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‘रिजर्वेशन वाले को भी नहीं मिली रही सीट, ट्रेन के बाथरूम में सफर करना मजबूरी’, रेलवे पर भड़के लोग

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बक्सरःबिहार में छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. अभी भी परदेश से लोगों के आने का सिलसिला जारी है. ट्रेन में भेड़ बकरी की तरह यात्रा (Crowd in train coming to Bihar) कर रहे हैं. हाल यह है कि जिसे सीट नहीं मिलती है, वे बाथरूप में खड़ा होकर आ रहे हैं. इससे अन्य यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. ऐसा ही हाल शुक्रवार को बक्सर में देखने को मिला।

दिल्ली और हैदराबाद से आने वाली ट्रेन में भीड़ः बक्सर स्टेशन पर शनिवार को पहुंची मगध एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्रा एक्सप्रेस और सिकंदराबाद-पटना एक्सप्रेस में इतनी भीड़ थी कि देखर दिमाग चकरा जाएगा. लोग गेट पर लटक कर और बाथरूप में यात्रा कर रहे हैं. यात्रा करने वाले यात्रियों ने बताया कि छठ पर्व को लेकर मजबूरी में इस तरह जाना पड़ रहा है. रेलवे की ओर से कोई सुविधा नहीं की गई है।

शौचालय में यात्रा की मजबूरीः दरअसल, छठ पूजा को लेकर बिहार व उत्तर प्रदेश के लोग बड़ी संख्या में अपने घर पहुंच रहे हैं. पूजा को लेकर रेल मंत्रालय की ओर से स्पेशल ट्रेन की घोषणा तो की गई, लेकिन स्थिति समान्य नहीं दिख रही है. बंदे भारत व राजधानी जैसी पूजा स्पेशल ट्रेन चलाकर यात्रियों की सहूलियत देने की बात कही गई थी, भीड़ उतनी ही दिख रही है, जितनी हर साल रहती है. सामान्य ट्रेनों से लेकर पूजा सेशल ट्रेनों के शौचालय में लोग यात्रा करने को मजबूर हैं।

रेल मंत्रालय का दावा फेलः अलग-अलग राज्यों से छठ पूजा में घर लौट रहे बिहारियों ने भारत सरकार के रेल मंत्रालय पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. कहा कि 4 महीने पहले पूजा में घर आने के लिए ट्रेनों में सीट बुक करायी थी. उसके बाद भी शौचालय में खड़ा होकर जाना पड़ रहा है. पूजा स्पेशल के नाम पर जो ट्रेन चलाई जा रही है, वह 10 घण्टे की यात्रा 21 घंटे में पूरा करा रही है. 24 घंटे से यात्री वॉशरूम नहीं गए हैं।

इतनी भीड़ है कि रिजर्वेशन होने के बाद भी सीट नहीं मिल रही है. सरकार की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई है. जो स्पेशल ट्रेनें चलायी जा रही है, वह काफी लेट चल रही है. लोग बाथरूप में बैठकर यात्रा कर रहे हैं.”-दीपक कुमार, दिल्ली ये आने वाले यात्री

 

छठ के बाद वापसी में मिलेगी राहत, रेलवे ने 5 गुणा अधिक ट्रेन चलाने का लिया निर्णय, हाजीपुर जीएम पहुंचे बक्सर स्टेशन

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बक्सरः छठ पूजा 2023 को लेकर ट्रेनों में काफी भीड़ देखने को मिल रही है. रिजर्वेशन होने के बावजूद लोग बाथरूम में बैठकर सफर कर रहे हैं. इसी को देखते हुए रेलवे ने फैसला लिया है कि वापसी के लिए 5 गुणा अधिक ट्रेनें चलायी जाएगी. शनिवार को निरीक्षण करने के लिए पहुंचे रेलवे जीएम ने इसकी जानकारी दी. कहा की यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए इस तरह का फैसला लिया गया है।

वापस लौटने में मिल सकती है राहतः हाजीपुर जोन के रेलवे जीएम अनिल कुमार खंडवार रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया. इस दौरान मीडिया के सवालों का जवाब देते उन्होंने कहा कि जो ट्रेनों में लोगों को असुविधा हुई है. उसको देखते हुए पिछले साल की अपेक्षा इस साल छठ पर्व को संपन्न कर वापस लौटने वाले लोगों के लिए अधिक ट्रेनें चलाई जाएंगी. जब तक एक-एक यात्री ट्रेनों में नहीं बैठ जाते हैं. तब तक ट्रेन स्टेशन से नहीं खुलेगी।

छठ पूजा के बाद वापसी के लिए पिछले साल से पांच गुणा अधिक ट्रेन चलाई जाएगी. किसी भी यात्री को परेशानी न हो उसका विशेष ख्याल रखते हुए स्थानीय स्टेंशन प्रबन्धक को कई दिशा निर्देश दिए गए हैं. स्पेशल ट्रेनों के समय में भी बदलाव किया गया है. 30 नवम्बर तक वापस लौटने वाले लोगों के लिए पहले की अपेक्षा 5 गुणा अधिक ट्रेनें चलाई जाएगी.”-अनिल कुमार खंडवार, जीएम, हाजीपुर

काफी परेशानी में हो रहा सफरः चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की शुरुवात हो गई है. दूसरे दिन खरना का प्रसाद खाने के साथ व्रती 36 घंटे का निर्जला व्रत रखेंगी. छठ के मौके पर बिहार आने वाली ट्रेन में काफी भीड़ दिख रही है. शुक्रवार को बक्सर स्टेशन पर पहुंची ट्रेनों में लोग भेड़ बकरी तरह ठूसे हुए थे. कुछ लोग गेट पर लटके थे तो कुछ लोग बाथरूप को अपनी सीट बनाए हुए थे. काफी परेशानियों के बाद 24 घंटे का सफर तय किया जा रहा है।

 

बक्सर में डबल मर्डर, घर में घुसकर मां बेटी की गला रेतकर हत्या

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बिहार के बक्सर के औद्योगिक थाना क्षेत्र के बालापुर गांव में दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां रात के अंधेरे में घर में घुसकर अपराधियों ने एक महिला और उसकी पांच साल की मासूम बेटी की हत्या कर दी. दोनों की हत्या धारदार हथियार से गला रेतकर की गई है. घटना की सूचना मिलते ही एसपी मनीष कुमार और सदर एसडीपीओ धीरज कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए।

गला रेत कर मां बेटी की हत्याःजानकारी के अनुसार बालापुर गांव की रहने वाली 35 वर्षीय अनीता देवी और उसकी पांच साल की बच्ची पूरे परिवार के साथ अपने घर में सोई हुई थी. घर के सभी सदस्यों के कमरा एक दूसरे से सटा हुआ है और सभी कमरे के दरवाजे खुले थे. रात के एक बजे के करीब जब परिवार के किसी एक सदस्य की नींद टूटी तो घर की चहारदीवारी फांदकर किसी व्यक्ति को भागते हुए देखा. वो बिना किसी से कुछ कहे सो गया. सुबह में जब घर वाले महिला के कमरे में गए तो उनके होश उड़ गए, महिला और उसकी पांच साल की बच्ची का शव खून से लतपथ था।

मामले की जांच में जुटी पुलिसः मामले की जानकारी देते हुए एसपी मनीष कुमार ने बताया कि हत्या के मोटिव से ही महिला को मारा गया है. ऐसा देखने से प्रतीत हो रहा है, नहीं तो इतने छोटे बच्चे की हत्या नहीं की गई होती, घटनास्थल से पुलिस ने एक चप्पल बरामद किया है. हैरानी की बात तो ये कि घर से निकलकर भागते हुए एक व्यक्ति को देखने के बाद भी घर के सदस्य ने शोर क्यों नहीं मचाया. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।

प्रथम दृष्टया में लगता है कि मारने की नियत से ही हत्यारा आया था. उसका मकसद दोनों को मारना ही था. वरना इतने छोटे बच्चे की हत्या कोई नहीं करता. पूरे मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. हत्यारे की जल्द ही पहचान की जाएगी”-मनीष कुमार, एसपी

जांच के लिए बुलाई गई एफएसएल की टीमः घटना की जांच के लिए डॉग एस्क्वायड और एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया है. गौरतलब है कि छठ पूजा के दौरान हुई इस वारदात ने पुलिस की आंखों से नींद गायब कर दी है. आधिकारिक सूत्रों की माने तो पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा करेगी. फिलहाल हत्या के असल कारण का पता अब तक नहीं चल सका है।

मोदी-योगी के PM-CM बनने की भविष्‍यवाणी करने वाले संत के दरबार में पहुंचे नीतीश कुमार के मंत्री अशोक चौधरी

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बिहार के बक्सर जिले के राजपुर प्रखंड के पिपराढ़ गांव में गंगापुत्र त्रिदंडी स्वामी से मिलने शनिवार को नीतीश कुमार के खासमखास और बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी पहुंचे। उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री के एक और नजदीकी शख्स एवं राज्य महादलित आयोग के अध्यक्ष संतोष निराला और कांग्रेस के विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी भी थे।

गंगापुत्र के निर्देशन में चल रहे चातुर्मास यज्ञ सह लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का शनिवार को समापन हुआ। यह वहीं संत हैं, जिन्होंने इसी यज्ञ के दौरान कहा था कि अगले चुनाव में भी नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। वह चुनाव जीतने के तीन साल बाद संन्यास ले लेंगे और इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री बनेंगे। गंगापुत्र ने कहा था कि उनकी ज्यादातर भविष्यवाणियां सच हुई हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में भारत हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि 2009 में ही उन्होंने घोषणा कर दी थी कि 2020 में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जाएगा। यह बात सत्य साबित हुई। नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने यज्ञ स्थल पर पहुंचकर कंबल वाले बाबा के अलावा अन्य संतों से भी मुलाकात की।

इससे पहले पत्रकारों से बातचीत करते हुए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा,

धर्म चाहे कोई भी हो, वह अपनाने की चीज है। धर्म की आड़ लेकर राजनीति करने के लिए नहीं। 25 जनवरी को राम लला के आगमन पर उनका दर्शन करने मुझे भी जाना है, लेकिन धर्म को अपनाने की जगह भाजपा रामलला की राजनीति खुलकर करते हुए अपना वोट बैंक बनाने में लगी है।

महंगाई और बेरोजगारी दूर करने के नाम पर सत्ता में आई भाजपा अब सिर्फ टीका, टोपी, रुद्राक्ष और चंदन की राजनीति कर लोगों को गुमराह करने में लगी है।

यज्ञ के नाम पर अंधविश्वास का बाजार

जिले के पिपराढ़ गांव में चातुर्मास यज्ञ के नाम पर अंधविश्वास का बाजार सजा रहा। यहां कंबल वाले बाबा से पोलियो, शुगर, बीपी, लकवा का इलाज करवाने के नाम पर लोगों से 500-500 रुपए वसूले गए। दूसरी तरफ पंडोखर बाबा के दरबार में भूत-प्रेत भगाने का खेल हुआ।

खुद पर गंगा की विशेष कृपा बताते हैं संत

गंगा पुत्र कहते हैं कि उन पर गंगा मैया की विशेष कृपा रहती है। वह जहां भी रहते हैं, गंगा मैया वहां खुद ही पहुंच जाती हैं। बीते दिनों उनका एक वीडियो इंटरनेट पर खूब चला, जिसमें वह दावा कर रहे हैं कि उनसे मिलने के लिए गंगा मैया सड़क उखाड़ते हुए भी पहुंच जाती हैं।

दरअसल, गंगापुत्र पिपराढ़ गांव में बीते चार महीने से चातुर्मास यज्ञ कर रहे थे। इस दौरान धान के खेतों के बीच उनके लिए वातानुकूलित कुटिया बनाई गई थी। बरसात के दिनों में एक वक्त ऐसा हुआ कि यह कुटिया पूरी तरह पानी में घिर गई थी और आसपास का पूरा इलाका डूब गया था।

बिहार भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले कैलाशपति मिश्र की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी प्रतिमा का किया गया पूजन

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BUXAR: गुजरात और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्व. कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा उनके पैतृक गांव दुधार चक में स्थापित की जा रही है। बिहार भाजपा के भीष्म पितामह कहे जाने वाले कैलाशपति मिश्र की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी प्रतिमा का पूजन पैतृक गांव में किया गया। कैलाशपति मिश्र चेतना परिषद की तरफ से दुधार चक में पूर्व राज्यपाल की प्रतिमा स्थापित करने का ऐलान किया गया था। बीते 29 सितंबर को प्रतिमा स्थल पर भूमि पूजन किया गया और उसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। स्व कैलाशपति मिश्र की प्रतिमा का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और उनकी पुण्यतिथि के दिन पैतृक गांव दुधार चक लाई गई और प्रतिमा पूजन का कार्य संपन्न किया गया है।

 

 

 

पूर्व राज्यपाल की प्रतिमा पूजन कार्यक्रम में संत समाज से जुड़े लोग शामिल हुए। देश के चर्चित संत पण्डोखर सरकार और संत राजा राम जी महाराज ने प्रतिमा का वैदिक संस्कार से पूजन किया। इस मौके पर कैलाशपति मिश्र चेतना परिषद से जुड़े सदस्य और कैलाशपति मिश्र के परिवार गांव और बड़ी संख्या में उनके प्रति श्रद्धा रखने वाले लोग मौजूद रहे। पूर्व राज्यपाल की प्रतिमा पूजन समारोह को संबोधित करते हुए संत शिरोमणि पण्डोखर सरकार ने कहा कि अपने पूर्वजों को सम्मान देना और उनकी स्मृतियों को जीवित रखना सबसे बेहतर काम है।

 

 

 

प्रतिमा स्थापना के कार्य को सही बताते हुए पण्डोखर सरकार ने कहा कि कैलाश जी जैसे महिषी जिस मिट्टी से आते थे उनके निमित्त हो रहा यह काम सर्वोत्तम है। संत राजा राम महाराज ने कैलाश जी के व्यक्तित्व को याद करते हुए कहा कि उनका स्वभाव बेहद शांत था और धैर्य उनके जीवन में सबसे बड़ी पहचान थी। कैलाश जी को उन्होंने कभी उत्तेजित नहीं देखा। संत राजा राम महाराज ने इस बात पर आपत्ति भी जताई की कैलाश जी की प्रतिमा स्थापना का कुछ लोग अपनी स्वार्थ वाली राजनीति के लिए विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा की ऐसे लोगों को बक्सर की जनता सही समय पर जवाब दे देगी। कैलाश जी की प्रतिमा स्थापना का विरोध करने वालों की तुलना संत राजा राम महाराज ने देशद्रोही से की उन्होंने कहा की देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कैलाश जी की प्रतिमा के अनावरण के लिए उनके गांव दुधार चक में चले आयेंगे।

 

 

 

आपको बता दे कि स्व. कैलाशपति मिश्र की बिहार में लगने वाली यह पहले प्रतिमा होगी जिसे उनके परिवार के सदस्यों के अलावे चेतना परिषद से जुड़े सदस्यों और स्थानीय लोगों के सहयोग से लगाया जा रहा है। स्व. मिश्र के परिवार की तरफ से निजी भूमि पर प्रतिभा स्थापित की जा रही है। आज कैलाशपति मिश्र चेतना परिषद के मुख्य संरक्षक और पूर्व राज्यपाल के पौत्र शशि भूषण ने कहा कि इस भूमि पर कैलाश वाटिका का निर्माण कराया जाएगा और उनकी स्मृति प्रतिमा के साथ–साथ अन्य संस्मरणों को स्थान दिया जायेगा।

 

 

 

परिषद के संरक्षक मिथिलेश पांडे ने कहा कि जल्द ही कैलाश वाटिका का निर्माण पूरा करा कर श्रद्धेय कैलाश जी की प्रतिमा स्थाई तौर पर लगा दी जाएगी। प्रतिमा पूजन समारोह में बक्सर भाजपा से जुड़े नेता और कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में शामिल हुए जबकि अन्य दलों के लोग भी इस आयोजन का हिस्सा बने। स्व. कैलाशपति मिश्र के परिवार से उनके पौत्र तारा भूषण मिश्र, चंद्र भूषण मिश्र, मनोज मिश्र भी इस मौके पर मौजूद रहे। आयोजन समिति से जुड़े राजा राम पांडे, हरेंद्र ठाकुर, राजन जी, ब्रजेश राय, सुनील उपाध्याय, प्रफुल्ल सिन्हा, आर्यन आनंद, धीरज पाठक, विकास विद्यार्थी, विपुल राय, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह, माधुरी कुंवर समेत अन्य गणमान्य शामिल हुए।

बीपीएससी परीक्षा में भाई बहन ने पाई सफलता,बहन बनी डीएसपी तो भाई बना नियोजन पदाधिकारी

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जिले के सोहनी पट्टी के रहने वाली बेटी चित्रा कुमारी ने 67 वीं बीपीएससी की परीक्षा पास कर डीएसपी पद के लिए चयनित की गयी है. वहीं इनके बड़े भाई लारविन कुमार नियोजन पदाधिकारी के पद पर होंगे. शनिवार की शाम बीपीएससी के तरफ से जारी परीक्षा परिणाम के घोषित होते ही उनके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गयी. मूल रूप से चौसा बाजार के रहने वाले सुरेश प्रसाद मालाकार के बड़े पुत्र लारविन कुमार एवं उनकी पुत्री चित्रा कुमारी ने इस परीक्षा में सफलता पायी है।

सबसे बड़ी बात है कि चित्रा ने पहले ही प्रयास में इस सफलता को हासिल किया है. जिस पर पूरे परिवार के लोग गर्व महसूस कर रहे हैं. सफलता का श्रेय दोनों भाई बहन ने अपने पिता सुरेश प्रसाद मालाकार एवं माता रचना देवी को दे रहे हैं. चित्रा ने बताया कि मेरी सफलता के पीछे मेरे बड़े भाई लारविन कुमार का सहयोग रहा है.यह पिछले दो बार से इस परीक्षा में बैठ रहे थे. तीसरी बार में इन्होंने सफलता पाई है. इन्हीं के प्रेरणा स्रोत से प्रेरित होकर इस परीक्षा की तैयारी कर हमने सफलता पायी है।

पाठको को बता दे आधुनिक दौर में जहां छात्र पढ़ाई के लिए पटना एवं दिल्ली जैसे शहरों की ओर जा रहे हैं.चित्रा ने घर पर रहकर अपने मां के सानिध्य में रहकर पढ़ाई की है. इनके पिता ने बताया कि कोरोना काल में जब सभी स्कूल कॉलेज बंद हो गए तो उस समय चित्रा ने दिल्ली के सबसे प्रतिष्ठित दृष्टि आईएएस एवं विजन आईएएस से कोचिंग संस्थान से संपर्क स्थापित कर ऑनलाइन क्लास लिया था.जिसके सहारे इन्होंने घर पर ही रहकर सारी तैयारी की है. उनकी सफलता के बाद एक बार फिर बक्सर के लोगों में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. पिछले कुछ महीने पूर्व ही यूपीएससी की परीक्षा में गरिमा लोहिया ने सफलता पायी थी. इस बार चित्रा ने अपनी पढ़ाई पूरी कर अन्य लड़कियों के लिए प्रतियोगी परीक्षा के लिए प्रेरित किया है।

 

 

ऐतिहासिक लाल किला परिसर में आयोजित रामलीला में केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने निभाया महर्षि विश्वामित्र का किरदार

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दिल्ली के प्रसिद्ध लव कुश रामलीला कमेटी द्वारा ऐतिहासिक लाल किला परिसर में आयोजित रामलीला में केंद्रीय मंत्री सह बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे ने महर्षि विश्वामित्र के किरदार में दिखे।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि परम सौभाग्य का क्षण था। ईश्वर की असीम कृपा है कि मैं बक्सर जैसे आध्यात्मिक सांस्कृतिक एवं पौराणिक के शहर से जनता जनार्दन के आशीर्वाद से सांसद हूं। महर्षि विश्वामित्र बक्सर की पावन भूमि से है। ऐसे में उनका अभिनय करना अत्यंत परम सौभाग्य की बात है। बक्सर उनकी तपस्थली थी।

भगवान विष्णु के दो अवतारों से जुड़ा है बक्सर

उन्होंने कहा कि भगवान विष्णु के प्रथम मनुज अवतार वामनावतार स्थल है। भगवान श्री राम और श्री लक्ष्मण इस पावन भूमि पर पहुंचकर महर्षि विश्वामित्र के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में उन्होंने ताड़का जैसे राक्षसी का वध किया। भगवान श्री राम की प्रथम कर्मभूमि है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बक्सर का सर्वांगीण विकास पिछले साढ़े नौ सालों में हुआ है। बक्सर पर्यटन के दृष्टिकोण से भारत सहित दुनिया के मानचित्र में आया है।

अभिनय का मकसद बक्सर के बारे में युवा पीढ़ी को मिली जानकारी

केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे महर्षि विश्वामित्र का अभिनय करते हुए

मेरे अभिनय करने का मकसद भी यही है कि बक्सर के बारे में पूरी दुनिया को पता चले। युवा पीढ़ी जाने। आधुनिक दुनिया तेजी से बदल रही है, पर्यटन के माध्यम से रोजगार के नए द्वार खुले हैं। ऐसे में बक्सर के बारे में अधिक प्रचार प्रसार होने से पर्यटन का विकास मिलेगा।

रामलीला के दौरान केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बॉलीवुड के कलाकार मुकेश ऋषि एवं ब्रजेन्द्र काला के साथ

रामायण सर्किट से जुड़ा है बक्सर

राम सर्किट से जुड़ने से और भारत के विभिन्न कोणों से यहां पर पर्यटक पहुंचे हैं। गंगा में बड़ा क्रूज चलने से भी बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों ने बक्सर के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व से अवगत हुए हैं। यह बड़ी प्रसन्नता की बात है। बक्सर के चारों दिशाओं में सड़कों का जाल बिछाया गया है। जिससे पर्यटकों को पटना से बनारस से आने में आसानी हुई है। इस मौके पर बॉलीवुड के मशहूर कलाकार मुकेश ऋषि, हास्य कलाकार ब्रजेन्द्र काला आदि उपस्थित थे।

बक्सर में डुमरांव रेलखंड पर मालगाड़ी की एक पार्सल बोगी पटरी से उतरी, डाउन लाइन प्रभावित

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बक्सर से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। डुमराँव के डाउन लाइन में जा रही मालगाड़ी का एक पार्सल बोगी डिरेल हो गयी है। इस घटना से रेलवे के अधिकारियो के बीच हड़कंप मचा हुआ है। पार्सल बोगी के पटरी से उतर जाने से डाउन लाइन प्रभावित हो गया है। इस रूट से चलने वाली ट्रेनों के परिचालन पर इसका खासा असर देखने को मिल रहा है।

बता दें कि इससे पहले बिहार के बक्सर के पास रघुनाथपुर स्टेशन पर बुधवार की रात दिल्ली से कामख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस दुर्घटना का शिकार हो गई थी। दिल्ली से असम जा रही दिल्ली-कामाख्या नॉर्थ ईस्ट एक्स्प्रेस के 23 डिब्बे बुधवार रात को 9.53 मिनट पर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गए थे। जिससे चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए थे।

रघुनाथपुर ट्रेन हादसे के 36 घंटे बाद पटना-डीडीयू रेल खंड पर रेल सेवा बहाल

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बक्सर के रघुनाथपुर में बुधवार को हुए रेल हादसे के 36 घंटे बाद पटना-डीडीयू के बीच रेल सेवा फिर से बहाल कर दी गई है। इस दौरान रेल कर्मियों द्वार लगातार ट्रैक पर फैले नार्थ-ई्स्ट एक्सप्रेस की बोगियों को किनारे गया और क्षतिग्रस्त ट्रैक की फिर से मरम्मत की गई। हालांकि अभी सिर्फ अप लाइन को दुरुस्त किया जा सका है। जिसके बाद रूट पर आज सुबह आठ बजे के करीब फिर से बहाल किया गया। खुद रेलवे ने ट्विट कर इसकी जानकारी दी है। परिचालन के बाद रेल प्रशासन ने राहत की सांस ली है

ईसीआर के मुताबिक सबसे पहले 13209 पटना डीडीयू पैसेंजर ट्रेन को रवाना किया गया है।  यह पहली ट्रेन है, जो घटना के 36 घंटे बाद पटना जंक्शन से चलकर डीडीयू के लिए बक्सर होते हुए प्रस्थान की है. ECR की ओर से इसकी जानकारी दी गई है. रेलवे ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से इसका वीडियो और तस्वीर शेयर किया है।

रेलवे के अनुसार दानापुर मंडल के रघुनाथपुर में पुनर्बहाली का शुरू कर दिया गया है. सुबह के 08ः10 बजे तक परिचालन के लिए रेलवे लाइन को फिट कर लिया गया. इसके बाद पटना से 13209 पटना-डीडीयू पैसेंजर ट्रेन को रवाना किया. रेलवे अब डाउन लाइन पर भी परिचालन बहाल करने की कवायद में जुट गई है।