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दरभंगा से अयोध्या के लिए मिली नई फ्लाइट की सौगात, 1 फरवरी से स्पाइस जेट 1 घंटे में पहुंचेगी अयोध्या

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नए साल में भारत सरकार के आदेश पर स्पाइस जेट एयरलाइंस ने 1 फरवरी से दरभंगा एयरपोर्ट से अयोध्या के लिए सीधी उड़ान परिचालन शुरू करने की घोषणा की है. घोषणा के बाद मिथिलांचलवासियों के बीच खुशी की लहर है. वहीं दरभंगा के भाजपा सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि नए साल में मोदी सरकार द्वारा दरभंगा सहित सम्पूर्ण मिथिलावासियों को एक के बाद एक कई नए तोहफे दिए जा रहा हैं।

‘दरभंगा से अयोध्या के लिए नई फ्लाइट’: सांसद ने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर में मिथिला के पाहुन भगवान श्री राम का दिव्य प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री मोदी के हाथों होना है. उन्होंने कहा कि मिथिला और अयोध्या का नाता आदि काल से है. नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा पहले ही रामायण सर्किट योजना के माध्यम से दरभंगा सीतामढ़ी और अयोध्या को एनएच सड़कों से कनेक्टिविटी प्रदान की जा चुकी है।

“दरभंगा से अयोध्या का हवाई मार्ग से जुड़ना किसी बड़े सपने के पूरा होने जैसा है. इस पुनीत कार्य से आठ करोड़ मिथिलावासी को राम दर्शन का लाभ मिलेगा. नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा रामायण सर्किट योजना के माध्यम से दरभंगा, सीतामढ़ी और अयोध्या को एनएच सड़कों से कनेक्टिविटी भी प्रदान की जा चुकी हैं”- डॉ गोपाल जी ठाकुर, सांसद

वृद्ध और दिव्यांगजन को होगी सहूलियत: उन्होंने बताया कि स्पाइस जेट का विमान दरभंगा से 11 बजकर 20 बजे प्रस्थान कर 12 बजकर 30 मिनट पर अयोध्या पहुंचेगी. वहीं अयोध्या से 9 बजकर 40 बजे उड़ान भरने के बाद 10 बजकर 50 मिनट पर दरभंगा पहुंचेगी. वही उन्होंने कहा कि इससे लोग कम समय में अयोध्या जाकर सीताराम का दर्शन कर पूजा अर्चना कर सकेंगे. इससे महिला, वृद्ध और दिव्यांगजन को काफी सहूलियत मिलेगी. वही उन्होंने कहा कि इस पुनीत कार्य के लिए आठ करोड़ मिथिलावासी को राम दर्शन का लाभ मिलेगा।

 

31 साल बाद अन्न खाएंगे बिहार के झमेली बाबा, राम मंदिर के लिए ली थी ‘ये भीष्म प्रतिज्ञा’

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अयोध्या में 22 तारीख को राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है. जिसको लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. वहीं दरभंगा जिला के खैरा गांव में एक ऐसे राम भक्त हैं, जिन्होंने संकल्प लिया था कि जब तक राम मंदिर बनकर तैयार नहीं होगा, तब तक वे अन्न ग्रहण नहीं करेंगे. ये राम सेवक 31 वर्ष से फल खाकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं।

राम मंदिर बनने के लिए लिया संकल्प

राम भक्त झमेली बाबा ने बताया कि 22 जनवरी को जब रामलला अपने घर में प्रवेश करेंगे तो वो खुद अपने हाथों से सेंधा नमक से खाना बनाएंगे और खाना खाकर 31 वर्ष के बाद संकल्प तोड़ेंगे. बाबरी मस्जिद ध्वस्त करने के दौरान झमेली बाबा ने वहां के स्टूडियों में अपनी तस्वीर भी खिंचाई थी, जिसे स्टूडियो वाले ने डाक के माध्यम से भेजा था, तस्वीर को आज भी झमेली बाबा संभाल कर रखे हुए हैं।

बाबरी मस्जिद विध्वंस में थे सक्रिय

दरअसल, दरभंगा जिला के बहादुरपुर प्रखंड के खैरा गांव के रहने वाले वीरेंद्र कुमार बैठा उर्फ झमेली बाबा बचपन से ही स्वयं सेवक के सक्रीय सदस्य रहे हैं. वो विश्व हिंदू परिषद के आह्वान पर 1992 में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने का निर्णय पर जिला से लगभग ढाई सौ कार सेवकों के साथ अयोध्या के लिए निकले थे. अयोध्या पहुंचने पर विश्व हिंदू परिषद के बिहार प्रांत के अध्यक्ष महादेव प्रसाद जायसवाल, झमेली बाबा व अन्य लोग लोहे के पाइप के सहारे मस्जिद पर चढ़े और बाबरी मस्जिद को ध्वस्त करने में सफल रहे।

पान की दुकान चलाने लगे झमेली बाबा

जैसे ही बाबरी मस्जिद धराशायी हुआ, सभी राम भक्त निशानी के रूप में ईंट आदि लेकर वहां से रवाना हो गए. इस बीच सरयू नदी में स्नान के बाद अयोध्या में भव्य रामलला मंदिर निर्माण हो, इस मनोकामना के साथ झमेली बाबा ने संकल्प लिया कि जब तक राम मंदिर बनकर तैयार नहीं होगा, तब तक अन्न का एक दाना ग्रहण नहीं करेंगे. सिर्फ फलहार पर रहेंगे. संकल्प के बाद झमेली बाबा दरभंगा लौटे और अपने गांव में पान की दुकान चला कर जीवन यापन करने लगे।

झमेली बाबा ने नहीं की है शादी

इस दौरान उन्होंने शादी तक नहीं की. अपने जीवन को समाज के लिए समर्पित कर दिया. वहीं झमेली बाबा ने बताया कि अयोध्या से आठ दिसंबर को अपने कुछ साथियों के साथ दरभंगा पहुंचें. हालांकि, यहां भी पुलिस उन लोगों को खोज रही थी. लहेरियासराय स्टेशन से रेलवे ट्रेक होते हुए बलभद्रपुर आरएसएस कार्यालय पहुंचे. इसके बाद उन लोगों की जान बची. इसके बाद वे बाबा के रूप में रहने लगे और लहेरियासराय थाना क्षेत्र के जीएन गंज रोड में पान की दुकान चलाने लगे।

रामलला के दर्शन के लिए जाएंगे बाबा

इतना ही नहीं उन्होंने गांव की सारी संपत्ति अपने दिव्यांग भाई को सौंप दिया. अयोध्या में मंदिर बने उसको लेकर सभी पूर्णिमा और सावन माह के हर सोमवार को देवघर डाक बम बन कर जाते रहे. आज उनका सपना पूरा हुआ और वो अब 23 तारीख को सुल्तानगंज से जल लेकर देवघर बाबा को जल अर्पण करेंगे. उसके बाद अयोध्या जाकर रामलला की पूजा भी करेंगे।

“हम लोगों ने मस्जिद के उपर चढ़कर गुंबद को गिराया था. सैकड़ों कार सेवक यहां से गए थे, जब वहां से लोटे तो पुलिस यहां भी हम लोग को खोज रही थी. सरयू नदी में स्नान के बाद संकल्प लिया कि जब तक रामलला की मंदिर वहां नहीं बन जाती तब तक अन्न का एक दाना भी नहीं खाएंगे. अब मंदिर बन गया है तो बड़ी खुशी की बात है, 22 तारीख को अन्न का दाना ग्रहण करेंगे.”-वीरेंद्र कुमार बैठा उर्फ झमेली बाबा, कार सेवक

BPSC महिला शिक्षक ने उजाड़ा महिला पुलिसकर्मी का घर, जिसने घर मे रखा उसकी ही पति के साथ भागी

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यूं तो पूरा मिथिला अतिथि सत्कार के लिए जाना जाता है, लेकिन अतिथि सत्कार और मान सम्मान देना कैसे एक महिला सिपाही को भारी पड़ गया, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. जिस महिला सिपाही को दया करुणा दिखाते हुए उत्तर प्रदेश की एक BPSC पास महिला शिक्षक को अपने घर ले गई, ताकि मजबूर टीचर को किसी प्रकार की परेशानी न हो, लेकिन हुआ इसके ठीक उल्टा.

कुछ ही दिन में अतिथि बनी महिला टीचर महिला सिपाही के पति के इतने करीब पहुंच गई कि दोनों घर छोड़ भाग गए. अब पीड़ित महिला सिपाही ने न्याय के लिए खुद दरभंगा के लहेरियासराय थाने में अपने पति मानु कुमार यादव के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज़ कराई है. प्राथमिकी दर्ज़ होने की पुष्टि दरभंगा सदर के SDPO अमित कुमार ने भी की है.

महिला सिपाही के लिखित आवेदन के अनुसार, वह फिलहाल दरभंगा पुलिस लाइन में रहती है और दरभंगा के यातायात थाने में सिपाही के पद पर तैनात है, लेकिन कुछ महीने पहले तक वह अपने पति मनु कुमार यादव के साथ दरभंगा के सैदनगर मुहल्ले में एक किराए के मकान में रहती थी. सब कुछ ठीक चल रहा था. इसी बीच उत्तर प्रदेश की एक महिला जो BPSC परीक्षा पास की काउंसलिंग के लिए दरभंगा आई थी. तब महिला सिपाही की ड्यूटी दरभंगा के एम. एल. एकेडमी स्कूल में ड्यूटी लगी थी. इसी स्कूल में BPSC पास महिला शिक्षक की भी काउंसिलिंग होनी थी.

यही महिला सिपाही के साथ उत्तर प्रदेश से आई महिला शिक्षक की मुलाक़ात हुई. दोनों के आपसी परिचय में महिला शिक्षक उनके गांव के पड़ोस की निकल जाती है. ऐसे में महिला सिपाही ने अपनी दरियादिली दिखाते हुए उक्त महिला टीचर को अपने घर रख लिया, ताकि उसे स्‍कूल आने जाने में ज्यादा परेशानी न हो. इस बीच महिला शिक्षक करीब एक महीने से उसके घर में रही.

इस दौरान महिला सिपाही का पति मनु कुमार यादव और महिला शिक्षक करीब आ गए और उसके बीच अवैध संबंध बन गए. इसके बाद महिला टीचर को दूसरे स्कूल में जाना था, ऐसे में वह वहां से चली गई तो उसका पति भी अचानक से गायब हो गया. अब वह दूधमुंहे बच्ची के साथ परेशान है. जब पति को फोन लगाती है तो पति फोन उठाता नहीं है. ज्यादातर समय फोन बंद रहता है. जब फोन पति उठाता है तो साथ नहीं रहने की बात कह तलाक देने के लिए दबाब बनता है. महिला टीचर को फोन लगाती है तो महिला टीचर धमकी देती है. महिला टीचर के पिता को फोन करती है तो वह अपने बेटी को सही बताता है. ऐसे में उसे कुछ समझ नहीं आ रहा कि क्या करे.

रामलला के लिए सोने का मुकुट, चांदी की चरण पादुका और तीर धनुष लेकर अयोध्या जा रहा दरभंगा राज परिवार

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22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. देश-विदेश के 6 हजार लोग इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं. बिहार के कुल 25 लोगों को निमंत्रण पत्र दिया गया है. मिथिला से दरभंगा राजपरिवार के कुमार कपिलेश्वर सिंह सहित तीन लोगों को आमंत्रण पत्र दिया गया है. जिसको लेकर राज परिवार व मिथिलावासियों में खुशी की लहर है।

दरभंगा राज परिवार को अयोध्या से निमंत्रण

कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि यह बड़ा सौभाग्य कि बात है कि ऐसे भव्य अवसर पर प्रत्यक्ष उपस्थिति का अवसर हमारे परिवार को मिला है. निश्चित रूप से यह हमारे पूर्वजों का आशीर्वाद है. जिसके कारण हमें आज ऐसा अवसर मिला है. कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि मिथिलावासियों की ओर से प्रभु राम के लिए हमलोग सोने का मुकुट, चांदी की चरण पादुका और तीर धनुष ले कर जा रहे हैं. साथ ही दरभंगा का प्रतीक चिन्ह भी लेके जा रहे हैं।

यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है की 6 हजार लोगों में हमारा परिवार शामिल है. जिसमें 4 हजार संत ही हैं. सिर्फ 2 हजार लोग हैं जिसमें मैं भी हूं. मुझे लगता है की पिछले जन्म में मैने कुछ किया होगा या फिर मेरे पूर्वजों का आशीर्वाद है. जिसकी वजह से मुझे ऐसा अवसर मिला है.”-कपिलेश्वर सिंह, दरभंगा राज परिवार के सदस्य

4000 संतों को निमंत्रण

वहीं, निमंत्रण पत्र लेकर दरभंगा पहुंचे विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष जीवेश्वर मिश्र ने कहा कि 500 वर्षों के बाद भगवान राम अपने जन्म स्थान पर पुनः प्रतिष्ठित होने जा रहे हैं. उसके लिए तीर्थ क्षेत्र न्यास निमंत्रण समिति, सम्पूर्ण विश्व और भारत में भेजा है. उसमें से 4 हजार पूज्य संतों को राम की नगरी अयोध्या बुलाया गया है. 2 हजार देश के प्रमुख लोगों को न्योता दिया गया है. जिसमें 50 लोग विदेश से शामिल हैं।

मिथिला से दरभंगा राज परिवार के कुमार कपलेश्वर सिंह, उनकी धर्म पत्नी और पुत्र को वहां पर आने के लिए हमलोग आमंत्रण पत्र देने के लिए पहुंचे हैं.”- जीवेश्वर मिश्र, केंद्रीय उपाध्यक्ष, विहिप

‘भगवान राम पर किसी का कॉपी राइट नहीं है’, पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद का बीजेपी पर हमला

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पूर्व क्रिकेट सह दरभंगा के पूर्व सांसद कीर्ति आजाद ने 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्रतिक्रिया दी है. अपने दरभंगा आवास पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस दिन कोर्ट के आदेश पर राम मंदिर के बनने की घोषणा हुई थी, तब से बड़ी प्रसन्नता है।

’22 जनवरी को मंदिर जाना जरूरी नहीं है’

कीर्ति आजाद ने कहा कि सभी लोग जानते है कि मां सीता की जन्मस्थली मिथिला है. हम लोग यहीं से आते हैं. प्रभु श्री राम का मिथिला ससुराल है. इससे बढ़कर हमारे लिए और प्रसन्नता की बात क्या होगी. भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है।

कोई आवश्यकता नहीं कि हम 22 जनवरी को ही अयोध्या जाए. अगर हम 22 को नहीं जायेंगे तो इसका मतलब ये नहीं कि हम सनातन धर्म के विरोधी हैं. वर्तमान में दो शंकराचार्य कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं. तो क्या वह सनातन धर्म के विरोधी हो गए?”- कीर्ति आजाद, पूर्व सांसद सह पूर्व क्रिकेटर

‘मंदिर के पूर्ण निर्माण के बाद हम जाएंगे’

उन्होंने आगे कहा कि ऐसे मामलों को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए. जब राम मंदिर पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जाएगा, तब सीता मां की तरफ से हम लोग हजारों लाखों लोग जायेंगे और मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करेंगे।

प्रभु राम पर बीजेपी का कॉपी राइट नहीं

वहीं राम मंदिर को राजनीतिक रंग देने के सवाल पर उन्होंने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ये तो शुरू से पता है कि ये लोग धर्म के नाम पर लोगों को लड़ाते हैं. लेकिन राम तो सबके हैं. केवल भारतीय जनता पार्टी का कॉपी राइट नहीं है।

रामनवमी को करना चाहिए था प्राण प्रतिष्ठा

पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि अगर कोई नहीं जा रहा है तो उसमें कई कारण हो सकते हैं. वहीं उन्होंने कहा कि रामनवमी के दिन तक अवश्य मंदिर तैयार हो जाता. उस दिन करना चाहिए था. क्योकि उस दिन रामलला के छोटे बचपन की मूर्ति लग रही है. उसकी प्राण प्रतिष्ठा होनी है।

क्या बीजेपी में होगी कीर्ति आजाद की वापसी?

क्या आप फिर से बीजेपी के साथ आ सकते हैं, इस सवाल का जवाब देते हुए कीर्ति आजाद ने कहा कि क्या भाजपा, क्या कांग्रेस और क्या आरजेडी सभी के साथ मेरे मधुर संबंध हैं. तीन बार मैं बीजेपी साथ रहा और एमपी रहा. उस दौरान हमने बिना जाति धर्म देखे सभी का काम किया. चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं है इसलिए बहुत जल्द मैं किस पार्टी में जा रहा हूं ये सभी को पता चल जाएगा।

अयोध्या की तरह दरभंगा में भी है राम मंदिर, काले रूप में विराजमान हैं प्रभु, 300 साल से हो रही पूजा

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देश भर में जहां भगवान राम के मंदिर प्रतिष्ठा समारोह की धूम मची हुई है. वहीं इस प्रतिष्ठा समारोह के लिए देश भर में भक्तों को निमंत्रण भी दिए जा रहे हैं. ऐसे में सभी भक्तों के मन में उत्साह है कि सैकड़ों सालों के बाद भगवान राम का मंदिर बनकर तैयार हो रहा है. वहीं अयोध्या राम मंदिर की तर्ज पर दरभंगा में भी प्रभु श्रीराम का मंदिर है, जो बिल्कुल उसी तरह से निर्मित है. इसका ढांचा भी बिल्कुल अयोध्या राम मंदिर की तरह है. इसके अंदर की कलाकृति सैकड़ों वर्ष पुरानी कारीगरी को दर्शाती है।

काले पत्थर से बनी है श्री राम की मूर्ति

खास बात यह है कि मंदिर में रामजी सिंहासन पर विराजमान हैं, उनके साथ मां सीता भी हैं. राज परिसर स्थित श्रीराम मंदिर नेपाल के जनकपुरधाम से भी प्राचीन है. जानकारी के अनुसार वर्ष 1807 में तत्कालीन महाराज क्षत्र सिंह ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी. आज ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय परिसर के नरगौना पैलेस परिसर के नाम से प्रसिद्ध है. राम मंदिर की बनावट की बात करें तो दक्षिण मुख में रामदरबार बना हुआ है. जिसमें प्रभु श्री राम की मूर्ति काले पत्थर से बनी हुई है।

MBA की छात्रा परिसर में मनाएगी दीपोत्सव

MBA छात्रा शिखा ने कहा कि हमलोग कॉमर्स एंड बिजनेश एडमिस्ट्रेसन की पढ़ाई कर रहे हैं. यहां आने के बाद पता चला कि यह राममंदिर 300 सौ साल पुराना मंदिर है. यहां पर श्रीराम मंदिर में पूजा-अर्चना करने से मन को शांति मिलती है.उन्होंने कहा कि मंदिर काफी पुराना है, लेकिन आज भी मंदिर के अंदर शान्ति मिलती है. हमलोगों ने तय किया है कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलाला का उद्घाटन है. हमलोग तो वहां नहीं जा सकते है. इसीलिए हमलोगों ने फैसला लिया है कि यहां पर दीपोत्सव मनायेगें।

300 वर्ष पुराना है मंदिर

मंदिर के संबंध में कन्हाई कांत झा ने बताया की”1542 में जब राजपरिवार को सम्राट अकबर के द्वारा राजगद्दी प्राप्त हुआ. उस वक्त से हमारा परिवार राजपरिवार से जुड़े रहे है. राम मंदिर लगभग 300 वर्ष पुराना मंदिर है.” इस मंदिर में राजपरिवार के महाराज और महारानी प्रतिदिन सामने वाले तालाब में स्नान कर यहां पूजा-पाठ करते थे।

1934 के भूकंप में मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया था

उन्होंने कहा कि 1934 के भूकंप में मंदिर के क्षतिग्रस्त होने पर तात्कालिक महाराज कामेश्वर सिंह ने इसका जीर्णोद्धार कराया था. लंबे समय तक कामेश्वर सिंह इस मंदिर के सेवक रहे. वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह मंदिर क्षतिग्रस्त हो गया है. जिसके जीणोद्धार के लिए प्रयास किये जा रहे हैं।

1807 में मंदिर की स्थापना

वहीं मंदिर के मुख्य पुजारी कामेश्वर झा ने कहा कि “राजपरिवार के 14वें महाराज क्षत्र सिंह ने 1807 में इस मंदिर की स्थापना की गई थी. वर्तमान में यह मंदिर कामेश्वर धर्म न्यास के अंदर संचालित होता है. राम मंदिर की बनावट की बात करें तो दक्षिण मुख में रामदरबार बना हुआ है. जिसमें प्रभु श्री राम की मूर्ति काले पत्थर से बनी हुई है.”

रामचरित मानस का होता है पाठ

वहीं पूर्व की दिशा में राधा कृष्ण तथा पश्चिम की ओर गौरी शकर का दरबार है. इस मंदिर में आज भी वैदिक रीति से पूजा-पाठ होता है. रामनवी, जानकी नवमी जैसे अवसर पर विशेष पूजा का आयोजन होता है. इस मंदिर की देखरेख कामेश्वर सिंह धार्मिक न्यास के माध्यम से होती है. यहां पर नियमित रूप से सत्संग के माध्यम से रामचरित मानस का पाठ होता है।

बायोमेट्रिक सत्यापन में पकड़ाया फर्जी BPSC शिक्षक, मास्टरमाइंड के पास से 3 लाख कैश बरामद

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शिक्षा विभाग के आदेश पर दरभंगा जिला में 3 जनवरी से चयनित बीपीएससी शिक्षक का बायोमेट्रिक सत्यापन हो रहा है, उसी क्रम में 10 जनवरी को बहेड़ी प्रखंड अंतर्गत चयनित विद्यालय अध्यापक का बायोमेट्रिक सत्यापन किया गया, जिसमें एक फर्जी शिक्षक पकड़ा गया. इसके बाद मौके पर तैनात प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी शिवशंकर कुमार ने लहेरियासराय थाना को लिखित आवेदन देते हुए उसे पुलिस के हवाले कर दिया है।

दरभंगा में पकड़ा गया फर्जी शिक्षक

बताया जाता है कि शिक्षक देवेन्द्र कुमार महतो मध्य विद्यालय खरारी के बहेड़ी में अध्यापक के रूप में कार्यरत थे. प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी शिवशंकर कुमार ने आवेदन के माध्यम से बताया है कि बहेड़ी प्रखंड अंतर्गत चयनित विद्यालय अध्यापक के बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान फर्जी शिक्षक देवेन्द्र कुमार महतो पकड़ा गया है. इनका आधार संख्या – 621103530364, BPSC ROLL क्रमांक – 221192, टीचर आईडी – BPDAR2317107691 का बायोमेट्रिक मिलान नहीं हुआ और ना ही फोटो का मिलान हुआ।

बायोमेट्रिक सत्यापन में खुला राज

पूछताछ के क्रम में अभ्यर्थी ने स्वीकार किया कि उनके साथ आये एक अन्य व्यक्ति जिनका नाम नविन कुमार है, वो फर्जी अध्यापक देवेन्द्र कुमार महतो के जगह पर परीक्षा में बैठे थे. वही उन्होंने अपने आवेदन में कहा है कि जिसे नवीन कुमार ने भी लिखित रूप से स्वीकार किया है की वो देवेन्द्र कुमार, पिता रामवतार महतो के जगह पर परीक्षा में बैठे थे. बायोमेट्रिक सत्यापन के क्रम में यह भी पाया गया कि नवीन कुमार ही परीक्षा में बैठा था. उसकी फोटो का भी मिलान हो गया है।

प्रिंसिपल ने की मामले की पुष्टि

प्रधानध्यापक के द्वारा भी यह स्वीकार किया गया है कि बायोमेट्रिक मिलान के दौरान जिस व्यक्ति का फोटो का मिलान हुआ है, वह व्यक्ति विद्यालय में कार्यरत नहीं था. साथ ही फर्जी शिक्षक और उनके सहयोगी के पास से तीन लाख उनचालीस हजार रुपये पाए गए हैं।

बहेड़ी में विद्यालय अध्यापक का बायोमेट्रिक सत्यापन चल रहा था, उसी दौरान एक फर्जी शिक्षक और उसका सहयोगी पकड़ा गया, जिसने अभ्यर्थी की जगह पर परीक्षा दी थी. उसके पास से तीन लाख रुपया भी मिला है. दोनों के पुलिस को हवाले कर दिया गया है”- शिवशंकर कुमार, प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी

दरभंगा में भाई को खोजने गया था थाने नहीं मिला तो लगा दी आग, गिरफ्तार

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हनुमाननगर (दरभंगा) :भाई को खोजने युवक थाने गया, वहां नहीं मिला तो आग लगा दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक रविवार की देर रात करीब 1 बजे मोरो थाना व थाना के बगल में स्थित प्लस टू हाई स्कूल बसुआरा के पीछे स्थित गार्ड रूम में आग लगा दी।

इस घटना में पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों के बैरक का गेट जल गया। इसके अलावा गार्ड रूम का फर्नीचर, खाना बनाने वाला बर्तन, गैस चूल्हा सहित अन्य सामान जल गए। पुलिस की तत्परता से आग बुझा दिए जाने से बड़ी घटना टल गई।

थानाध्यक्ष प्रिया सिंह के फर्द बयान पर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है।

इसमें थाना क्षेत्र के खपड़पुरा निवासी धर्मेन्द ठाकुर तथा अरूण यादव को नामजद एवं अन्य पर अज्ञात प्राथमिकी दर्ज की गई है।

दरभंगा में बहू ने ससुर पर लगाया गंभीर आरोप, अश्लील वीडियो का भेजता था लिंक, कहानी सुन आप भी हो जायेंगे हैरान

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दरभंगा में एक बहू ने अपने ससुर पर गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने महिला थाने में ससुर के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ससुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पीड़िता ने बताया कि पति मुंबई में काम करता है सास की मौत हो चुकी है। वह ससुर और बच्चे के साथ ससुराल में रहती थी जहां ससुर की गंदी नजर उस पर थी।

ससुर उसे तेज मालिस करने को कहता था। गंदी-गंदी फोटो और अश्लील वीडियो का लिंक मोबाइल पर भेजता था। ससुर की हरकतों से परेशान होकर उसने महिला थाने में ससुर के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी। पीड़िता की शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी ससुर को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

मामला दरभंगा के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के भैरोपट्टी की है। जहां एक बहू ने अपने ससुर अशोक पासवान के खिलाफ गंभीर आरोप लगाया और महिला थाना में शिकायत दर्ज की।पीड़िता ने महिला थाना को बताया कि उसका पति पशुपति पारस मुंबई में कमाने गया गया है। यहां वह अपने बच्चे और ससुर के साथ रहती थी। सास का निधन चार साल पहले ही हो गया है। सास की मौत के बाद वो घर में अकेले रहने लगी।

अकेले पाकर ससुर अशोक पासवान उसके साथ दुर्व्यवहार करता था उससे अपने शरीर पर तेल मालिश करवाता था। इस दौरान हाथ पकड़ लेता था और घर का दरवाजा बंदकर गंदी-गंदी बात करता था। पीड़िता नगीना देवी ने कहा कि उसका ससुर कई बार संबंध बनाने के लिए जोर डालता था कहता था कि बीवी बनकर रहो। ससुर की इस करतूत से परेशान पीड़िता मायके चली गयी वही बच्चे के साथ रहने लगी।

मायके जाने के बाद ससुर मोबाइल पर गंदा मैसेज और फोटो भेजकर परेशान करने लगा। यही नहीं अश्लील वीडियो का लिंक,मैसेज और अपने प्राइवेट पार्ट का फोटो भेजा करता था। इसको लेकर कई बार सामाजिक स्तर पर मामले को सुलझाने का प्रयास किया गया लेकिन वो नहीं माना। इन बातों की जानकारी पति को भी थी लेकिन उन्होंने भी पिता की करतूत पर पर्दा डालने की कोशिश की। पिता को कभी समझाने की कोशिश उन्होंने नहीं की।

वही बहू के आरोप पर गिरफ्तार ससुर अशोक पासवान का कहना है कि यह हमारे घर का निजी मामला है। बेटा और बहू के बीच विवाद चल रहा था। इसी बात को लेकर मैंने डांट फटकार लगाई और गाली-गलौज की। जिसके बाद बेटा मुंबई चला गया। इसी बीच बहू ने बेटे से कहा की मुझे मायके पहुंचा दो नहीं तो जहर खा लूंगी। मुंबई जाने से पहले बेटे ने अपनी पत्नी को मायके पहुंचा दिया। जिसके बाद अपने घर पर मैं अकेले रहने लगा। मेरे ऊपर लगाये गये सभी आरोप बेबुनियाद है। हमसे वो क्या-क्या बोली है हम आप लोगों के सामने नहीं कह सकते हैं।

वही मुख्यालय डीएसपी इमरान अहमद ने बताया कि पीड़िता के आवेदन के आधार पर एफआईआर दर्ज किया गया है। पूछताछ के लिए पीड़िता के पति से संपर्क करने का प्रयास किया गया। पति बाहर काम करते है इसलिए उपस्थित नही हो सका। फिलहाल आरोपी ससुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इसमें दहेज का भी एक एंगल सामने आ रहा है। इसके लिए भी महिला को प्रताड़ित किया जा रहा है।

घर मे केवल बहू और ससुर ही रहते थे। महिला ने इस एफआईआर में अपने पति और पति की बहन को भी अभियुक्त बनाया है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। अश्लील वीडियो व मैसेज भेजने के मामले की भी जांच की जा रही है।