साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण लग गया। ज्योतिष में इस ग्रहण को बेहद ही अहम माना जा रहा है। बता दें करीब 50 वर्षों बाद ऐसा ग्रहण लगा है जो एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है।

साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण लग गया है. ज्योतिष में इस ग्रहण को बेहद ही अहम माना जा रहा है. बता दें करीब 50 वर्षों बाद ऐसा ग्रहण लगा है जो एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है. इस ग्रहण की अवधि करीब 5 घंटे और 25 मिनट तक रहेगी. यह सूर्य ग्रहण रात 09.12 बजे से रात 02.22 रहने वाला है. हालांकि यह भारत में दिखाई नहीं दिया, इसलिए इसका कोई सूतक काल मान्य नहीं है. वहीं पूर्ण सूर्य ग्रहण होने की वजह से कुछ समय के लिए पृथ्वी पर अंधेरा छा गया. सूर्य ग्रहण अमेरिका, कनाडा, कोलंबिया, वेनेजुएला, आयरलैंड, पुर्तगाल, नॉर्वे, पनामा, रूस, बहामास आदि देशों में देखा जा रहा है. आइए इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताते हैं।

साल का पहला सूर्य ग्रहण

साल का पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार 09 बजकर 12 मिनट पर लगा. इसे खग्रास सूर्य ग्रहण भी कहा जाता है।

सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव से कैसे बचें

सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखना हानिकारक होता है।
ग्रहण के समय कुछ लोग नकारात्मक ऊर्जा का अनुभव करते हैं।
ग्रहण के समय कुछ धार्मिक कार्यों को करना वर्जित माना जाता है।

बचाव के उपाय

सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से न देखें।
विशेष चश्मे या ग्रहण फिल्टर का उपयोग करें।
ग्रहण के दौरान घर के अंदर रहें।
धार्मिक कार्यों को ग्रहण के बाद करें।
ग्रहण के समय ध्यान करें या मंत्रों का जाप करें।
ग्रहण के बाद स्नान करें और घर को गंगाजल से छिड़कें।

इन बातों का रखें ध्यान

गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों, और बच्चों को ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतनी चाहिए. ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए. ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए।

पूर्ण सूर्य ग्रहण कब लगता है?

पूर्ण सूर्य ग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है और सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है.  यह घटना तब होती है जब नया चंद्रमा पृथ्वी के करीब होता है. चंद्रमा का आकार सूर्य के समान होता है. चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच में होता है. चंद्रमा की काली छाया पड़ती है, वहां पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देता है।