सहरसा: पूर्व सांसद आनंद मोहन अपने घर सहरसा जिले के पंचगछिया गांव पहुंचे. उनकी भतीजी की शादी है. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर गुरुवार को प्रतिक्रिया दी. उन्होंने राजस्थान सरकार पर जमकर बरसे।

उन्होंने कहा कि मौत के बदले मौत होनी चाहिए सिर्फ मौत. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की जिस तरह से कायराना हत्या की गई है उसका निंदा करता हूं. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी एक शेर दिल इंसान थे. वो मर्द थे और मर्द की मौत पर मातम नहीं मनाए जाते. ये जो हरकत है वो कायरतापूर्ण हरकत है. धोखे से एक शेर को शहीद कर दिया गया।

आनंद मोहन ने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कोई भूमाफिया नहीं थे कोई बिल्डर नहीं थे उनकी कोई आपराधिक घटना में संलिप्तता नहीं थी वो शुद्ध रूप से मूलतः राजपूत समाज के बड़े नेता थे, कद्दावर नेता थे. धोखे से कायरों ने उनकी हत्या कर दी. ये भी सामने आ रही है गुप्तचर एजेंसियां चाहे राज्य सरकार की हो या केंद्र सरकार की हो उनको ये जानकारियां थीं. उनकी हत्या के लिए एके 47 खरीदे गए थे. उनकी हत्या के लिए कुछ बड़े गैंग को सुपारी दी गई थी. ये सब जानकारी रहते एक व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है. इसमें बहुत दूर की बातें हैं और कहीं न कहीं राजनीतिक कनेक्शन है।

पूर्व सांसद ने कहा कि हत्या का जो अवसर चुना जाता है वो एक सरकार जाती है और दूसरे सरकार आने वाली है अभी किसी का ओथ नहीं हुआ है. ऐसे समय को चुनना ये शातिर दिमाग का उपज है जो कुछ भी हुआ इसकी सिर्फ निंदा नहीं की जा सकती है. इस पर सिर्फ मातम नहीं मनाया जा सकता है. हम सभी पूरा समाज यही डिमांड कर रहे हैं कि मौत के बदले मौत हो. ये सरकार का दायित्व है जिस तरह से गुंडे घुस करके घर में धोखे से हत्या की है वो भी मिलने के बहाने, ये बहुत ही नपुंसकता कार्रवाई है. ऐसे में हम देखना चाहते हैं सरकार क्या कर रही है? ये क्षत्रिय बलिदान है हम दूसरों के लिए ज्यादा जीते रहे हैं और मरते रहे हैं।