भारतीय विदेश सेवा के छह वरिष्ठ अधिकारियों ने विकास भवन में उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ से मुलाकात की और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बिहार के उत्पादों की बिक्री में बढ़ोतरी की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया. मुलाकात करने वालों में डॉ राजीव रंजन, वीरगंज नेपाल के महावाणिज्य दूतावास में पोस्टेड नितेश कुमार, नेपाल की राजधानी काठमांडू के भारतीय एंबेसी में पोस्टेड नवीन कुमार, पाकिस्तान के भारतीय उच्चायोग में कार्यरत गौरव ठाकुर, अनिल कुमार और बांग्लादेश में भारत के सहायक उच्चायुक्त मनोज कुमार शामिल रहे।
भारतीय विदेश सेवा के 2011 के इन सभी अधिकारियों ने उद्योग मंत्री से मुलाकात के दौरान बिहार के हस्तशिल्प और हथकरघा के उत्पादों के साथ-साथ लीची, केला, आम, मखाना मशरूम जैसे उत्पादों के निर्यात की संभावनाओं पर प्रारंभिक चर्चा की. सभी अधिकारियों का स्वागत करते हुए उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि बिहार में लेदर और टेक्सटाइल, इथेनॉल तथा फूड प्रोसेसिंग उद्योग लगाने की दिशा में काफी काम हुआ है और अनेक नई कंपनियों ने अपना उत्पादन चालू किया है।
बिहार के पास 3,000 एकड़ का लैंड बैंक और 24,00,000 वर्ग फीट का प्लग एंड प्ले इंडस्ट्रियल शेड उपलब्ध है, जहां उद्यमी अपना मशीन लगाकर एक माह के अंदर उत्पादन प्रारंभ कर सकते हैं. उद्योग निदेशक पंकज दीक्षित ने भारतीय विदेश सेवा के सभी अधिकारियों को सिंगल विंडो सिस्टम और निवेश प्रोत्साहन नीतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. सभी अधिकारियों को उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने अंग वस्त्र और पटना का टिकुली आर्ट भेंट कर सम्मानित किया।
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