पटना सहित राज्य के सात जिले शनिवार को शीत दिवस की चपेट में रहे। सर्द हवा के कारण लगातार दूसरे दिन भी कड़ाके की ठंड का एहसास हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, दो दिनों के दौरान पटना के न्यूनतम तापमान में 5.9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।

10 जनवरी को पटना का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। न्यूनतम व अधिकतम तापमान में लगातार गिरावट आने और बर्फीली हवा चलने के कारण शहरवासियों को शिमला और कश्मीर जैसा एहसास हो रहा है। इस सीजन में पहली बार शनिवार को पटना का न्यूनतम तापमान 7.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा, समस्तीपुर, वैशाली और गोपालगंज भी शीत दिवस की चपेट में रहे। पटना और पूर्णिया में घना कुहासा और अन्य जिलों में मध्यम स्तर का कुहासा रहा।

सबसे ज्यादा ठंड बांका में प्रदेश का सबसे ठंडा शहर 4.9 डिग्री के साथ बांका रहा। 27 शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। 23 शहरों के अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस औरंगाबाद में दर्ज किया गया।

16 से राहत के आसार

16 जनवरी से ठंड से राहत मिल सकती है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने के कारण राहत मिलने की संभावना है। वहीं अगले दो दिन तक पटना सहित अधिकतर शहरों में शीत दिवस जैसे हालात रहने के आसार हैं। 17 एवं 18 जनवरी को गया, जमुई, जमुई, औरंगाबाद और नवादा में हल्की बारिश हो सकती है।

गया ठंड से टूटी रेल पटरी, परिचालन बाधित

फतेहपुर। गुरपा-गझंडी घाटी रेल सेक्शन स्थित यदु ग्राम रेलवे स्टेशन के पास शनिवार की शाम रेल ट्रैक टूट गया। रेल ट्रैक टूटने का कारण अधिक ठंड बताया गया है। इस कारण अप रेल लाइन पर डेढ़ घंटे तक रेल परिचालन बाधित रहा। 640 बजे ट्रेनों का परिचालन बहाल किया गया