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मुजफ्फरपुर में कोरोना की वापसी, एक साथ मिले 3 संक्रमित मरीज, सभी की उम्र 20 साल से कम

देश में नए वैरिएंट की दस्तक के बाद बिहार में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग जिलों से कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। पटना, मुजफ्फरपुर, गया और सासाराम में कई केसेज सामने आ चुके हैं। अब मुजफ्फरपुर में एक बार फिर कोरोना ने दस्तक दी है। बता दें कि इससे पहले गया में भी 3 लोगों की रिपोर्ट कोविड पॉजिटिव आई थी जबकि सासाराम में कोरोना से 10 साल की बच्ची की मौत हुई थी।

बिहार में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। मुजफ्फरपुर में एक बार फिर कोरोना ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है। एक साथ तीन संक्रमित मरीजों के मिलने से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। एसकेएमसीएच और सदर अस्पताल में आरटीपीसीआर टेस्ट में आई रिपोर्ट के अनुसार तीन मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इसके साथ ही मुजफ्फरपुर में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर चार हो गयी है।

कोरोना से संक्रमित मरीजों में 12 साल का बच्चा और 20 साल की युवती भी शामिल है। जिसमें दो कटरा और एक मीनापुर का रहने वाला है। तीनों मरीजों को खांसी, सर्दी और बुखार था जो अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे थे जहां डॉक्टरों ने तीनों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया तब रिपोर्ट में ये कोरोना पॉजिटिव निकले। तीनों के ट्रैवल हिस्ट्री का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल तीनों को होम आइसोलेशन में रखा गया है।

सदर अस्पताल का सैंपल एक जनवरी और एसकेएमसीएच के मरीज का सैंपल दो जनवरी को लिया गया था। डॉ. दास ने बताया कि कोरोना के तीनों मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। तीनों मरीजों की मॉनिटरिंग की जा रही है। सभी की स्थिति ठीक है। जिले में कोरोना के तीन नए मरीज मिल जाने से स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है।

बता दें कि बीते मंगलवार को पटना में भी दो कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें से एक की उम्र 19 साल तो दूसरे की 50 साल थी। 19 वर्षीय युवक बोरिंग रोड स्थित आनंदपुरी मोहल्ले का रहने वाला है। उसे सर्दी-खांसी, बुखार जैसे लक्षण के बाद जांच कराई गई थी। वहीं, एमएमसीएच में इलाज कराने आया 50 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित मिला। वह आलमगंज के बड़ी पटनदेवी का रहने वाला है।

कोरोना संक्रमित होने के बाद दोनों को होम आइसोलेशन में रखा गया था।लेकिन हैरानी की बात तो यह है कि बिहार में अभी संक्रमित मरीजों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग नहीं हो पा रही है। इस कारण यह पता नहीं चल पा रहा है कि बिहार में जो कोरोना केस मिल रहे हैं, वो नए वैरिएंट जेएन-1 के हैं या ओमिक्रॉन से पीड़ित हैं।

कहीं रेड तो कहीं ऑरेंज अलर्ट, जानें सर्दी के सितम को लेकर आईएमडी की क्या है चेतावनी

साल 2024 का पहले हफ्ता कैसा रहेगा, आईएमडी ने उत्तर भारत को लेकर जारी किया डबल अलर्ट।

HIGHLIGHTS

  • नए साल की शुरुआत में शुरू होगा सर्दी का सितम
  • देश के कई राज्यों में आने वाले चार दिन बढ़ेगी ठिठुरन
  • आईएमडी ने कई राज्यों के लिए जारी किए रेड और ऑरेंज अलर्ट

देशभर के ज्यादातर इलाकों में नए साल की शुरुआत ही जोरदार ठंड के साथ हुई है. पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों तक सर्दी का सितम जारी है. यही नहीं कई इलाकों में बर्फबारी और बारिश ने लोगों के लिए मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ा दी हैं. इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी IMD की ओर से बड़ी चेतावनी भी जारी की गई है. मौसम विभाग ने देश के कई इलाकों को लेकर ठिठुरन बढ़ने और पारा गिरने का संकेत दिया है. मौसम वैज्ञानिकों ने कुछ इलाकों में रेड अलर्ट तो कुछ क्षेत्रों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया है. आइए जानते हैं मैदान से लेकर पहाड़ों तक और आपके राज्य में आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम का हाल।

देश के कई इलाके इन दिनों शीतलहर (Cold Wave) की चपेट में हैं. फिर चाहे वो उत्तर भारत के राज्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब या दिल्ली हों या फिर मध्य क्षेत्र के एमपी, छत्तीसगढ़ हर जगह इन दिनों सर्दी का सितम जारी है. पहाड़ी राज्यों में स्थिति और भी गंभीर है. यहां पर बीते कई दिनों से बर्फबारी का दौर जारी है. इसकी वजह से तापमान में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है. हालांकि तेज हवाओं के चलते धुंध या कोहरे से थोड़ी राहत जरूर मिली है।

नए साल पर मां वैष्णो देवी के दर्शन के लिए उमड़ी भारी भीड़, कटरा में यात्रा रोकी :माता वैष्णोदेवी

इस साल अभी तक 97 लाख के लगभग लोगों ने मां वैष्णो देवी के दर्शन किए हैं. इससे पहले 2012 में एक करोड़ श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए थे।

जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों की चोटी पर मौजूद वैष्णो माता मंदिर में रविवार को दर्शन को लेकर होने वाली यात्रा पर फिलहाल रोक लगा दी है।नव वर्ष की पूर्व संध्या पर माता के दर्शन को लेकर कटरा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है।इसकी वजह से श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) की यात्रा को कुछ समय के लिए रोक दिया गया है।यह सूचना ऐसे समय में आई है कि जब साल 2023 में यात्रियों की संख्या में बीते 10 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा है. इस साल अभी तक 97 लाख के लगभग लोगों ने मां वैष्णो देवी के दर्शन किए हैं. इससे पहले 2012 में एक करोड़ श्रद्धालुओं ने माता के दर्शन किए थे. 2024 जनवरी में यह आंकड़ा 1 करोड़ तक पहुंचने संभावना है।

नए साल पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए श्राइन बोर्ड की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. मां  वैष्णो देवी भवन के साथ सभी मार्ग और कटरा में सुरक्षा बलों के साथ पुलिस विभाग की अन्य कंपनियों की तैनाती की गई है. ड्रोन से सुरक्षा की निगरानी होगी. नए साल 2024 के आगमन को लेकर 31 दिसंबर को आने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को लेकर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की ओर से कई उपाय किए गए हैं.

भीड़ को काबू करने के लिए बोर्ड की ओर से मां वैष्णो देवी यात्रा करने वाले हर श्रद्धालु को खास स्टीकर वाले आईडी कार्ड दिए हैं।इससे यात्रा को ट्रैक किया जा सकेगा।यह सूचना श्राइन बोर्ड को मिलती रहेगी. वहीं दूसरी ओर देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों को लेकर श्राइन बोर्ड ने निर्णय लिया है. श्रद्धालुओं को बिना मास्क  के यात्रा करने की इजाजत नहीं मिलेगी।

 

31 दिसंबर रहा सबसे प्रदूषित, जानिए नए साल के पहले दिन कैसे रहेंगे हालात; कई इलाकों का AQI 400 पार

राजधानी में प्रदूषण के स्तर में आंशिक सुधार हुआ लेकिन यह सुधार इतना ज्यादा नहीं कि लोगों को राहत मिल सके। इस वजह से वर्ष 2013 के अंतिम दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर बरकरार रही। वहीं दिल्ली के 14 इलाकों में एयर इंडेक्स 400 से अधिक रहा। इससे वर्ष 2023 के आखिरी दिन दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही।

HIGHLIGHTS

  1. दिल्ली के 14 इलाकों में एयर इंडेक्स 400 से अधिक
  2. इससे हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बरकरार रही

राजधानी में प्रदूषण के स्तर में आंशिक सुधार हुआ, लेकिन यह सुधार इतना ज्यादा नहीं कि लोगों को राहत मिल सके। इस वजह से वर्ष 2013 के अंतिम दिन दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर बरकरार रही।

वहीं दिल्ली के 14 इलाकों में एयर इंडेक्स 400 से अधिक रहा। इससे वर्ष 2023 के आखिरी दिन दिल्ली देश में सबसे अधिक प्रदूषित रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार पहली जनवरी को भी प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है। इसलिए हवा की बेहद खराब गुणवत्ता के बीच ही नए वर्ष का आगाज होगा।

सीपीसीबी का कहना है कि स्थानीय मौसमी परिस्थितियों के कारण एक से तीन जनवरी तक दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी रहेगी। नए वर्ष के जश्न के मद्देनजर रविवार रात यदि आतिशबाजी अधिक हुई तो प्रदूषण का स्तर ज्यादा भी बढ़ सकता है।

दिल्ली का एयर इंडेक्स 400 के पार पहुंचा

सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का एयर इंडेक्स 382 रहा, जो बेहद खराब श्रेणी में उच्च स्तर पर है। पिछले दिन दिल्ली का एयर इंडेक्स 400 पहुंच गया था। इसके मुकाबले एयर इंडेक्स में 18 अंकों की कमी आई। लेकिन दिल्ली के 37 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 14 जगहों पर एयर इंडेक्स 400 से अधिक होने से उन जगहों पर हवा की गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रही।

दिल्ली के ये इलाके रहे सबसे प्रदूषित

मुंडका, पंजाबी बाग, नेहरू नगर, आरके पुरम व द्वारका सेक्टर आठ में प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक रहा। सीपीसीबी द्वारा जारी देश के 244 शहरों की एयर क्वालिटी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स सबसे ज्यादा रहा। एनसीआर के प्रमुख शहरों में भी नोएडा व ग्रेटर नोएडा में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रही। एनसीआर के अन्य प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में रही।

एनसीआर का एयर इंडेक्स

दिल्ली 382
ग्रेटर नोएडा 323
नोएडा 346
फरीदाबाद 285
गाजियाबाद 294
गुरुग्राम 292

दिल्ली में अधिक प्रदूषित जगहों का एयर इंडेक्स

मुंडका 424
पंजाबी बाग 422
नेहरू नगर 422
आरके पुरम 421
द्वारका सेक्टर आठ 418

नए साल पर मौसम विभाग का अलर्ट! शीतलहर का प्रकोप, जानें पूरी जानकारी

कड़ाके की ठंड ने उत्तर भारत के बड़े हिस्से को अपनी गिरफ्त में ले रखा है। इंडिया मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (आईएमडी) ने शनिवार को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, यूपी और उत्तरी राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 7-10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया। घने कोहरे के कारण शनिवार को लगातार चौथे दिन ट्रेन सेवा प्रभावित हुई और दिल्ली आने वाली लगभग 30 ट्रेनें देरी से आईं।

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, जयपुर और राष्ट्रीय राजधानी सहित उत्तर के शहर शनिवार सुबह शीत लहर और घने कोहरे की चपेट में रहे। वेस्ट यूपी के जिलों में शनिवार को भी घना कोहरा छाया रहा। इस दौरान कोहरे में हुए सड़क हादसों में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई, जबकि नौ लोग घायल हो गए।

गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश में सुबह 8.30 बजे घना कोहरा छाया हुआ था, जिसे आईएमडी द्वारा एक उपग्रह छवि में कैद किया गया था।

मौसम विभाग ने चेतावनी दी कि 31 दिसंबर की सुबह उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान और बिहार के कई स्थानों पर घने से बहुत घने कोहरे रहने की संभावना है। वहीं, 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में कोहरा छाए रहने की भी संभावना है। शनिवार और रविवार को ओडिशा, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश होगी।

कोहरे के कारण राष्ट्रीय राजधानी आने-जाने वाले यात्रियों को भी कठिनाई हुईं। क्योंकि कम दृश्यता के कारण कई उड़ानों और ट्रेनों में देरी हुई और उनका मार्ग बदल दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, शनिवार सुबह 8.30 बजे तक दिल्ली के आईजीआई हवाई अड्डे पर मौसम की स्थिति के कारण लगभग 80 उड़ानों में देरी होने की सूचना है।

कोहरे से निपटने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सड़क सुरक्षा के उपाय तलाशे

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण कोहरे के हालात में कम दृश्यता से निपटने के लिए राष्‍ट्रीय राजमार्गों पर सड़क सुरक्षा के उपाय कर रहा है। इन उपायों में मिटे हुए और क्षतिग्रस्त सड़क संकेतों को नया रूप देना, परावर्तक उपकरणों की दृश्‍यता बढ़ाना और बस्तियों तथा दुर्घटना की आशंका वाले स्‍थानों में रेड मार्किंग करना शामिल है।

प्राधिकरण ने राजमार्गों का इस्‍तेमाल करने वालों को कम दृश्‍यता की स्थिति में अपनाए जाने वाले उपायों की जानकारी देने के उपाय भी किए हैं। इनमें वेरिएबल संदेश, संप्रेषण या इलेक्‍ट्रॉनिक साइनेज के जरिए कोहरे की स्थिति के बारे में अलर्ट जारी करना शामिल है।

 

सोशल मीडिया कंपनियों से अवैध सट्टेबाजी लोन ऐप के विज्ञापनों पर लगेगा बैन, केंद्र सरकार लेगी एक्शन

केंद्र ने बुधवार को कहा कि उसने सोशल मीडिया सहायक कंपनियों और ऑनलाइन प्लेटफार्मों को मौजूदा आईटी नियमों के तहत अवैध लोन और सट्टेबाजी ऐप्स को सक्रिय रूप से प्रतिबंधित करने और हटाने का निर्देश दिया है।

मंगलवार को, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने सभी डिजिटल मध्यस्थों को मौजूदा आईटी नियमों का सक्रिय रूप से पालन करने के लिए एक एडवाइजरी जारी की, विशेष रूप से गलत सूचना और डीपफेक के संदर्भ में। आईटी मंत्रालय ने अवैध ऋण और सट्टेबाजी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाने के लिए मध्यस्थों के दायित्व को भी रेखांकित किया।

एडवाइजरी के अनुसार, “प्लेटफार्म को यूजर्स को घोटाला करने और गुमराह करने की क्षमता वाले अवैध लोन और सट्टेबाजी ऐप्स के किसी भी विज्ञापन की अनुमति न देने के लिए अतिरिक्त उपाय करने चाहिए, जिसके परिणामों की पूरी जिम्मेदारी प्लेटफार्म की होगी।”

यह एडवाइजरी डीपफेक, गलत सूचना और अवैध लोन और सट्टेबाजी ऐप्स के प्रसार जैसे खतरों से निपटने के लिए सरकार के निर्णायक प्रयासों की पृष्ठभूमि में आई है, जो सभी डिजिटल नागरिकों के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय इंटरनेट बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

अक्टूबर में बुलाई गई एक बैठक में, इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अवैध सट्टेबाजी ऐप्स के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई पर चर्चा की। बैठक के दौरान, आईटी मंत्रालय ने आरबीआई से बैंकों के लिए अपने ग्राहक को जानें (केवाईसी) प्रक्रिया को अधिक व्यापक बनाने का आग्रह किया था।

इस प्रस्तावित केवाईसी प्रक्रिया, जिसे ‘नो योर डिजिटल फाइनेंस ऐप’ (केवाईडीएफए) कहा जाता है, की परिकल्पना लोन ऐप्स का प्रभावी ढंग से पता लगाने और पता लगाने की क्षमता को बढ़ाने के लिए की गई है। यह सिफारिश आधिकारिक तौर पर वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) और आरबीआई को 13 अक्टूबर को सूचित की गई थी।

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री, राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को कहा कि जिन क्षेत्रों पर हम अब कार्रवाई कर रहे हैं उनमें से एक धोखाधड़ी वाले लोन ऐप्स का विज्ञापन है जो कई प्लेटफॉर्म पर चल रहे हैं।

मंत्री ने कहा, “हमने कल की एडवाइजरी के माध्यम से यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी मध्यस्थ धोखाधड़ी वाले लोन ऐप्स का विज्ञापन नहीं कर सकता क्योंकि यह भ्रामक होगा और इंटरनेट का उपयोग करने वाले लोगों का शोषण करेगा।” सलाहकार ने बिचौलियों द्वारा नियोजित मजबूत शिकायत निवारण तंत्र के महत्व पर भी जोर दिया।

तीन गुना बढ़ गए बैंक फ्रॉड के मामले, प्राइवेट बैंक हो रहे सबसे ज्यादा शिकार, RBI ने जारी की रिपोर्ट

देश में बैंक धोखाधड़ी के मामले तीन गुना तक बढ़ गए हैं. बैंक फ्रॉड का सबसे ज्यादा शिकार प्राइवेट बैंक हो रहे हैं. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI)  द्वारा जारी रिपोर्ट से इन आंकड़ों का खुलासा हुआ है. हालांकि, राहत की बात यह रही कि धोखाधड़ी के मामले बढ़ने के बावजूद इनमें शामिल रकम में कमी आई है.

धोखाधड़ी के 14,483 मामले सामने आए

आरबीआई के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में बैंक धोखाधड़ी के मामलों की संख्या बढ़कर 14,483 हो गई. मगर, इन धोखाधड़ी में शामिल राशि पिछले साल की तुलना में सिर्फ 14.9 फीसदी रही है. आरबीआई द्वारा ‘भारत में बैंक की प्रवृत्ति और प्रगति 2022-23’ पर बुधवार को रिपोर्ट जारी की गई. इसमें कहा गया है कि बैंकिंग और पेमेंट सिस्टम को साइबर फ्रॉड एवं आंकड़ों में सेंध के जोखिमों से बचाना बहुत जरूरी है.

5,396 मामलों में हुआ था 17,685 करोड़ रुपये का फ्रॉड 

रिपोर्ट के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में 2,642 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के कुल 14,483 मामले सामने आए. एक साल पहले इसी अवधि में फ्रॉड के 5,396 मामले सामने आए थे. इनमें 17,685 करोड़ रुपये का हेरफेर हुआ थे.

फ्रॉड से गिरती है बैंकों की साख 

रिजर्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, धोखाधड़ी से बैंकों की प्रतिष्ठा और कामकाज पर बुरा असर पड़ता है. इससे बैंकिंग प्रणाली में ग्राहकों का भरोसा भी कम होता है. ग्राहकों के बीच बैंकों की साख गिरती है. वित्त वर्ष 2022-23 में बैंकों में धोखाधड़ी के कुल मामले 6 साल के निचले स्तर पर आ गए हैं. साथ ही फ्रॉड में शामिल औसत राशि भी एक दशक में सबसे कम है.

इंटरनेट फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे 

रिपोर्ट कहती है कि पिछले वित्त वर्ष में कार्ड और इंटरनेट फ्रॉड बढ़े हैं. नई तकनीक के आने से साइबर हमले, डेटा से छेड़छाड़ और कामकाज ठप होने का जोखिम भी बढ़ गया है. बैंकों को संभावित खतरे दूर करने के लिए नई तकनीकों और साइबर फ्रॉड को बेहतर ढंग से पहचानकर बदलाव करने होंगे. बैंक सिस्टम मजबूत और सुरक्षित बनाकर ही इन खतरों से बचाव किया जा सकेगा.

एआई का इस्तेमाल बढ़ाकर बैंक रोक रहे फ्रॉड

बैंक भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का फायदा उठा रहे हैं. बैंकों ने ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए चैटबॉट या ‘वर्चुअल असिस्टेंट’ भी तैनात किए हैं. रिपोर्ट में यह उम्मीद जताई गई है कि एआई  सिस्टम में बड़े बदलाव आएंगे. यह फाईनेंशियल सर्विस सेक्टर को बदलकर रख देगा.

बिहार में कोरोना की एंट्री, रोहतास में 10 साल की बच्ची कोरोना पॉजिटिव, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

देश में कोरोना के केसेज लगातार बढ़ रहे है। देश में 24 घंटे में कोरोना के 628 नये मामले सामने आए हैं। कोरोना के नये वैरिएंट JN.1 से कर्नाटक में 3 लोगों की मौत हो गयी है। वही बिहार में भी कोरोना एंट्री हो चुकी है। रोहतास जिले में 10 साल की बच्ची की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। फिलहाल बच्ची की हालत ठीक है। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी पुष्टि की है।

स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि बुखार और खांसी की शिकायत के बाद बच्ची का कोरोना टेस्ट कराया गया था जिसमें उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली है। बच्ची का इलाज चल रहा है उसकी तबीयत अब ठीक है। उन्होंने बताया कि सोमवार को बिहार में 5000 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ है। जिसमें रोहतास की एक बच्ची की कोरोना संक्रमित मिली है। आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट मोड में आ गई हैं। पटना में दो और गोपालगंज में ओमिक्रोन के सब वैरिएंट जेएन-1 के एक संक्रमित मरीज के मिलने के बाद बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के लिए नई गाइडलाइन जारी किया है और कोरोना को लेकर सख्ती बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल आने वाले सभी बुखार, खांसी और सांस संबंधी बीमारियों और सिवियर एक्यूट रेस्परेटरी इंफेक्शन के रोगियों की कोरोना जांच अनिवार्य कर दिया है। अगर किसी मरीज की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो जिनोम सिक्वेंसिंग भी की जाएगी।कोविड के तीन नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों के साथ साथ सभी जिलों के सिविल सर्जन को कोरोना की नई गाइडलाइन जारी की है।

स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को आरटी-पीसीआर जांच की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। वहीं LLI-SARI के मामलों की रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड करने को कहा है। इसके साथ ही साथ अस्पतालों में ऑक्सीजन, आइसीयू, डॉक्टर समेत दवा, बेड और अन्य उपकरणों की उपलब्धता सुनिशित करने का निर्देश दिया है। सभी अस्पतालों में मास्क का इस्तेमाल और सैनिटाइजर का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है।

वही सोमवार को कर्नाटक में 106 नये मामले दर्ज किये गये हैं वही केरल में भी कोरोना ब्लास्ट हुआ है यहां एक दिन में 376 नए मामले सामने आए हैं। एक मरीज की मौत भी हुई है। जिसमें 6 केस नये वैरिएंट के हैं। केरल में पिछले 5 दिन में 8 मरीजों की मौत हो चुकी है।  देश में 24 घंटे में कोरोना के 628 मामले सामने आए हैं। एक्टिव केस की संख्या 4 हजार 52 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक,नए वैरिएंट JN.1 के मामले देश में 63 मिले हैं। जबकि 24 घंटे में 315 लोग कोरोना से रिकवर भी हुए हैं।

सबसे ज्यादा कोरोना का असर केरल में दिख रहा है। केरल के बाद कर्नाटक और महाराष्ट्र में इसका ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। कर्नाटक में एक दिन में 106 और महाराष्ट्र में 50 केसेज सामने आए है। महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे भी कोरोना संक्रमित हो गये हैं। नागपुर में विधानसभा सत्र के दौरान 20 दिसंबर को ही वे पॉजिटिव हुए थे। जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई तब 21 दिसंबर को वो घर में आइसोलेट हो गये। वे घर से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मीटिंग कर रहे हैं। इसे लेकर डब्लूएचओ ने एडवाइजरी भी जारी की है। लोगों को भीड़ से बचने और चेहरे पर मास्क लगाने को कहा गया है।