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नए साल के पहले दिन गैस हुआ सस्ता, मोदी सरकार ने दिया न्यू ईयर का बड़ा गिफ्ट

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आज नया साल है अर्थात 2024 का पहला दिन. जनवरी महीने के पहले दिन आज एलपीजी सिलेंडर के दाम में कटौती की गई है. लोग इसे न्यू ईयर का छोटा गिफ्ट भी कह सकते हैं. ताजा अपडेट के अनुसार ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने एलपीजी सिलेंडर के नए लिस्ट को जारी कर दिया है. इसके अनुसार गैस सिलेंडर सस्ता हुआ है. बताया जाता है कि कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में मामूली बदलाव किया गया है जबकि एलपीजी सिलेंडर के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

बताते चलेगी कि इसी साल लोकसभा का चुनाव है इस बात को लेकर कयास लगाया जा रहा है की इस साल गैस सिलेंडर और पेट्रोल डिजिल की कीमतों में ₹10 की कटौती की जा सकती है. हालांकि गैस सिलेंडर में जितना लोग उम्मीद कर रहे थे उसके बराबर कुछ भी बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।

सूरत को मिला इंटरनेशनल एयरपोर्ट का तोहफा, पीएम मोदी ने किया सबसे बड़े डायमंड बूर्स का उद्घाटन

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को गुजरात के सूरत में दुनिया के सबसे बड़े डायमंड बूर्स का उद्घाटन किया. यह दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस कॉम्पलेक्स भी है. इसके अलावा उन्होंने सूरत को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भी तोहफा दिया. इससे सूरत में व्यापार और कारोबार को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.

इससे पहले पीएमओ ने शनिवार को बताया था कि पीएम मोदी रविवार को गुजरात जाएंगे, जहां वह सूरत में डायमंड बूर्स का उद्घाटन करेंगे. बकौल पीएमओ, यह डायमंड और ज्वेलरी के इंटरनेशनल बिजनेस का दुनिया का सबसे बड़ा व आधुनिक सेंटर होगा. सूरत डायमंड बूर्स में रफ और पॉलिश्ड दोनों तरह के हीरों की ट्रेडिंग होगी. सूरत डायमंड बूर्स में आयात-निर्यात के लिए अत्याधुनिक कस्टम्स क्लियरेंस हाउस, खुदरा आभूषण व्यवसाय के लिए ज्वेलरी मॉल, इंटरनेशनल बैंकिंग सुविधाएं और सेफ वॉल्ट जैसी सुविधाएं हैं.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम

सूरत डायमंड बूर्स का नाम पहले ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो चुका है. इसे दुनिया की सबसे बड़ी ऑफिस बिल्डिंग होने का गौरव मिला है. यह बिल्डिंग 67 लाख स्क्वेयर फीट में बनी है और इसे बनाने पर करीब 3,500 करोड़ रुपये का खर्च आया है. इस बिल्डिंग में एक साथ करीब 4,500 डायमंड ट्रेडिंग ऑफिस काम कर सकते हैं. इस पूरी बिल्डिंग में 15-15 फ्लोर के 9 टावर हैं. इसमें 300 स्क्वेयर फीट से लेकर 1 लाख स्क्वेयर फट तक के स्पेस के ऑफिस बनाए गए हैं. इस बिल्डिंग को इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल से प्लैटिनम रेटिंग भी मिली है.

नए एयरपोर्ट टर्मिनल के फीचर्स

पीएम मोदी ने सूरत में नए एयरपोर्ट टर्मिनल का भी उद्घाटन किया. इस टर्मिनल की लागत 353 करोड़ रुपये है. इसे एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रूप में मंजूरी मिली है. एएआई चेयरमैन संजीव कुमार का कहना है कि नए टर्मिनल से सूरत एयरपोर्ट की कैपेसिटी ट्रिपल हो जाएगी. इसमें अब पीक समय में 1,200 घरेलू यात्रियों और 600 अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को हैंडल करने की क्षमता होगी. एयरपोर्ट अब प्रति घंटे 3000 पैसेंजर्स और साल में 55 लाख पैसेंजर्स को हैंडल कर सकता है.

उद्घाटन के बाद पीएम मोदी का रोड शो

सूरत एयरपोर्ट के नए टर्मिनल के उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने डायमंड सिटी के नाम से मशहूर शहर में एक रोड शो भी किया. पीएम मोदी के रोड शो में लोगों की भारी भागीदारी देखी गई. इसके बाद पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी जाने वाले हैं, जहां वह विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे.

केंद्रीय अश्विनी चौबे द्वारा राजकीय अतिथि गृह पटना में ई-चलंत चिकित्सालय के पीओसी का शुभारंभ

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पटना में केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे स्थानीय राजकीय अतिथिशाला में विश्वामित्र ईo- चलन्त चिकित्सालय (e-मोबाइल क्लिनिक/रोगी वाहन) के पी.ओ.सी. (प्रूफ ऑफ़ कांसेप्ट) स्टडी का शुभारम्भ किया जो शत प्रतिशत प्रदुषण रहित, इको फ्रेंडली एवं लो कॉस्ट पर आधारित e-रिक्शा को संशोधित कर ईo-चलन्त चिकित्सालय बनाया गया है । जल्द ही पिओसी उपरान्त बक्सर लोकसभा के प्रत्येक पंचायत को अपना e- चलन्त चिकित्सालय मिल जाएगा और चिकित्सा चिकित्सक आपके द्वार को और गति मिलेगी।

मंत्री चौबे ने बताया की आज मोबाइल मेडिकल यूनिट एवं रोगी वाहनों की आवश्यकता पंचायत स्तर पर है जिसे पूर्ण करने की दिशा में कदम उठाने की जरुरत है। साथ ही शत प्रतिशत प्रदुषण मुक्त एवं इको फ्रेंडली वहानों की भी आवश्यकता है जो कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य जहरीली गैसों से रहित हो। ईo- रिक्शा आने वाले समय में छोटे प्राथमिक उपचार एवं रोगी वहानों के रूप में ग्रामीण स्तर पर कार्य कर सकता है। इस उद्देश्य से e-रिक्शा को संशोधित कर ईo- चलन्त चिकित्सालय सह रोगी वाहन बनाकर पंचायतों में इसका उपयोग करने से ससमय लोगों को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जा सकती है साथ ही उन्हें निकटस्थ प्राथमिक / अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ केंद्र या ब्लाक /सादर अस्पताल भी पहुँचाया जा सकता है जो समय की मांग भी है। इसी दिशा में सभी मॉडर्न उपकारणों से सुसज्जित ईo- मोबाइल क्लिनिक को बनाकर इसके माध्यम से टेलीमेडिसिन सुविधा जिसमे डाक्टर द्वारा मरीज को वीडियो के माध्यम से देखकर इलाज किया जाएगा, साथ ही तकनिकी व्यक्ति द्वारा त्वरित बीपी, पल्स मॉनिटर, ग्लूकोमीटर एवं अन्य उपकारणों द्वारा रोगियों का जांच किया जाएगा। इस ईo- चलन्त चिकित्सालय में एक चलन्त लैब लगाने का भी प्रावधान किया गया है जो खून आदि का जांच कर रिपोर्ट प्रदान करेगा। यही नहीं, 2025 तक विश्व से टीबी उन्मूलन की दिशा में कारगर स्क्रीनिंग जांच भी इस एमएमयू के माध्यम से ग्रामीण स्तर पर लोगों को उनके घर पर ही उपलब्ध होग़ा। इस e-रिक्शा को भारत सरकार द्वारा अधिकृत आईकैट संस्था (इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी) से प्रमाणित कराकर ईo – मोबाइल क्लिनिक (एमएमयू / रोगी वाहन) के रूप में उपयोग कर लाखों लोगों के द्वार पर चिकित्सा उपलब्ध कराया जाएगा।

मंत्री चौबे ने कहा की प्रदुषण रहित वातावरण में “चिकित्सा- चिकित्सक, आपके द्वार ” कार्यक्रम के माध्यम से हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की दिशा में एक सार्थक कदम लिया जा रहा है जिसका बक्सर संसदीय क्षेत्र सहित बिहार एवं देश के विभिन्न ज़िलों में प्रूफ आफ कांसेप्ट स्टडी पूरा कर पायलट किया जाएगा एवं नविन तकनिकों का उपयोग कर “लो कॉस्ट” चलन्त चिकित्सा वाहन जनता को समर्पित होग़ा। इसके पूर्व पिछले 3 वर्षों से बक्सर में 6 बड़े एमएमयू विंगर वाहन में चालू है जिससे लाखों लोगों का प्राथमिक जांच एवं उपचार चल रहा है। कोरोना के समय में चलन्त मोटरसाइकिल – लाबाईक द्वारा लैब से रक्त आदि की जांच एवं कोरोना का एंटीजन माध्यम से स्क्रीनिंग कराया जा चूका है।

 

 

विदेश में भारतीय छात्र सुरक्षित नहीं, 2018 से अबतक 403 की गई जान

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भारत में रहने वाले कई छात्र अपने सपनों को पूरा करने के लिए विदेश जाते हैं। कुछ छात्र विदेश से उच्च शिक्षा प्राप्त करते वापस आ जाते हैं तो कुछ के लिए विदेश की धरती कब्रगाह बन जाती है। केंद्र की मोदी सरकार की ओर से एक ऐसी ही रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें 2018 से लेकर अबतक विदेश में अलग-अलग कारणों से 403 भारतीय छात्र-छात्राओं की अपनी जान गंवानी पड़ी है। दुनिया के 34 देशों में सबसे ज्यादा 91 मौतें कनाडा में हुई हैं।

विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने गुरुवार को राज्यसभा में कहा कि 2018 से अबतक जो भारतीय छात्र विदेश में रह रहे हैं, उनमें से 403 विद्यार्थियों की मौत हो गई है। भारत के विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, कनाडा में 91, यूके में 48, रूस में 40, अमेरिका में 36, ऑस्ट्रेलिया में 35, यूक्रेन में 21, जर्मनी एवं साइप्रस में 14, इटली एवं फिलीपींस में 10 मौतें हुई हैं।

भारत सरकार के लिए भारतीय छात्रों की सुरक्षा अहम

वी मुरलीधरन का कहना है कि भारत सरकार के लिए विदेश में रह रहे भारतीय छात्रों की सुरक्षा काफी अहम है। इसके लिए भारतीय मिशन और पोस्ट के सीनियर अधिकारी विदेश के विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों का दौरा करते हैं और वहां उनकी भारतीय छात्रों और उनके संस्थानों के साथ वार्ता भी होती है। साथ ही ये अधिकारी छात्रों की सुरक्षा और अन्य चीजों पर नजर रखते हैं।

घटना होते ही एक्टिव हो जाते हैं भारतीय मिशन और पोस्ट के अधिकारी

केंद्र सरकार ने कहा कि अगर दूसरे देश में किसी भारतीय छात्रों के साथ कोई अप्रिय घटना होती है तो भारतीय मिशन और पोस्ट के अफसर एक्टिव हो जाते हैं और मेजबान देश के समक्ष इस घटना को प्रमुखता से उठाते हैं। साथ ही भारत के वरिष्ठ अधिकारी यह भी तय करते हैं कि घटना में सही जांच पड़ताल हो रही है या नहीं, और आरोपियों को कड़ी से कड़ी भी मिले। इसके अलावा ही संकटग्रस्त भारत के छात्रों को हर संभव मदद जैसे आपातकालीन चिकित्सा देखभाल, भोजन, आवास आदि भी उपलब्ध कराई जाती है।

पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम करने के लिए देशभर में एथेनॉल पेट्रोल पंप शुरू होंगे

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पेट्रोल-डीजल पर निर्भरता कम करने और वैकल्पिक ईंधन के उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में तेजी से काम कर रही केंद्र सरकार आगे साल तक देशभर में एथेनॉल पेट्रोल पंप शुरू करने जा रही है। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक सवाल के जवाब में उपरोक्त बात कही।

उन्होंने कहा कि सरकार सीएनजी, बॉयो फ्यूल, इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। इससे लोगों को मंहगे पेट्रोल से राहत मिलेगी, पेट्रोलियम आयात कम होगा।