लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।

लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. प्रमोद कृष्णम के खिलाफ यह कार्रवाई उनकी अनुशासनहीनता के चलते की गई है. जानकारी के अनुसार कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 6 साल के लिए पार्टी ने निकाल दिया है. आपको बता दें कि आचार्य प्रमोद ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की थी. इसके साथ ही उन्होंने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात की भी थी।

आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की टिकट पर लखनऊ सीट से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने वाले आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि वो निकट भविष्य में कांग्रेस से अपनी राह अलग कर सकते हैं. हालांकि, उन्होंने कांग्रेस से अपने अलग होने से जुड़े कयासों को ना ही कभी खारिज किया था और ना ही उसकी पुष्टि की थी, लेकिन अब उनके करीबी सूत्रों ने दावा किया था कि वो इस संदर्भ में अंतिम निर्णय ले चुके हैं.  कृष्णम ने कहा था कि राजनीति जिम्मेदारियों का खेल है. अभी तक ना ही मैंने कांग्रेस छोड़ा है और ना ही कांग्रेस ने मुझे छोड़ा है।

दरअसल,  आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर को लेकर बीजेपी का समर्थन कर हलचल मचा दी थी. इसके अलावा उन्होंने 19 फरवरी को संभल में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास करने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित भी किया था. आचार्य प्रमोद कृष्णम हाल ही में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा था कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से किसी पर कोई रोक नहीं है, लिहाजा मेरा इस कार्यक्रम में शामिल होना कोई अपराध नहीं है. वहीं, प्रधानमंत्री मोदी या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है. हालांकि, अगर कांग्रेस को लगता है कि मैंने कोई अपराध किया है, तो मैं हर प्रकार की सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।