All posts by Shailesh Kumar

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भारत का दक्षिण अफ्रीका पर शानदार जीत, दूसरे टेस्ट में सात विकेट से हराया, सीरीज 1-1 से ड्रॉ

भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले को सात विकेट से अपने नाम कर लिया। इस जीत के साथ ही टीम इंडिया ने सीरीज को 1-1 की बराबरी पर समाप्त किया। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 55 रन पर सिमट गई थी। उसके बाद भारत 153 रन पर ऑलआउट हो गया था। मेजबानों ने दूसरी पारी में 173 रन बनाए। इस तरह भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला। उसने तीन विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया।

भारत की शानदार जीत

भारत ने केपटाउन टेस्ट में जीतकर इतिहास रच दिया। उसने पहली बार यहां कोई टेस्ट मैच अपने नाम किया है। भारत का केपटाउन में यह सातवां टेस्ट मैच था। इससे पहले छह में से चार में हार का सामना करना पड़ा था। दो टेस्ट ड्रॉ रहे थे। भारत ने केपटाउन टेस्ट को जीतकर सीरीज में भी 1-1 की बराबरी हासिल की। यह दूसरा अवसर है जब दक्षिण अफ्रीका में भारत कोई टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने में सफल रहा है। इससे पहले 2010-11 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 की बराबरी पर छूटी थी।

दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। उनका निर्णय गलत साबित हुआ। पहली पारी में दक्षिण अफ्रीका की टीम 55 रन पर ही सिमट गई थी। उसके बाद भारत 153 रन पर ऑलआउट हो गया था। दोनों टीमों की पहली पारी मैच के पहले दिन ही समाप्त हो गई थी। मुकाबले के दूसरे दिन मेजबानों ने दूसरी पारी में 173 रन बनाए। इस तरह भारत को 79 रन का लक्ष्य मिला। उसने तीन विकेट के नुकसान पर इसे हासिल कर लिया।

दूसरी पारी में रोहित शर्मा और यशस्वी जयसवाल ने भारत को मजबूत शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 44 रन की साझेदारी की। भारत को पहला झटका यशस्वी के रूप में लगा। वह 23 गेंद पर 28 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने छह चौके लगाए। नंद्रे बर्गर की गेंद पर ट्रिस्टन स्टब्स ने उनका कैच लिया।

भारत को दूसरा झटका शुभमन गिल के रूप में लगा। वह 11 गेंद पर 10 रन बनाकर आउट हुए। कगिसो रबाडा ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया। शुभमन ने अपनी पारी में दो चौके लगाए। विराट कोहली आउट होने वाले भारत के तीसरे बल्लेबाज रहे। वह 11 गेंद पर 12 रन बनाकर पवेलयिन लौटे। मार्को यानसेन की गेंद पर विकेटकीपर कायेल वेरेयेन ने उनका कैच लिया। रोहित शर्मा (17 रन) और श्रेयस अय्यर (चार रन) ने मैच को समाप्त किया।

भागलपुर: कामेश्वर यादव का निधन, शव यात्रा में उमड़ा जनसैलाब, धार्मिक कार्य में रहते थे आगे

भागलपुर: काली महारानी महानगर केंद्रीय महासमिति, भागलपुर के प्रधान संरक्षक कामेश्वर प्रसाद यादव का बुधवार को निधन हो गया. उनके निधन की सूचना मिलते ही भागलपुर समेत अंग क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गयी. दरअसल कामेश्वर प्रसाद यादव धार्मिक व सामाजिक कार्यों में हमेशा आगे रहते थे. उनके इसी खासियत को लेकर लोगों ने शोक जताया है.

 

 

कामेश्वर प्रसाद यादव के सेवक राजेंद्र रजक उनके पार्थिव शरीर को पकड़कर रोते बिलखते रहे. स्थानीय लोगों ने बताया कि राजेंद्र रजक पास ही झुग्गी-बस्ती में रहते थे. जब अतिक्रमण मुक्त अभियान में उनका आशियाना उजड़ गया तो कामेश्वर यादव के घर में रहने लगे. वर्षों से राजेंद्र कामेश्वर यादव की सेवा में लगा रहता था. इससे उनका संबंध इतना आत्मिक हो गया कि खुद को परिवार के सदस्य से कम नहीं समझता. प्रौढ़ राजेंद्र रो-रोकर यही रट लगा रहे थे कि अब किनकी सेवा करेंगे. कौन उनके लिए सोचेगा.

बुधवार को कामेश्वर यादव की शवयात्रा निकाली गयी. उनके समर्थकों की भीड़ सड़क पर उतर गयी. कामेश्वर यादव अमर रहे के नारे लगाते हुए गंगा घाट की ओर वो बढ़े.

 

चांद मिश्रा के अखाड़े से कुश्ती के दांव-पेच सीखकर कामेश्वर यादव को कमेसर पहलवान से पहचान मिली. बड़े बुजुर्ग कहा करते थे कि कमेसर की धोबिया पाट का कोई तोड़ नहीं था.

स्थानीय लोगों की मानें तो उनकी पहचान क्षेत्र में पहलवान के तौर पर थी. वे मूलतः सिल्क कारोबारी थे उनके घर में हैंडलूम भी चलता था. इसके अलावा खेती-किसानी से भी जुड़े थे. 40 वर्षों से धार्मिक व सामाजिक कार्यों से जुड़े थे. उनके समर्थकों का तादाद भी काफी थी.

देश के मुख्य दंगों में एक भागलपुर के 1989 दंगे में कामेश्वर प्रसाद यादव को मुख्य आरोपित बनाया गया था. इसमें उन्हें उम्रकैद की सजा मिली थी. जिसके बाद 10 साल वो जेल में रहे. अदालत से पर्याप्त साक्ष्य नहीं रहने पर 2017 में वो रिहा हुए थे।

 

एक जाति व विचारधारा विशेष के लोगों में लोकप्रियता के मद्दे नजर हिंदू महासभा ने कामेश्वर यादव को नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया था. वो जीत करीब पहुंचे थे. बताया जाता है कि चुनावी मैदान में एक स्वजातीय प्रत्याशी होने से मतों में बिखराव हो गया और कामेश्वर यादव जीत से चूक गये थे.

गुरुवार को जब उनकी शव यात्रा निकली तो लोग कहते दिखे कि अब मूर्ति विसर्जन के लिए कभी कामेश्वर यादव का इंतजार नहीं होगा. बता दें कि भागलपुर में काली प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा जब भी निकलती थी तो सबको कामेश्वर यादव का इंतजार रहता था. उनके आने के बाद ही शोभायात्रा आगे बढ़ती थी.

पति ने पत्नी को दी धमकी, कहा- तलाक दो, वरना प्राइवेट वीडियो वायरल कर दूंगा, जानें फिर क्या हुआ

पत्नी से पीछा छुड़ाने के लिए एक शख्स ने ऐसा कारनामा किया कि उसे जेल जाना पड़ गया. दरअसल, शख्स पत्नी से तलाक चाहता था, मगर पत्नी नहीं चाहती थी. इसके लिए शख्स ने ब्लैकमेलिंग का सहारा लिया और शख्‍स ने तलाक नहीं देने पर पत्नी के निजी वीडियो और तस्वीरें वायरल करने की धमकी दी. इसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर ल‍िया. पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी.

पुलिस के मुताहबिक, आरोपी पति की पहचान बेलगावी शहर निवासी किरण पाटिल के रूप में हुई है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने प्रेमिका से शादी करने के लिए पत्नी को ब्लैकमेल करने का सहारा लिया था. पत्नी ने उसे समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन असफल रही. आरोपी ने पीड़िता से तलाक के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था. इस बीच वह उसके निजी वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने के लिए उसे ब्लैकमेल भी करने लगा.

पीड़िता ने जिला साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो उसके मोबाइल में पीड़िता के निजी वीडियो और फोटो मिले. आरोपी पति ने थाने से भागने की कोशिश की और जहर पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की. पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और बुधवार रात को छुट्टी मिलने के बाद हिंडालगा जेल भेज दिया.

TMC पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी का हमला, कहा- PM मोदी की सेवा में लगी हैं ममता

‘इंडिया गठबंधन’ में सीट शेयरिंग को लेकर जारी कवायद के बीच एक बार फिर पार्टियों के बीच मनमुटाव की खबरें आने लगी हैं. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और ममता बनर्जी की टीएमसी आमने-सामने आ गई है. पश्चिम बंगाल में कांग्रेस अध्यक्ष अधीर चौधरी ने ममता बनर्जी पर हमला बोला है और कहा है कि वह अभी पीएम मोदी की सेवा में लगी हुई हैं. अधीर रंजन चौधरी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करना चाहती हैं और कहा कि उनकी पार्टी लोकसभा चुनाव में अपने दम पर भी चुनाव लड़ सकती हैं.

मीडिया से बातचीत में अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘उनसे कौन भीख मांगने गया पता नहीं.. ममता बनर्जी खुद कह रही हैं कि हम गठबंधन कर चुनाव लड़ेंगे. हमें उनकी दया की जरूरत नहीं है. हम अपने दम पर कुछ भी कर सकते हैं. ममता बनर्जी खुद नहीं चाहती कि गठबंधन हो क्योंकि अगर गठबंधन नहीं होता है तो सबसे ज्यादा खुशी पीएम मोदी को होगी और ममता बनर्जी आज पीएम मोदी की सेवा में लगी हुई हैं.’

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने यह टिप्पणी तब की, जब उनसे तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो सीटों की पेशकश के बारे में पूछा गया. सूत्रों का दावा है कि ममता बनर्जी की टीएमसी चाहती है कि सीट शेयरिंग पर फाइनल कॉल का हक उनकी पार्टी को मिले. बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मंगलवार को दावा किया था कि राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ एवं युवा नेताओं के बीच जारी ‘‘मनमुटाव’’ की पटकथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने लिखी है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आगामी दिनों में भाजपा तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी को पश्चिम बंगाल के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर पेश कर सकती है.

सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के 27वें स्थापना दिवस समारोह के बीच पार्टी के आंतरिक मतभेद सामने आए. इसके वरिष्ठ नेताओं ने अभिषेक बनर्जी पर कटाक्ष किया जिस पर अगली पीढ़ी के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. अधीर रंजन चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, ‘जो भी नाटक चल रहा है उसकी पटकथा भाजपा ने लिखी है… अगर किसी दिन भाजपा अभिषेक को अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश करने लगे तो आश्चर्यचकित न हों… यही कारण है कि ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) और सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो) उनके खिलाफ चुप हो गई हैं.’

UPSC परीक्षा पास कर पहले बना IAS अधिकारी, एक्टिंग के लिए छोड़ी IAS की नौकरी, पत्नी भी है जिला अधिकारी

एक ऐसा शख्स जो ऐक्टिंग करने का शौक रखता है लेकिन बन जाता है IAS, फिर कैसे पूरा होता है एक्टिंग का सपना? आज हम आपको अभिषेक सिंह की कहानी बताने जा रहे हैं जो न सिर्फ आईएएस अधिकारी बने बल्कि अपने अंदर एक्टिंग के गुण को पहचानते हुए बाद में अभिनेता के तौर पर भी काम किया. अभिषेक सिंह की पत्‍नी दुर्गा शक्ति नागपाल भी आईएएस अधिकारी हैं। अभी यूपी के बांदा में डीएम हैं। अभिषेक सिंह कहते हैं कि मैं और दुर्गा शक्ति पहले से ही एक-दूसरे को जानते थे। दोनों में पारिवारिक रिश्‍ते थे। दोनों ने यूपीएससी क्रैक करने के बाद लव कम अरेंज मैरिज की।

अभिषेक सिंह ने आईएएस छोड़ने के बाद दिए पहले इंटरव्‍यू में इश्‍क-मोहब्‍बत, ब्रेकअप दर्द, यूपीएससी की तैयारी व बॉलीवुड से जुड़े कई सवालों के खुलकर जवाब दिए हैं।

यूपी के जौनपुर के रहने वाले फायरब्रांड अफसर रहे अभिषेक सिंह का यह इंटरव्‍यू जाने-माने पत्रकार शुभंकर मिश्रा ने लिया है। इंटरव्‍यू में अभिषेक सिंह की कॉलेज लाइफ के प्‍यार से लेकर बॉलीवुड में करियर बनाने तक के सवाल पूछे गए हैं।

अभिषेक सिंह कहते हैं कि ”मैं 19 साल का था तब फर्स्‍ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था। एक युवती को बेपनाह मोहब्‍बत करता था। ब्रेकअप हुआ तो लगा कि इसके बिना कैसे जी पाऊंगा? मेरे पास ब्रेकअप के दर्द से उबरने के लिए पढ़ाई के अलावा रास्‍ता नहीं था।”

अभिषेक सिंह कहते हैं कि इसका जवाब इस पर निर्भर करता है कि आपने कितनी शिद्दत से इश्‍क किया है। मेरे लिए ब्रेकअप के दर्द से निकलना ज्‍यादा मुश्किल था। उसके बाद तो राह आसान हो गई थी। मैं क्लियर हो चुका था कि मुझे जिंदगी को किस दिशा में लेकर जाना है।

बकौल अभिषेक सिंह, इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि बिहार के परिवारों में यूपीएससी को लेकर जबरदस्‍त माहौल है। दूसरी वजह ये भी है बिहार ने ज्‍यादा बिजनेस व विकास नहीं देखा। ऐसे में दूसरे रोजगार की बजाय यूपीएससी की ओर ज्‍यादा जाते हैं।

अभिषेक सिंह कई एक्‍ट्रेस के साथ नजर आते हैं, मगर लोग अक्‍सर पूछते हैं कि अभिषेक सिंह अपनी पत्‍नी दुर्गा शक्ति के साथ कम क्‍यों आते? इस पर अभिषेक सिंह कहते हैं कि मेरी वाइफ मीडिया के सामने आना बहुत ज्‍यादा पसंद नहीं करतीं। ऐसा ही नेचर मेरे पिता व माता का है।

मेरी पत्‍नी मेरा सपोर्ट सिस्‍टम

अभिषेक सिंह कहते हैं कि बाकी अन्‍य एक्‍टर्स की तरह अगर मेरी पत्‍नी भी शूटिंग के सेट पर आए तो मुझे बहुत अच्‍छा लगेगा। मेरी पत्‍नी मेरा सपोर्ट सिस्‍टम है। मैं कुछ भी एक्टिंग करता हूं तो सबसे पहले उनको ही भेजता हूं। फिर उनके सुझाव से और भी बेहतर करने की कोशिश करता हूं। उन्‍हें ‘काली-काली जुल्‍फों’ गाने में मेरा डांस काफी पसंद आया।

राजधानी पटना में सब-इंस्पेक्टर ने खुद को मारी गोली, हालत नाजुक, जानें पूरा मामला

बिहार की राजधानी पटना में सब-इंस्पेक्टर रश्मि रंजन ने अपने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। घटना पटना के हवाई अड्डा थाना क्षेत्र की है। घायल सब-इंस्पेक्टर किराए के मकान में रहते थे। बुधवार की सुबह अचानक गोली चलने की आवाज आई। इसके बाद घर के लोगों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते मौके पर पहुंची हवाई अड्डा थाना की पुलिस ने घायल  पुलिसकर्मी को गंभीर अवस्था में पटना के निजी अस्पताल पारस में भर्ती कराया गया। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

पिछले कुछ दिनों से तनाव में थे सब-इस्पेक्टर

पटना एसडीपीओ सुशील कुमार ने कहा कि रश्मि रंजन वर्तमान में पटना जिले में पदस्थापित हैं। मूल रूप से श्रीकृष्ण नगर अहरी बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले हैं। परिवार के सदस्यों से जानकारी मिली है कि रश्मि रंजन पिछले 10-15 दिनों से तनाव में थे। तनाव के पीछे की वजह बताई जा रही है कि इनके गांव में किसी केस में इनका नाम है। यही वजह है कि उन्होंने बुधवार की सुबह खुद को गोली मार ली।

घटना की जानकारी मिलते ही गांव में मचा कोहराम

घटना की सूचना घरवालों को दी गई। घर के लोगों को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली तो गांव में कोहराम मच गया। परिजन रोने-बिलखने लगे। फिलहाल गंभीर हालत में पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है और उनके पिस्टल को जब्त कर लिया गया है। मनोवैज्ञानिक तरीके से पिस्तल की भी जांच की जा रही है।

नीतीश को INDIA गठबंधन का संयोजक बनाए जाने को लेकर तेजस्वी यादव का बड़ा बयान, सीट बंटवारे को लेकर ये कहा

नीतीश कुमार को विपक्षी गठबंधन इंडिया का संयोजक बनाए जाने को लेकर तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अनुभवी नेता और अगर उन्हें उन्हें विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का संयोजक बनाने का प्रस्ताव आता है तो यह ‘बहुत अच्छा’ होगा। ये बातें उन्होंने गया एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कही। तेजस्वी ने यह भी विश्वास जताया कि ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का मुद्दा आसानी से सुलझा लिया जाएगा।

बीजेपी विरोधी दलों को साथ लाने का प्रयास किया

बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के सबसे बड़े घटक दल राजद के युवा नेता तेजस्वी ने जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को ‘इंडिया’ गठबंधन का संयोजक बनाये जाने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘नीतीश कुमार इतने वरिष्ठ नेता हैं। अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है तो यह बिहार के लिए बहुत अच्छा होगा।’’ तेजस्वी ने याद दिलाया कि अगस्त, 2022 तक बिहार में विपक्ष में रहे महागठबंधन ने भाजपा को हराने के उद्देश्य से जदयू के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हम बिहार में एक साथ आए जिसके बाद देश भर में भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने का प्रयास किया गया । उसकी परिणति इंडिया गठबंधन के गठन के रूप में हुई। इसलिए, सीट बंटवारे को लेकर चिंता करने का कोई कारण नहीं है। इसे सही समय पर सुलझा लिया जाएगा।’’ उम्मीद है कि तेजस्वी बृहस्पतिवार को बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा से मुलाकात करेंगे । दलाई लामा पिछले कुछ हफ्तों से बोधगया में डेरा डाले हुए हैं।

सभी दल सहमत होते हैं तो कांग्रेस भी समर्थन करेगी-अखिलेश सिंह

एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार सरकार द्वारा कराए गए जाति सर्वेक्षण के निष्कर्ष अब सार्वजनिक हो गए हैं और रिपोर्ट विधानसभा के आखिरी सत्र में पेश कर दी गई है। इस बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी नीतीश कुमार के कद को स्वीकार करती है और अगर ‘इंडिया’ गठबंधन के अन्य घटक दल उन्हें संयोजक बनाने पर सहमत होते हैं तो वह उनका समर्थन करने से पीछे नहीं हटेगी।

उन्होंने कहा, ‘‘नीतीश कुमार की क्षमता, कद, व्यक्तित्व और राजनीतिक कौशल के बारे में किसी को कोई संदेह नहीं है। इसके अलावा देश भर में भाजपा विरोधी दलों को एक साथ लाने में उन्होंने जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है , उसके बारे में कोई दो राय नहीं हो सकती।’’ राज्यसभा सदस्य सिंह ने नीतीश के बारे में कहा, ‘‘उन्हें संयोजक बनाने के निर्णय के लिए आम सहमति की आवश्यकता होगी। यदि इंडिया गठबंधन के अन्य घटक अपनी सहमति देते हैं, तो निश्चिंत रहें कि कांग्रेस ऐसे प्रस्ताव का समर्थन करने में संकोच नहीं करेगी।’’

भाजपा को हराना हमारी प्राथमिकता-अखिलेश सिंह

एक पखवाड़े पहले हुई ‘इंडिया’ गठबंधन की पिछली बैठक में आम आदमी पार्टी(आप) और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किए जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने कहा, ‘‘हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने खुद यह स्पष्ट कर दिया है कि सत्ता कौन संभालेगा–यह समय इन सब बातों के सोचने का नहीं है। हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि भाजपा को कैसे हराया जाए।’’ सिंह ने कहा, ‘‘केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार महंगाई और बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार है तथा उसके खिलाफ जनता में काफी नाराजगी है।’’

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि मीडिया का मुंह बंद करके और ईडी, सीबीआई और आईटी के दुरुपयोग के जरिए विपक्षी नेताओं को परेशान करके मोदी सरकार अपनी आलोचना को दबाने की कोशिश कर रही है। मीडिया के एक वर्ग में आई उन खबरों के बारे में पूछे जाने पर कि कांग्रेस, बिहार के सत्तारूढ़ महागठबंधन में एक कनिष्ठ घटक है, ने राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से नौ की मांग की है, उन्होंने जवाब दिया, ‘‘हमारी पार्टी में सीट बंटवारे पर निर्णय शीर्ष नेतृत्व द्वारा लिया जाता है। निर्णय आने के बाद उचित स्तर से घोषणाएं की जाएंगी।’’ इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता निखिल आनंद ने एक बयान में कहा, ‘‘राजद पुराने सहयोगी दल कांग्रेस की मदद से नीतीश कुमार को संयोजक बनाकर उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के लिए मजबूर करने और तेजस्वी के लिए रास्ता साफ करने की साजिश रच रहा है।’’

केजरीवाल पर गिरफ्तारी की तलवार, AAP मंत्री बोली- यह पहला ऐसा घोटाला जिसमें एक रुपया भी बरामद नहीं हुआ

दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ED के तीन बार नोटिस देकर बुलाने पर भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। आप नेताओं का कहना है कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जा सकता है। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने ईडी के समन को फिर से गैर-कानूनी बताया है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी मेरी सबसे बड़ी ताकत है। केजरीवाल को ईडी के समन को लेकर ‘आप’ नेता और दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को ईडी तथाकथित शराब घोटाले के लिए कई समन भेज चुकी है। इसके बारे में हम कई साल से सुन रहे हैं।

ये सिर्फ एक राजनीतिक साजिश है: आतिशी

आतिशी ने आगे कहा, “ये पहला ऐसा घोटाला होगा, जिसमें एजेंसियों को कुछ नहीं मिला, एक रुपया भी बरामद नहीं हुआ। दो साल के बाद ये एजेंसियां अब तक ट्रायल शुरू नहीं कर पाई हैं। बीजेपी नहीं चाहती कि केजरीवाल जी लोकसभा चुनाव में प्रचार करें। समन क्यों किया जा रहा है, ये बताया नहीं जा रहा। ये सिर्फ एक राजनीतिक साजिश है। PMLA का इस्तेमाल राजनीतिक षड्यंत्र के तौर पर हो रहा है। जो नेता बीजेपी ज्वॉइन कर लेते हैं उनके सारे केस खत्म हो जाते हैं। आम आदमी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बीजेपी की धमकियों से डरते नहीं है।”

आप नेता शराब घोटाला को बता रहे फर्जी   

आप नेताओं का कहना है कि दिल्ली का कथित शराब घोटाला फर्जी है। अगर ईडी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ‘‘वैध’’ समन भेजेगा तो वह उसके साथ सहयोग करेंगे। आप नेता जैस्मिन शाह ने कहा कि कथित शराब घोटाले की जांच पिछले दो साल से जारी है, लेकिन अब तक ईडी ने सबूत के तौर पर कुछ बरामद नहीं किया है। शाह ने कहा, ‘‘तथाकथित शराब घोटाले की जांच फर्जी है। इस मामले में जांच पिछले दो वर्षों से जारी है और ईडी ने 500 से अधिक गवाहों से पूछताछ की है और 1,000 से अधिक छापे मारे हैं, लेकिन अब तक सबूत के तौर पर एक रुपया भी बरामद नहीं हुआ है।’’ उन्होंने कहा कि यह विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने और चुनाव प्रचार करने से रोकने के लिए लोकसभा चुनाव से पहले केजरीवाल को गिरफ्तार करने की साजिश है। उन्होंने कहा, ‘‘आप और अरविंद केजरीवाल समन वैध होने की शर्त पर किसी भी जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हैं।’’

LG ने एक और मामले में दिए जांच के आदेश

वहीं, केजरीवाल सरकार के खिलाफ उपराज्यपाल ने एक और मामले में जांच के आदेश दिए हैं। LG लगातार एक के बाद एक मामले में दिल्ली सरकार के खिलाफ सीबीआई जांच की सिफारिश कर रहे हैं। एलजी ने अब आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक में फर्जी टेस्ट कराने के मामले को सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की है। इससे पहले नकली दवा और वन विभाग मामले में भी सीबीआई जांच की भी सिफारिश कर चुके हैं। एलजी ने अपने सिफारिश में लिखा है कि मोहल्ला क्लिनिक में फर्जी लैब टेस्ट हो रहे हैं। इसके लिए गलत या जो मोबाइल नंबर मौजूद नहीं है उन्हें दर्ज कराकर मरीजों की एंट्री दिखाई जा रही है।

कांग्रेस ने अपनी यात्रा का नाम बदला, 15 राज्यों से होकर गुजरेगी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’, 6700 किमी की दूरी तय करेगी

कांग्रेस पार्टी ने अपनी यात्रा का नाम बदल दिया है। इस यात्रा नाम अब ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ होगा। यह यात्रा अब 14 राज्यों की जगह 15 राज्यों से होकर गुजरेगी। मणिपुर की राजधानी इम्फाल से 14 जनवरी को 12.30 बजे यह यात्रा शुरू होगी। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 6200 किमी की बजाय अब 6700 किमी की दूरी तय करेगी। यह जानकारी कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी है।

इंडिया गठबंधन के दलों को भी निमंत्रण

उन्होंने बताया कि यह एक हाइब्रिड यात्रा होगी जिसमें लोग पैदल भी चलेंगे और बस का भी इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस यात्रा के लिए हम इंडिया गठबंधन के सभी दलों के साथ ही सिविल सोसाइटी और राज्यों के छोटे दलों को हम निमंत्रण देते हैं।

उन्होंने बताया कि मणिपुर में यह यात्रा 107 किमी की दूरी तय करेगी। यहां यह यात्रा 4 जिलों के 2 लोकसभा और 11 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। जयराम रमेश ने कहा, ‘मणिपुर के बाद नागालैंड, फिर असम, फिर अरुणाचल प्रदेश और फिर वापस असम आयेंगे और वहां से मेघालय, फिर बंगाल फिर बिहार, फिर झारखंड, ओडिसा, फिर UP, गुजरात और महाराष्ट्र में जायेंगे।’