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राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने श्रमिकों को दीं शुभकामनाएं

पटना। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मई दिवस पर बिहार एवं देश के सभी श्रमिक भाई-बहनों को शुभकामनाएं दी है। कहा है कि राष्ट्र के निर्माण एवं विकास में श्रमिकों की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है। उनकी मेहनत एवं ताकत से ही देश एवं राज्य का चतुर्दिक विकास संभव है।

श्रमिकों के सशक्तीकरण एवं उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए विभिन्न श्रम कानूनों तथा श्रम कल्याण की योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सतत प्रयास किये जा रहे हैं।

अनिमितता को लेकर सिमुलतला विद्यालय के प्राचार्य निलंबित

पटना। जमुई जिला स्थिति सिमुलतला आवासीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजीव रंजन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निरीक्षण के दौरान पायी गयी अनिमितता को लेकर उनपर शिक्षा विभाग ने यह कार्रवाई की है। उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था, पर जवाव संतोषप्रद नहीं था।

इसके बाद उन्हें निलंबित किया गया है। उप प्राचार्य को प्रभारी प्राचार्य का दायित्व दिया गया है।

भागलपुर :घोघा सड़क दुर्घटना में छह की मौत पर सीएम नीतीश दुखी

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर के घोघा थाना क्षेत्र में गिट्टी लदे ट्रक के स्कॉर्पियो पर पलट जाने से छह लोगों की हुई मौत पर मंगलवार को शोक-संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में घायल लोगों के समुचित इलाज का निर्देश संबंधित पदाधिकारियों को दिया है।

साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को इस दुख की घड़ी में धैर्य धारण करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के वेतन भुगतान में देरी पर की कार्रवाई : सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ के वेतन पर रोक

शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ स्थापना) के अप्रैल के वेतन भुगतान पर रोक लगा दी है। बिहार लोक सेवा आयोग से नियुक्त शिक्षकों और पूर्व से नियोजित शिक्षकों के समय पर वेतन भुगतान नहीं होने के कारण यह कार्रवाई विभाग ने की है।

विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के स्तर से वेतन भुगतान की हुई समीक्षा में अफसरों की घोर लापरवाही सामने आयी है। इसके बाद पाठक के निर्देश पर विभाग के निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी ने सभी डीईओ और डीपीओ स्थापना को मंगलवार को इस संबंध में पत्र भेजा है। विभाग ने अपने पत्र में कहा है कि अपर मुख्य सचिव के स्तर पर बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से पहले और दूसरे चरण में नियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान की प्रगति की समीक्षा की गयी। समीक्षा में यह पाया गया कि सभी जिलों के शिक्षकों के वेतन भुगतान की प्रक्रिया डीईओ-डीपीओ के स्तर से लंबित है। जबकि, आयोग द्वारा नियुक्त शिक्षकों को अविलंब वेतन भुगतान का आदेश अपर मुख्य सचिव के द्वारा दिया गया है।

साथ ही सभी नियोजित शिक्षकों के मार्च माह का वेतन भुगतान भी अभी तक नहीं किया गया है। इस विषय पर भी अपर मुख्य सचिव का कई बार आदेश जारी हुआ है। इसके बावजूद आयोग के द्वारा नियुक्त शिक्षकों तथा नियोजित शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो पाया है। आप सभी के द्वारा ऐसा करना विभागीय कार्य को प्रभावित करने, कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं वरीय पदाधिकारियों के आदेश की अवहेलना स्पष्ट रूप से झलकता है।

● अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर अप्रैल के वेतन पर रोक का निर्देश

दो चरणों में हुई है बहाली

बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से दो चरणों में अब-तक बहाली हुई है। पहले चरण में एक लाख से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति की गयी थी। वहीं, दूसरे चरण में करीब 75 लाख शिक्षक नियुक्त हुए हैं। इनके नियमित वेतन भुगतान को लेकर विभागी की ओर से समीक्षा होती रहती है। विभाग का जिलों को स्पष्ट निर्देश है कि शिक्षकों को वेतन नियत समय पर भुगतान सुनिश्चत करें।

● विभाग ने इसे घोर लापरवाही और वरीय पदाधिकारियों के आदेश की अवहेलना बताया

 

तीन लाख से अधिक हैं नियोजित शिक्षक

राज्य में तीन लाख से अधिक नियोजित शिक्षक हैं। विभाग ने अपने पत्र में कहा है कि इन सभी नियोजित शिक्षकों का मार्च के वेतन का भुगतान नहीं हो सका है। वहीं, बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा पौने दौ लाख शिक्षक नियुक्त हैं। इनके वेतन भुगतान में भी जिलों की उदासीनता सामने आयी है। विभाग ने साफ किया है कि इन शिक्षकों का वेतन भुगतान जिलों के स्तर पर हुई लापरवाही के कारण लंबित है। जिलों को यह भी निर्देश है लंबित वेतन का भुगातन शीघ्र कराएं।

 

24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण मांगा

डीईओ और डीपीओ को यह भी निर्देश दिया गया है कि 24 घंटे के अंदर उक्त आरोप के संबंध में अपना स्पष्टीकरण विभाग को समर्पित करें। स्पष्टीकरण में इन्हें कहा गया है कि बतायें कि क्यों नहीं आप सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जाये? निदेशक प्रशासन ने पत्र में कहा है कि आपके स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद विभाग उस पर आगे का निर्णय लेगा। तब तक आप सभी का अप्रैल का वेतन स्थगित रहेगा।

भागलपुर विश्वविद्यालय में व्याख्याता बहाली की जांच का आदेश

पटना हाईकोर्ट ने भागलपुर विश्वविद्यालय में 29 व्याख्याताओं की बहाली की जांच का आदेश दिया है। बहाली में हुई गड़बड़ी का पूरा दस्तावेज निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को सौंपने का निर्देश दिया।

कोर्ट ने कहा कि जांच अधिकारी चाहे तो आगे की जांच कर पूरक आरोप पत्र दायर कर सकते हैं। न्यायमूर्ति बिबेक चौधरी की एकलपीठ ने मधु शर्मा की ओर से दायर अर्जी पर सुनवाई के बाद यह आदेश दिया। आवेदिका के वकील जगन्नाथ सिंह ने कोर्ट को बताया कि वर्ष 1997 में 29 व्याख्याताओं की बहाली करने की घोषणा की गई थी। आवेदिका ने लिखित परीक्षा दी और साक्षात्कार में भाग लिया, लेकिन उनकी बहाली नहीं की गई, जबकि विवि सेवा आयोग की चयन समिति ने 1100 उम्मीदवारों की सूची बनाई।

इसी सूची में से समय-समय पर बहाली होती रही। चयन में आशंका को लेकर 1998 में केस कर दिया गया था। जबकि 2003 में पूरे राज्य में इस विज्ञापन के आधार पर बहाली हुई थी। सूत्रों ने बताया कि भागलपुर और मुंगेर विवि में संयुक्त रूप से करीब 100 से अधिक शिक्षकों की बाहली हुई थी।

अगले साल तक दस लाख को मिलेगी नौकरी:मुख्यमंत्री नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि वह दस लाख लोगों को नौकरी और दस लाख लोगों को रोजगार देंगे। चार लाख लोगों को नौकरी दे दी गयी है। वहीं, एक लाख पदों पर जल्द बहाली होने वाली है। साथ ही तीन लाख को नौकरी देने के लिए काम शुरू हो गया है। अगले साल के अंत तक 10 लाख लोगों को नौकरी दी जाएगी। आगे उससे भी ज्यादा हो सकता है।

मुख्यमंत्री मंगलवार को झंझारपुर और मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिहार की सभी 40 सीटें जीतेंगे और नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे। नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र में एनडीए की सरकार बनने पर बिहार में और तेजी से विकास होगा। मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए राजद पर निशाना साधा कि वे लोग काम नहीं करते हैं। इनलोगों को मौका दीजिएगा तो हर चीज बर्बाद हो जाएगी। ये लोग अपने परिवार के लिए ही काम करते हैं, उन्हीं को आगे बढ़ाते हैं। वहीं, हमारे लिए पूरा बिहार एक परिवार है। आप सब हमारे परिवार हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस भर्ती में 35 प्रतिशत आरक्षण दिया, जिससे आज 30 हजार से ज्यादा महिलाएं पुलिस सेवा में हैं। 2005 से 2020 तक आठ लाख लोगों को हमने नौकरी दी है। लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध कराई। सीएम ने कहा कि उनसे पहले मदरसा पर ध्यान नहीं दिया जाता था। अब उनके शिक्षकों को भी अन्य शिक्षक के बराबर वेतन दिया जा रहा है। 2005 में सरकार में आने के बाद सबसे पहले 2006 में पंचायत चुनाव कराया, जिसमें महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। 2007 से नगर निकाय में भी 50 प्रतिशत महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था लागू कराई।

आरक्षण बढ़ाकर 65 प्रतिशत किया

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना कराई। अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा, अति पिछड़ा सभी की संख्या का विश्लेषण किया। इसके बाद आरक्षण 50से बढ़ाकर 65 कर दिया। सामान्य वर्ग के लोगों को पहले से केंद्र ने 10 आरक्षण दिया है, जो रहेगा। जातीय आधारित गणना से लोगों की आर्थिक स्थिति देखी तो उसमें दिखा कि 94 लाख लोग एकदम गरीबी की स्थिति में हैं। ऐसे हर परिवार को राज्य सरकार दो-दो लाख रुपये मदद देगी।

तो बिहार के विकास की गाड़ी बेपटरी हो जाएगी

मुख्यमंत्री ने नवहट्टा के एसएस हाईस्कूल में आयोजित जनसभा में महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा और बिना नाम लिए राजद सुप्रीमो पर खूब तंज कसा। उन्होंने कहा कि झूठे प्रलोभन में न जायें, नहीं तो फिर पटरी पर चढ़ा बिहार के विकास की गाड़ी बेपटरी हो जाएगी। हिंदू-मुस्लिम और जात-पात कर विपक्ष लोगों को भरमाते रहेंगे। उन्होंने विकास के लिए एनडीए सरकार को जरूरी बताया।

भागलपुर : 40 मेगावाट कम बिजली मिलने से कोहराम

पछले चार दिनों से शहरवासी उबल गये हैं। 42 डिग्री के करीब तापमान होने और बिजली की अघोषित कटौती ने आम जनजीवन को परेशान कर रखा है।

भीषण गर्मी और हीटवेब से बचने के लिए दिनभर लोग घर, दफ्तर और दुकानों में दुबके रहते हैं। लेकिन बिजली की आंखमिचौली उन्हें परेशान कर रखा है। सबसे गंभीर स्थिति शाम ढलने पर हो रही है। अंधेरा होते ही लोड में इजाफा होता है और पूरा शहर ब्लैकआउट की चपेट में आ जाता है। अभियंता बताते हैं, शहर को मिलने वाली 90 मेगावाट फुल लोड आवंटन के बदले मात्र 50 मेगावाट दिया गया। इससे सभी पावर सब स्टेशनों को 10 मेगावाट कम बिजली मिली। जिससे सभी फीडर एक साथ चालू नहीं हो सका। इसका असर आपूर्ति पर पड़ा। हर इलाके को एक घंटे पर एक घंटे बिजली मिलने लगी। भीखनपुर सब स्टेशन, मायागंज फीडर, नाथनगर फीडर आदि के आवंटन में कमी की गई। तेज हवा के चलते कुछ इलाकों में फॉल्ट की वजह से भी बिजली नहीं मिली। लो वोल्टेज की समस्या भी बनी रही।

भागलपुर : नवविवाहिता की हत्या कर शव को जमीन में गाड़ा

बाईपास थाना क्षेत्र के करमपुर खुटाहा गांव में एक नवविवाहित की हत्या कर गांव के ही बगल में एक बहियार में जमीन में गाड़ देने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने मंगलवार देर शाम मजिस्ट्रेट की तैनाती में महिला का शव बरामद किया है।

मृतक नवविवाहित 26 वर्षीय रेणु देवी बताया जाता है। वह मूल रूप से सन्हौला थाना क्षेत्र की रहने वाली थी और बबरगंज थाना क्षेत्र के अलीगंज में किराए के मकान में रहती थी। 20 दिन पूर्व उसने प्रेम-प्रसंग में बाईपास थाना क्षेत्र के करमपुर खुटाहा ग्राम निवासी रजनीश दास से शादी की थी और करमपुर गांव में ही रह रही थी। ससुराल में रहने के बाद पता चला रजनीश पहले से शादीशुदा और तीन बच्चे का पिता भी है। उसके बाद ससुराल में रहना नहीं चाहती थी। अपने भाई को फोन पर सारी कहानी बतायी, लेकिन रेणु को ससुराल वाले प्रताड़ित करने लगे। इस बात की जानकारी मृतक युवती ने अपने परिजनों को भी दी थी। युवती 3 दिन से लापता थी, इसको लेकर बाईपास थाने में लापता होने का आवेदन के साथ हत्या कर देने की आशंका भी जतायी थी। पुलिस उसके ससुराल गई और एक युवक को पकड़कर कड़ी पूछताछ की और मामले को सुलझाने में सफल रही। इस संबंध में बायपास थाना अध्यक्ष सूरज कुमार वैभव ने कहा कि जमीन में महिला की हत्या कर गड़ा गया था शव को बरामद किया गया है पोस्टमार्टम करने को लेकर भेज दिया गया वहीं मृतक के परिजनों के द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

एक दर्जन से अधिक लोगों को बनाया आरोपी

मृतका के भाई ने थाने में आवेदन देकर एक दर्जन से अधिक लोगों को आरोपी बनाया है। बताया कि रजनीश दास के दूर के रिश्तेदार से संपर्क कर मेरे घर अलीगंज किराए के मकान में आना-जाना शुरू हुआ और मेरी बहन से परिचय के बाद प्रेम हो गया। उसके सारे शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र अपने कब्जे में ले लिया और शादी करने का दबाव बनाने लगा। रजनीश ने आधार कार्ड में पति का नाम भी जुड़वा लिया और धमकी भी देने लगा। दबाव में शादी करनी पड़ी और जब वह अपने ससुराल करमपुर गई तो वहां रजनीश दास शादीशुदा निकला।

मुंगेर में 50 हजार जाली नोट के साथ एक धराया

सफिया सराय थाना की पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान मंगलवार को 500 रुपए के के एक बंडल नकली नोट के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इस मामले में वाहन चालक सहित तीन लोगों के गिरफ्तारी की भी सूचना है।

हालांकि पुलिस अनुसंधान प्रभावित होने की बात कहकर जाली नोट के साथ पकड़े गये व्यक्ति के बारे में अभी कुछ नहीं बता रही है। मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने बताया कि सफियाबाद पुलिस द्वारा 500 के जाली नोट के एक बंडल 50 हजार रुपए जाली नोट के साथ कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों द्वारा जाली नोट कहां से लाया गया था और कहां ले जाने की योजना थी इस मामले में पुलिस अभी अनुसंधान कर रही है। एसपी ने खुद सफियाबाद थाना पहुंचकर मामले की जांच की। उन्होंने जांच प्रभावित होने की बात कहते हुए इस संबंध में अभी कुछ भी जानकारी देने से इंकार कर दिया।

बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव को लेकर सफियासराय थाना पुलिस वाहन जांच कर रही थी। इसी दौरान एक चार चक्का वाहन की जांच के दौरान उक्त वाहन से 50 हजार नोट बरामद किया गया।