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G20 शिखर सम्मेलन के बाद अपना देश भारत बड़े कैनवास पर उतरकर सामने आया, अब तेजी से भारत डिजिटल योग की ओर हो रहा है

भागलपुर, डिजिटल युग मे जो परिवर्तन हुआ है उसके अनुसार मौजूदा दौर में काफी बदलाब हुआ है। एक दौर था जब हमलोग स्टोन एज, मेटल एज, इंडस्ट्रीयल एज में थे। अब इन्फॉर्मेशन एज, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और क्लाउड कमप्यूटिंग के बाद वीएसएलआई में परफॉर्म करने लगे हैं।

उसका नतीजा भी सामने है। जी 20 शिखर सम्मेलन के बाद अपना देश भारत बड़े कैनवास पर उभर कर सामने आया है। उक्त बातें भागलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में 150 शोध पत्रों के बाद निकल कर सामने आई है। पिछले दिनों भागलपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज में एडवांसेस इन इंजीनियरिंग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी जैसे विषय पर देश के अलग अलग राज्यों से विशेषज्ञों का आगमन में हुआ था।

विशेषज्ञ इंजीनियर निर्मल कुमार का मानना है कि हिंदुस्तान की 140 करोड़ की आबादी में युवा और उनकी इनर्जी आत्म निर्भर भारत के लिए एक बेहतरीन साइन है। उसी का नतीजा है भारतीय युवा वैज्ञानिक की मांग फॉरेन कंट्री में सबसे ज्यादा है। चंद्रयान की तैयारी में सारी तकनीक भारतीय है।

जो ग्लोबली बहुत ही ज्यादा सस्ता है। विशेषज्ञों ने स्मार्ट सिटी के प्लानिंग में स्मार्ट कनेटिविटी, स्मार्ट गवर्नेन्स मसले पर कई सुझाव दिए। अन्य विशेषज्ञ इंजीनियर शशांक झा ने बताया कि जब लॉन्च किए गए नेशनल एजुकेशन पॉलिसी और टेक्निकल एजुकेशन क्वालिटी इम्प्रूवमेंट प्रोग्राम को भारत सरकार और बिहार सरकार ने अमल में लाया है तो उससे कई सारे बदलाब सामने दिखने लगे हैं।

राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का बदलने का किया ऐलान, जाने किस तारीख को होंगे चुनाव

DESK. राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का बदलने का ऐलान किया है. 23 नवंबर की तारीख राजनीतिक दलों को रास नहीं आ रही थी. इसलिए अब राजस्थान में 25 नम्वबर को चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है. तमाम राजनीतिक दल चाहते थे कि चुनाव की तारीख में बदलाव किया जाए. सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस ने चुनाव आयोग से चुनाव की तारीख का बदलने की मांग की है. वहीं भाजपा को भी लगता है कि 23 नवंबर को मतदान होने से उसे नुकसान हो सकता है. इसलिए अब 25 नवंबर को चुनाव कराने का निर्णय लिया गया है. बुधवार को चुनाव आयोग ने इसका फैसला लिया.

चुनाव आयोग ने 200 सीटों वाले राजस्थान में विधानसभ चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है। राजस्थान में 25 नवंबर को वोटिंग होगी और 10 दिन बाद यानि 3 दिसंबर को चुनाव के परिणाम घोषित किए जाएंगे.वोटिंग वाले दिन देवउठनी एकादशी पड़ रही है, इस दिन हाजारों की संख्या में विवाह होते हैं. इसी कारण मतदान भी कम हो सकता है. इसका बड़ा खामियाजा राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को उठाना पड़ सकता है.

जस्थान के कई नेताओं ने इलेक्शन कमीशन से वोटिंग की तारीख बदलने की मांग की। इतना ही नहीं पाली सांसद पीपी चौधरी ने तो इसके लिए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को पत्र भी लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा है कि 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी है, इस दिन राजस्थान में करीब 50 हजार के आसपास शादियां होती हैं। ऐसे में लाखों लोग अपने शहर-गांव से दूसरी जगह जाएंगे। शादियों में टैंट, कैटरिंग, बैंड सहित अन्य वर्ग सीधे रूप में जुड़ा होता हैं। तो यह लोग भी इस दिन बिजी रहेंगे। जिस कारण वह मतदान नहीं कर सकेंगे। इसलिए यह तारीख बदली जाए।

राजस्थान में चर्चा हो रही थी कि अगर एकादशी के दिन वोटिंग हुई तो इसका नुकसान बीजेपी को होगा। क्योंकि शादियां होन के कारण वोटिंग कम होगी और जितनी कम वोटिंग होगी उतना फायदा सत्ताधारी पार्टी यानि कांग्रेस को होगा। विवाह के अलावा एकादशी पर कई जगहों पर धार्मिक कार्यक्रम होते हैं। ब्राह्मण, बनिया और राजपूत भाजपा का कोर वोट बैंक हैं, और इन समाज के लोग तिथि में ज्यादा आस्था रखते हैं। ऐसे में यह लोग बीजेपी को वोट नहीं डाल पाएंगे तो सीधे तौर पर नुकसान होगा। हालांकि बीजेपी ने दावा किया है कि हमारे कार्यकर्ता मतदाता को पोलिंग बूथ तक पकड़कर लाएंगे।

भागलपुर: अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा की जिला कार्यकारिणी समिति की हुई बैठक

भागलपुर: अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा भागलपुर इकाई द्वारा जिला कार्यकारिणी समिति की बैठक रखी गई जिसमें यादव समुदाय के विकास को लेकर कई बिंदुओं पर चर्चा हुई शिक्षा विभाग स्वास्थ्य विभाग से लेकर कई विभागों पर विशेष वार्ता की गई साथ ही एक साल में क्या कार्य हुआ उसे पर समीक्षात्मक बैठक भी की गई।

कार्यक्रम के दौरान ईसुभाष कुमार यादव,उपाध्यक्ष रंजन यादव,युवा अध्यक्ष अंकित कुमार यादव,महिला जिला अध्यक्ष राजुरंजना,अभिषेक यादव, प्रपुण प्रताप ,डॉक्टर पंकज कुमार यादव,अधिवक्ता मनोज कुमार यादव,बालकृष्ण यादव,महादेव यादव सहित भागलपुर जिला के कहलगांव प्रखंड अध्यक्ष विजय यादव,गोराडीह से अवनिनाश कुमार यादव सनहोल से सुदाम यादव,सित्तू यादव,अंजली कुमारी,नेहा यादव,पिंकियादव ,ललिता देवी सहित अखिल भारतीय यादव महासभा के कई गन्यमान लोग उपस्थित थे ।

पटना में SSB जवान सहित दो गिरफ्तार, छुट्टी लेकर सेटिंग करने के लिए आया था पटना

पटनाःबिहार सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में पुलिस ने दो शातिर को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक एसएसबी का जवान भी शामिल है. पूछताछ में एक सिपाही की भी संलिप्ता सामने आ रही है, जिसके खिलाफ छानबीन की जा रही है. हालांकि पुलिस ने सिपाही के बारे में फिलहाल कोई खुलासा नहीं किया है।

2 अक्टूबर की गिरफ्तारी में नाम सामने आया थाः इस कार्रवाई की जानकारी दानापुर थानाध्यक्ष ने दी. थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने बताया कि पिछले 2 अक्टूबर को बीएस काॅलेज हाॅस्टल के कमरे में छापेमारी कर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ गैंग के रणधीर कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. गिरफ्तार रणधीर ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया था कि गैंग के और अन्य लोग भी इसमें शामिल हैं।

पेपर लीक में एसएसबी जवान गिरफ्तारः मंगलवार की रात पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने के बाद दुल्हिन बाजार के मिल्की में छापेमारी की. यहां से रमेश कुमार उर्फ अनुराग और दीपक कुमार को गिरफ्तार किया गया. दीपक कुमार बिहटा के अमहरा का रहने वाला है, जो एसएसबी का जवान है. वहीं दीपक कुमार आनंदपुर बिहटा का रहने वाला है।

छुट्टी लेकर आया था एसएसबी जवानः थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार दीपक परीक्षा में सेटिंग के लिए छुट्टी लेकर आया था. बताया जाता है कि गैंग में दानापुर के एक बिहार पुलिस का सिपाही की भी संलिप्तता आ रही है. हालांकि इसके बारे में पुलिस ने ज्यादा खुलासा नहीं की है. पुलिस अन्य आरोपी की गिफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

“पूर्व में दोखारा सिंगोडी निवासी रणधीर कुमार बीएस काॅलेज के हाॅस्टल से गिरफ्तार किया गया था. पूछताछ में उसने अन्य आरोपी के बारे में खुलासा किया था. उसी के आधार पर तारामंडल पटना से गैंग के अभिमन्यु कुमार को भी गिरफ्तार किया गया था. मंगलवार की रात रमेश व एसएसबी जवान दीपक को गिरफ्तार किया गया है.”- सम्राट दीपक, थानाध्यक्ष, दानापुर

Pro Kabbadi League 2023 : ऑटो ड्राइवर का बेटा खेलेगा प्रो कबड्डी लीग, पटना पाइरेट्स ने संदीप को इतने में खरीदा

बिहार के कबड्डी खिलाड़ी संदीप को पटना पाइरेट्सने 9 लाख में अपने साथ जोड़ा है. संदीप प्रो कबड्डी लीग के इतिहास में बिहार से खेलने वाले पहले खिलाड़ी होंगे. संदीप के पिता ऑटो चालक हैं. संदीप ने गरीबी के तमाम परेशानियों को झेला है. समस्तीपुर जिला के रहने वाले संदीप के पिता ऑटो चलाते हैं. गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाला यह कबड्डी खिलाड़ी टीम में रीडर की भूमिका निभाते हुए नजर आएगा. संदीप की इस सफलता से उनके परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई है।

प्रो कबड्डी लीग में खेलेंगे बिहार के संदीप: संदीप ने अपने खेल को बारीकी से खेलते हुए जिला से निकलकर पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में चलने वाले अकादमी में भी प्रशिक्षण लिया है. वर्तमान में संदीप मदुरई में चल रहे युवा कबड्डी चैंपियनशिप में खेल रहे हैं. संदीप ने अपने प्रदर्शन से पीकेएल का टिकट कटाया. संदीप के उपलब्धियां पर नजर डाले तो जूनियर नेशनल चैंपियनशिप, जूनियर फेडरेशन कप के अलावा लगातार 3 सालों से युवा कबड्डी सीरीज में बिहार का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं।

खेल जगत से लोगों ने दी शुभकामनाएं ःबता दें कि उन्हें युवा कबड्डी में अंदर 22 के प्लेयर में खेलने का मौका मिला है. वही संदीप कुमार के चयन को लेकर एनआईएस कबड्डी कोच अभिनव भावेश की देख रेख में कबड्डी का प्रशिक्षण लेने वाले संदीप के चयन पर बिहार राज्य कबड्डी संघ के अध्यक्ष, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण डीजी, कला संस्कृति युवा मंत्री और खेल जगत से संबंध रखने वाले तमाम लोगों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।

 

Pitru Paksha 2023: जर्मनी से गया पहुंची 11 महिलाएं, फल्गु नदी के किनारे पूर्वजों का किया तर्पण, बोलीं- यहां आकर शांति मिली

बिहार के गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला चल रहा है. इस दौरान गया में दर्जनों विदेशी तीर्थयात्री पहुंचे हैं. इन विदेशियों को भारतीय वेशभूषा और धर्म संस्कृति काफी भा रही है. यही वजह है कि भारतीय परिधान में जर्मन की विदेशी महिलाओं ने गया में पिंडदान किया. जर्मनी के अलावे रूस, यूक्रेन से भी विदेशी गयाजी में पिंडदान करने पहुंचे हुए हैं।

जर्मन तीर्थ यात्रियों ने किया पिंडदानः आज बुधवार को जर्मनी के तीर्थ यात्रियों के द्वारा गया के फल्गु तट पर स्थित देवघाट पर पिंडदान का कर्मकांड किया गया. इन्होंने अपने पितरों का निमित कर्मकांड किया. जर्मनी की दर्जन भर महिलाएं और एक पुरुष शामिल पिंडदान में शामिल हैं. जर्मनी से आई दर्जन भर महिलाएं पिंडदान कर रही है. इसमें एक पुरुष शामिल है. यह सभी अपने पितरों के निमित्त पिंडदान का कर्मकांड कर रही है. खास बात यह है, कि इसमें अधिकांश महिलाएं हैं।

पिंडदान के प्रति बढ़ रही विदेशियों की आस्थाः गया जी में पिंडदान के लिए रूस, यूक्रेन, जर्मनी के दर्जनों और तीर्थ यात्री गया जी को पहुंचें हैं. इनके द्वारा गुरुवार को पिंडदान का कर्मकांड किया जाएगा. वहीं, बुधवार को दर्जन भर की संख्या में जर्मन देश के पिंडदानी ने पिंडदान किया. इसमें एक पुरुष के अलावे शेष महिलाएं शामिल हैं. पिंडदान के प्रति विदेशियों की आस्था बढ़ी है. यही वजह है कि विदेशी तीर्थ यात्री गया जी में पिंडदान करने को पहुंच रहे हैं. सनातन धर्म के प्रति इन विदेशियों की आस्था बढ़ी है, जो अपने पितरों के मोक्ष की कामना को लेकर गया जी पहुंचे हैं।

“जर्मनी से अबूधाबी और फिर दिल्ली आई. दिल्ली से वाराणसी और वहां से फिर गया जी पहुंचे हैं. पिंडदान करके काफी अच्छा लगा. हमलोग यहां की धर्म संस्कृति से काफी इंस्पायर हुए हैं. यहां आकर शांति मिली है”- यूलिया, विदेशी पिंडदानी

महिलाविदेशी स्कॉलर करते हैं रिसर्चःगया जी में होने वाले पिंडदान को लेकर विदेशियों द्वारा रिसर्च भी किया जाता रहा है. इसके बीच विदेशियों के आगमन और उनके पिंडदान की आस्था बढ़ती दिख रही है. खासकर विदेशी महिलाओं की पिंडदान के प्रति आस्था बढ़ी है. वहीं, इन विदेशी पिंडदानियों के साथ रहे इस्काॅन के प्रचारक लोकनाथ गौड़ ने बताया कि जर्मनी की महिलाएं गया जी पहुंचकर पिंडदान का कर्मकांड कर रही है. यह सभी जर्मनी से हैं और इसके अलावा रूस, यूक्रेन से भी विदेशी महिलाएं गया जी को पहुंची हुई हैं, जो आने वाले दिनों में पिंडदान करेंगे।

विदेशी महिलाओं के बीच पिंडदान और पितरों के मोक्ष की कामना को लेकर आस्था बढ़ी है. यही वजह है कि काफी संख्या में महिलाएं गया पहुंच रही है. फिलहाल में तीन कंट्री से विदेशी आए हुए हैं और उसमें जर्मनी के तीर्थ यात्रियों ने बुधवार को पिंडदान किया है. इन विदेशी पिंडदानियों में सवेतलाना, इरीना, केविन, नातालिव, मरीना, मारग्रेटा, वेलेंटिना शामिल हैं”- लोकनाथ गौड़, इस्कॉन प्रचारक सह पुरोहित

सरकार का युवाओं के लिए बड़ा फैसला, केंद्रीय कैबिनेट ने ‘मेरा युवा भारत’ को दी मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को स्वायत्त संस्थान ‘मेरा युवा भारत (MY Bharat) की स्थापना को मंजूरी दे दी। केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा मेरा युवा भारत’ युवाओं के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म होगा। इससे युवाओं में स्किल डवलपमेंट के साथ नेतृत्व क्षमता विकसित करने पर फोकस किया जाएगा।

उन्होंने आगे कहा- ”मेरा भारत-मेरा युवा भारत नाम से एक संस्था बनाने का निर्णय लिया गया है।” ‘मेरा युवा भारत’ का प्राथमिक उद्देश्य इसे युवा विकास के लिए एक संपूर्ण सरकारी मंच बनाना है। यह टेक्नोलॉजी आधारित रहेगा।

नई व्यवस्था के तहत युवा सामुदायिक परिवर्तन के एजेंट और राष्ट्र निर्माता बनेंगे, जिससे उन्हें सरकार और नागरिकों के बीच ‘युवा सेतु’ के रूप में कार्य करने की अनुमति मिलेगी। ठाकुर ने कहा- “यह राष्ट्र निर्माण के लिए अपार युवा ऊर्जा का उपयोग करना चाहता है।”

मेरा युवा भारत राष्ट्रीय युवा नीति में ‘युवा’ की परिभाषा के तहत 15-29 आयु वर्ग के युवाओं को फायदा देगा। विशेष रूप से किशोरों के लिए बनाए गए कार्यक्रम के मामले में लाभार्थी 10-19 वर्ष के आयु वर्ग के होंगे।

20 से ज्यादा अपराध, सजा मिलेगी हाथों हाथ…आखिर क्या है उत्तर प्रदेश सरकार का ‘ऑपरेशन कन्विक्शन

यूपी में योगी की सरकार आने के बाद से अपराधी, बाहुबलियों, माफियां पानी भरते नजर आ रहे है। पहले योगी सरकार ने पुलिस को एनकाउंटर की खुली छूट देने और उसके बाद कई तरह के ऑपरेशन चलाकर अपराध पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश की है। जैसे ‘ऑपरेशन मजनू’, ‘ऑपरेशन जिराफ’, ‘ऑपरेशन दृष्टि’ से लेकर ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ और ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ तक अनेकों ऐसे अभियान चलाए गए।

जिसकी वजह से अपराधी भयभीत होकर खुद ही थाने में सरेंडर करने लगे। मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, विकास दूबे जैसे खुद को बाहुबली समझने वाले अपराधियों तक की तो मिट्टी पलीत हो गई। अतीक ने तो अपनी हत्या से पहले खुद कहा था हम मिट्टी में मिल चुके हैं। इसके तहत पिछले कुछ दिनों से एक नया अभियान शुरू हुआ है, जिसका नाम ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ है.’

‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ क्या है?

अपराधी के दोषी साबित होने और उसे सजा मिलने तक की प्रक्रिया बहुत समय तक चलती रहती थी। कई केस में तो जब तक आरोपी को सजा मिलती थी। तब तक बुजुर्ग हो जाता था, या उसकी मौत तक हो जाती थी। कई बार कानून की धीमी गति का फायदा उठाकर अपराधी बच जाते थे। पीड़ित भी लंबे समय तक इंसाफ की उम्मीद की आस लगाएं रहता था। कानून की इस समस्या से निपटने के लिए यूपी सरकार योगी आदित्यनाथ ने ‘ऑपरेशन कन्विक्शन’ की शुरूआत की है।

इसके अंतर्गत सरकार ने सूबे के सभी 75 जिलों में होने वाले रेप, हत्या, डकैती, लूट धर्मांतरण और गोकशी जैसे 20 प्रमुख अपराधों का शामिल किया गया है। इस कन्विक्शन में अपराध से जुड़े मामलों में तेजी से जांच खत्म करके 30 दिनों के अंदर सजा दिलाने की बात कही गई है। यूपी डीजीपी विजय कुमार के मुताबिक, पुलिस अपराधियों के खिलाफ जल्द चार्ज फ्रेम करके 30 दिन के भीतर सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।

दोनों आंखें फोड़ी, मुंह में मिट्टी भर दी…10 साल की गैंगरेप पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पढ़ चिल्लाने लगे मां-बाप

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हैवानियत की सारी पार करने का मामला सामने आया है। मदरसे से पढ़कर घर लौट रही, गांव के शराबियों ने दरिदंगी कर बच्ची की गलादबा हत्या कर दी। बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चोट के 15 से ज्यादा निशान मिले हैं। हत्या के बाद बच्ची की दोनों आंखें फोड़ी गई हैं।बच्ची के शरीर पर सभी घाव गहरे हैं। बच्ची के साथ गैंगरेप की भी आशंका जताई जा रही है।

मामला लखीमपुर का है। गांव में सोमवार दोपहर करीब 1 बजे गन्ने के खेत में चौथी क्लास में पढ़ने वाली एक बच्ची का शव मिला था। बच्ची के कपड़े फटे थे। आधे शरीर पर कपड़े ही नहीं थे और शरीर खून से लथपथ था। उसका स्कूल बैग भी पास में ही पड़ा हुआ था।बैग पर भी खून लगा हुआ था। बच्ची के दोनों पैर फैले हुए थे। मौके पर पहुंचे परिवार वाले परी को इस हालत में देखकर बेहोश हो गए थे। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। वहीं घटनास्थल को सीज कर दिया था। पुलिस घटना की जांच में लगी हुई है।

बच्ची एग्जाम देने मदरसे गई थी

पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया कि रविवार को एग्जाम होने की वजह से बेटी पढ़ने के लिए मदरसे गई थी। वह सुबह नाश्ता करके निकल गई थी। बच्ची रोज 12 से 1 बजे के बीच घर आ जाती थी, लेकिन उस दिन वह 2 बजे तक नहीं आई। हम लोगों ने उसे मदरसे के पास ढूढंने गये। वहां जाकर पता चला कि वह तो समय से ही निकल गई थी। आसपास भी लोगों से पूछा। शाम हो गई, मगर हमें बेटी का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हम लोग (गांव के करीब 100 लोग) पुलिस के पास गए। उन लोगों ने हमारी शिकायत तो लिख ली, लेकिन बच्ची को सुबह ढूंढने के लिए कहा। हम लोगों ने रातभर उसको ढूंढा। सोमवार सुबह कुछ पुलिस वाले आए। सभी ने बेटी को ढूंढा , लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिल रहा था।

गांव के बाहर मिला बच्ची का शव

पिता ने बताया कि हम लोग उसे ढूंढते हुए गांव के बाहर गए। वहां पर लोगों से उसके बारे में पूछा, लेकिन उन लोगों को भी कुछ नहीं पता था। वहीं पास में गन्ने के खेत में हमें अपनी बच्ची दिख गई। उसकी दोनों आंख फूटी थी। शरीर पर खून ही खून था। मैं तो यकीन ही नहीं कर पा रहा था ये मेरी बेटी है।

गांव के शराबियों ने की दरिदंगी

मेरी बेटी का ये हाल गांव के शराबियों ने किया है। जिस जगह मेरी बेटी मिली है, वो उसके मदरसे वाले रास्ते पर नहीं पड़ता है। इसका मतलब है, उसको उठाकर यहां लाया गया है। मेरी बेटी के आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए। जमीन के आसपास रगड़ के निशान दिखाई दे रहे हैं। परी के होंठों पर मिट्टी सनी हुई थी। जिसे देखकर ऐसा लग रहा था, परी के मुंह में मिट्टी भरी गई थी। उसकी आंखों के पास खून ही खून लगा था। वहीं सलवार घुटने के पास से फटी थी।

गांव की बेटियां अब सुरक्षित नहीं 

इस घटना के बाद गांव के लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि हमारे गांव की बेटियां अब सुरक्षित नहीं हैं। हम तो उनको पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन अगर इस हाल में उनका शव मिलेगा तो कौन अपनी बेटियों को बाहर भेजने की हिम्मत कर पाएगा। हम लोग चाहते हैं कि इस बच्ची के आरोपियों को सख्त सजा मिले। उनको भी ऐसे तड़पा कर मारा जाए। बता दें, इस घटना के बाद गांव के लोग पुलिस की कार्रवाई से नाराज थे। उन लोगों ने बेटी का अंतिम संस्कार करने से साफ मना कर दिया था। हालांकि बाद में पुलिस के समझाने पर मंगलवार देर शाम परी का अंतिम संस्कार हुआ।

इस मामले में एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। स्लाइड को जांच के लिए भेजा गया है। उसके आधार पर धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं। हम लोग जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे।