IPS दंपत्ति की 4 साल की बच्ची की खाना खाते समय मौत, ऐसी स्थिति में तुरंत क्या करें गार्डियन?

आज के समय में बहुत से पैरेंट्स वर्किंग हैं। दोनों ही अपने काम में बिजी होने के चलते बच्चों को दादा-दादी, नाना-नानी या मेड के सहारे छोड़ कर जाते हैं लेकिन छोटे बच्चे को संभालना और उनकी परवरिश करनी कोई आसान काम नहीं है। बच्चे को खाना खिलाने से लेकर सुलाने तक पूरी निगरानी की जरूरत होती है। इससे ही जुड़ी एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। आईपीएस दंपत्ति रवजोत ग्रेवाल और नवनीत बैंस की 4 साल की बेटी नायरा का मंगलवार सुबह निधन हो गया। सूत्रों की मानें तो कहा जा रहा है 4 वर्षीय मासूम के गले में खाना फंस गया था जिसके चलते बच्ची की जान चली गई।

बच्चे के गले में फंस गया खाना

मिली जानकारी के मुताबिक, खाना खाते समय बच्चे के गले में खाना फंस गया था। खाना फंसने के कारण उसे सांस लेने में परेशानी होने लगी। आनन-फानन में बच्ची को तुरंत मोहाली के एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दुखद खबर ने हर किसी को हैरान-परेशान कर दिया है। बच्ची का अंतिम संस्कार मोहाली के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 के श्मशान घाट में किया जाएगा। अभी तक बच्ची की मौत को लेकर दंपत्ति की ओर से कोई ब्यान सामने नहीं आया है। आईपीएस दंपती रवजोत ग्रेवाल और नवनीत बैंस फिलहाल फतेहगढ़ साहिब और जगरांव में एसएसपी के पद पर तैनात हैं।

इसी बीच पेरेंट्स के मन में यहीं सवाल घूम रहा होगा कि बच्चे के गले में खाना कैसे फंस गया और यह कैसे फंस जाता है? ऐसी स्थिति में तुरंत क्या किया जा सकता है?

छोटे बच्चे के लिए जानलेवा गले में खाना फंसना

एक्सपर्ट के अनुसार, जब हम खाना खाते हैं तो भोजन मुंह से अंदर फूड पाइप की ओर जाता है। और फूड पाइप से खाना पेट में जाता है, लेकिन कई बार जब हम सांस लेते हैं हंसते हैं या फिर खाना खाते समय बात करते हैं तो भोजन फूड पाइप की बजाय विंड पाइप यानि ट्रेकिया में फंस जाता है। विंड पाइप में खाना फंसने पर सांस लेने में दिक्कत होती हैं जो कई बार इतनी ज्यादा बढ़ सकती हैं कि व्यक्ति की जान भी जा सकती हैं। खासकर छोटे बच्चों के लिए ये जानलेवा हो सकता है।

1 से 5 साल के बच्चे को खाना खिलाते समय पेरेंट्स और उनकी टेक केयर करने वाली नैनी को खास ध्यान रखना चाहिए।

बच्चे को छोटी-छोटी बाइट खाने के लिए दें और अच्छे से चबाकर खाने के लिए कहे। बच्चे को लेटकर खाना ना खाने दें।

खाना खाते समय बोलने या मोबाइल देखने की आदत ना डालें। खाना गले में फंस जाता है और खांसी आने लगती है। खाना खाते समय बात करने और टीवी फोन देखने से खाना अटकने के चांस बढ़ जाते हैं। अगर सांस नली में खाना फंस जाए तो सांस लेने में भी मुश्किल आती है।

अगर कभी बच्चे के गले में खाना अटक जाए तो मुंह खोले और देखें अगर आपको फंसी हुई चीज दिखती हैं उंगली के साथ उसे बाहर निकाल दें। यदि गले में अटका खाना नहीं दिखता तो बच्चे को अपने हाथ पर तिरछी स्थिति में उल्टा कर दें। फिर खाने को बाहर निकालने के लिए बच्ची की पीठ थपथपाएं। अगर आराम ना मिले तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए।

ऐसी स्थिति में लोगों को पता नहीं होता कि क्या करना चाहिए लेकिन गले में खाना अटक जाए तो घबराने की बजाय तुरंत ये उपाय कर लें। एक्सपर्ट्स का कहना है कि खाना अटकने पर सांस में दिक्कत हो तो तुरंत हेमलिच मेनोवर का प्रयोग किया जाना चाहिए लेकिन एक साल से छोटे बच्चे और प्रेगनेंट महिलाओं के साथ ऐसा नहीं करना चाहिए।

कैसे करें हेमलिच मेनोवर?

इस टेक्निक के लिए पीड़ित व्यक्ति के पीछे खड़े हो जाएं।

अब उस व्यक्ति की कमर के पीछे से पसलियों को चारों ओर घेर लें।

अब 1 मुट्ठी बनाकर पसलियों के नीचे रखें और दूसरे हाथ का इस्तेमाल करते हुए मुट्ठी वाले हाथ को पकड़ लें।

अब पसलियों को मुट्ठी की मदद से नीचे से ऊपर की ओर जल्दी-जल्दी 7-8 बार दबाएं।

इस तरह एयरवेज में फंसा हुआ खाना बाहर निकल जाएगा। और पीड़ित इंसान को सांस आ जाएगी हालांकि यह प्रयोग भी किसी एक्सपर्ट ही करें तो बेहतर होगा।

गले में खाना फंसने पर क्या करें?

लिक्विड खाना खाएं

अगर खाना गले में फंस जाए तो लिक्विड खाना खाए। इससे खाने को निगलने में आसानी होगी। फंसा हुआ खाना आसानी से नीचे की ओर जाएगा।

पीना पीएं

खाना फंसने पर पानी के बड़े घूंट पी लें। ज्यादा मात्रा में पानी पीने से भोजन गीला होकर नीचे चला जाएगा आपको जल्दी आराम मिलेगा।

बटर खाएं

मक्खन खाने से अटका हुआ खाना चिकनाई से नीचे चला जाता है। अगर खाने से कभी फंदा लग जाए तो एक चम्मच मक्खन खाएं। इससे भी अटका हुआ खाना निगलने में मदद मिलेगी।

कार्बोनेटेड ड्रिंक पिएं

कार्बोनेटेड ड्रिंक हेल्थ के लिए हानिकारक होती हैं, लेकिन खाना अटक जाए तो इससे मदद मिलती है। इससे फंसे हुआ भोजन निकल जाता है।

फिर भी ऐसी कोई स्थिति आए तो अपने चिकित्सक से तुरंत संपर्क जरूर करें।

 

 

मूसेवाला मर्डर के मास्टरमाइंड की गोली मारकर हत्या

केंद्र सरकार ने घोषित आतंकवादी गोल्डी बरार की अमेरिका में हत्या की खबर प्राप्त हुई है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड बताए जाने वाले गोल्डी बरार को उसके विरोधी गैंग ने गोलियों से मार डाला। अमेरिका में गोल्डी की हत्या की जिम्मेदारी लखबीर डल्ला ने ली है।

बहुत सारे लोग अब उस खबर की तरफ ध्यान दे रहे हैं कि गोल्डी बरार की मौत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह कहा जा रहा है कि लॉरेंस गैंग के प्रमुख गोल्डी को अमेरिका में गोलियों से मार डाला गया है। मीडिया की रिपोर्ट में इसे लखबीर डल्ला के गैंग के सदस्यों का काम बताया जा रहा है। हालांकि, गोल्डी बरार की मौत की आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के प्रमुख संदिग्ध के रूप में, गोल्डी बरार को पंजाब पुलिस के साथ अन्य राज्यों की पुलिस भी तलाश रही थीं। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि कुछ वक्त पहले केंद्र सरकार ने गोल्डी को आतंकवादी घोषित किया था।

मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी, फिर स्वीकारा भी

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में जिन्होंने लोगों को बहुत चर्चा के बीच मुख्य आरोपी माना जा रहा है, गोल्डी बरार की मौत पर कई जानकारियां सामने आ रही हैं। पहले गोल्डी को सिद्धू मूसेवाला की हत्या का प्रमुख संदिग्ध माना जाता था। फिर बाद में, गोल्डी ने व्यक्तिगत रूप से हत्या करने की बात स्वीकार की। इसके पीछे उसने बताया कि 2022 में पंजाब में एक छात्र नेता की हत्या के प्रतिशोध के रूप में मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी।

गोल्डी का नाता बाबर खालसा ग्रुप से था और वह कई मामलों में वांटेड रहा है।

मूसेवाला हत्याकांड के बाद, गोल्डी को आतंकवादी घोषित कर दिया गया था। गृह मंत्रालय के द्वारा गोल्डी के बारे में बताया गया था कि सतविंदर सिंह, जिसे सतिंदरजीत सिंह या गोल्डी बरार भी जाना जाता है, का बाबर खालसा आतंकवादी संगठन से संबंध था और उसने कई हत्याओं, अवैध हथियारों की तस्करी और चरमपंथी गतिविधियों में भी शामिल रहा।

विदेश से आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाला गोल्डी बरार पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में भी था सक्रिय।

गोल्डी बरार मूल रूप से पंजाब के मुक्तसर में निवासी था। उसके पिता पहले से ही पंजाब पुलिस में सेवानिवृत्त हो चुके थे। 2017 में, वह कनाडा में छात्र वीज़ा के तहत स्थानांतरित हो गया और फिर उसने प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने, धनी लोगों से पैसे वसूलने जैसी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल हो गया। मई 2023 में, उसे कनाडा में सबसे खास व्यक्तियों की सूची में 15वें स्थान पर रखा गया था। उसे हत्या, साजिश, अवैध बंदूक व्यापार और हत्या की कोशिशों के आरोपों में शामिल किया गया था। वहाँ रहते हुए भी, उसने पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में उसकी गई फिरौती, वसूली और कई हत्याओं से संबंध रखा।

प्रचंड गर्मी से लॉकडाउन जैसे हालात,42 पार हुआ पारा,हीट वेव की वजह से अलर्ट जारी,रेड जोन में भागलपुर

भागलपुर समेत पूरे बिहार में चिलचिलाती धूप की वजह से प्रचंड गर्मी की मार पड़ रही है, सड़कों पर लॉकडाउन जैसे हालात बन पड़े हैं तो वहीं लू की वजह से लोग घरों से बाहर निकलने से भी परहेज करते नजर आ रहे हैं, मौसम विभाग ने भागलपुर जिले को रेड जोन में रखा है तो वहीं स्ट्रांग हीट वेव को लेकर अलर्ट भी जारी किया है, मौसम का तेवर कुछ इस कदर है कि पिछले तीन दिनों से दोपहर के वक्त तापमान 42 डिग्री तक पहुंच जा रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने 30 मई से 3 मई तक लू चलने का रेड अलर्ट जारी किया है।

आग उगलती गर्मी को देखते हुए भागलपुर जिला प्रशासन ने भी लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है तो वहीं सभी विद्यालयों में 10 बजे से शाम 4 बजे तक कक्षाएं संचालित करने पर प्रतिबंध लगाया गया है। आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी इससे बचाव के लिए मेडिकल कॉलेज से लेकर स्वास्थ्य केंद्रों को अलर्ट रखा गया है। जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने बताया कि गर्मी लगातार बढ़ रही है ऐसे में हम लोगों ने सुबह 10 : 30 से 4 विद्यालय के संचालन पर रोक लगा दिया है और लोगों से दोपहर 1:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक घर से बाहर न निकलने की अपील भी की है। डीएम ने कहां की सावधानी बरतते हुए लोग अपने सर को ढके, गीले कपड़े से मुंह पोछते रहें, ठंडी चीज खाएं और लू से बचें।

फिलहाल 3 मई तक गर्मी से राहत नहीं मिलने का अनुमान है। आने वाले दिनों में बढ़ती गर्मी को देखते हुए विद्यालय को बंद करने का आदेश भी जारी किया जा सकता है।

कैंसर से जूझ रहे व्यक्ति की 10 हजार करोड़ की लॉटरी लग गई!कर्जा लेकर लॉटरी टिकट खरीदा था

तकदीर पर भरोसा नहीं, तभी तो इंसान मेहनतकश बनता है. उसे पता है तकदीर बदलती नहीं, बदलनी पड़ती है. लेकिन फिर चार्ली सैफान जैसे लोग आ जाते हैं. इनको देख तकदीर बदलने की उम्मीद बनी रहती है. ‘अपने दिन भी फिरेंगे’ जैसे जुमले जुबां पर नाचने लगते हैं.

अरे कहना क्या चाहते हो!

यही कि चार्ली की किस्मत चमक गई है. और ऐसी चमकी है कि जिंदगी में कुछ हासिल करने के लिए दिन-रात पसीना बहाने वाले, भेजा फ्राई करने वाले कई लोग ये कहने पर मजबूर हो जाएंगे- यार अपनी किस्मत कब चमकेगी!

पोर्टलैंड के रहने वाले हैं चेंग चार्ली सैफान. उनकी उम्र 46 साल की हैं. इंसान जिस उम्र में इज्जत से जीने के लिए सारी जवानी मेहनत करके पैसा कमाता है, उसी उम्र में चार्ली की किस्मत ने उन पर पैसा बरसाया है. पैसे की ऐसी बारिश जिन्हें खर्च करने के लिए भी उन्हें सोचना पड़ रहा है कि पैसे खर्च कहां करें!

आधा पैसा दोस्त को दान करेंगे

न्यूयार्क पोस्ट के मुताबिक, चार्ली ने पॉवरबॉल लॉटरी खेली थी. इसी से उनकी किस्मत खुली और वो जीत गए. लॉटरी की इनाम राशि है 1.3 बिलियन डॉलर. भारतीय रुपये में बात करें तो 10,845 करोड़ रुपये. टैक्स कटने के बाद उन्हें कुल 3,522 करोड़ रुपये मिलेंगे.

चार्ली 8 साल से कैंसर पीड़ित हैं. उन्होंने ये सारी जानकारी ओरेगन लॉटरी की ओर से करवाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि वे और उनकी 37 साल की पत्नी डुआन पेन सैफान आधे पैसे ले रहे हैं. बाकी पैसे वे अपने एक दोस्त 55 साल की लाइजा चाओ को देंगे. लाइजा ने लॉटरी टिकट खरीदने में 100 डॉलर की मदद की थी.

यकीन तक नहीं हुआ

लाइजा ने चार्ली को एक दिन पहले ही टिकटों की तस्वीर भेजकर कहा था कि वे अब अरबपति हैं. इसको चार्ली ने मजाक के तौर पर लिया. लेकिन एक दिन बाद वे जीत गए. अगले दिन चाओ काम पर जा रही थीं कि चार्ली ने उसी वक्त फोन कर कहा कि अब काम करने की जरूरत नहीं है.

चार्ली सैफान अपने और अपने परिवार के लिए अच्छे डॉक्टर की तलाश कर रहे हैं. उनका कहना है कि वे अपने परिवार के अच्छे स्वास्थ्य और देखभाल के लिए सक्षम हो चुके हैं. अब वे सोच रहे हैं कि सारा पैसा खर्च करने के लिए समय कैसे निकाला जाए. उन्हें ये भी चिंता है कि वे कितने समय तक जीवित रह सकेंगे. क्या पूरे पैसे खर्च कर पाएंगे या नहीं?

ओरेगन लॉटरी के अनुसार, 1.3 बिलियन डॉलर की लॉटरी इतिहास का चौथा सबसे बड़ा पावरबॉल जैकपॉट है. अमेरिकी लॉटरी गेम्स में आठवां सबसे बड़ा पुरस्कार है. 2022 में कैलिफोर्निया में जीता गया सबसे बड़ा अमेरिकी लॉटरी जैकपॉट 2.04 बिलियन डॉलर यानी 16 हजार करोड़ रुपये का था.

‘पहले इंसानों को बांटते थे, अब भगवान में लड़ाई लगाने की कोशिश’, खड़गे पर भड़के चिराग

लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने विपक्ष पर जमकर हमला बोला है. कुछ दिन पहले कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक रैली में विवादित बयान दे दिया था, जिसे लेकर चिराग पासवान ने पलटवार किया है. उनसे जब पूछा गया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष कांग्रेस ने आपत्तिजनक बयान शिव को लेकर दिया है और कहा है कि शिव ‘मैं हूं’ उन्होंने कहा कि यह लोग किस तरीके से भगवान को भी लड़ाने का काम कर रहे हैं।

“यह लोग समाज को तोड़ने का काम तो पहले कर रहे थे और भगवान को भी लड़ाने का काम करने लगे हैं, इनकी मानसिकता सामने आ गई है. प्रधानमंत्री पर आपत्तिजनक बयान काफी अशोभनीय है, इससे ज्यादा गलत चीज नहीं हो सकती. प्रधानमंत्री ने भारत के सिर को ऊंचा किया और आपका उनसे राजनीतिक बैर हो सकता है लेकिन आप उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी करें यह बिल्कुल गलत है. इससे उनकी मानसिकता बिल्कुल झलकती है.”-चिराग पासवान, राष्ट्रीय अध्यक्ष, लोजपा (आर)

‘टूट गया होता तेजस्वी का घमंड’: वहीं जब चिराग से पूछा गया कि तेजस्वी यादव ने कहा है कि मोदी युग का अंत हो गया है और एनडीए चुनाव हार रहा है. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि ‘पिछली बार एक सीट नहीं जीत पाए थे, इस बार खाता भी नहीं खुलेगा और 2020 का चुनाव इन्हें भूलना नहीं चाहिए. हम लोग अगर एक साथ चुनाव लड़े होते तो आज इनका घमंड टूट गया होता.’

‘पीएम मोदी के साथ है जनता’: चिराग पासवान ने साफ-साफ कहा कि आज तेजस्वी यादव बिहार के सबसे बड़े पार्टी बनाने को लेकर घमंड कर रहे हैं. 2020 में अगर हम एनडीए में जाकर एक साथ चुनाव लड़ते तो निश्चित तौर पर उनका घमंड इस समय में टूट जाता. उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में 40 में से 40 सीट एनडीए के उम्मीदवार जीत रहे हैं. ‘यह बात आप गांठ बांधकर रख लीजिए यह लोग कुछ भी कहे जनता इन्हे कहीं भाव नहीं दे रही है. बिहार की पूरी जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ है.’

‘बिहार में चुनाव प्रचार के लिए ट्रंप और पुतिन को भी बुला लेना चाहिए’, BJP पर तेजस्वी यादव का तंज

बिहार में लोकसभा की 40 में से एक भी सीट बीजेपी विपक्ष के लिए नहीं छोड़ना चाहती है, यही कारण है कि प्रदेश में लगातार पीएम मोदी से लेकर दूसरे दिग्गजों की जनसभा हो रही है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार दौरे पर आरहे बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर हमला बोला है।

ट्रंप और पुतिन को विदेश से बुला लें: तेजस्वी यादव ने दोनों दिग्गज नेताओं के बिहार आने के सवाल पर कहा कि ‘वो लोग विदेश से ट्रंप और पुतिन को क्यों नहीं बुला लेते, इससे भी ज्यादा अच्छा होता.’ वहीं उन्होंने बीजेपी पर कर्पूरी ठाकुर के विचारों का विरोध करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अभी उनलोगों ने ही कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया था, कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में सभी वर्गों में पिछड़ी जातियों को आरक्षण दिया था।

“आरक्षण को लेकर जो बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह रहे हैं, वह पूरी तरह से गलत है. कर्पूरी ठाकुर ने बिहार में आरक्षण दिया था और सभी वर्गों में जो पिछड़े लोग थे, उनको आरक्षण दिया गया था. हाल ही में कर्पूरी ठाकुर को उन्होंने भारत रत्न दिया है लेकिन कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांत का विरोध कर रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी विदेश से ट्रंप को बुला ले या पुतिन को बुला ले बिहार में कोई फर्क करने वाला नहीं है.”- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष

‘विपक्षी उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर रही BJP’: वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में तानाशाही रवैया अपना रही है. चाहे वह सूरत हो, इंदौर हो या फिर यूपी. कई जगहों पर उम्मीदवार को जिताया जा रहा है और विपक्षी पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन तक रद्द किया जा रहा है. यह तानाशाही नहीं है तो क्या है ?

चिराग पासवान पर तेजस्वी का पलटवार: जदयू नेता विजेंद्र यादव ने तेजस्वी यादव पर जमानत पर रहने को लेकर तंज कसा है, जिसपर तेजस्वी ने कहा कि उन्हीं लोगों ने हमें फसाने का काम किया था. अगर कोर्ट ने मुझे जमानत दी है, तो बाहर घूमने में क्या दिक्कत है ? वहीं चिराग पासवान को लेकर भी उन्होंने बड़ा बयान दिया और कहा कि देश का संविधान जो बाबा साहब अंबेडकर ने लिखा था वह खतरे में है और चिराग पासवान वैसे लोगों के साथ में हैं, जो संविधान को खतरे में डाल रहे हैं।

बिहार दौरे पर जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह: दरअसल तीसरे चरण के चुनाव से पहले बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एक बार फिर बिहार दौरे पर रहेंगे. नड्डा 2 मई को मुजफ्फरपुर और अररिया में एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी जनसभाओं को संबोधित करेंगे. इसी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी बिहार में दो चुनावी रैलियां करेंगे, जिसमें वे सारण और सुपौल लोकसभा सीट पर एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करेंगे।

किन्नर से चल रहा था 5 सालों से प्रेम प्रसंग, युवक ने मंदिर में रचाई शादी, इलाके में चर्चा

बिहार के बेतिया में एक विवाह चर्चा का विषय बना हुआ है. एक किन्नर ने युवक से मंदिर में शादी कर ली है. हिन्दू रीती रिवाज से दोनों ने शादी की, एक दूसरे का हाथ थाम कर सात फेरे लिए और शादी में होने वाली सभी रस्मे पूरी की गई. इस शादी को देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ मंदिर में मौजूद रही. शादी की चारों तरफ चर्चा हो रही है।

पांच सालों से चल रहा था प्रेम प्रसंग: बता दें कि किन्नर से दिनेश शाह का पिछले पांच सालों से प्रेम प्रसंग चल रहा था. दोनों शादी करना चाहते थे लेकिन युवक के घरवाले शादी को लेकर तैयार नहीं थे. युवक के घर वालों ने युवक को काफी समझाया लेकिन वो उनकी बात मानने को तैयार नहीं था और आखिरकार युवक के जिद्द के आगे परिजनों को झुकना पड़ी. युवक की उसकी प्रेमिका के साथ शादी करा दी गई है।

दोनों ने मंदिर में की शादी: युवक दिनेश शाह मझौलिया के मठिया का रहने वाला हैं. वहीं किन्नर गोपालगंज की रहने वाली है. दोनों ने मझौलिया के गढ़ी माई स्थान पर शादी की है. शादी में एक तरफ लड़के के घरवाले तो दूसरी तरफ किन्नर समाज से दर्जनों किन्नर इस शादी का गवाह बने. दोनों ने सात जन्मों तक साथ रहने की कसमें खाई और सात फेरे लिए. वहीं यह शादी पुरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. युवक और किन्नर ने यह शादी कर अपने प्यार पर मुहर लगा दी है।

प्रज्वल रेवन्ना मामले में तेजस्वी यादव का तीखा हमला, कहा – बेटी के बदले बलात्कारी बचा रही बीजेपी

बिहार में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि अगर उनकी सरकार बनी तो बिहार से जातिवाद और परिवारवाद को समाप्त कर देंगे। शाह के इस बयान पर तेजस्वी ने पलटवार किया है और इसे हास्यास्पद बताया है।

वहीं कर्नाटक में यौन शोषण वाले वीडियो के मामले में उन्होंने बीजेपी को घेरा और तंज किया कि इनका तो अब नारा हो गया है, बलात्कारियों को बचाओ, बलात्कारियों को देश से भगाओ।

तेजस्वी ने कहा कि कर्नाटक में ढाई हजार बहनों का यौन शोषण किया गया है। ऐसा करने वाला कौन था, तो इन्हीं लोगों का साथी है। पता चला कि फरार होकर जर्मनी चला गया है। इससे पहले महिला पहलवानों का शोषण हुआ लेकिन प्रधानमंत्री चुप बैठे रहे। मणिपुर में महिलाओं के साथ दरिंदगी हुई, उसपर भी प्रधानमंत्री चुप रहे। बेटी पढाओ, बेटी बढ़ाओ का नारा देने वाले ऐसे लोगों का चुनाव प्रचार कर रहे थे।

तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस पर क्यों नहीं कार्रवाई कर रहे हैं। ये तो बलात्कारियों को बचाओ, बलात्कारियों को सुरक्षित भगाओ वाला नारा हो गया।

मुकेश सहनी की Y प्लस सिक्योरिटी हटाई गई, सुरक्षा में तैनात थे केंद्रीय सुरक्षा बल के 26 जवान

देश के गृह मंत्री अमित शाह पर वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी को आपत्तिजनक बयान देना महंगा पड़ा है। सहनी के बयान के 12 घंटे के भीतर उन्हें केंद्र से मिली वाई प्लस सुरक्षा हटा ली गई है। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देवी ज्योति ने इसकी पुष्टि की है।

उन्होंने बताया कि फिलहाल इस संबंध में गृह मंत्रालय की ओर से कोई बयान नहीं आया है, लेकिन उनके सुरक्षा में तैनात सभी जवान हटा लिए गए हैं। IB की रिपोर्ट के आधार पर फरवरी 2022 में मुकेश सहनी को वाई प्लस की सुरक्षा दी गई थी। उनकी सुरक्षा में केंद्रीय सुरक्षा बल के 26 जवान, पिछले 14 महीने से लगातार तैनात थे।

मुकेश सहनी की सुरक्षा हटाए जाने पर वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने कहा कि हमारी Y श्रेणी की सुरक्षा छीन कर क्या कर लोगे? हमारी हिफाजत और सुरक्षा तो बिहार की गरीब जनता करती है।आपकी तानाशाही से हमारे नेता, हमारे समाज को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। हम कल भी गरीबों के सम्मान के लिए लड़े थे और आगे भी लड़ते रहेंगे। बीजेपी-आरएसएस को एक गरीब मल्लाह के बेटे से डर लगता है। जब तक शरीर में जान है, तब तक गरीबों के लिए लड़ते रहेंगे।

वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने पटना में एयरपोर्ट पर कहा था कि झंझारपुर में अमित शाह ने मंडल कमीशन रोक के रखने वाला बयान दिया था। तो 10 साल से आप ताली बजा रहे थे क्या? क्यों नहीं मंडल कमीशन को लागू किया। सहनी के इस बयान के बाद सियासी घमासान मच गया था। बीजेपी और जदयू के नेताओं की तरफ से सहनी को सियासी गंवार तक कह दिया गया था। अब शाम होते-होते उनकी सुरक्षा में तैनात केंद्रीय बल हटा दी गई।

खबर वही जो है सही

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