उत्तर प्रदेश के लखीमपुर में हैवानियत की सारी पार करने का मामला सामने आया है। मदरसे से पढ़कर घर लौट रही, गांव के शराबियों ने दरिदंगी कर बच्ची की गलादबा हत्या कर दी। बच्ची की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चोट के 15 से ज्यादा निशान मिले हैं। हत्या के बाद बच्ची की दोनों आंखें फोड़ी गई हैं।बच्ची के शरीर पर सभी घाव गहरे हैं। बच्ची के साथ गैंगरेप की भी आशंका जताई जा रही है।

मामला लखीमपुर का है। गांव में सोमवार दोपहर करीब 1 बजे गन्ने के खेत में चौथी क्लास में पढ़ने वाली एक बच्ची का शव मिला था। बच्ची के कपड़े फटे थे। आधे शरीर पर कपड़े ही नहीं थे और शरीर खून से लथपथ था। उसका स्कूल बैग भी पास में ही पड़ा हुआ था।बैग पर भी खून लगा हुआ था। बच्ची के दोनों पैर फैले हुए थे। मौके पर पहुंचे परिवार वाले परी को इस हालत में देखकर बेहोश हो गए थे। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था। वहीं घटनास्थल को सीज कर दिया था। पुलिस घटना की जांच में लगी हुई है।

बच्ची एग्जाम देने मदरसे गई थी

पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया कि रविवार को एग्जाम होने की वजह से बेटी पढ़ने के लिए मदरसे गई थी। वह सुबह नाश्ता करके निकल गई थी। बच्ची रोज 12 से 1 बजे के बीच घर आ जाती थी, लेकिन उस दिन वह 2 बजे तक नहीं आई। हम लोगों ने उसे मदरसे के पास ढूढंने गये। वहां जाकर पता चला कि वह तो समय से ही निकल गई थी। आसपास भी लोगों से पूछा। शाम हो गई, मगर हमें बेटी का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हम लोग (गांव के करीब 100 लोग) पुलिस के पास गए। उन लोगों ने हमारी शिकायत तो लिख ली, लेकिन बच्ची को सुबह ढूंढने के लिए कहा। हम लोगों ने रातभर उसको ढूंढा। सोमवार सुबह कुछ पुलिस वाले आए। सभी ने बेटी को ढूंढा , लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिल रहा था।

गांव के बाहर मिला बच्ची का शव

पिता ने बताया कि हम लोग उसे ढूंढते हुए गांव के बाहर गए। वहां पर लोगों से उसके बारे में पूछा, लेकिन उन लोगों को भी कुछ नहीं पता था। वहीं पास में गन्ने के खेत में हमें अपनी बच्ची दिख गई। उसकी दोनों आंख फूटी थी। शरीर पर खून ही खून था। मैं तो यकीन ही नहीं कर पा रहा था ये मेरी बेटी है।

गांव के शराबियों ने की दरिदंगी

मेरी बेटी का ये हाल गांव के शराबियों ने किया है। जिस जगह मेरी बेटी मिली है, वो उसके मदरसे वाले रास्ते पर नहीं पड़ता है। इसका मतलब है, उसको उठाकर यहां लाया गया है। मेरी बेटी के आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए। जमीन के आसपास रगड़ के निशान दिखाई दे रहे हैं। परी के होंठों पर मिट्टी सनी हुई थी। जिसे देखकर ऐसा लग रहा था, परी के मुंह में मिट्टी भरी गई थी। उसकी आंखों के पास खून ही खून लगा था। वहीं सलवार घुटने के पास से फटी थी।

गांव की बेटियां अब सुरक्षित नहीं

इस घटना के बाद गांव के लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि हमारे गांव की बेटियां अब सुरक्षित नहीं हैं। हम तो उनको पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन अगर इस हाल में उनका शव मिलेगा तो कौन अपनी बेटियों को बाहर भेजने की हिम्मत कर पाएगा। हम लोग चाहते हैं कि इस बच्ची के आरोपियों को सख्त सजा मिले। उनको भी ऐसे तड़पा कर मारा जाए। बता दें, इस घटना के बाद गांव के लोग पुलिस की कार्रवाई से नाराज थे। उन लोगों ने बेटी का अंतिम संस्कार करने से साफ मना कर दिया था। हालांकि बाद में पुलिस के समझाने पर मंगलवार देर शाम परी का अंतिम संस्कार हुआ।

इस मामले में एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बताया, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। स्लाइड को जांच के लिए भेजा गया है। उसके आधार पर धाराएं बढ़ाई जा सकती हैं। हम लोग जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Adblock Detected!

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.