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लालू यादव के निजी सचिव भोला यादव पर CBI का एक्शन, 3 के खिलाफ दायर की सप्लीमेंट्री चार्जशीट

पटना: नौकरी के बदले जमीन घोटामामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. सीबीआई (CBI) ने नौकरी घोटाले के लिए तत्कालीन रेल मंत्री के विशेष अधिकारी सहित 3 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोप-पत्र दाखिल किया है. सीबीआई ने तीन आरोपितों अशोक कुमार, बबीता कुमारी और भोला यादव के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है।

भोला यादव लालू प्रसाद यादव के निजी सचिव थे. विशेष लोक अभियोजक ने कहा कि भोला यादव लालू के सचिव थे, वे ही प्रबंधन कर रहे थे और उनके निर्देश ही अधिकारियों तक जाते थे. भोला यादव के कंप्यूटर से कुछ दस्तावेजी साक्ष्य भी प्राप्त किए गए थे।

बता दें कि अदालत ने मामले में बीते वर्ष पूर्व केंद्रीय रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ समन जारी किया था. सीबीआई ने इस घोटाले में लालू, राबड़ी, उनकी बेटी मीसा भारती और 13 अन्य के खिलाफ अक्टूबर 2022 में मुख्य आरोप पत्र दायर किया था।

बिहार पटना समेत तीन शहरों में CBI की रेड, हिरासत में लिए गए पूर्व मध्य रेलवे के सीनियर ऑफिसर

बिहार में इन दिनों केंद्रीय जांच एजेंसी की धमक बढ़ी हुई नजर आ रही है। ऐसे में अब केंद्रीय जांच एजेंसी में शामिल CBI की टीम ने राजधानी पटना समेत तीन शहरों में छापा मारा है। इतना ही नहीं पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय हाजीपुर में भी देर शाम केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI ) की टीम ने छापेमारी की है।

मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय एजेंसी की टीम सीधे जोनल ऑफिस के पुराने भवन में बने भंडार में पहुंची और वहां मौजूद सभी कागजात को जब्त करते हुए डिप्टी चीफ कन्ट्रोलर ऑफ स्टोरेज यानी डिप्टी सीओएस सुनील कुमार गांधी को अपने कब्जे में लिया। लंबी पूछताछ के बाद सुनील कुमार को हिरासत में ले लिया गया है।

बताया जा रहा है कि, रात करीब नौ बजे सीबीआई टीम कागजात के साथ सुनील गांधी को ले गई। उनसे जुड़े मुजफ्फरपुर और पटना स्थित उनके आवास में भी देर रात सीबीआई की टीम ने छपेमारी की। इनपर आरोप है कि वे टेंडर मैनेज करने के नाम पर रिश्वत ले रहे थे।

वही, इस घटना को लेकर पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने फर्स्ट बिहार से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि- सीबीआई छापेमारी की सूचना मिली है। फिलहाल इस मामले में अधिक जानकारी मुझे नहीं मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि- इस छापेमारी में क्या कुछ बरामद हुआ है इसकी जानकारी जांच के बाद सीबीआई ही देगी। आधिकारिक रूप से इस मामले में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।

उधर, सीबीआई की छापेमारी करीब साढ़े तीन घंटे चलने की बात कही जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि हाजीपुर जोनल ऑफिस के साथ पटना और मुजफ्फरपुर में भी छापेमारी हुई। बड़े पैमाने पर गोलमाल की जानकारी मिलने के बाद टीम ने छापेमारी की थी। सूत्र बताते हैं कि शाम करीब साढ़े पांच बजे सीबीआई टीम हाजीपुर जोनल ऑफिस पहुंची और सीधे भंडार में डिप्टी सीओएस सुनील कुमार के चेंबर में चली गई। वहां के सभी कागजात को जब्त कर लिया और पूछताछ शुरू की। रात नौ बजे तक जांच-पड़ताल और पूछताछ के बाद टीम ने सुनील कुमार को गाड़ी में बैठाया और पटना लेकर निकल गई।

ED-CBI लालू फैमिली के लिए चार्जशीट गहना के समान, सम्राट बोले- ‘पहले चारा फिर नौकरी खा गये

एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ बिहार में पक्ष विपक्ष के द्वारा बयानबाजियों का दौर शुरू है. इसी क्रम में बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक बार फिर लालू परिवार पर निशाना साधा है. दरअसल, नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में ईडी ने राबड़ी देवी, मीसा भारती, हिमा यादव समेत कई लोगों के खिलाफ चार्जसीट दाखिल किया है और इसे लेकर बीजेपी लालू परिवार पर हमलावर है. अब बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक बार फिर लालू परिवार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि, ”ईडी और सीबीआई की चार्जशीट लालू परिवार के लिए गहना है।

आपको बता दें कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि, ”1996 से सीबीआई और ईडी का कार्रवाई लालू परिवार पर चल रहा है. जब लालू यादव मुख्यमंत्री थे तब वह चारा खा गए और रेल मंत्री थे तो गरीबों की नौकरी खा गए.” आगे उन्होंने कहा कि, ”लालू परिवार के लिए ईडी और सीबीआई की चार्जशीट गहना के समान है. उनके लिए यह बड़ी बात नहीं है.” अब सम्राट चौधरी के इस बयान पर बिहार में राजनीति और गरमा गई है. साथ ही अब विपक्ष इस बयान पर जमकर पलटवार कर रहा है।

वहीं आपको बता दें कि बीते दिन भी सम्राट चौधरी ने कहा था कि, ”लालू प्रसाद के लिए सीबीआई और ईडी की कार्रवाई कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है. 27 साल से लालू प्रसाद यादव का परिवार भ्रष्टाचार का प्रतीक रहा है. लालू यादव को जेल पहुंचाने का काम जदयू और कांग्रेस ने किया. जदयू ने जेल पहुंचाया और कांग्रेस ने लालू यादव को खत्म किया. लालू यादव सीबीआई के द्वारा जेल गए थे. अब ईडी की कार्रवाई में जेल जाएंगे. लालू यादव के लिए ये एक परंपरा है, कोई बड़ी बात नहीं है.”

इसके साथ ही आपको बता दें कि सम्राट चौधरी ने आगे बताया कि, ”2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर मीडिया कार्यशाला का आयोजन हुआ, जिसमें 2024 के चुनाव में किस तरह से मीडिया से भाजपा का संवाद के विषय पर चर्चा हो रही है. कार्यक्रम के जरिए बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारी और केंद्रीय मंत्री बीजेपी मीडिया सेल के नेताओं को प्रशिक्षित करेंगे, ताकि नेता जनता के साथ समन्वय बनाकर बेहतर काम कर सकें.” वहीं आगे शिक्षा मंत्री के बयान पर सम्राट चौधरी ने कहा कि, ”अब देश में राम राज्य चलेगा. हम राम के वंशज हैं और राम 22 जनवरी को स्थापित होने वाले हैं।

ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में CBI की ओर से सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर:नया खुलासा, हुलास पांडेय समेत 8 ने मारी थी गोलियां

आरा के कतीरा में बहुचर्चित ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड मामले में सीबीआई ने पूरक चार्जशीट आरा के जिला एवं सत्र न्यायालय में दायर की है। सेशन जज-3 के कोर्ट में दायर चार्जशीट में पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इनमें अभय पांडेय, नंद गोपाल पांडेय उर्फ फौजी, रीतेश कुमार उर्फ मोनू, अमितेश कुमार पांडेय उर्फ गुड्डू पांडे, प्रिंस पांडेय, बालेश्वर पांडेय और मनोज राय उर्फ मनोज पांडेय का नाम शामिल हैं।

सीबीआई की ओर से दायर इस चार्जशीट में कहा गया है कि हुलास पांडेय ने सात अन्य आरोपितों के साथ मिलकर ब्रह्मेश्वर नाथ सिंह उर्फ ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या का षडयंत्र रचा था।

सीबीआई के स्तर से दायर इस चार्जशीट में कहा गया है कि हुलास पांडेय ने सात अन्य आरोपितों के साथ मिलकर बरमेश्वर नाथ सिंह उर्फ बरमेश्वर मुखिया की हत्या का षडयंत्र रचा था। साजिश के तहत ही पहले सभी आरोपित आरा के कतिरा मोड़ पर 1 जून 2012 की अहले सुबह 4 बजे एकत्र हुए थे। जब बरमेश्वर मुखिया अपने रोजाना की दिनचर्या के तहत सुबह टहलने के लिए निकले और अपने आवास की गली के पास पहुंचे, तभी नजदीक से छह गोलियां मारकर हुलास पांडेय समेत अन्य लोगों ने उनकी हत्या कर दी। सभी गोलियां देसी पिस्तौल से चलाई गईं थी। सीबीआई ने इस मामले की पूरी गहनता से जांच करने के बाद यह अनुपूरक चार्जशीट दायर की है। जिसमें इन आठ आरोपितों को मुख्य रूप से अभियुक्त बनाया गया है।

 

जुलाई 2013 से सीबीआई कर रही जांच रणवीर सेना के प्रमुख 70 वर्षीय बरमेश्वर मुखिया की हत्या के तकरीबन एक साल बाद 12 जुलाई 2013 को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। उनकी हत्या से संबंधित एफआईआर आरा के नवादा थाने में दर्ज की गई थी, जिसकी एफआईआर संख्या 139/2012 है। इसमें हत्या, आपराधिक षडयंत्र समेत अन्य संगीन आपराधिक धाराएं लगाते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई की 10 वर्ष की लंबी जांच के बाद मुख्य आरोपितों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है।

 

सुराग देने वालों को 10 लाख इनाम के पोस्टर जारी हुए थे

 

इस मामले की जांच में शुरुआती 8-9 वर्ष तक सीबीआई के हाथ एकदम खाली रहे। बाद में इस मामले को लेकर जनवरी 2021 में सीबीआई ने पोस्टर जारी किया। आरा सदर अस्पताल के मुख्य गेट के अलावा शहर में दूसरे कई स्थानों पर इसे चस्पा भी किया। इसमें इस हत्याकांड को सुलझाने में मदद करने वाले, अहम सुराग देने वालों को 10 लाख रुपये इनाम देने की बात कही गई थी। इस तरह के पोस्टर सीबीआई के स्तर से दो बार चिपकाए गए। इसके बाद मामले की तफ्तीश के दौरान कुछ अहम सुराग जांच एजेंसी के हाथ लगे। जिसके आधार पर मामले की तफ्तीश आगे बढ़ी। अब सीबीआई ने आठ लोगों को आरोपित ठहराते हुए अनुपूरक चार्जशीट दायर की है। इससे पहले दायर चार्जशीट में भी कुछ लोग आरोपित बनाए गए थे।

महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने किया दाबा

महुआ मोइत्रा के खिलाफ सीबीआई जांच के आदेश

नई दिल्ली :भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि लोकपाल ने तृणमूल की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप में सीवीआई जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद मोइत्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि सीबीआई को पहले कोल घोटाले में अदाणी समूह के खिलाफ केस दर्ज करनी चाहिए।

लालू, राबड़ी और तेजस्वी दिल्ली पहुंचे लैंड फॉर जॉब मामले में होनी है सुनवाई

पटना: नौकरी के बदले जमीन घोटाला (Land For Job Scam) मामले में बुधवार (4 अक्टूबर) को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में हाजिरी लगाएंगे. मंगलवार की शाम तीनों पटना से दिल्ली के रवाना हुए. पटना एयरपोर्ट पर तो नहीं लेकिन दिल्ली पहुंचने के बाद तेजस्वी यादव ने बयान दिया. बुधवार को कोर्ट में हाजिरी लगानी है लेकिन उससे पहले केंद्र की सरकार पर खूब बरसे.

तेजस्वी यादव ने कहा, “जो सच बोलेगा मोदी जी के राज में उसके ऊपर तो कार्रवाई हो ही जाती है. ये सब लोग जान रहे हैं कि क्यों ऐसा किया जा रहा है. आप मोदी जी के खिलाफ बोलिएगा, सच बात कहिएगा, जनता की आवाज को उठाएंगे तो कार्रवाई हो जाती है. जिस हिसाब से एजेंसियां हैं या पुलिस है इसका ये लोग दुरुपयोग कर रहे हैं.”

‘आप एजेंसी और पुलिस को क्या सीख दे रहे हैं?’

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, “नेता आते हैं जाते हैं, सरकार आती है जाती है, लेकिन वही पुलिस और वही एजेंसी रहेगी हमेशा. आप एजेंसी और पुलिस को क्या सीख दे रहे हैं? तो इसलिए जरूरी है कि लोगों के साथ न्याय होना चाहिए. ये तो अति हो गया न, पत्रकारों के साथ या और कोई भी हो हम लोग तो झेल ही रहे हैं.”

17 आरोपियों को समन जारी

बता दें कि लालू, राबड़ी और तेजस्वी समेत 17 आरोपियों को समन जारी कर चार अक्टूबर को हाजिर होने के लिए कहा गया था. मीसा भारती पहले से ही इस मामले से जुड़े एक केस में जमानत पर चल रही हैं. लैंड फॉर जॉब घोटाला मामले में पहले चार्जशीट में लालू, राबड़ी और मीसा को आरोपी बनाया गया था. इसके बाद सीबीआई ने एक नई चार्जशीट दाखिल कर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आरोपी बना दिया है. सीबीआई ने पहली बार तेजस्वी को आरोपी बनाया है. लालू के रेलमंत्री (2004 से 2009) रहते हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम हुआ था. लालू और उनके परिवार वालों पर रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले जमीन लेने का आरोप है.