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बन सकता है बिक्री का नया रिकॉर्ड, बाजार में आज बरसेगा धन, खरीदारी तैयार

PATNA:- आज धनतेरस पर बाजार में धन बरसेगा। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ इस दिन सोना-चांदी और कई तरह की खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त होता है। मान्यता है कि इस दिन जिन चीजों की खरीदारी की जाती है, उनमें 13 गुणा वृद्धि होती है। धनतेरस की पूर्व संख्या पर गुरुवार को बाजार में काफी रौनक दिखी। खासतौर से आभूषणों के शोरूम, ऑटोमोबाइल्स शोरूम, इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानों और बर्तन की दुकानों में भीड़ रही।

 

पटना में किरण ऑटोमोबाइल के निदेशक नीतीन कुमार के अनुसार इस बार सबसे ज्यादा डिमांड स्कार्पियों एन मॉडल का है। शहर में टू व्हीलर और 4 व्हीलर के 50 से अधिक शो रूम हैं, जिसमें 7000 से अधिक गाड़ियां धनतेरस के दिन डिलिवरी के लिए बुक की गई हैं। वहीं प्रेमा किया के समीर कुमार ने बताया कि इस साल धनतेरस में 273 गाड़ियां बुक की गई हैं। सुधीर ऑटोमोबाइल के अभिषेक कुमार ने बताया कि पिछले साल के तुलना में इस साल बाजार अच्छा दिख रहा है।

 

सोने के गहनों की ज्यादा डिमांड

धनतेरस पर बाजार में सबसे अधिक साेने-चांदी के आभूषणों की खरीदारी होगी। जानकारी के अनुसार 90 से 100 करोड़ के गहनों की खरीदी के लिए एडवांस बुकिंग हो चुकी है। सागरमल ज्वेलर्स के अंकित अग्रवाल ने कहा कि इस बार माहौल अच्छा है।

 

प्रीमियम क्वालिटी पर ज्यादा जोर

आदित्य विजन के मार्केटिंग मैनेजर गौरव कुमार के अनुसार 25% का ग्रोथ है इस बार। लोगों का ज्यादा जोर प्रीमियम क्वालिटी पर है। फ्रिज, टीवी, गिजर, म्यूजिक सिस्टम समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम की खरीदारी में प्रीमियम ब्रांड ही पसंद कर रहे हैं।

 

देश में… आज बिकेंगी 1 लाख कारें और 7 लाख दो पहिया वाहन

 

देशभर में धनतेरस पर वाहनों की बिक्री का नया रिकॉर्ड बन सकता है। ऑटोमोबाइल कंपनियों, सोसायटी ऑफ ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) और फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स (फाडा) के अनुसार देशभर में धनतेरस और इसके आसपास के मुहूर्त में ग्राहक 1 लाख चार पहिया वाहन घर ले जाएंगे। दोपहिया वाहनों में बिक्री का यह आंकड़ा 7 लाख के आंकड़े को छू सकता है।

क्या है धनतेरस का शुभ मुहूर्त , जाने यहां…

Patna :- हिंदू धर्म में धनतेरस का विशेष महत्व है। इस पर्व के साथ ही पांच दिवसीय त्योहार शुरू हो जाते हैं। जिसमें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, दिवाली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज शामिल है। धनतेरस को सालभर पड़ने वाले श्रेष्ठ मुहूर्तों में एक माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ कुबेर भगवान की पूजा करने का विधान है। इसके साथ ही इस दिन वाहन, संपत्ति, कपड़े, सोना-चांदी आदि की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस होता है। इस साल दो दिन ये तिथि होने के कारण धनतेरस की सही तिथि को लेकर काफी असमंजस की स्थिति पैदा रही है। आइए जानते हैं धनतेरस की सही तिथि, मुहूर्त, खरीदारी का शुभ समय से लेकर महत्व तक।

 

धनतेरस 2023 की सही तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 10 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर आरंभ हो रहा है, जो 11 नवंबर को दोपहर 01 बजकर 57 मिनट पर समाप्त हो रही है। ऐसे में प्रदोष काल के कारण धनतेरस का पर्व 10 नवंबर, शुक्रवार को ही मनाया जाएगा।

 

धनतेरस 2023 लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त

धनतेरस पर भगवान गणेश, माता लक्ष्मी के साथ कुबेर भगवान की पूजा करने का विधान है। इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजा का मुहूर्त शाम 05 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होगा, जो शाम 07 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।

 

धनतेरस को प्रदोष काल

10 नवंबर को शाम 05 बजकर 30 मिनट से प्रदोष काल आरंभ होगा, जो रात 08 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। इसके साथ ही वृषभ काल शाम 05 बजकर 47 मिनट से शाम 07 बजकर 43 मिनट तक रहेगा।

 

धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने का सही समय

धनतेरस के दिन सोना-चांदी के अलावा वाहन, संपत्ति, कपड़े, बर्तन आदि की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। इस दिन दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से अगले दिन यानी 11 नवंबर को सुबह 06 बजकर 40 मिनट तक शुभ मुहूर्त है।

 

शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को अमृत कलश हाथों में लिए धनवंतरी प्रकट हुए थे। उन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। इसके साथ ही उन्होंने संसार में चिकित्सा और विज्ञान का विस्तार किया था। इसी के कारण इसे धनतेरस के रूप में मनाते हैं। इसके साथ ही इस दिन सोना-चांदी खरीदना काफी शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन सोना, चांदी, बर्तन, वाहन आदि खरीदने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और मां लक्ष्मी के साथ कुबेर भगवान की असीम कृपा मिलती है।

धनतेरस पर इस समय खरीदें झाड़ू, मां लक्ष्मी की कृपा से पूरे साल नहीं होगी पैसों की कमी

Patna :- कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ कुबेर जी और धन्वंतरि भगवान की पूजा करने का विधान है। इसके साथ ही सोना-चांदी, बर्तन, साबुत धनिया खरीदने के साथ-साथ झाड़ू खरीदना काफी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी की असीम कृपा प्राप्ति होती है। अगर आप भी इस बार झाड़ू खरीदने की सोच रहे हैं, तो इन नियमों का रखें ध्यान।

 

धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना शुभ माना जाता है। मत्स्य पुराण के अनुसार, झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। इसलिए धनतेरस के दिन झाड़ू लेने से पूरे साल सुख-समृद्धि, धन-संपदा की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी की कृपा से हर एक क्षेत्र में सफल होते हैं।

 

शास्त्रों के अनुसार, धनतेरस के दिन झाड़ू दोपहर के बाद और सूर्यास्त से पहले खरीद लें। कभी भी रात के समय गाड़ी नहीं खरीदनी चाहिए। इससे अशुभ फलों की प्राप्ति होती है। धनतेरस पर प्रदोष काल के पहले ही झाड़ू की खरीदारी कर लें।

 

धनतेरस के दिन आप झाड़ू खरीद रहे हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी विषम संख्या में नहीं खरीदें। हमेशा जोड़े में यानी 2, 4, 6 आदि खरीदें। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

 

धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदकर लाने के बाद सबसे पहले मां लक्ष्मी की पूजा करें। इसके बाद झाड़ू में सफेद धागा बांध दें। माना जाता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की असीम कृपा बनी रहती हैं।

 

वास्तु शास्त्र में झाड़ू संबंधी कुछ नियमों के बारे में विस्तार से बताया गया है। जिसका पालन अवश्य करना चाहिए।

कभी भी झाड़ू को खड़ा करके नहीं रखना चाहिए। हमेशा लिटाकर रखना चाहिए। ऐसा करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

घर में कभी भी टूटी हुए झाड़ू नहीं रखनी चाहिए। उसे हमेशा घर से निकाल देना चाहिए।

झाड़ू में कभी भी पैर नहीं मारना चाहिए, क्योंकि उसे मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है।

झाड़ू को धनतेरस के अलावा अमावस्या, मंगलवार, शनिवार और रविवार के दिन खरीदा जा सकता है।

बॉलीवुड फिल्म एक्ट्रेस बनी IPS, आईए जानते हैं उसे फिल्म अभिनेत्री सह आईपीएस मैडम की कहानी…

Patna :- भारत में रह रही लाखों लड़कियों का सपना होता है कि बॉलीवुड में एक्ट्रेस बनकर काम करें और नाम कमाए. यही कारण है कि रोज मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पर सुंदर और एक्टिंग में टैलेंटेड लड़कियां ट्रेन से मुंबई पहुंचती है. स्ट्रगल करने के बाद कुछ लड़कियां सफल हो पाती है तो कुछ असफल होकर लौट जाती है. लेकिन आज हम जिस लड़की की कहानी आपको बताने जा रहे हैं उसने पहले यूपीएससी परीक्षा पास कर आईपीएस बनने का परचम लहराया तो उसके बाद बॉलीवुड में काफी शानदार काम किया. तो आईए जानते हैं उसे फिल्म अभिनेत्री सह आईपीएस मैडम की कहानी…

 

मेरा नाम सिमाला प्रसाद है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 8 अक्टूबर 1980 को मेरा जन्म हुआ था. बचपन से ही मुझे डांस और एक्टिंग का काफी शौक था. स्कूल कॉलेज में पढ़ने के दौरान में डांस और एक्टिंग कार्यक्रम में भाग लिया करता था. मैं कई नाटकों में भी काम कर चुका हूं. आपको जानकर आश्चर्य लगेगा कि मेरे पिताजी डॉक्टर भागीरथ प्रसाद 1975 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं. इतना ही नहीं वे दो विश्वविद्यालय में कुलपति का भार भी संभाल चुके हैं. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने मध्य प्रदेश के भिंड से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीतकर पार्लियामेंट पहुंचे. मेरी मां मेहरूननिशा परवेज जानी-मानी साहित्यकार है.

 

शिमला को जानने वाले बताते हैं कि उसका नाम सुनकर अपराधी तर-तर कांपते हैं. वही आम जनता से उसका काफी अच्छा खासा जुराव है. शिमला हमेशा गरीब लोगों की मदद करने के लिए आगे रहती है.

 

सिमाला की प्रारंभिक शिक्षा सेंट जोसेफ कोएड स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने स्टूडेंट फॉर एक्सीलेंस (IEHE) से बीकॉम और बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर पूरी की। परीक्षा में टॉप करने पर उन्हें गोल्ड मेडल से नवाजा गया। इसके बाद सिमाला ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की एमपी पीएससी परीक्षा क्वालीफाई की।

 

एमपी पीएससी की परीक्षा पास करने के बाद सिमाला प्रसाद की पहली पोस्टिंग डीएसपी के तौर पर हुई थी। इस नौकरी के दौरान उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी की और पहले प्रयास में ही सफलता हासिल कर ली। सिमाला ने आईपीएस बनने के लिए किसी कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया, लेकिन सेल्फ स्टडी के जरिए यूपीएससी क्लियर करने में सफल रही। सिमाला का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि वह सिविल सर्विस में जाना चाहती हैं, लेकिन उनके घर के माहौल ने उनमें आईपीएस बनने की इच्छा जगा दी।

 

निर्देशक जैघम इमाम ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान सिमाला प्रसाद की सादगी और सुंदरता को देखकर उनसे मिलने का समय मांगा। उस मुलाकात के दौरान इमाम ने सिमाला को अपनी फिल्म ‘अलिफ’ की स्क्रिप्ट सुनाई और उन्हें फिल्म में एक भूमिका की पेशकश की। ‘अलिफ’ सिमाला की पहली फिल्म थी और यह फरवरी 2017 में रिलीज हुई थी। इसके बाद सिमाला ने 2019 में रिलीज हुई फिल्म ‘नक्कश’ में भी काम किया था।

इस बार धनतेरस के दिन दान कीजिये ये 5 चीजें…बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा, दूर होगी तंगी

Patna :- साल 2023 में दिवाली 12 नवंबर, रविवार को मनाई जाएगी. इस दिन कार्तिक मास की अमावस्या तिथि है. दिवाली का त्योहार धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज तक चलता है. इस साल दिवाली 12 नवंबर को दोपहर 2 बजकर 44 मिनट से शुरू होगी और 13 नवंबर, सोमवार की दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर इसका समापन हो जाएगा. धनतेरस 10 नवम्बर को है। इस दिन भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है. दिवाली के दिन प्रदोष काल में लक्ष्मी-गणेश के पूजन का बड़ा महत्व है.

कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को हर साल धनतेरस या धनत्रयोदशी मनाई जाती है। इस दिन से ही खरीदारी की शुरुआत हो जाती है जो दिवाली के दिन तक चलती है। इस दिन सोने-चांदी के सिक्के, बर्तन, मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति खरीदी जाती है। लेकिन बहुत कम लोग ही जानते हैं कि धनतेरस के दिन कुछ विशेष चीजों का दान बहुत शुभ माना जाता है।

 

ज्योतिष में पीले रंग का संबंध बृहस्पति ग्रह से माना जाता है। धनतेरस के दिन भी पीले वस्त्र दान करना शुभ होता है। मान्यता है कि धनतेरस पर किसी जरुरतमंद व्यक्ति को पीले वस्त्रों का दान करने पर दान करने वाले को पुण्य मिलता है।

 

इस दिन पीले वस्त्र का दान करना महादान कहलाता है। धनतेरस के दिन अन्नदान का विशेष महत्व है। इस दिन अपने घर पर किसी गरीब भूखे व्यक्ति को आदर सम्मान के साथ खाना खिलाए। ऐसा करने से आपके ऊपर माता लक्ष्मी की कृपा बरसेगी। भोजन कराने के बाद उस व्यक्ति को दक्षिणा के रूप में पैसे देकर विदा करें।

 

माना जाता है कि माता लक्ष्मी को झाड़ू प्रिय है। इसलिए धनतेरस के दिन झाड़ू को घर लाकर उसकी पूजा करनी चाहिए। अगर आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो आज के दिन झाड़ू दान करने से आपकी आर्थिक तंगी दूर हो जाएगी। वहीं दान को लेने वाले व्यक्ति के घर में भी लक्ष्मी का आगमन होता है। धनतेरस के दिन मिठाई और नारियल दान करने से धन-धान्य के भंडार भरे रहते हैं। इसके साथ ही जीवन में कभी भी आर्थिक तंगी नहीं आती है। ये दान किसी जरुरतमंद व्यक्ति को ही करें।

 

धनतेरस के दिन लोहा दान करने से भाग्य बढ़ता है और दुर्भाग्य मिट जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति को मां लक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होती है।

आरक्षण बढ़ाने पर कैबिनेट की मुहर, 9 को सदन से होगा पारित

Patna:- बिहार में जब से जाति जनगणना का डाटा जारी हुआ तब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सहित RJD जदयू के कई वरिष्ठ नेताओं का कहना था की भागीदारी के अनुसार हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. अर्थात जिस समाज की जितनी हिस्सेदारी है उस समाज को उतना आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए. अब बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बाबत बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाया जाएगा. वर्तमान समय में अभी आरक्षण का दायरा 60% है जिसे 75% करने को लेकर फैसला ले लिया जा चुका है.

 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में आरक्षण सीमा 60 फीसदी से बढ़ाकर 75 फीसदी करने के प्रस्ताव पर मुहर लगी। इसके लिए कैबिनेट ने बिहार आरक्षण बिल 2023 पर मुहर लगाई।

 

तमाम रिपोर्ट केंद्र सरकार को भी भेजेंगे। अनुरोध करेंगे कि वो भी जातीय जनगणना करें। इस आधार पर विकास योजना बनाने में मदद मिलेगी। केंद्र को इससे लाभ भी होगा। -नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री

 

दोनों सदनों में 9 नवंबर को इस पर मुहर लगेगी। प्रस्तावित विधेयक के मुताबिक पिछड़ा वर्ग को 18, अति पिछड़ा वर्ग को 25, एससी को 20, एसटी को 2 का आरक्षण मिलेगा। 9 नवंबर को सदन में अन्य विधेयकों संग इसे भी पारित कराया जाएगा। कैबिनेट ने सतत जीवकोपार्जन योजना राशि में इजाफा को भी मंजूरी दी है। सहायता राशि एक लाख से बढ़ा दो लाख करने की योजना है। गरीब परिवारों को स्वरोजगार के लिए दो-दो लाख देने व 63,850 आवासहीन परिवारों को जमीन के लिए एक-एक लाख रुपए देने पर भी मुहर लगी।

 

बिहार में आरक्षण की सीमा बढ़ाने का विधेयक इसी सत्र में लाया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानमंडल के दोनों सदनों में इसकी घोषणा की। उन्होंने प्रदेश में आरक्षण की सीमा 15 फीसदी बढ़ाकर 60 से 75 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया।

 

इसके तहत अनुसूचित जाति (एससी) का आरक्षण बढ़ाकर 20 और एसटी का 2 जबकि पिछड़ा-अति पिछड़ा का आरक्षण बढ़ाकर 43 फीसदी करने का प्रस्ताव है। इसी में पिछड़ा वर्ग की महिलाओं को दिया जाने वाला तीन फीसदी आरक्षण भी समायोजित होगा। मुख्यमंत्री मंगलवार को सदन में जातीय गणना से संबंधित सरकार के प्रतिवेदन पर बोल रहे थे। सीएम ने कहा कि सामाजिक, आर्थिक व शैक्षणिक सर्वे के आधार पर पिछड़ों की संख्या 27.12, अति पिछड़ों की 36.01, एससी की 19.65, एसटी की 1.68 व सामान्य वर्ग की 15.52 हो गयी है। समय के अनुसार आरक्षण सीमा बढ़ाने की जरूरत है। इसीलिए हमने प्रस्ताव दिया है।

ट्रेन में एक्स्ट्रा लगेज ले जाने पर लगेगा जुर्माना, जान लें किस कोच में कितना ले जा सकते हैं सामान

Patna :- ट्रेन में एक्स्ट्रा लगेज ले जाने पर लगेगा जुर्माना:जान लें किस कोच में कितना ले जा सकते हैं सामान, नियमों की अवहेलना पर लगता है पैनल्टी : दुर्गा पूजा बीत जाने के बाद से दिवाली और छठ को लेकर रेलवे में जबरदस्त भीड़ देखी जा रही है. लोगों का कहना है कि उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड सहित अन्य राज्य में जाने के लिए आसानी से कंफर्म टिकट उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. सोशल मीडिया में कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें दिखाया जा रहा है कि स्लीपर और 3 टायर की स्थिति बद से बदतर है. इसी बीच रेलवे ने बड़ा फैसला करते हुए रेल सफर करने वाले यात्रियों के लिए नियम में बड़ा बदलाव किया है. बताया जाता है कि सफर करने के दौरान कुछ ऐसे भी रेल यात्री होते हैं जो तय मानक से अधिक लगेज लेकर सफर करते हैं. अब ऐसा करने पर रेलवे ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है. आसान भाषा करने कहा जाए तो सफर करने के दौरान अगर आप अधिक सामान लेकर यात्रा कर रहे हैं आपको सावधान हो जाना चाहिए.

 

निशुल्क सामान की अनुमति अलग-अलग श्रेणियों में अलग-अलग है। पांच वर्ष से अधिक और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चे के लिए निशुल्क सामान ले जाने की निश्चित सीमा 50 कि.ग्रा. का आधा सामान अपने साथ ले जाने की अनुमति है। नियमों की अवहेलना करने पर रेलवे भारी पैनल्टी लगाता है। ऐसे में सफर से पहले ही ध्यान रखा जाए । किस श्रेणी में कितना सामान ले जाया जा सकता है।

 

फर्स्ट एसी श्रेणी में निशुल्क 70 किलो, मार्जिनल 15 किलो, अधिकतम (निशुल्क सहित) 150 किलो ।

 

सेकंड एसी श्रेणी में निशुल्क 50 किलो, मार्जिनल 10 किलो, अधिकतम (निशुल्क सहित) 100 किलो।

 

थर्ड एसी श्रेणी में निशुल्क 40 किलो, मार्जिनल 10 किलो अधिकतम (निशुल्क सहित) 40 किलो ।

 

स्लिपर श्रेणी में निशुल्क 40 किलो, मार्जिनल 10 किलो, अधिकतम (निशुल्क सहित) 80 किलो ।

 

सेकंड क्लास श्रेणी में निशुल्क 35 किलो, मार्जिनल 10 किलो , अधिकतम (निशुल्क सहित) 70 किलो।

 

लग सकता है पैनल्टी

 

सफर के दौरान किसी यात्री के पास निश्चित मात्रा से अधिक सामान मिलने पर रेलवे ने कुछ मार्जिन भी सेट किया हुआ है, लेकिन इससे भी अधिक भारी सामान होने पर उसकी बुकिंग से छह गुणा पैनल्टी का प्रावधान है। इसके साथ ही प्रतिबंधित सामान मिलने पर आरपीएफ और जीआरपी द्वारा कार्रवाई की जा सकती है। इसमें जेल तक का प्रावधान है।

 

अतिरिक्त सामान होने पर यह करें

 

अगर किसी यात्री के पास बड़े आकार का और भारी सामान है। उसे टिकट दिखाकर पार्सल काउंटर पर बुक करवाना होगा। इसके बाद वह सामान लगेज यान में ले जाया जा सकता है। इसके लिए रेलवे द्वारा तय दर का भुगतान लगेज काउंटर पर करना होगा। इससे यात्रा के दौरान परेशानियों से बचा जा सकता है।

 

यह सामान नहीं ले जा सकते हैं

 

रेल में सफर के दौरान विस्फोटक, खतरनाक ज्वलनशील वस्तुएं खाली गैस सिलेंडर, बदबूदार सामान, तेजाब और अन्य खतरनाक तरल, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, टॉयलेट क्लीनिंग का एसिड,सभी प्रकार की सूखी घास, पत्तियां या रद्दी कागज, तेल, ग्रीस आदि नहीं ले जा सकते हैं।

राहुल पर गिरिराज का तीखा हमला, कहा कि राहुल गांधी को पहले बाल्ग बनना चाहिए

पटना :- राहुल गांधी ने पिछले 50 सालों से प्रधानमंत्री बनने की दिशा में कदम रखे हैं। उनकी मां, सोनिया गांधी, भी इस मार्ग में उनका साथ देती रही हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी को पहले बाल्ग बनना चाहिए, जोकि उनके बयानों से अक्सर चर्चा में रहता है। विपक्षी गठबंधन के नेता ने मान लिया है कि राहुल गांधी ही उनके पीएम फेस होंगे। इसके बाद, गिरिराज सिंह ने कहा कि राहुल को पहले बाल्ग बनाना चाहिए, क्योंकि वे पिछले 50 सालों से इसी काम में लगे रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि अमित शाह की तुलना सरदार पटेल से करनी चाहिए और ऐसे व्यक्तियों की होली में खलबली है, जो हमास का समर्थन करते हैं, जो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को समर्थन देने वाले लोग हो सकते हैं। वे हमास जैसे आतंकवादी संगठन को समर्थन देने वाले होंगे। I.N.D.I.A. गठबंधन में सीएम नीतीश कुमार का दुखद बयान है।

 

उन्होंने कहा है कि यह गठबंधन पूरी तरह से स्वार्थी लोगों का है। उन्हें गठबंधन में संयोजक नहीं बनाया गया है और वे इस बात से नाराज़ हैं। अगर उन्हें इस पद की सम्मान नहीं मिलता है, तो वे इस गठबंधन को तोड़ सकते हैं, जिसे वे ने बचावा भी किया है। नीतीश कुमार भाजपा के लिए भी नाराज़ हैं। उन्हें लगता है कि उनके लिए बीजेपी के कार्यकर्ता तक का दरवाजा बंद हो गया है। उन्होंने लालू यादव को इस बारे में सूचित किया है, लेकिन उन्हें वहाँ भी समर्थन नहीं मिल रहा है।

डायल 112 सेवा के उपलब्धियों की एडीजी ने दी जानकारी, अबतक 4.50 लाख लोगों की सुनी गयी समस्याएं

PATNA : एडीजी मुख्यालय जे एस गंगवार ने कहा की आपातकालीन प्रतिक्रिया सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) के तहत डायल 112 सेवा का शुभारंभ 6 जुलाई 2022 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया था। इसके बाद तब से लेकर अब तक कुल 4 लाख 50 हजार लोगों की शिकायतें सुनी गई है।

 

उन्होंने कहा की लगातार डायल 112 की निगरानी बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा रखी जाती है। जिसके फलस्वरूप ERSS टीम द्वारा किसी भी कॉल पर रेस्पोंड करने के समय दिसंबर माह में 51 मिनट ,1 महिने में कॉल दर्ज होने की संख्या 26 हजार 114 ,जिसमें 842 पर मामला दर्ज किया गया।

 

वहीँ गंगवार ने बताया की पहले की अपेक्षा जुलाई 2023 में औसत रिस्पॉन्ड टाइम घटकर 21 मिनट 48 सेकेंड हो गया। जबकि कॉल दर्ज की संख्या बढ़ाकर एक दिन में 3 हजार 558 हो गया है। एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि लगातार मॉनिटरिंग और कार्रवाई से कॉल रिसपौंड की संख्या बढ़ी है।

उन्होंने कहा की ससमय ERSS की ओर से पीड़ितों को मदद मिल रहा है। एडीजी ने लोगो से फिर एक बार अपील करते हुए कहा कि आम जनता के मदद को लेकर डायल 112 की सुविधा 24 घंटे सहायता को लेकर उपलब्ध है।