पटना। बिहार लाठी के दम पर नहीं चलेगा। चच्चा-भतीजा की लठमार जोड़ी की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। शांतिपूर्ण मार्च पर जिस तरह से पुलिस ने लाठीचार्ज किया, आपातकाल की याद दिला दी।

उक्त बातें प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार बीजेपी द्वारा विधानसभा मार्च पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के विरोध में कही। केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने कहा कि चच्चा-भतीजा की जोड़ी ये जान ले, बिहार संपूर्ण क्रांति की भूमि रही है, अंहकारी और दम्भी सरकार को नहीं चलने दिया था। इस महागठबंधन सरकार को भी उखाड़ फेंकने का काम करेगी।

महागठबंधन सरकार ने पूर्वनियोजित तरीके से पानी, आंसू गैस और लाठी के द्वारा मार्च में आई जनता व पार्टी कार्यकर्ताओं को पीटना शुरू किया। एक शांतिपूर्ण मार्च पर इस प्रकार लाठी बरसाना सरेआम गुंडागर्दी है और नीतीश कुमार और तेजस्वी लालू यादव के इस गुंडाराज को आज बिहार की जनता भुगत रही है। और जब इसके विरोध में लोग सड़क पर उतरे तो, जयप्रकाश नारायण से लोकतंत्र की सीख लेने वाले नीतीश कुमार उसी लोकतंत्र के विरुद्ध काम कर रहे हैं।

कार्यकर्ता की मौत पर दुख व्यक्त की

केंद्रीय मंत्री श्री चौबे ने जहानाबाद से विधानसभा मार्च में आए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता विजय सिंह की पुलिसिया कार्रवाई में मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी की पुलिस ने हमारे कार्यकर्ता जहानाबाद के विजय सिंह की राजनीतिक हत्या की है। हम विजय की कुर्बानी को बेकार नहीं जाने देंगे। तानशाह कान खोल के सुन लो तुम्हारे कुशासन और तानाशाही के खिलाफ बिहार की जनता और हमारा एक-एक कार्यकर्ता सड़क पर उतरेगा। उन्होंने कहा कि साजिश के तहत एंबुलेंस का इंतजाम नहीं किया गया था। जिस वजह से घायलों को अस्पताल ले जाने में भारी परेशानी हुई है।