीकता और विश्वसनीयता में सुधार के लिए डोर्नियर विमान का एवियोनिक अपग्रेडेशन शामिल था। बता दें कि DAC द्वारा स्वदेशी रूप से निर्मित ALH Mk-IV हेलीकॉप्टरों के लिए एक शक्तिशाली स्वदेशी सटीक निर्देशित हथियार के रूप में ध्रुवस्त्र शॉर्ट रेंज एयर-टू-सरफेस मिसाइल की खरीद को मंजूरी दे दी गई है।

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग एनकाउंटर में शहीद हुए कर्नल को उनके 6 वर्षीय बेटे ने दी अंतिम विदाई, भावुक कर देगा वीडियो

अनंतनाग में बुधवार को आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में 19 राष्ट्रीय राइफल यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह देश के लिए शहीद हो गए। शुक्रवार को उनका पार्थिव शरीर उनके पहुंचाया गया। इस दौरान वहां जो हुआ वो देखने के बाद हर किसी की आंखें नम हो गई। शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह का जब पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तब उनके 6 वर्षीय बेटे ने आर्मी की ड्रेस में उन्हें सलामी दी। यह देख सभी भावुक हो गए।

कर्नल की पत्नी ने भी दी अंतिम विदाई

देश के लिए शहीद हुए 19 राष्ट्रीय राइफल यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह की पत्नी जगमीत कौर ने अपने दोनों हाथों को जोड़कर उन्हें अंतिम विदाई दी।

आपको बता दें कि दक्षिण कश्मीर के कोकरनाग इलाके के गडोले में बुधवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह के साथ मेजर आशीष धोंचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट और एक अन्य सैनिक शहीद हो गए।

शुक्रवार को एक और जवान का शव बरामद हुआ जो कल से लापता बताया जा रहा था।

अधिकारियों ने दी ये जानकारी

सेना के अधिकारियों ने बताया कि, “अनंतनाग इलाके में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे संयुक्त अभियान में सुरक्षा बलों ने ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए आतंकियों के ठिकानों पर बम गिराए हैं। इलाके में छिपे हुए आतंकियों के ग्रुप को निशाना बनाने के लिए सौनिकों द्वारा ग्रेनेड लांचर का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।”

CM हिमंत की पत्नी के खिलाफ आरोपों को लेकर असम विधानसभा में हंगामा, तीन बार स्थगित हुई सदन की कार्यवाही

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की पत्नी से जुड़ी एक कंपनी को सरकारी सब्सिडी दिये जाने के आरोप पर चर्चा की मांग को लेकर शुक्रवार को राज्य विधानसभा में विपक्षी दलों के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया। हंगामे के चलते  सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित करनी पड़ी। बाद में विपक्षी सदस्यों ने सदन की कार्यवाही का बॉयकाट किया और बाहर चले गए। कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ ने प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। उन्होंने राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जोगेन मोहन से पूछा कि क्या रिंकी भुइयां शर्मा को कलियाबोर क्षेत्र में राज्य सरकार की ‘वसुंधरा’ योजना के तहत जमीन आवंटित की गई थी। उन्होंने यह सवाल भी किया कि भूमि आवंटित करने के लिए कौन से दस्तावेज जमा कराये गए थे जिससे संबंधित कंपनी को कथित तौर पर केंद्रीय सब्सिडी प्राप्त हुई थी।

विधानसभाध्यक्ष के आसन के सामने धरना

विधानसभा अध्यक्ष बिश्वजीत दैमारी ने कहा कि यह मामला पुरकायस्थ द्वारा सूचीबद्ध किए गए मूल प्रश्न से संबंधित नहीं है और मुख्यमंत्री सदन में मौजूद नहीं हैं। हालांकि, पुरकायस्थ अपने सवाल पर अड़े रहे और इस दौरान कई मंत्री अपनी जगह पर खड़े हो गए और विपक्षी सदस्यों के खिलाफ टिप्पणी करने लगे। सदन में हंगामा जारी रहने के कारण कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर विपक्ष के नेता कांग्रेस सदस्य देवव्रत सैकिया ने शून्यकाल के दौरान मामले पर चर्चा के लिए दिए गए नोटिस की ओर सभापति का ध्यान आकर्षित किया। इसे लेकर उपाध्यक्ष नुमल मोमिन ने तत्काल चर्चा की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद कांग्रेस के सदस्यों ने सदन में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इकलौते सदस्य और एक निर्दलीय विधायक के साथ विधानसभाध्यक्ष के समक्ष आकर धरना शुरू कर दिया।

विपक्षी विधायकों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी

सैकिया ने मुख्यमंत्री की पत्नी पर लगे आरोपों की जांच की भी मांग की। इस दौरान सत्तारूढ़ भाजपा के सदस्य भी सदन के बीचोंबीच आ गए और हंगामा शुरू हो गया, इसे देखते हुए सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। दूसरे स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही फिर शुरू होने के उपरांत भी हंगामा जारी रहा, विपक्षी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के आसन के सामने आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मोमिन ने उन्हें अपनी सीटों पर लौटने की अपील करते हुए कहा, ‘‘आपको (मामला उठाने की) अनुमति दी जाएगी, लेकिन आपको धैर्य रखना होगा।’’ चूंकि भाजपा के विधायक भी सदन के बीचोंबीच आ गए थे, हंगामा जारी रहा। इसलिए सदन की कार्यवाही फिर 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।

बृहस्पतिवार को भी विधानसभा में हुआ था हंगामा

जब सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो विपक्ष के उपनेता रकीबुल हुसैन ने कहा कि चूंकि आसन ने तत्काल चर्चा की अनुमति नहीं दी, इसलिए कांग्रेस विधायक बाकी दिनों के लिए सदन की कार्यवाही का बॉयकाट कर रहे हैं। माकपा के एकमात्र विधायक और निर्दलीय विधायक भी उनके साथ शामिल हो गए। हिमंत की पत्नी पर लगे आरोपों को लेकर बृहस्पतिवार को भी विधानसभा में हंगामा हुआ था। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा था कि केंद्र सरकार से उनकी पत्नी या उनकी किसी कंपनी के पैसे लेने का कोई सबूत दिये जाने पर वह कोई भी सजा स्वीकार करने को तैयार हैं, जिसमें सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेना भी शामिल है। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने बुधवार को आरोप लगाया था कि कंपनी को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय से एक विशेष केंद्रीय योजना के तहत कर्ज से जुड़ी सब्सिडी के तौर पर 10 करोड़ रुपये मिले। भाजपा नेता ने हालांकि इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।

राहुल नवीन बने ED के कार्यकारी निदेशक, संजय मिश्रा की लेंगे जगह; पढ़े पूरी रिपोर्ट

केंद्र सरकार ने प्रवर्तन निदेशालय के विशेष निदेशक राहुल नवीन को अगले आदेश तक ईडी का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया है। इससे पहले ईडी के मौजूदा निदेशक संजय कुमार  मिश्रा का कार्यकाल आज खत्म हो गया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मुताबिक संजय मिश्रा का कार्यकाल 15 सितंबर तक ही बढ़ाया गया था। इस आदेश का पालन करते हुए केंद्र सरकार ने संजय मिश्रा के कार्यकाल खत्म होने के बाद ईडी में तैनात विशेष निदेशक को कार्यकारी निदेशक नियुक्त कर दिया है। रेग्यूलर निदेशक की नियुक्त होने तक संजय मिश्रा की जगह अब राहुल नवीन ही ईडी के सर्वोसर्वा होंगे। संजय मिश्रा ने 4 साल 10 महीने तक ईडी निदेशक के तौर पर काम किया।

1993 बैच के IRS अधिकारी हैं नवीन

राहुल नवीन 1993 बैच के भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी हैं। नई नियुक्ति के बाद अब वे ईडी के सबसे पावरफुल अधिकारी बन गए हैं। नवीन इससे पहले ईडी मुख्यालय में बतौर चीफ विजिलेंस ऑफिसर भी काम कर चुके हैं। बिहार के रहनेवाले राहुल नवीन अपने शांत स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। उनके बारे में यह कहा जाता है कि वे बोलते तो बहुत कम हैं लेकिन उनकी कलम बहुत तेज चलती है। राहुल नवीन की गिनती ईडी के तेज-तर्रार अधिकारियों में होती है।

सर्विस में तीन बार एक्सटेंशन

ईडी के मौजूदा निदेशक संजय मिश्रा के कार्यकाल को विस्तार देने के केंद्र सरकार के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने पलट दिया था और 15 सितंबर के बाद किसी भी तरह का सेवा विस्तार देने से इनकार कर दिया था। संजय कुमार मिश्रा को 2018 में ईडी के निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया था, उनका प्रारंभिक कार्यकाल नवंबर 2020 में समाप्त होने वाला था। हालांकि, केंद्र सरकार ने उन्हें सर्विस में तीन बार एक्सटेंशन दिया। उनका कार्यकाल बढ़ाने के लिए सीवीसी एक्ट में संशोधन किया गया था। 27 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने मिश्रा के कार्यकाल को 15 सितंबर तक बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। इससे पहले वे  31 जुलाई को पद छोड़ने वाले थे।

सुप्रीम कोर्ट ने 15 सितंबर के बाद एक्सटेंशन नहीं देने को कहा

जस्टिस बीआर गवई, विक्रम नाथ और संजय करोल की विशेष पीठ ने आदेश दिया था कि सामान्य परिस्थितियों में हम इस तरह के आवेदन को स्वीकार नहीं करेंगे… व्यापक जनहित को ध्यान में रखते हुए, हम ईडी निदेशक को 15 सितंबर 2023 तक पद पर बने रहने की अनुमति देते हैं। हालांकि, पीठ ने स्पष्ट किया कि वह उनके कार्यकाल के विस्तार की मांग करने वाले केंद्र के किसी भी अन्य आवेदन पर विचार नहीं करेगी। इसमें कहा गया कि मिश्रा 15/16 सितंबर 2023 की मध्यरात्रि से पद पर नहीं रहेंगे।

सुनवाई की शुरुआत में पीठ ने पूछा कि क्या ईडी के पास एफएटीएफ समीक्षा से निपटने के लिए कोई अन्य सक्षम अधिकारी नहीं है। क्या आप यह तस्वीर नहीं पेश कर रहे हैं कि आपका पूरा विभाग अक्षम अधिकारियों से भरा है? आपके पास केवल एक ही अधिकारी है? पीठ ने सवाल किया कि क्या यह पूरी फोर्स का मनोबल गिराना नहीं है?

जम्मू कश्मीर के अनंतनाग एनकाउंटर का वीडियो आया सामने, देखिए कैसे आतंकियों पर सुरक्षाबलों ने ड्रोन से बरसाए बम

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के एनकाउंटर का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में आतंकवादी एक गुफा के मुहाने पर बैठे हुए दिख रहे हैं। इसी बीच जिस जगह पर आतंकी बैठे हैं वहां ब्लास्ट हो जाता है। बताया जाता है कि इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलआ आतंकियों के खात्म के लिए तमाम तकनीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिस गुफा में आतंकवादी बैठे हुए हैं उसी के मुहाने पर बम फेंका गया है। बताया जा रहा है कि यह हमला ड्रोन की मदद से किया गया। हमले के दौरान एक आतंकवादी दुम दबाकर भागता हुआ भी नजर आया।

सुरक्षाबलों ने 2 से 3 आतंकवादियों को घेरा

इस बीच जम्मू-कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार ने कहा कि ये ऑपरेशन खास इनपुट यानी इंफॉर्मेशन पर चलाया जा रहा है। करीब 2 से 3 आतंकवादी घिरे हुए हैं और जिन्हें जल्द मार गिराया जाएगा। अनंतनाग जिले में पहाड़ी इलाके के जंगलों में छुपे आतंकवादियों का पता लगाने के लिए चल रहे अभियान में ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। आतंकवादियों को पकड़ने के लिए चल रहा यह अभियान तीसरे दिन भी जारी है।

बुधवार को कर्नल समेत तीन अधिकारी शहीद

बुधवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में तीन सैन्य अधिकारी और एक जवान शहीद हो गया था। ड्रोन से की जा रही निगरानी के आधार पर सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों के छुपने की जगह पर मोर्टार के गोले दागे। सुरक्षाबलों ने इलाके को पूरी तरह से घेर रखा है। दक्षिण कश्मीर जिले के कोकेरनाग इलाके के गडोले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बुधवार सुबह सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स इकाई के कमांडिंग अधिकारी कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष ढोचक, जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक हुमायूं भट्ट के साथ ही एक सैनिक भी शहीद हो गया था।

बारामूला में आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश

जम्मू कश्मीर के बारामूला जिले में लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए आतंकवादियों के दो मददगारों को गिरफ्तार किया गया है और उनके पास से हथियार एवं गोलाबारूद बरामद किया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर कश्मीर के बारामूला में उरी इलाके में लश्कर के दो आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने दोनों की पहचान मीर साहिब बारामूला निवासी जैद हसन मल्ला और स्टेडियम कॉलोनी बारामूला के मोहम्मद आरिफ चन्ना के रूप में की है। प्रवक्ता ने कहा कि उनकी तलाशी के दौरान दो ग्लॉक पिस्तौल, दो मैगजीन, पिस्तौल के दो साइलेंसर, पांच चीनी ग्रेनेड तथा 28 कारतूस बरामद किये गये। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वे पाकिस्तान में बसे आतंकी आकाओं के कहने पर हथियारों तथा गोला बारूद की सीमापार तस्करी में और इन्हें आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए लश्कर आतंकवादियों को पहुंचाने में शामिल थे।’’

IAS अधिकारी टीना डाबी बनीं मां, इस नन्हे मेहमान ने जिंदगी में दी दस्तक; पढ़े पूरी रिपोर्ट

IAS अधिकारी टीना डाबी के घर में किलकारी गूंजी है, वह मां बन गई हैं। टीना ने राजस्थान के जयपुर स्थित एक हॉस्पिटल में बेटे को जन्म दिया है। टीना ने IAS अधिकारी प्रदीप गवांडे से साल 2022 में शादी की थी। खुशी के मौके पर टीना और प्रदीप को देशभर से बधाई संदेश मिल रहे हैं। बता दें कि टीना साल 2015 IAS बैच की टॉपर रही हैं। टीना डाबी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और उन्हें काफी संख्या में लोग फॉलो करते हैं।

टीना और प्रदीप कहां से हैं?

टीना मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। उनकी बहन रिया भी यूपीएससी पास कर चुकी हैं और 23 साल की उम्र में इस कठिन परीक्षा को पास करने वाली कैंडीडेट रही हैं। टीना डाबी की पहली शादी आईएएस अधिकारी अतहर आमिर उल शफी खान से हुई थी लेकिन ये शादी लंबे समय तक नहीं चल सकी और फिर 2 साल बाद साल 2020 में दोनों ने आपसी सहमति से तलाक ले लिया। तलाक के बाद अतहर जम्मू कश्मीर कैडर लेकर अपने गृह राज्य चले गए थे।

वहीं टीना के पति प्रदीप महाराष्ट्र के लातूर से हैं। प्रदीप ने एमबीबीएस की पढ़ाई भी की है। वह साल 2013 बैच के IAS अधिकारी हैं और उनकी रैंक 478 थी। प्रदीप एक मराठी परिवार से संबंध रखते हैं। टीना ने जब प्रदीप से शादी की थी तो कहा था कि उनकी मां भी मराठी परिवार से हैं।

बेटे के जन्म लेने पर लोग याद कर रहे टीना की ये बात

जैसलमेर में ड्यूटी के दौरान टीना डाबी उस वक्त काफी चर्चा में रही थीं, जब वहां पाक विस्थापित हिंदुओं के अतिक्रमण हटाने और उसके बाद टीना द्वारा उन्हें आशियाने के लिए जमीन का आंवटन किया गया था। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला ने टीना को आशीर्वाद दिया था कि उन्हें बेटा पैदा हो। ऐसे में मुस्कुराते हुए टीना ने कहा था कि बेटे की जगह बेटी पैदा होगी, तो भी चलेगा। गौरतलब है कि टीना के सोशल मीडिया पर लाखों की संख्या में फॉलोअर्स हैं और वह खूब पॉपुलर हैं। टीना अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें शेयर करती रहती हैं।

खबर वही जो है सही

Exit mobile version