हिंदू संगठनों से जुड़े हुए 51 सदस्यों ने किया जलाभिषेक, सुरक्षा कड़ी की गई

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हरियाणा के नूंह में प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद हिन्दू संगठनों के ब्रजमंडल यात्रा दोबारा निकाले जाने का आह्वान किया है। आज 11 बजे ब्रजमंडल शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसे लेकर नूंह समेत आसपास के जिलों में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा है कि आज, सावन महीने के आखिरी सोमवार पर, साधुओं के आशीर्वाद से हम ‘जल अभिषेक’ करेंगे। आज विभिन्न स्थानों पर हमारे नेता नलहर मंदिर पहुंचने वाले हैं और वह वहां ‘जल अभिषेक’ करेंगे। हिंदू समुदाय के प्रतिनिधि उनके साथ होंगे।

विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता के बयान के बाद किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन तैयार है और नूंह जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाते हुए स्कूल, कॉलेज समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों और बैंकों को बंद रखने का आदेश दिया है। जिले में करीब 1,900 हरियाणा पुलिस के जवानों और अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनियों को भी तैनात किया गया है।

जलाभिषेक के लिए 51 सदस्यों को मिली अनुमति

हिंदू संगठनों से जुड़े 51 सदस्यों को जलाभिषेक करने की अनुमति मिल गई है। शोभायात्रा में शामिल अधिकतर लोगों को बस में बैठाकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मंदिर ले जाया गया है। इस प्रतिनिधि मंडल की अगुवाई महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव जी महाराज हरि मंदिर आश्रम पटौदी संचालक कर रहे हैं।

1 सुरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू उजीना
2 अरुण जैलदार 52 पाल चौधरी
3  मुनेश फौजी उजीना
4  चंदन सिंह उजीना
5  सुरेंद्र सिंह आर्य पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा एवम गौसेवा सेवा आयोग हरियाणा
6  योगेश शर्मा हिलालपुर
7  रमेश मानूबास
8  श्याम सुंदर पिनगवां आरएसएस
9 जसवंत गोयल पिनगवां भाजपा
10  सुनील तावडू
11 अरुण सिंह उजीना सोहना विधायक संजय सिंह के छोटे भाई
12 जगदेव दूबालू
13 दलबीर पूर्व सरपंच छपेडा
14  पंडित ओमबीर कलियाका
15 हरकेश पूर्व सरपंच उजीना सहित 51 लोगों को अनुमति दी गई है। स्वामी धर्मदेव अपनी गाड़ी से ही नलह्रेश्वर मंदिर पहुंचे।

बजरंग दल कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया

नूंह में होने वाली ब्रज मंडल यात्रा में शामिल होने जा रहे बजरंग दल कार्यकर्ताओं को बहादुरगढ़ पुलिस ने हिरासत में लिया। सेक्टर 6 स्थित देवी मंदिर में एकत्रित होकर कार्यकर्ता नूंह जा रहे थे। करीब  दो दर्जन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है। वहीं, नजफगढ़ रोड पर स्थित बालाजी मंदिर में भी बजरंग दल कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। झज्जर जिले में माहौल न बिगड़े इसलिए पूरे जिले में धारा 144 लगाई गई है।

गुरुग्राम में हिन्दू नेताओं को किया गया हाउस अरेस्ट

नूंह जलाभिषेक यात्रा से पहले हिन्दू नेता किए गए नज़रबंद। गुरुग्राम में हिंदू नेताओं को किया गया हाउस अरेस्ट। गुरुग्राम में कुलभूषण भारद्वाज के घर पर पुलिस तैनात। कुलभूषण ने कहा- ये औरंगज़ेब का शासन है। बता दें कि नूंह हिंसा के बाद दो महापंचायत में कुलभूषण भारद्वाज पर हेट स्पीच की दो FIR दर्ज हैं।

40 फीट ऊंची दीवार भी पड़ गई छोटी, कूदकर भाग गया रेप का आरोपी, देखें वीडियो

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भारत में सैकड़ों जेल हैं। इन जेलों में लाखों कैदी कैद करके रखे जाते हैं। इनकी सुरक्षा और देखरेख के लिए हजारों पुलिसकर्मी भी तैनात किए जाते हैं। इसके अलावा जेल में सीसीटीवी, कई फीट ऊंची दीवार समेत कई ऐसे प्रबंध भी किए जाते हैं, जिससे कोई भी कैदी यहां से भाग ना सके। लेकिन कई बार कई हाईटेक इंतजाम भी कम पड़ जाते हैं और उसमें कैद व्यक्ति जेल तोड़कर भागने में सफल हो जाते हैं। ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के दावणगेरे से सामने आया है।

रेप केस में गिरफ्तार हुआ था आरोपी 

कर्नाटक के दावणगेरे में एक आरोपी जेल की 40 फीट ऊंची दीवार कूदकर भाग गया। जब वह दीवार कूदकर भाग रहा है तब का पूरा प्रकरण सीसीटीवी में कैद हो गया और अब यह सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। हालांकि उसके फरार होने के बाद पुलिस ने उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी रेप केस में गिरफ्तार करके जेल में रखा गया था और वह यहीं से दीवार कूदकर फरार हो गया।

जानकारी के अनुसार, 23 साल का वसंत रेप के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। महिला पुलिस स्टेशन में इस बाबत लिखवाई गई एक शिकायत के आधार पर वसंत को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार करने के बाद उसे कोर्ट में पेश किए जाने के बाद सब  जेल में रखा गया था। इसी दौरान 25 अगस्त की दोपहर को उसने सब जेल की 40 फीट ऊंची दीवार से छलांग लगा दी। हालांकि इस दौरान उसके दाहिने पैर में गंभीर चोट लगी लेकिन फिर भी वो वहां से फरार होने में कामयाब हो गया।

पुलिस का दावा- 24 घंटे में किया गिरफ्तार 

इस घटना के बाद जेल प्रशासन और पुलिस तुरंत हरकत में आई और जेल से फरार आरोपी वसंत को पकड़ने की कवायद शुरू हो गई। पुलिस ने उसके कई संभावित ठिकानों पर छापे मारे। इसमें पुलिस को सफलता मिली और जेल से फरार होने के 24 घंटे के भीतर उसे पास के जिले हावेरी से अरेस्ट कर लिया गया। हालांकि सोशल मीडिया पर दीवार कूदकर जेल से भागने का वीडियो  अब जमकर वायरल हो रहा है और लोग कह रहे हैं कि अब जेल तोड़ना क्या इतना आसन हो गया?

चंद्रमा की सबसे अच्छी तस्वीर सिर्फ हमारे पास, ISRO प्रमुख ने कहा- 3 सितंबर तक सभी प्रयोगों की उम्मीद

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चंद्रयान-3 के सफल होने के साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला देश बन गया है। अब तक किसी और देश ने ऐसा कोई कीर्तिमान नहीं रचा है। इस मिशन के सफल होने के बाद रविवार को ISRO प्रमुख एस. सोमनाथ ने कहा कि चंद्रमा की सबसे अच्छी तस्वीर हमारे पास है। केवल हमारे पास ही रियल रेजोलिथ की सबसे करीब की तस्वीर है। ये काफी बहुमुल्य हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं हैं। वे सभी(तस्वीरें) आएंगे लेकिन थोड़ी देर से क्योंकि वे सभी हमारे कंप्यूटर केंद्र, भारतीय अंतरिक्ष यान और अन्वेषण मिशन डेटा सेंटर में आएंगे। वहां से वैज्ञानिक बड़ी मात्रा में मूल्यांकन करेंगे।’

विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की क्या है स्थिति?

इस पर मीडिया से बात करते हुए इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि, अभी सबकुछ ठीक से काम कर रहा है। चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर की स्थिति बिल्कुल अच्छी है। और उन पर लगे पांचों उपकरण ठीक से काम कर रहे हैं।

उन्होंने आगे बताया कि, हम उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में, 3 सितंबर से पहले 10 दिन शेष रहते हुए, हम सभी प्रयोग पूरे करने में सक्षम होंगे।

गगनयान मिशन पर क्या बोलें इसरो प्रमुख?

इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि, गगनयान के लिए भी हमारी वही टीम है। मेरे पास कोई आदित्य टीम, चंद्रयान टीम या गगनयान टीम नहीं है। हमारी एक ही टीम है। वे अपना अत्याधुनिक काम करेंगे। चंद्रयान मिशन की सफलता के बाद पूरे आत्मविश्वास के साथ, हम गगनयान मिशन के लिए भी बेहरत काम करेंगे।

प्लेन से यात्रा कर रही थी दो साल की बच्ची, हवा में ही रुक गई सांस, ये पांच डॉक्टर उसके लिए बनकर आए भगवान

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रविवार को बेंगलुरु से दिल्ली के लिए विस्तारा कंपनी के प्लेन ने उड़ान भरी। इस फ्लाइट में कई यात्रियों के साथ एक दो साल की मासूम बच्ची भी थी। प्लेन हजारों फीट की ऊंचाई पर उड़ रहा था कि तभी अचानक से उस बच्ची की सांस रुक गई। इस बात की जानकारी होते ही प्लेन के क्रू ने बच्ची की हालात के बारे में घोषण करते हुए फ्लाइट को नागपुर की तरफ मोड़ने का ऐलान किया।

संयोग से विस्तारा की इसी फ्लाइट में दिल्ली एम्स के पांच डॉक्टर भी यात्रा कर रहे थे जो बेंगलुरु में एक मेडिकल इवेंट में हिस्सा लेकर वापस दिल्ली आ रहे थे। इन पांचो डॉक्टरों ने सूचना मिलते ही अपना फर्ज निभाना शुरू कर दिया। जानकारी के अनुसार, 2 साल की बच्ची का हाल ही में ऑपरेशन किया गया था।

इस घटना की जानकारी देते हुए एम्स दिल्ली ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “बच्चे की जांच की गई। उसकी नाड़ी गायब थी, हाथ-पैर ठंडे थे, बच्ची सांस नहीं ले रही थी और उसके होंठ और उंगलियां पीले हो गए थे।” पोस्ट में बताया गया कि ऑन एयर टीम जिसमें डॉ नवदीप कौर, डॉ दमनदीप सिंह, डॉ ऋषभ जैन, डॉ ओशिका और डॉ अविचला टैक्सक के द्वारा कुशल कार्य और सक्रिय प्रबंधन का उपयोग करके सीमित संसाधनों के साथ तत्काल सीपीआर शुरू किया गया था।

पांचो डॉक्टरों ने बच्ची को 45 मिनट में दोबारा जिंदा किया 

एम्स ने बताया कि इन पांच डॉक्टरों की टीम ने बच्ची को प्लेन में ही कैनुला लगाया गया। इसके साथ ही अन्य जो भी संभव हो सका, वह किया गया। टीम ने प्लेन में ही बच्ची को अपनी निगरानी रखा और 45 मिनट के बाद बच्ची को पुनर्जीवित कर दिया। बच्ची की हालात में सुधार की प्लेन में सूचना दी गई तालियों की गडगडाहट से पूरा प्लेन गूंज उठा। इसके बाद प्लेन को नागपुर में उतारा गया और बच्ची को बाल रोग विशेषज्ञ को सौंप दिया गया।

आसमान में 30 अगस्त को अद्भुत दिखेगा चांद, जानिए क्या होता है ‘सुपर ब्लू मून’

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“वन्स इन ए ब्लू मून” की दुर्लभ घटना  30 अगस्त को घटित होगी। इस दिन आसमान में चांद अद्भुत दिखाई देगा। इसे ब्लू मून या सुपर ब्लू मून कहा जाता है। बुधवार यानी 30 अगस्त को होने वाली ये आकाशीय घटना कई वर्षों तक दोबारा नहीं होगी इसीलिए ये घटना अहम है और आपको ये घटना जरूर देखनी चाहिए। इसे सुपर ब्लू मून कहा जाता है लेकिन चांद नीला नहीं दिखाई देता है। दरअसल, चंद्रमा रात में नारंगी रंग का दिखाई देगा। सुपर ब्लू मून इस वर्ष अब तक दिखाई देने वाला तीसरा सबसे बड़ा चंद्रमा होगा। यह वास्तव में रोमांचक घटना है।

जानिए ब्लू मून क्या है?

बुधवार को पूर्णिमा है और पूर्ण चंद्रमा आमतौर पर महीने में एक बार (हर 30 दिन या उसके बाद) होता है, लेकिन जब ब्लू मून होता है तो यह दो बार होता है। ब्लू मून दो प्रकार के होते हैं, लेकिन किसी का भी रंग से कोई लेना-देना नहीं है। नासा के अनुसार, मौसमी ब्लू मून चार पूर्ण चंद्रमाओं वाले सीज़न में तीसरी पूर्णिमा है, जो ब्लू मून की पारंपरिक परिभाषा है। दूसरी ओर, मासिक ब्लू मून दूसरी पूर्णिमा को संदर्भित करता है जो एक ही कैलेंडर माह के भीतर होती है।

समय और दिनांक के अनुसार, चूंकि चंद्रमा की एक अवधि औसतन 29.5 दिनों तक चलती हैं और 12 चंद्र चक्र वास्तव में 354 दिनों में पूरे हो जाते हैं। इस प्रकार, 13वीं पूर्णिमा हर 2.5 साल में एक बार या किसी दिए गए निश्चित वर्ष में दिखाई देती है। यह 13वीं पूर्णिमा सामान्य नामकरण योजना के अनुरूप नहीं है और इसे ब्लू मून कहा जाता है।

इसे सुपर ब्लू मून क्यों कहा जाता है?

दरअसल, उत्तरी गोलार्ध में गर्मियों की तीसरी और आखिरी पूर्णिमा एक “सुपर ब्लू मून” होगी, क्योंकि चंद्रमा की पृथ्वी की 29-दिवसीय कक्षा के अनुसार, यह एक कैलेंडर माह में दूसरी पूर्णिमा होगी, जो इसे ‘सुपर ब्लू मून’ बनाती है। औसतन, सुपरमून नियमित चंद्रमाओं की तुलना में 16% अधिक चमकीला होता है। इसके अतिरिक्त, इस दिन चांद सामान्य पूर्णिमा से भी बड़ा दिखाई देता है। नासा के अनुसार,  यह घटना तब घटित होती है जब चंद्रमा पूर्ण होता है और उसकी कक्षा पृथ्वी के सबसे निकट होती है।

सुपर ब्लू मून देखने का सबसे अच्छा समय क्या है?

पूर्णिमा को सूर्यास्त के ठीक बाद गोधूलि बेला के दौरान उगने पर देख सकते हैं। 30 अगस्त 2023 को ठीक रात 8:37 बजे, सुपर ब्लू मून अपनी अधिकतम चमक तक पहुंच जाएगा। चंद्रोदय, विशेष रूप से गोधूलि के घंटों में, चंद्रमा देखने के लिए शाम के सबसे अच्छे समय के साथ मेल खाता है। यूरोपीय दर्शकों को एक विशेष सौगात मिलने वाली है क्योंकि गुरुवार, 31 अगस्त को चंद्रमा को उदय देखने के लिए यहां के लोगों को एक अतिरिक्त रात मिलती है, जो बुधवार की तुलना में थोड़ी देर से होती है।

नीला सुपरमून कितना दुर्लभ है?

नासा के अनुसार, ब्लू सुपरमून एक बहुत ही दुर्लभ घटना है। खगोलीय स्थितियों के कारण ये चंद्रमा अक्सर हर दस साल में केवल एक बार दिखाई देता है। लेकिन कभी-कभी, नीले सुपरमून के बीच का अंतराल बीस साल तक का हो सकता है। सुपर ब्लू चंद्रमाओं के बीच का अंतराल अत्यधिक अनियमित है – यह 20 साल तक लंबा हो सकता है – औसत अक्सर 10 साल होता है। इस तरह से अगला सुपर ब्लू मून साल 2037 में जनवरी और मार्च में होगा।

चांद के बाद अब सूर्य को जीतने की तैयारी, ISRO इस दिन करेगा लॉन्च आदित्य-L1 मिशन

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मिशन चंद्रयान 3 में भारत को सफलता मिल चुकी है। चंद्रयान ने 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर लैंड किया था। इस बीच इसरो अब Aditya-L1 को लॉन्च करने की तैयारियों में जुट चुका है। बता दें कि Aditya-L1 अंतरिक्ष आधारित भारतीय वेधशाला होगा। यह सूर्य का अध्ययन करेगा। भारती स्पेस एजेंसी इसरो द्वारा Aditya-L1 उपग्रह को 2 सितंबर की सुबह 11.50 बजे लॉन्च किया जाएगा। यह लॉन्च श्री हरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से किया जाएगा।

सूर्य की कक्षा में पहुंचने में लगेंगे 128 दिन

बता दें कि इस Aditya-L1 को सूर्य की कक्षा में पहुंचने कमें कुल 128 दिन का वक्त लगने वाला है। सूर्य की कक्षा में पहुंचने के बाद Aditya-L1 सूर्य का अध्ययन करेगा और उसकी जानकारियों को जुटाएगा। बता दें कि आदित्य एल 1 सूरज पर निगरानी रखने के लिए धरती से स्पेस में भेजे जाने वाला पहला इंडियन स्पेस मिशन होगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक मिशन के तहत अलग-अलग तरह के डेटा को जुटाया जाएगा। साथ ही ऐसी व्यवस्था बनाई जा सकेगी जिससे धरती को होने वाले नुकसान के बारे में पहले से ही अलर्ट किया जा सकेगा।

15 लाख किमी का होगा सफर

आदित्य एल1 मिशन का सबसे महत्वपूर्ण टूल है ‘सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप’ (SUIT) है जिसे पुणे के इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (IUCAA) ने तैयार किया है। आईयूसीएए के वैज्ञानिकों और मुख्य इंवेस्टिगेटर प्रो। दुर्गेश त्रिपाठी ने पीटीआई भाषा से बात करते हुए बताया कि इसरो का सूर्य मिशन आदित्य एल 1 है जो धरती से सूरज की तरफ 15 लाख किलोमीटर तक का सफर कर जाएगा और सूरज का अध्ययन करेगा।

कोच्चि से बैंगलोर जा रही इंडिगो फ्लाइट में बम की अफवाह, आनन-फानन में बुलाई गई सुरक्षा

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कोच्चि से बैंगलोर जाने वाली इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट में सोमवार को बम की सूचना से हड़कंप मच गया। इंडिगो द्वारा जारी की गई जानकारी के अनुसार फ्लाइट संख्या 6E 6482 में बम होने की झूठी धमकी दी गई। इसके बाद एयरलाइंस ने आनन-फानन में सुरक्षा एजेंसियों को फ्लाइट को चेक करने के लिए बुलाया। हालाकि, जांच के बाद पता चला कि बम की सूचना पूरी तरह से झूठी थी।

उतारे गए यात्री

रिपोर्ट के मुताबिक, कोच्चि से बैंगलोर जाने वाली इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट के टेक ऑफ से ठीक पहले बम की सूचना मिली। बम की सूचना मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं। इसके बाद फ्लाइट में बैठे सभी यात्रियों को जल्दी से बाहर उतारा गया और फिर सुरक्षा एजेंसी के जवान फ्लाइट को चेकिंग के लिए खाली स्थान पर ले गए।

यात्रियों से मांगी माफी

बम की अफवाह के बाद इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट को खाली जगह पर ले जाया गया। यहां सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी तरह से जांच पड़ताल की लेकिन खतरे की कोई भी बात नहीं मिली। सभी जांच पूरी होने के बाद फ्लाइट को रवाना किया गया। इंडिगो ने अपने यात्रियों से इस असुविधा के लिए खेद प्रकट किया है।

पहले भी उड़ चुकी अफवाह

फ्लाइट में बम होने की अफवाह के इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले 18 अगस्त को दिल्ली-पुणे विस्तारा एयरलाइंस की फ्लाइट में बम होने की सूचना मिली थी। हालांकि, जांच करने के बाद ये बात अफवाह निकली। इस कारण फ्लाइट भी लेट हो गई थी। बीते कुछ समय से ऐसी झूठी सूचनाएं बढ़ती ही चली जा रही हैं। इस कारण एयरलाइन कंपनी और यात्रियों दोनों को ही परेशानी हो रही है।

चंद्रयान-3: चांद पर गहरे गड्ढे के पास जा पहुंचा प्रज्ञान रोवर, ISRO ने जारी की तस्वीरें

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भारत के चंद्रयान-3 के जरिए भेजे गए विक्रम लैंडर के चांद पर उतरने के बाद रोवर प्रज्ञान साउथ पोल पर चहलकदमी कर रहा है। रोवर प्रज्ञान चांद की सतह से सैंपल्स जुटाने में लगा है। विक्रम लैंडर अपने कैमरे से रोवर की चहलकदमी की तस्वीरें भी भेज रहा है, जिसे लेकर इसरो (ISRO) की ओर से अपडेट दिए जा रहे हैं। इस बीच, इसरो ने सोमवार को रोवर प्रज्ञान की और भी तस्वीरें जारी की।

इसरो ने जारी की रोवर की लेटेस्ट तस्वीरें

रोवर की लेटेस्ट तस्वीरों को शेयर करते हुए इसरो ने बताया कि रविवार को रोवर एक बड़े गड्ढे पर पहुंच गया था, लेकिन वो सुरक्षित लौट आया। इसरो ने बताया, “चंद्रयान-3 मिशन का रोवर प्रज्ञान 27 अगस्त को अपने स्थान से 3 मीटर आगे एक 4 मीटर व्यास वाले गड्ढे (क्रेटर) के पास पहुंचा। इसके बाद रोवर को वापस लौटने की कमांड दी गई। अब ये सुरक्षित रूप से एक नए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।”

चांद की जमीन का ग्राफ किया था जारी

इससे पहले इसरो ने चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के साथ लगे ChaSTE उपकरण द्वारा चंद्र सतह पर मापी गई तापमान भिन्नता का एक ग्राफ रविवार को जारी किया था। इसमें बताया गया था कि चंद्रमा की सतह पर तापमान किस प्रकार बदलता है। इसरो के मुताबिक, विक्रम लैंडर में लगे चंद्र सर्फेस थर्मोफिजिकल एक्सपेरिमेंट (ChaSTE) के जरिए किए गए पहले ऑब्जर्वेशन को जारी किया गया। ChaSTE ने चंद्रमा के साउथ पोल की ऊपरी सतह के तापमान की प्रोफाइल तैयारी की थी। चंद्रयान- 3 के तहत चांद पर भेजे गए ChaSTE में तापमान की जांच करने वाले उपकरण लगे हुए हैं। इसके जरिए चांद की जमीन को 10 सेंटीमीटर तक खोदा जा सकता है। ChaSTE में न सिर्फ जमीन में गड्ढा करने वाले मैकेनिज्म लगे हुए हैं, बल्कि इसमें 10 तापमान सेंसर भी लगे हुए हैं।

इन राज्यों में रक्षाबंधन पर बहनों के लिए खास तोहफा, सरकार ने किया ये ऐलान

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रक्षाबंधन का त्योहार आने वाला है। ऐसे में अलग-अलग राज्यों की सरकारों द्वारा राज्य की बहनों को खास तोहफा दिया गया है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा इन राज्यों में बहनों को राज्य सरकार ने तोहफा दिया है। मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य की महिलाओं को मुफ्त में सफर करने के अलावा सस्ता सिलेंडर देने की घोषणा की है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रक्षा बंधन से पहले ‘लाडली बहना योजना’ के तहत राज्य की प्रत्येक महिला को हर महीने मिलने वाली राशि को बढ़ा कर 1250 रुपये कर दी है।

हरियाणा सरकार ने दिया तोहफा

रक्षाबंधन के अवसर पर हरियाणा सरकार ने प्रदेश की महिलाओं को फ्री बस सेवा देने की घोषणा की है। इस मौके पर राज्य की महिलाएं हरियाणा रोडवेज की बसों में मुफ्त में यात्रा कर सकेंगी। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बाबत आदेश भी जारी किए हैं। बता दें कि हरियाणा में 29 अगस्त की दोपहर 12 बजे से लेकर 30 अगस्त की रात 12 बजे तक सभी महिलाएं बसों में मुफ्त में यात्रा कर सकेंगी। साथ ही महिलाओं के साथ 15 साल तक के बच्चे भी फ्री यात्रा कर सकेंगे।

यूपी में सीएम योगी आदित्यनाथ का ऐलान

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राज्य में रक्षाबंधन के अवसर पर सभी बहनों को तोहफा दिया है। उन्होंने ट्वीट कर बताया, ‘भाई-बहन के स्नेह के पावन प्रतीक पर्व रक्षाबंधन के सुअवसर पर उ.प्र. में सभी माताओं, बहनों व बेटियों के लिए 29 अगस्त की रात्रि 12 बजे से 31 अगस्त की रात्रि 12 बजे तक उ।प्र। की सरकारी बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान की गई है। मातृशक्ति को स्नेह पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं!’

उत्तराखंड में भी सौगात

रक्षाबंधन से पहले उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी बहनों को तोहफा दिया है। धामी ने ‘मुख्यमंत्री सशक्त बहना उत्सव योजना’ की सौगात राज्य को दी है। इसके तहत राज्य में कार्यरत सभी महिला समूहों द्वारा बनाए गए उत्पादों को बेचने के लिए धामी सरकार द्वारा बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही 30 अगस्त को रोडवेज में महिलाओं को मुफ्त के लिए मुफ्त यात्रा का ऐलान किया गया है।

खबर वही जो है सही

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