Category Archives: Ranchi

चंपई सोरेन बोले – राज्य में स्थिर सरकार देने में सक्षम

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राज्यपाल को पत्र लिख कर चंपई सोरेन ने कहा कि महागठबंधन की ओर से 47 विधायकों के समर्थन के दावे और 43 विधायकों के हस्ताक्षरयुक्त समर्थन पत्र समर्पित किया गया था। यह बहुमत के आंकड़े से अधिक है।वह राज्य में स्थिर सरकार देने में सक्षम हैं।

विधायक और राज्य की जनता राज्यपाल से उम्मीद करती है कि जल्द ही एक लोकप्रिय सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे और राज्य को भ्रम की स्थिति से बाहर निकालेंगे।

बसंत साथ गए, सीता का भी समर्थन महागठबंधन में शामिल झामुमो के जिन चार विधायकों को लेकर संशय की स्थिति बताई जा रही थी उनमें से बसंत सोरेन महागठबंधन के अन्य विधायकों के साथ समर्थन में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने कहा कि वह महागठबंधन सरकार को ही समर्थन देंगी। वह दिल्ली से लौट कर रांची आ गई हैं। उन्होंने कहा कि वह दुर्गा सोरेन के खून पसीने से खड़ी पार्टी को छोड़ने का सोच भी नहीं सकती।

गठबंधन मजबूत है। कोई कुछ नहीं कर सकता। राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया है। राज्यपाल ने सकारात्मक बात की है। -चंपई सोरेन, नेता महाठबंधन विधायक दल

आज झारखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे चंपई सोरेन

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राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार देर रात महागठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को मनोनीत मुख्यमंत्री नियुक्त करते हुए शपथग्रहण के लिए आमंत्रित किया है। इसके साथ ही झारखंड की राजनीति में दो दिनों से मचा तूफान थमने लगा है। राज्यपाल से शपथग्रहण के लिए निमंत्रण मिलते ही महागठबंधन के विधायकों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

राज्यपाल ने महागठबंधन विधायक दल के नेता चंपई सोरेन और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को गुरुवार देर रात राजभवन आमंत्रित कर सरकार बनाने का न्योता दिया। राजभवन से बाहर निकलते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि मंगलवार शाम से राज्य में मुख्यमंत्री नहीं है। लिहाजा वह शुक्रवार को शपथ लेंगे। राज्यपाल ने दस दिनों में बहुमत साबित करने को कहा है।

जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को चंपई सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उनके साथ महागठबंधन के सहयोगी कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम व राजद से सत्यानंद भोक्ता मंत्री पद की शपथ लेंगे।इससे पहले महागठबंधन विधायक दल के नेता चम्पई सोरेन के साथ पांच विधायकों ने राज्यपाल से गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे मुलाकात कर नई सरकार बनाने का दावा दोबारा पेश किया था।

चंपई सोरेन बनेंगे झारखंड के नए मुख्यमंत्री, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर

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ईडी की टीम ने 7 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं अब झारखंड का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा इसकी चर्चा तेज हो गयी है. सूत्रों के अनुसार सत्ताधारी दल के विधायकों ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को चंपई सोरेन के पक्ष में अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है. यानि कि अब हेमंत सोरेन की जगह चंपई सोरेन झारखंड के नए सीएम बन सकते हैं.

इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए जेएमएम नेता राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन के नाम पर सहमति बनी है. सत्ताधारी दल के सभी विधायकों ने चंपई सोरेन को अपना नेता चुन लिया है. इस बारे में बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमलोगों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया है.

वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सीएम आवास, राजभवन, बीजेपी कार्यालय समेत रांची के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है. बता दें, ईडी की टीम ने सीएम हाउस में हेमंत सोरेन से करीब 7 घंटे की लंबी पूछताछ की है. इसके बाद ईडी की टीम करीब बजे सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है.

सूत्रों के अनुसार अब तक के पूछताछ में ED के अधिकारी हेमंत सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं है. हेमन्त सोरेन ने अब तक के पूछताछ में सिर्फ हा ना में जवाब दिया है. ED के अधिकारियों ने हेमन्त सोरेन से 40 से ज्यादा सवाल पूछ गए हैं. हेमन्त सोरेन कई सवालों को सुनने के बाद ED अधिकारियों पर झल्ला गए. इस बीच रांची के कई इलाकों में धारा 144 लागू है. सीएम हाउस के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है वहीं माइकिंग भी की जा रही है.

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ED ने किया गिरफ्तार, राजभवन जाकर सीएम पद से दिया इस्तीफा

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इस वक्त झारखंड की राजधानी रांची से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया है. सूत्रों के अनुसार ईडी की टीम ने करीब 7 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीएम हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद सीएम आवास, राजभवन, बीजेपी कार्यालय समेत रांची के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा भी बढ़ा दी गयी है.

जवाब से संतुष्ट नहीं थी ED की टीम

सूत्रों के अनुसार अब तक के पूछताछ में ED के अधिकारी हेमंत सोरेन के जवाब से संतुष्ट नहीं है. हेमन्त सोरेन ने अब तक के पूछताछ में सिर्फ हा ना में जवाब दिया है. ED के अधिकारियों ने हेमन्त सोरेन से 40 से ज्यादा सवाल पूछ गए हैं. हेमन्त सोरेन कई सवालों को सुनने के बाद ED अधिकारियों पर झल्ला गए. इस बीच रांची के कई इलाकों में धारा 144 लागू है. सीएम हाउस के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है वहीं माइकिंग भी की जा रही है.

चंपई सोरेन होंगे झारखंड के सीएम

हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी यानि कल्पना सोरेन की सीएम बनाने की चर्चा तेज हो गयी है. वहीं कल्पना सोरेन के अलावा चंपई सोरेन के सीएम बनाने की भी बात कही जा रही है. हालांकि जेएमएम प्लान बी पर भी काम कर रहा है. अब जरा प्लान भी के बारे में जानिए. दरअसल हेमंत सोरेन के प्लान भी में डिप्टी सीएम बनाने का भी प्रस्ताव है. सूत्रों से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक प्लान बी में झारखंड में दो उप मुख्यमंत्री होंगे.

रांची में अपने आवास पर CM हेमंत सोरेन ने मंत्री और विधायकों के साथ की बैठक, पत्नी कल्पना भी रही मौजूद

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हेमंत सोरेन के रांची पहुंचने के बाद झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है।रांची में मुख्यमंत्री आवास, ईडी ऑफिस और राजभवन के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दिया गया है।यहां पर पुलिस बलों की भी तैनाती कर दी गई।

एक तरफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम जमीन घोटाला मामले में पिछले दो दिनों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकेशन की तलाश कर रही थी. वहीं, हेमंत सोरेन रांची स्थित अपने आवास में मंत्रियों और विधायकों के साथ बैठक करते दिखे. इस बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल हैं, जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कुछ देर पहले ही अपने आवास पर पहुंचे और विधायकों से मिले. हालांकि,  वह रांची कब और कैसे पहुंचे इसको लेकर अभी तक कुछ साफ जानकारी सामने नहीं आई है. आशंका जताई जा रही है कि ईडी के सामने अगर सोरेन पेश होंगे तो उन्हें ईडी गिरफ्तार कर सकती है. इसी को लेकर हेमंत सोरेन कानूनी राय लेने के बाद अब विधायकों के साथ बैठक करने रांची पहुंचे हैं ।

सोमवार को चर्चा थी कि हेमंत सोरेन दिल्ली से अचानक गायब हो गए हैं और वो कानून के जानकारों से इस मुद्दे पर बातचीत कर रहे हैं कि ईडी के समन को कैसे जवाब दिया जाए. वहीं, झारखंड में तीन जगहों पर धारा 144 लागू कर दी गई है. बता दें मुख्यमंत्री आवास, ईडी ऑफिस और राजभवन के 100 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दिया गया है।

हेमंत सोरेन को 10 बार मिल चुका है समन

बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 10 बार समन जारी कर चुका है, लेकिन सोरेन अभी तक ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए हैं. पिछले सप्ताह ईडी ने नया समन जारी किया था और उनसे पूछा था कि वह कब पेश हो सकते हैं. वहीं,  27 जनवरी को सीएम सोरेन रांची से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे. इधर ईडी उनके लोकेशन की तलाश कर रही थी, लेकिन ईडी को कुछ भी हाथ नहीं लगा था. वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय से ईडी को एक मेल भेजा गया है, जिसमें सीएम के 31 जनवरी को पेश होने की बात कही गई है।

इससे पहले ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लग्जरी कार जब्त कर ली है. ईडी टीम ने उनके निवास से कुछ कागजात भी जब्त किए हैं. इस दौरान 36 लाख रुपए कैश भी जब्त किया गया है।

हेमंत सोरेन से ED Land Scam मामले में इस दिन कर सकती है पूछताछ, जांच एजेंसी ने दिया था अल्टीमेटम

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जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से एक बार फिर 31 जनवरी को पूछताछ कर सकती है। इससे पहले ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर 27 जनवरी से 31 जनवरी के बीच पूछताछ को लेकर समय मांगा था।

दरअसल, नौवें समन पर मुख्यमंत्री ने जानकारी दी थी कि वे जल्द तारीख और जगह को लेकर संबंधित जानकारी देंगे। यह आशंका है कि इस बार जांच एजेंसी पूछताछ को लेकर सख्त कदम उठा सकती है।

आपको बता दें कि ईडी ने हेमंत सोरेन से 20 जनवरी को जमीन घोटाले में पूछताछ की थी। सीएम आवास पर करीब सात घंटे तक जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी। हालांकि, ईडी बयान नहीं दर्ज कर सकी थी। यही वजह है कि मुख्यमंत्री को ईडी ने दोबारा पूछताछ के लिए समय मांगा था।

पत्नी भले ही नौकरी करे, बच्चों के भरण-पोषण की जिम्मेदारी पिता की भी : झारखंड हाईकोर्ट

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झारखंड हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि बच्चे की मां भले ही किसी नौकरी में हो, लेकिन पिता भी बच्चों के भरण-पोषण के लिए जवाबदेह है। इसके साथ ही जस्टिस सुभाष चंद की अदालत ने पिता को प्रतिमाह पांच हजार रुपये नाबालिग बच्चों के भरण पोषण के लिए देने के आदेश को बरकरार रखते हुए याचिका खारिज कर दी।

मामला हजारीबाग से जुड़ा है। हजारीबाग की फैमिली कोर्ट में निभा सिंह नामक महिला ने आवेदन दायर कर कहा था कि जबसे उसने पति के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई, वह बच्चों के भरण-पोषण में लापरवाही कर रहा है। जबकि उसके पति को वेतन और पैतृक कृषि भूमि से आय होती है।

फैमिली कोर्ट ने मामले की सुनवाई के बाद महिला के पति रघुवर सिंह को आदेश दिया था कि वह दो बच्चों के भरण-पोषण के लिए प्रतिमाह पांच हजार रुपए दे। फैमिली कोर्ट के आदेश के खिलाफ रघुवर सिंह ने झारखंड हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उसका कहना था कि वह बेरोजगार है। जबकि, उसकी पत्नी भरण-पोषण आवेदन दायर करने से काफी पहले से नौकरी कर रही है।

राजधानी में बढ़ रहे छिनतई के मामले, दिनदहाड़े महिला के गले से उड़ाया चेन

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राजधानी रांची में एक बार फिर आज चेन छिनतई हुई। आज दिन के करीब सवा एक बजे एक महिला के गले से चेन झपट ली गई। बाइक सवार दो उचक्कों ने वारदात को अंजाम दिया और बड़े ही आसानी फरार हो गये। इस दुस्साहसिक वारदात को राजधानी रांची के सदर थाना क्षेत्र के कोकर में अंजाम दिया गया।

पूरी वारदात वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है। महिला का नाम गीता देवी बताया गया। उनके बेटे का एक पूजा भंडार दुकान है। महिला दुकान से अपने घर एक छोटी बच्ची के साथ जा रही थी।

सड़क के दूसरी ओर गली में उनका मकान है। एक बाइक पर सवार दो लोग उस गली में घुसे। दोनों ने हेलमेट पहन रखा था। महिला को क्रॉस कर आगे बढ़ गये। कुछ पल के भीतर बाइक सवार वापस लौटे। महिला के सटाकर बाइक रोकी। पलक झपकते ही महिला के गले से चेन झपटा और बाइक में सवार हो वहां से रफूचक्कर हो गये। वारदात की फैली खबर के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली।

झारखंड में हेमंत सरकार का बड़ा फैसला, उम्रकैद की सजा काट रहे 56 कैदी होंगे रिहा

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झारखंड सरकार ने प्रदेश की विभिन्न जेलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 56 कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है। सरकार ने कुल 109 मामलों की समीक्षा के बाद बुधवार को 56 कैदियों को रिहा करने का फैसला किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया।

झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण बोर्ड की बैठक

मुख्यमंत्री सचिवालय ने एक बयान में कहा, “राज्य की विभिन्न जेलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहे 56 कैदियों को रिहा किया जाएगा। समीक्षा के दौरान अदालतों, संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षकों, जेल अधीक्षकों और जिला परिवीक्षा अधिकारियों की राय ली गई।” बोर्ड की 30वीं बैठक में हेमंत सोरेन ने रिहा किए जाने वाले कैदियों की लगातार निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया।

29वीं बैठक में 1831 कैदी किए गए रिहा 

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उनके उचित पुनर्वास की दिशा में काम करने और उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं से जोड़ने का निर्देश दिया, ताकि वे मुख्यधारा में बने रहें। बयान में कहा गया है कि बैठक में मुख्यमंत्री सोरेन को बताया गया कि झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण बोर्ड की 29वीं बैठक तक 1831 कैदियों को रिहा किया जा चुका है।