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नीतीश को नहीं मिला I.N.D.I.A. की मीटिंग में शामिल होने का न्योता ! बोले बिहार सरकार के मंत्री …4 से लेकर 44 डिग्री तक में CM कर सकते हैं काम

इंडिया की बैठक कब होनी है नहीं होनी है इसको लेकर अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है। पहले यह बैठक 6 तारीख को होनी थी लेकिन इसको पोस्टपौंड कर दिया गया। ऐसे में अभी बैठक कब होगी- नहीं होगी इसका कुछ अभी तक नहीं किया गया है। यह बातें सीएम नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाने वाले मंत्री संजय झा ने कही है।

दरअसल, तीन राज्यों में लोकसभा चुनाव के हार के बाद कांग्रेस के तरफ से विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाए जाने की चर्चा तेज है। पहले यह मीटिंग 6 दिसंबर को बुलाई गई थी। लेकिन, इस दिन विपक्षी दलों के अधिकतर नेता बैठक में आने को तैयार नहीं हुए। उसके बाद यह मीटिंग को टाल दिया गया और जो नई डेट बतलाया गया हुआ 17 दिसंबर है। लेकिन अब जदयू के तरफ से यह कहा गया है कि- अभी मीटिंग का डेट तय नहीं हुआ है। इससे पहले वाला डेट पोस्टपौंड हुआ था। लेकिन, अब जब भी मीटिंग होगी उसमें नीतीश कुमार जरूर शामिल होंगे।

बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने कहा कि- इंडिया गठबंधन की बैठक पहले 6 दिसंबर को बैठक होनी थी। लेकिन बैठक नहीं हुई।अगली बैठक कब होगी इसको लेकर अभी तक कोई डेट तय नहीं हुआ है। लेकिन, अब जब भी बैठक होगी नीतीश कुमार जरूर जायेंगे। इतना तय माना जाए। हमलोग सबलोग साथ है।

वहीं, सीएम नीतीश कुमार की बिहार यात्रा को लेकर कहा कि नीतीश कुमार 4 डिग्री से लेकर 44 डिग्री तक में लगातार काम करते हैं। तापमान अभी नहीं गिरा है जल्द ही नीतीश कुमार यात्रा पर निकलेंगे। इसलिए इसको लेकर अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है। सीएम अपना काम करते रहते हैं। उनको क्या करना है और कब करना है यह अच्छी तरह से मालूम है।

उधर, 10 दिसंबर को पटना में होने वाले पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होंगे इसको लेकर मंत्री संजय झा ने कहा कि- पूर्वोत्तर राज्यों की 10 दिसंबर को महत्पूर्ण बैठक है। इसको लेकर बिहार सरकार के तरफ से तैयारी की जा रही है। सीएम ने भी तैयारियो को लेकर बैठक की है। जब भी कोई महत्पूर्ण बैठक होती है तो नीतीश कुमार उसमे जरूर शामिल होते हैं।

‘मुग़ल थे मेरे पूर्वज…’,JDU नेता के विवादित बोल, कहा – लालू के बेटे को बताया पागल, हिंदू को कहा अपना दुशमन

PATNA : अगर सहने के लिए जिंदा हो तो सहो चीखों मत।इसी मध्य प्रदेश में एक आदिवासी भाई के बेटे के मूंह पर किसी समाज दुश्मन ने पेसाब कर दिया। में भाई के मूंह पर किसी मुल्क दुश्मन ने बुरा काम कर दिया। यह बातें जदयू के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियाबी ने कहा है। जिसके बाद से विवाद बढ़ना तय माना जा रहा है।

दरअसल, सीतामढ़ी में जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार दोनों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि- हमें आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी चाहिए। बालियावी यही नहीं रुकते हैं आगे उन्होंने कहा कि तीन राज्यों के चुनाव परिणाम ने बता दिया है कि सेकुलर कहलाने वाली पार्टियों के पास अपने जात तक वोट नहीं है सेकुलर कहलाने वाले लोग हमारे वोट पर नेता बन बैठे हैं।

इसके आलावा उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि – कोई यदि अपने पागल बेटे के लिए किसी से हाथ मिला सकता है तो फिर बलीयावी भी अपने बच्चों के लिए किसी से हाथ मिला सकता है। लड़ाई हो की और जरूर होगी। सर्कुलर करने वाले बिरादरी का वोट मेरे बच्चों को नहीं मिलता किसी जगह नहीं मिलता। एक नहीं दर्जनों बच्चे आज हमारे रोड पर हैं।

इसके आलावा उन्होंने खुद को इसके अलावा caa लेकर जदयू नेता ने कहा कि हमें कागज दिखाने की जरूरत नहीं है हमारे बाप दादा यहां 800 वर्षों से रहे हैं। मुगल ही हमारे किसी को भी कागज दिखाने की जरूरत नहीं है। कागज वह दिखाएं जिनको यहां से होने पर शक है।हमारा मुल्क ये है और ये ही रहेगा। बिहार में सर्वे के बाद जो बाते कही जा रही है कि जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी तो इसी के आधार पर जब 12 प्रतिशत वाला उपमुख्यमंत्री बन सकता है तो 18 प्रतिशत वाला क्यों नहीं बन सकता है?

उधर, जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी वाली बातों को लेकर जेडीयू नेता ने कहा कि- जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी है तो अच्छी बात है। बिहार में हमलोगों की 18 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बिहार में जब तीन प्रतिशत वाला हुकूमत बना सकता ह। छह प्रतिशत वाला 4-4 मंत्रालय ले सकता है और 12 से 13 प्रतिशत वाला डिप्टी सीएम से लेकर 9 मंत्रालय ले सकता है तो बलियावी ने तय कर लिया है कि जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी। इस 18 प्रतिशत की हिस्सेदारी स्कूल, कॉलेज, पुलिस, एसपी, डीएम, मेडिकल सभी में लेंगे। ये लड़ाई होनी चाहिए। मुझे कोई क्या देगा, दम होगा तो छाती फाड़कर हिस्सा निकालकर बच्चों को दे दूंग।

प्रधानमंत्री मोदी ने देहरादून में निवेशकों के महाकुंभ का किया उद्घाटन; जानें क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को देहरादून में आयोजित किए जा रहे दो दिवसीय उत्तराखंड वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन-2023 का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को भी संबोधित करेंगे। पीएमओ ने कहा, ‘‘शांति से समृद्धि’’ थीम वाला यह शिखर सम्मेलन उत्तराखंड को नए निवेश गंतव्यों के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक कदम है। शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री के अलावा दुनियाभर से हजारों निवेशक और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

दो दिवसीय उत्तराखंड वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन में केंद्रीय मंत्रियों और विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ-साथ प्रमुख उद्योगपति भी भाग ले रहे हैं। इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को शिखर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा की। आयोजन से पहले एक पखवाड़े से अधिक समय से देहरादून को सजाया-संवारा जा रहा है। मुख्य सड़कों का नवीनीकरण किया गया है और क्षतिग्रस्त डिवाइडरों और फुटपाथ की मरम्मत की गई है।

सीएम धामी ने अधिकारियों से आयोजन की सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरा करने का निर्देश दिया था। उन्होंने कहा कि यह राज्य के लिए बड़ा आयोजन है। शिखर सम्मेलन से पहले धामी ने राज्य में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए देश भर के प्रमुख शहरों और ब्रिटेन के लंदन और बर्मिंघम में कई रोड शो किए। उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश के लिए विभिन्न कंपनियों के साथ 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश समझौता ज्ञापनों (एमओयू)पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। धामी ने कहा कि अब इन एमओयू को लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं जिनमें स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने की क्षमता है।

नीतीश सरकार से शराबबंदी हटाने की CIABC ने की मांग, विभागीय मंत्री ने कहा-ऐसा संभव नहीं

PATNA: मणिपुर की तर्ज पर बिहार में भी शराब पर लगे पूर्ण प्रतिबंध को हटाए जाने की मांग CIABC (कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज ने एक बार फिर नीतीश सरकार से की है। CIABC की इस मांग पर विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि विधानमंडल के दोनों सदनों में सर्वसम्मति से पारित होने के बाद राज्य सरकार ने शराबबंदी का निर्णय लिया था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि शराबबंदी को वापस नहीं लिया जा सकता। ऐसा संभव ही नहीं है।

मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शराबबंदी से गरीब परिवारों में खुशियां लौट आई है। शराबबंदी बिहार में लागू करने की मांग महिलाओं ने की थी। महिला भी चाहती हैं कि बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू हो। क्योंकि शराब के कारण कई घर तबाह हो रहा था। बता दें कि इससे पहले 2021 में बिहार में शराबबंदी कानून को हटाने की मांग CIABC ने की थी तब कहा गया था कि बिहार में शराबबंदी फेल हैं। जहरीली शराब के पीने से लोगों की मौतें हो रही है इसलिए शराबबंदी खत्म किया जाए।

वही अब फिर से यही मांग CIABC कर रही है। CIABC के महानिदेशक विनोद गिरी का कहना है कि मणिपुर सरकार ने तीन दशक से अधिक समय से लागू शराबबंदी को खत्म कर सकारात्मक कदम उठाया है। जिससे ना सिर्फ करोड़ों रुपये के राजस्व की प्राप्ति होगी बल्कि अवैध शराब की बिक्री और नशीली दवाओं का इस्तेमाल भी खत्म होगा। इसलिए बिहार सरकार को भी शराब पर लगे पूर्ण प्रतिबंध को भी हटाना चाहिए। इससे राज्य के विकास में बाधा आ रही है।

उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बावजूद अब तक कई लोगों की मौतें जहरीली शराब के पीने से हो चुकी है। बता दें कि शराबंदी को लेकर मणिपुर में भी बड़ा आंदोलन हुआ था जिसके बाद 1991 में वहां शराबबंदी लागू कर दी गयी थी। जिसके बाद शराब निषेद अधिनियम में 2002 में हुए संशोधन के मुताबिक एससी और एसटी समुदाय के लोगों को छोड़कर परंपरागत तौर पर शराब पीने वाले लोगों के लिए शराब की बिक्री, उत्पादन और खपत पर पाबंदी लगाई गयी थी।

जिसके बाद मणिपुर की बीरेन सरकार ने शराब नीति में बदलाव करते हुए शराबबंदी को हटाने का फैसला लिया। यह फैसला मणिपुर सरकार ने राज्य के राजस्व को बढ़ाने और नकली शराब की सप्लाई पर रोक लगाने के लिए लिया। वही बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू किया जो अब भी लागू है। बिहार में शराबबंदी को हटाने की मांग CIABC लगातार कर रही है। अब देखना यह होगा कि शराबबंदी हटाने की मांग पर नीतीश सरकार क्या कदम उठाती है हालांकि विभागीय मंत्री ने साफ तौर पर कह दिया है कि शराबबंदी को हटाना संभव नहीं है।

बिहार BJP ने जारी की 45 जिला प्रभारियों की सूची, देखिये पूरी लिस्ट..

पटना: आगामी लोकसभा और बिहार विधानसभा चुनाव को देखने बिहार बीजेपी ने 45 जिला प्रभारियों की सूची जारी की है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के निर्देश पर जिला प्रभारियों की लिस्ट तैयार की गयी है।

भाजपा प्रदेश मुख्यालय के प्रभारी अरविंद शर्मा ने इस बात की जानकारी दी। बगहा में निर्मल योगी, बेतिया में विनोद कुमार सिंह, रक्सौल में राजेश कुमार सिंह, मोतिहारी में वरुण सिंह, ढांका में अजय कुशवाहा को जिला प्रभारी बनाया गया है। अन्य जिलों में भी जिला प्रभारी नियुक्ति किये गये हैं देखिये पूरी लिस्ट…

केके पाठक ने दी राहत… बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों में बदला रूटीन, आठवीं घंटी में होगा यह काम

पटना: राज्य के सभी सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अब एक ही समय-सारणी से पढ़ाई होगी। इस फैसले को बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की तरफ से राहत माना जा रहा है। वहीं रूटीन में कुछ बदलाव भी किया गया है।

बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् ने कक्षा एक से 12वीं के लिए संशोधित समय-सारणी माध्यमिक, प्राथमिक व राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक को भेज दिया है। इसके अनुसार कक्षा एक से आठ तक स्कूलों में अब आठवीं घंटी खेल की होगी।

वे दोपहर 2:50 से 3:30 बजे तक बच्चे इंडोर व आउटडोर खेल में सहभागी बनेंगे। वहीं, माध्यमिक (कक्षा नौ व 10) तथा उच्च माध्यमिक (कक्षा 11 व 12) के विद्यार्थी आठवीं घंटी में खेल या बागवानी से संबंधित गतिविधि करेंगे। पुस्तकालय में पढ़ाई के लिए भी घंटी निर्धारित की गई है।

जिन विद्यालयों में पुस्तकालय नहीं हैं, वहां के शिक्षक पुस्तकालय की किताबों को कक्षा में लाकर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। यदि किसी विषय में अभ्यास (प्रैक्टिकल) की आवश्यकता नहीं है, तो वर्ग सामान्य रूप से संचालित होंगे। विद्यार्थियों की छुट्टी 3:30 बजे होगी।

‘4 करोड़ लोग बिहार छोड़कर चले गए.. सरकार वोट की राजनीति में व्यस्त’ BJP सांसद ने लोकसभा में बताई नीतीश की नाकामी

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान गुरुवार को सारण से बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रुडी ने बिहार के प्रवासी मजदूरों का मामला उठाया। बीजेपी सांसद ने सदन को बताया कि नीतीश सरकार की नाकामी के कारण बिहार से अबतक चार करोड़ लोग बिहार छोड़कर दूसरे राज्यों का रूख कर चुके हैं।

लोकसभा में रुडी ने कहा कि बिहार की सरकार ने जातीय गणना के आधार पर सिर्फ वोट की राजनीति की है। बिहार के लोगों को उसे कोई चिंता नहीं है। आज देश के किसी भी हिस्से में बड़ा हादसा होता है तो उसमें मरने वाले बिहारी ही होते हैं। अबतक जितने भी हादसों में लोगों की जाने गईं उसमें कोई न कोई बिहारी जरूर रहा है।

उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक बिहार के मजदूर काम कर रहे हैं। बिहार के लोग कश्मीर में आतंकियों की गोली के शिकार हो रहे हैं लेकिन बिहार सरकार का इसपर कोई ध्यान नहीं है। राज्य की 14 करोड़ की आबादी में से 4 करोड़ लोग बिहार छोड़ कर पलायन कर गए हैं और दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी कर रहे हैं। 4 करोड़ में से 3 करोड़ वो लोग हैं, जिनकी जातीय गणना कराई जाती है और बिहार की सरकार वोट की राजनीति करती है।

बता दें कि कर्नाटक के विजयपुरा के औद्योगिक क्षेत्र में एक निजी खाद्य प्रसंस्करण इकाई के गोदाम में मशीन के क्षतिग्रस्त होने से कई मजदूर 100 टन मक्के के ढेर के नीचे दब गये थे और दम घुटने से सभी की मौत हो गयी थी। मरने वालों में सात मजदूर बिहार के रहने वाले थे। रुडी ने मृतक मजदूरों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग बिहार सरकार से की है।

नीतीश-तेजस्वी पर BJP का बड़ा हमला, JDU-RJD दफ्तर में शराब-बालू और जमीन माफिया का जमावड़ा, गया में करेंगे सभी का पिंडदान : सम्राट

PATNA: बीजेपी का अंबेडकर समागम कार्यक्रम आज पटना के मिलर हाई स्कूल के ग्राउंड में हुआ। आज पटना में सुबह से ही बूंदाबांदी हो रही थी। दोपहर में अचानक मौसम बदला और तेज बारिश होने लगी लेकिन इसका असर अंबेडकर समागम कार्यक्रम पर नहीं पड़ा। बारिश के बीच लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए। किसी ने छाता ओढ़ रखा था तो किसी ने बैनर को ही सिर पर ढक लिया। बारिश होती रही और कार्यक्रम में शामिल नेताओं की बातों को लोग सुनते रहे। लोगों की उपस्थिति को देखकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी दंग रह गये। मंच से उन्होंने कहा कि आज लाखों की संख्या में अंबेडकर वादी पटना में जुटे हैं। अंबेडकर वादी कोई है तो वो भाजपा है दूसरे लोग तो नकली अंबेडकर वादी है।

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश-तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा कि जेडीयू और राजद कार्यालय में सिर्फ बालू माफिया-शराब माफिया और जमीन माफिया का ही जमावड़ा है। सम्राट चौधरी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 40 की 40 सीट 2024 में जीतने का काम करेंगे। बिहार में बीजेपी सरकार बनी तो बालू माफिया, जमीन माफिया और शराब माफिया नहीं दिखेगा। या तो वो नेपाल भाग जाएगा नहीं तो बीजेपी गया में पिंडदान करने का काम करेगी। बिहार से गुंडाराज, आतंकराज, बालू माफिया, जमीन माफिया और शराब माफिया को खत्म करना बीजेपी का उद्धेश्य है। बिहार में सरकार बनते ही इस मिशन पर काम होगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि जो गरीबों को लूटेगा और जो भ्रष्टाचार करेगा उसको जेल के अंदर बंद करेंगे।

सम्राट चौधरी ने कहा कि देश के 5 राज्यों में जब विधानसभा चुनाव हो रहा था तब विपक्ष के लोग कहते थे कि भाजपा का सूपरा साफ हो जाएगा। आज पांच में से तीन राज्यों में बीजेपी भारी बहुमत से जीती और सरकार बनाई और बोलने वाले के मुंह पर ताला लग गया। उन्होंने कहा कि इस देश में अंबेडकर साहब ने जो सपना देखा था उसे पूरा करने वाला व्यक्ति यदि कोई है तो वो नरेंद्र मोदी हैं। आज की तारीख में दुनिया का सबसे बड़ा ट्रांजेक्शन हम करते हैं जिसको भीम एप कहते हैं वो भी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को समर्पित करने का काम किया गया। अंबेडकर के सपने को साकार करने के लिए पांच-पाच तीर्थस्थल बनाए गये मुंबई से लेकर जिस अंग्रेज ने हम पर हुकुमत किया वहां तक तीर्थ स्थल स्थापित करने का काम पीएम मोदी ने किया है।

इस दौरान सम्राट चौधरी ने लालू परिवार पर भी हमला बोला कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पहले राबड़ी देवी को आरक्षण देते हैं.. फिर तेजस्वी और तेजप्रताप को आरक्षण देते हैं और जब हमारे सांसद उनकी बेटी मीसा भारती को चुनाव हरा देते हैं तब आरक्षण देकर उनको भी राज्यसभा भेजने का काम करते हैं। सम्राट ने लालू से पूछा कि क्या यही अंबेडकरवादी है?

BJP प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि जबकि बीजेपी ने ऐसा नहीं होता है। कभी नंद किशोर यादव, मंगल पांडेय प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे आज सम्राट चौधरी अध्यक्ष है कल कोई और होगा। लेकिन राजद और जेडीयू में राजा तय है वही पॉकेट से निकालेंगे कि यह व्यक्ति राष्ट्रीय अध्यक्ष होगा और यह प्रदेश अध्यक्ष होगा। राजद में 1997 में पार्टी बनी तब भी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू थे आज 25 साल के बाद भी लालू ही राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। राष्ट्रीय जनता दल में दूसरों के लिए कोई स्थान नहीं है।

जबकि जनसंघ ने गुदरी के लाल कर्पूरी ठाकुर को दो-दो बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। भाजपा के 39 विधायकों ने लालू को भी सीएम की गद्दी पर बैठाने का काम किया। नीतीश पर चुटकी लेते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि अंबेडकर समागम कार्यक्रम जनता दल यूनाइटेड (JDU) कार्यालय के बगल में आकर किये हैं इसलिए बारिश हो रही है..जो जेडीयू वालों के लिए अशुभ हो गया है.. लेकिन साथियों चलिए बीजेपी को शुभ काम करना है। 2025 में बार-बार पलटी मारने वाले नीतीश कुमार पलटासन को खत्म करना है और बिहार में भाजपा की सरकार बनाना है।

क्या कटेगा चलान ? जाम में फंसने के बाद रॉन्ग साइड से निकला CM नीतीश का कार, जानिए क्या है पूरा मामला

बिहार में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पिछले 17 सालों से नीतीश कुमार काबिज है। ऐसे में पिछले 17 सालों से सीएम पद की जिम्मेदारी भी नीतीश कुमार के कंधों पर ही है। सीएम साहब की तरफ से कोई कानून तोड़ा जाता है तो कार्रवाई होगी या नहीं होगी यह सवाल अपने आप में उत्पन्न हो जाता है? अब एक ताजा मामला कम के कानून तोड़ने से जुड़ा हुआ आज राजधानी पटना से निकलकर सामने आया है।

दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार सुबह अचानक जेडीयू दफ्तर पहुंच गए।जहां निरीक्षण के बाद सीएम नीतीश कुमार का काफिला जदयू ऑफिस से बाहर निकाला और जाम में फंस गया। बात कम के काफिले में चल रहे सुरक्षाकर्मी को काफी कठिनाई उठानी पड़ी और सीएम नीतीश कुमार की कर को रॉन्ग साइड वाले रोड पर उतारा गया और जाम से बाहर निकल गया। बात कभी यह सवाल उठ रहा है कि सीएम नीतीश कुमार की कर जब रॉन्ग साइड से निकल गई तो क्या इनका चालान काटा जाएगा। या फिर यूं ही छोड़ दिया जाएगा। के मामला कम से जुड़ा हुआ है तो चालान काटने की पहले करें तो कौन करें?

बताया जा रहा है कि, जेडीयू दफ्तर से निकलने के दौरान सीएम नीतीश का काफिला जाम में फंस गया। सड़क पर वाहनों की लंबी कतार होने के चलते मुख्यमंत्री की गाड़ी आगे नहीं बढ़ पा रही थी। तभी काफिले में साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने मोर्चा संभाला। उन्होंने सीएम की गाड़ी को रॉन्ग साइड होकर जाम से बाहर निकाला।

आपको बताते चलें कि, मुख्यमंत्री का काफिला निकालने के लिए कई बार ट्रैफिक को रोका भी जाता है। इसी साल सितंबर महीने में सीएम नीतीश के काफिले को निकालने के लिए पटना पुलिस ने बहुत देर तक ट्रैफिक रोका था। उस दौरान एक एंबुलेंस जाम में फंस गई थी। उसमें एक मासूम बच्चे को बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाया जा रहा था। यह मामला सामने आने के बाद पुलिस की फजीहत हुई थी।