बैडमिंटन के बाद अब गंगा में स्टीमर की सवारी…लालू यादव ने लिया राघोपुर सिक्स लेन का जायजा

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पटना: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने रविवार को गंगा नदी के रास्ते स्टीमर से राघोपुर विधानसभा क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने स्टीमर से निर्माणाधीन सिक्स लेन पुल के पाया नंबर 10 का निरीक्षण करते हुए कच्ची दरगाह के लिए रवाना हो गए।

इस दौरान उन्होंने अधिकारियों और अभियंताओं से पुल के बारे में जानकारी भी ली। राजद सुप्रीमो पार्टी रथ पर सवार होकर कच्ची दरगाह पहुंचे। वहां से स्टीमर पर सवार होकर गंगा नदी से राघोपुर क्षेत्र का दौरा किया।राघोपुर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का निर्वाचन क्षेत्र है। इसके पहले यहां से विधायक रहते हुए लालू यादव और राबड़ी देवी भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

मालूम हो कि राजद सुप्रीमो अपने किडनी ट्रांसप्लांट के बाद लगातार विभिन्न इलाके में भ्रमण कर रहे हैं, जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों में खलबली बनी हुई है। इस बीच न्यायालय से मिली जमानत तोड़ने के लिए सीबीआई ने अर्जी दी है, जिसमें न्यायालय ने उन्हें तत्काल राहत दी है। इसके बाद उन्होंने राघोपुर में गंगा नदी पर बन रहे कच्ची दरगाह-बिदुपुर सिक्स लेन पुल का जायजा लिया।

राज्य को जनगणना का अधिकार ही नहीं’, केंद्र सरकार का सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा

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पटना: जातीय गणना को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में आज फिर से सुनवाई हुई। जातिगत जनगणना को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दिया है। इसमें सरकार ने कहा है कि जनगणना का अधिकार राज्यों के पास नहीं है। इससे पहले 21 अगस्त को सुनवाई हुई थी। इसमें जातीय गणना पर रोक लगाने की मांग वाली याचिकओं पर कोर्ट ने सुनवाई की थी। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस भट्टी की अदालत से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इसमें 7 दिन का समय मांगा था। इसके बाद 28 अगस्त की तारीख दे दी।

दरअसल, पटना हाईकोर्ट ने बिहार में जातीय जनगणना को लेकर उठ रहे सवालों पर सुनवाई की थी। चीफ जस्टिस के विनोद चंद्रन और जस्टिस पार्थ सार्थी की खंडपीठ ने लगातार पांच दिनों तक (3 जुलाई से लेकर 7 जुलाई तक) याचिकाकर्ता और बिहार सरकार की दलीलें सुनीं थी। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलों को सुना।

इसके बाद एक अगस्त को पटना हाईकोर्ट ने सीएम नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी। पटना हाईकोर्ट ने इसे सर्वे की तरह कराने की मंजूरी दे थी। इसके बाद बिहार सरकार ने बचे हुए इलाकों में गणना का कार्य फिर से शुरू करवा दिया। बिहार सरकार के अनुसार, जाति आधारित गणना का कार्य पूरा हो गया है।

तेजस्वी यादव को मानहानि केस में अहमदाबाद कोर्ट से समन, 22 को पेशी के लिए बुलाया

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पटना: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. मानहानि केस में अहमदाबाद कोर्ट ने उन्हें समन जारी किया है. अब तेजस्वी यादव को 22 सितंबर को अहमदाबाद कोर्ट में पेश होना होगा. अहमदाबाद मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत ने तेजस्वी यादव को समन जारी किया है. उन्हें 22 सितंबर को पेशी के लिए बुलाया गया है।

तेजस्वी यादव ने बीते दिनों नीरव मोदी को लेकर आई एक खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी. इस दौरान उन्होंने गुजरातियों पर ही विवादित टिप्पणी कर दी थी. तेजस्वी यादव ने कहा था कि LIC और भारतीय बैंकों का पैसा दे दो फिर वह भाग जाएगा तो कौन जिम्मेदार होगा. दोस्त, यार जो भ्रष्टाचार कर रहे हैं, लेकिन इनका तोता पिंजरे से नहीं निकलता है. आज देश के हालात सिर्फ गुजराती ठग हो सकते हैं. उनके ठग को माफ भी कर दिया जाएगा. तेजस्वी यादव ने गुजरातियों को ठग कहा था।

तेजस्वी यादव के इसी बयान के बाद अहमदाबाद के कारोबारी हरेश मेहता ने बीते 21 मार्च को मानहानि का मामला तेजस्वी यादव के खिलाफ दर्ज कराया था. याचिकाकर्ता ने कहा था कि मीडिया को दिए बयान में तेजस्वी यादव ने पूरे गुजराती समुदाय को ‘ठग’ कहा है. उन्होंने गुजरातियों को अपमानित करने का काम किया है।

इसलिए तेजस्वी यादव के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उनके इस बयान के बाद कोर्ट ने यह निष्कर्ष निकाला कि तेजस्वी यादव की तरफ से प्रथमदृष्टया अपराध हुआ है और यही वजह है कि उन्हें अब 22 सितंबर को अहमदाबाद कोर्ट में उपस्थित होने को कहा गया है।

नीतीश कुमार के सपनों को लालू यादव ने चकनाचूर कर दिया, मोदी बोले- वो नारा लगवाते हैं…

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने गठबंधन INDIA में संयोजक बनने से मना कर दिया है, इसको लेकर अब सियासत तेज हो गई है. ऐसे में राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सीधे तौर पर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार खुद अपने समर्थकों से देश का प्रधानमंत्री कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो का नारा लगवाते थे. लेकिन, लालू प्रसाद ने उनके सपने को चकनाचूर कर दिया है।

सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव नहीं चाहते कि नीतीश कुमार संयोजक बनें या फिर प्रधानमंत्री बनें. उन्होंने पहले ही राहुल गांधी को गठबंधन का दूल्हा घोषित कर दिया है. वहीं कांग्रेस भी अब राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनना चाहती है. रिपोर्ट के अनुसार भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद राहुल गांधी को ही प्रधानमंत्री के रूप में लोग देखना चाहते हैं, ऐसे में नीतीश कुमार दूर-दूर तक प्रधानमंत्री नहीं बन पाएंगे।

इससे एक दिन पहले बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिए राहुल गांधी के विपक्ष के अघोषित उम्मीदवार के रूप में उभरने से नीतीश कुमार अब इस पद के लिए दावेदारी करने की स्थिति में भी नहीं हैं, प्रधानमंत्री बनना तो दूर की बात. मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद भी नहीं चाहेंगे कि नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन का संयोजक या पीएम-उम्म्मीदवार बनाकर उनका कद बढ़ाया जाए।

मोदी ने कहा कि यदि नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन में कोई बड़ा पद मिला, तो वे महागठबंधन में लोकसभा चुनाव के समय ज्यादा सीटों की मांग करेंगे, जबकि राजद उन्हें 10-11सीट ही देना चाहता है. जदयू 44 विधायकों के बूते इससे ज्यादा की उम्मीद भी नहीं कर सकता.उन्होंने कहा था कि लालू प्रसाद ने जब मुलायम सिंह यादव को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया, तो अब वे 17 साल तक लालू विरोध की राजनीति करने वाले को क्यों आगे बढाएंगे? मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद राहुल गांधी को पहले ही ‘दूल्हा’ (पीएम-प्रत्याशी) घोषित कर चुके हैं।

जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी का बड़ा बयान, नीतीश कुमार में सारी खूबी, बन सकते हैं विपक्ष के पीएम पद के उम्मीदवार

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकजुटता की जो मुहिम चलाई थी वो अब रंग लाने लगी है. मुंबई में दो दिवसीय विपक्षी दलों की तीसरी बैठक में कई अन्य दलों के सम्मिलित होने की खबरें भी आ रही हैं. वहीं एक बार फिर से कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में गठबंधन के संयोजक का नाम तय होगा।

आगे उन्होंने कहा कि इस रेस में शुरू से ही नीतीश कुमार का नाम सबसे आगे चल रहा है, लेकिन अब ऐसा लगता है कि नीतीश के नाम पर विपक्ष में सहमति नहीं बन पा रही है. नीतीश कुमार ने खुद बयान देते हुए कहा कि कोई दूसरा संयोजक बनेगा. वहीं जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने भी कहा है कि हमारे लिए सबसे जरूरी विपक्षी एकता और 2024 का चुनाव है।

केसी त्यागी ने कहा कि 2002 में पहली बार नीतीश कुमार ने तीसरे मोर्चे को समाप्त कर पहले मोर्चे की वकालत की थी. उन्हीं का प्रयास था कि कांग्रेस के साथ टीएमसी, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी एक मंच पर आई, ये सभी पहले तीसरे फ्रंट की वकालत करने में लगे हुए थे।

आगे उन्होंने कहा कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक सफल रही. 31 अगस्त और 1 सितंबर को होने वाली बैठक में संरचनात्मक ढांचे पर, कार्यक्रमों, स्टेयरिंग कमेटी, और राज्यों में सीट शेयरिंग पर चर्चा होनी है.सबसे ज्यादा जरूरी है कि सारे दलों का एक झंडा बनाया जाए और सभी उसके नीचे एक होकर चुनाव लड़ें।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का बड़ा बयान, कहा – कलम पकड़ने वाले युवाओं को हथियार पकड़ा रही है नीतीश सरकार

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2024 लोकसभा चुनाव का प्रचार शुरू हो चूका है. सभी नेताओं ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप शुरू कर दिया है. वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने रोजगार के मुद्दे पर बिहार सरकार को घेरा है. अश्विनी चौबे ने कहा कि भारत सरकार युवाओं को रोजगार मुहैया करा रही है, वहीं नीतीश कुमार की सरकार हथियार बांट रही है. साथ ही कहा कि मुझे दुख है कि मैं बिहार का हूं. जहां कलम से लिखने वाले भी अब लाठी पकड़ने के लिए तैयार हो गए हैं।

बता दें कि बिहार के बक्सर से बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में जिस तरह से लगातार अपराध बढ़ रहा है. जिस तरह रोजाना हत्या और लूटपाट की घटना सामने आ रही है. वह चिंताजनक है. साथ ही कहा कि जिस तरह का माहौल बिहार में बन गया है उसमें मुझे लगता है कि युवाओं को लाठी और हथियार देने का काम राज्य सरकार कर रही है. वहीं कहा कि भारत सरकार रोजगार पर अपना वादा पूरा कर रही है लेकिन नीतीश सरकार क्या कर रही है, जनता सब देख रही है. साथ कहा कि मुझे दुख है कि मैं बिहार का हूं, लेकिन बिहार की ये गूंगी-बहरी सरकार युवाओं को फिर से हथियार देने के लिए विवश किया है. जो कलम से लिखते थे, अब वो लाठी पकड़ने के लिए तैयार हो गया है. यह लाठीतंत्र की सरकार है।

अब बिहार में उत्तर प्रदेश के लोग भी आकर परीक्षा दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश में सिर्फ मंदिर-मस्जिद किया जा रहा है. तेजस्वी के इस ट्वीट पर अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार के लोगों की हकमारी करने का काम नीतीश कुमार की सरकार ने की है . बिहार में जो भी वैकेंसी निकल रही है. अन्य प्रदेश के लोग भी यहां आकर लोगों का हक मार रही है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर यहां के छात्रों ने आंदोलन भी किया था लेकिन बिहार सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. जो कुछ भी यहां हो रहा है, वह कहीं से भी उचित नहीं है. वहीं मुंबई में प्रस्तावित इंडिया गठबंधन की बैठक को लेकर नीतीश कुमार के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेंगलुरु की बैठक में भी गए थे . वहां से भी उनको कुछ नहीं मिला तो अब मुंबई की बैठक में जा रहे हैं. वहीं कहा कि आप समझ लीजिए कि वहां भी दूल्हा मिलने वाला नहीं है तो फिर वह मुंह लटकाकर पटना लौटेंगे।

सीएम नीतीश को चिराग पासवान का खुला चैलेंज, दम है तो बिहार की किसी सीट से चुनाव लड़कर दिखाएं

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पटना: एलजेपी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह जमुई सांसद चिराग पासवान ने पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार में सीएम नीतीश कुमार पर बरसे. चिराग ने नीतीश कुमार को चैलेंज देते हुए कहा कि अगर नीतीश कुमार को हिम्मत है तो बिहार की किसी भी सीट से चुनाव लड़कर. इन्हें बिहार की जनता नकार चुकी है, इसलिए ये लोग बाहर जगह तलाश रहे हैं।

इंडिया गठबंधन में संयोजक बनाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने जवाब दिया कि उनकी कोई इच्छा नहीं है इस पर चिराग पासवान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन का ही कुछ नहीं बनने वाला है. इंडिया का जो तथाकथित गठबंधन है इसमें उन्होंने हमारे देश का नाम अपनी राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया है. गठबंधन में सिर्फ विरोधाभास दिख रहा है. जिस गठबंधन की नीति नहीं उस गठबंधन को जनता स्वीकार नहीं करेगी।

चिराग पासवान ने कहा कि बिहार में किसी पार्टी के पास विजन नहीं है. बिहार के युवा केंद्र की सत्ता पलटने वाले हैं. केंद्र की नई सरकार को बनाने में 2014 में भी बहुत बड़ा योगदान था. 2019 में जिस तरह 40 में 39 सीट जीतकर आए थे, आने वाले 2023 में उस एक सीट की कसर भी पूरी हो जाएगी. हमलोग 40 में से 40 सीट जीतेंगे।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने रोजगार के मुद्दे पर बिहार सरकार को घेरा, जानें क्या है

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बक्सर से बीजेपी सांसद औरकेंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबेने पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में जिस तरह से लगातार अपराध बढ़ रहा है. रोजाना हत्या और लूटपाट की घटना सामने आ रही है, वह चिंताजनक है. उन्होंने कहा कि जिस तरह का माहौल बन गया है, उसमें मुझे लगता है कि युवाओं को लाठी और हथियार देने का काम राज्य सरकार कर रही है. रोजगार पर भारत सरकार तो अपना वादा पूरा कर रही है लेकिन नीतीश सरकार क्या कर रही है, जनता भी देख रही है।

अश्विनी चौबे ने कहा की बिहार की ये सरकार रोजगार क्या युवाओं को हथियार दे रही है. रोजगार देने का जिस प्रकार से भारत सरकार काम कर रही है, मुझे दुख है कि मैं बिहार का हूं लेकिन बिहार की ये गूंगी-बहरी सरकार युवाओं को फिर से हथियार देने के लिए विवश किया है. जो कलम से लिखते थे, अब वो लाठी पकड़ने के लिए तैयार हो गया है. यह लाठीतंत्र की सरकार है।

वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के उस ट्वीट पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने लिखा था कि अब बिहार में उत्तर प्रदेश के लोग भी आकर परीक्षा दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश में सिर्फ मंदिर-मस्जिद किया जा रहा है. अश्विनी चौबे ने कहा कि बिहार के लोगों की हकमारी करने का काम नीतीश कुमार की सरकार ने की है. बिहार में जो भी वैकेंसी निकल रही है, अन्य प्रदेश के लोग आकर यहां के लोगों का हक मार रही है।

सम्राट चौधरी का ऐलान, बिहार को नितीश मुक्त बनाना है

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लोकसभा चुने की तैयारी जोरो शोर पर है. सभी दल एक दूसरे को निशाना बनाने में लगे है. वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को निशाना बनाते हुए कहा कि अभी पूरा बिहार भटक चुका है क्यों की नीतीश कुमार जैसे इसके नेतृत्व करने वाले हैं . साथ ही कहा कि अब बिहार को नीतीश मुक्त बनाना है जिसमे नालंदा का अहम भूमिका रहेगी।

साथ ही कहा कि नीतीश कुमार चाहते है कि हम जो बोलेंगे नालंदा के लोग वही करेंगे . वहीं कहा कि नालंदा के लोगों के भावना को कौन देखेगा ? उनकी आवाज कौन सुनेगा ? वहीं कहा कि एक ही व्यक्ति 20 साल से पूरा नालंदा की स्थिति को खराब किया है. लेकिन इस अब नालंदा के लोगों को बदलना होगा . साथ ही कहा कि मैं आप सबको आश्वासन देता हूँ कि नालंदा को नीतीश से ही नहीं बल्कि उनके लोगो से भी नालंदा को मुक्त करना है।

वहीं प्रफुल पटेल और श्रवण जी का स्वागत भारतीय जनता पार्टी में किया. सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार के काबिलियत पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार को भाजपा ने पांच बार मुख्यमंत्री बनाया . साथ ही कहा कि अगर भाजपा चाहती तो साल 2000 में नीतीश को मुख्यमंत्री नहीं बनाती लेकिन इसके वावजूद नीतीश को मुख्यमंत्री बनाया।

 

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