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धोनी के साथ हुई करोड़ों की धोखाधड़ी, रांची में दर्ज हुआ केस, जानें पूरा मामला

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी हुई है। इस मामले में धोनी ने अपने गृह नगर रांची के सिविल कोर्ट में मामला दर्ज कराया है। जानकारी के अनुसार, महेंद्र सिंह धोनी ने अपने दो पूर्व बिजनेस पार्टनर पर 15 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। धोनी ने अरका स्पोर्ट्स एंड मैनेजमेंट लिमिटेड के मिहिर दिवाकर और सौम्या विश्वास के खिलाफ सिविल कोर्ट में केस फाइल किया है।

धोनी के नाम पर खोली गई थीं क्रिकेट एकेडमी

इस मामले के बारे जानकारी देते हुए महेंद्र सिंह धोनी के वकील दयानंद सिंह बताया कि मिहिर दिवाकर और सौम्या विश्वास ने धोनी के साथ विश्वासघात किया और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया। वकील ने बताया कि दोनों आरोपियों ने साल 2017 में धोनी को बताया कि  वे लोग धोनी के नाम से क्रिकेट एकेडमी और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खोलेंगे। जिसके बदले उन्हें फ्रेचाइंजी फ़ीस देने की बात भी कही गई थी।

इसके बाद इन लोगों ने देशभर में महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर संस्थाएं खोलना शुरू कर दीं। लेकिन इसके बारे में उन्होंने धोनी को कोई जानकारी नहीं दी। उन्हें एग्रीमेंट के अनुसार पैसे भी नहीं दिए गए। जिसके बाद 15 अगस्त 2021 को एमएस धोनी ने उनके साथ हुआ अपना करार खत्म कर दिया। लेकिन इसके बावजूद वह एमएस धोनी के नाम पर क्रिकेट एकेडमी खोलते रहे। इसके बाद इन्हें नोटिस भी भेजा गया लेकिन ये लोग इसे रोक नहीं रहे थे। जिसके बाद यह कदम उठाया गया है।

मामले में अगली सुनवाई अब 20 जनवरी को

महेंद्र सिंह धोनी के वकील ने बताया कि दोनों आरोपियों ने अब तक लगभग 15 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाया है। आरोपी धोनी के साथ पहले भी काम कर चुका है और वह रणजी ट्रॉफी भी साथ में खेल चुके हैं। इस मामले में आज पहली सुनवाई थी और अब अगली सुनवाई 20 जनवरी को होगी।

झारखंड के राजनीतिक अटकलों पर लगा विराम, मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ेंगे हेमंत सोरेन

झारखंड में मुख्यमंत्री बदलने को लेकर जारी अटकलों पर विराम लग गया है। आज झारखंड विधायक दल की बैठक में एक सुर से हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद पर बनाए रखने का फैसला लिया गया। इससे पहले ऐसी अटकलें थी कि ईडी की ओर से मिल रहे लगातार नोटिस के बाद हेमंत सोरेन इस्तीफा दे सकते हैं और अपनी जगह पत्नी कल्पना सोरेन को प्रदेश की बागडोर सैंप सकते हैं।

 दबाव बनाने के लिए ED की कार्रवाई-सोरेन

सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक में सीएम हेमंत सोरेन ने विधायकों से कहा कि ED की कार्रवाई उन पर दबाव बनाने के लिए की जा रही है। हालात जो भी होंगे उनका सामना करना पड़ेगा। मीटिंग के दौरान हेमंत सोरेन ने अपने मीडिया सलाहकार के घर की जा रही ED की कार्रवाई का भी जिक्र किया। सीएम ने विधायकों को बताया कि उनके मीडिया सलाहकार के कमरे के ताले को ED ने चार लोगों से मिलकर तुड़वाया, आगे भी दबाव बनाने की कोशिश जारी रह सकती है। ऐसे में किसी भी तरह के राजनैतिक हालात का सामना करना पड़ सकता है।

सीएम ने सबसे आगे की रणनीति पर पूछा तो विधायको ने कहा, जो भी फैसला लिया जाएगा सब साथ देंगे। अब सभी विधायकों को अगले कुछ दिनों तक रांची या आसपास के इलाके में रहने के लिए कहा गया है।

ED के अगले कदम का इंतजार

सूत्रों के मुताबिक हेमंत सोरेन ED के अगले कदम का इंतजार कर रहे हैं। अगर उनके मीडिया सलाहकार की गिरफ्तारी होती है तो दोबारा विधायकों की बैठक बुलाकर नए सीएम को लेकर चर्चा की जाएगी। क्योंकि हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी के चांसेज बढ़ जाएंगे। अगले एक दो दिनों में ED की करवाई का इंतजार करने के लिए विधायकों को बोला गया है।

दरअसल, अवैध खनन के मामले में ईडी की टीम रांची, साहिबगंज और देवघर समेत कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। सीएम हेमंत सोरेन के करीबियों पर ये छापेमारी चल रही है। उनके मीडिया सलाहकार अभिषेक प्रसाद, साहिबगंज के कलेक्टर रामनिवास यादव और देवघर के पूर्व एमएलए पप्पू यादव, रांची में आर्किटेक्ट बिनोद सिंह और ठेकेदार सरावगी के यहां भी ईडी कार्रवाई कर रही है।

विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने कहा, “बैठक में 43 विधायक मौजूद थे और जो बात सामने आई है वो ये है कि हेमंत सोरेन आज भी मुख्यमंत्री हैं और आगे भी वो ही मुख्यमंत्री रहेंगे…”

रांची में कांग्रेस विधायक दल की बैठक जारी, मीटिंग में नहीं पहुंचे ये दो विधायक

रांची: झारखंड कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी बनने के बाद गुलाम अहमद मीर की उपस्थिति में कांग्रेस विधायक दल की बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जारी है. राज्य में वर्तमान राजनीतिक हालात और लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर विस्तृत चर्चा हो रही है. इस बैठक में कांग्रेस के दो विधायक दीपिका पांडेय सिंह और पूर्णिमा नीरज सिंह शामिल नहीं हुई हैं. पार्टी के प्रदेश महासचिव अमूल्य नीरज खलखो के अनुसार विधायक दीपिका पांडेय सिंह पितृ-शोक की वजह से बैठक में शामिल नहीं हो सकीं हैं, वहीं पूर्णिमा नीरज सिंह स्वास्थ्य कारणों से बैठक में नहीं आयीं।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में संसदीय कार्यमंत्री और विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के साथ साथ कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की, विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, अनूप सिंह, राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगारी, डॉ इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, सोना राम सिंकू, अंबा प्रसाद, प्रदीप यादव, भूषण बाड़ा शामिल हैं।

वर्तमान राजनीतिक हालात और लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा

हालांकि, अभी कांग्रेस विधायक दल की बैठक जारी है लेकिन पार्टी सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है, उसके अनुसार वर्तमान राजनीतिक स्थिति में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के सातवें समन के बाद की राजनीतिक स्थिति, गांडेय विधानसभा सीट से झामुमो विधायक डॉ सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद राज्य की राजनीति में लग रहे कयासों के बीच कांग्रेस की भूमिका पर चर्चा हो रही है।

बैठक में प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पहली बार झारखंड के विधायकों से रुबरु हुए. प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने विधायकों को अपने विधानसभा क्षेत्र में लोकसभा चुनाव की तैयारी करने पर फोकस करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि विधायक होने के नाते आप सबों पर है कि कैसे पार्टी और सहयोगी दलों के साथ मिलकर राज्य के सभी 14 में से 14 सीट जीत सकें।

नये साल नए साल मौके पर प्रेमी संग घूमने गयी पत्नी, इधर पति ने खुद को घोपा चाकू

झारखंड के रांची जिले के ओरमांझी में नये साल के जश्न में बाहर घूमने गई पत्नी जब रात में घर नहीं लौटी तो उसे दूसरे दिन यानी आज पति की मौत की खबर मिली। उसका पति राम मुंडा ने खुद के पेट में चाकू घोंप कर अपनी कहानी खत्म कर ली। राम मुंडा की शादी 3 साल पहले पूजा देवी के साथ हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के रिश्ते खराब होते चले गये। दोनों का बर्ताव एक दूसरे के प्रति बदलता चला गया। दोनों के रिश्ते में खटास बढ़ते चली गई।

पूजा का लगाव किसी और से हो गया था। बीते 1 जनवरी को पत्नी पूजा बाहर घूमने चली गई। रात में लौट कर घर नहीं आई। वहीं, घर में मौजूद राम मुंडा खुद के पेट में चाकू घोंप लिया। वह तीन भाई है, तीनों मेहनत मजदूरी कर किसी तरह जी-खा रहा है। भाईयों ने बताया कि राम मुंडा का अपनी पत्नी से बहुत बढ़िया रिश्ता नहीं था।

करीब 1 साल पहले भी उसने खुद का गला ब्लेड से काट खुदकुशी की कोशिश की थी। उसका दिमागी हालत भी ठीक नहीं था। यह वारदात रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र के कुच्चु गांव में हुई। यहां उनका नानी घर है। वैसे वे गगारी पंचायत के भेलवा टोला गांव के मूल निवासी हैं।

झारखंड में भी लालू-राबड़ी मॉडल, क्या हेमंत सोरेन पत्नी को बनाएंगे CM ? सियासी हलचल तेज

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ‘कुर्सी’ क्या जाने वाली है? अगर हेमंत सोरेन सीएम नहीं रहेंगे तो राज्य में सरकार की बागडोर कौन संभालेंगा ? क्या झारखंड की सत्ता में फेरबदल होने वाला है.. ये वो सारे सवाल हैं जो इन दिनों झारखंड की सियासी गर्मी को लगातार बढ़ा रहे हैं. इन सभी सवालों के बीच चर्चा में एक नाम तेजी से सामने आता है, वो नाम है कल्पना सोरेन का. कल्पना सोरेन सीएम की पत्नी हैं और अब चर्चा है कि वो सीएम बनेंगी. अगर ऐसा होता है तो बिहार में लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की तर्ज पर झारखंड में भी पति-पत्नी दोनों को सीएम बनने का मौका मिल जाएगा. हालांकि राज्य के अगले सीएम के रूप में कल्पना सोरेन की ‘ताजपोशी’ को लेकर झामुमो की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.

विधायकों की बैठक 3 जनवरी को

दरअसल ऐसा माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. इसी कड़ी में तीन जनवरी को सीएम हेमंत सोरेन के आवास में सत्तारूढ़ झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन के विधायकों की बैठक बुलाई गई है. इसमें सभी विधायकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने को कहा गया है. चर्चा है कि इस बैठक में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को गठबंधन का नया नेता चुने जाने पर सहमति बनाई जा सकती है.

CM आवास पहुंचे महाधिवक्ता

इससे पहले राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मंगलवार सुबह 11 बजे सीएम हेमंत सोरेन ने राज्य के महाधिवक्ता राजीव रंजन को अपने आवास बुलाकर मौजूदा घटनाक्रमों को लेकर विचार-विमर्श किया. इसके थोड़ी ही देर बाद सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक 3 जनवरी को बुलाने का निर्णय लिया गया.

कौन हैं सीएम की पत्नी

वर्ष 1976 में रांची में जन्मी कल्पना सोरेन ने अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई रांची से ही पूरी की है. कल्पना हालांकि मूल रूप से ओडिशा के मयूरभंज की हैं लेकिन वो इन दिनों झारखंड की सीएम इन वेटिंग कही जा रही हैं. सात फरवरी 2006 को उनकी शादी हेमंत सोरेन के साथ हुई थी. कल्पना के परिजन मयूरभंज में ही रहते हैं. कल्पना एक बिजनेस वुमन हैं. वो एक प्ले स्कूल का संचालन भी करती हैं. बात रही उनकी पारिवारिक जिंदगी की तो उनके दो बच्चे जो कि बेटे हैं. सोरेन दंपती के इन बेटों का नाम निखिल और अंश है.

झारखंड में राजनीतिक हलचल तेज, क्या हेमंत सोरेन छोड़ेंगे अपना पद, पत्नी को बना सकते है CM

क्या झारखंड की राजनीति में कोई बड़ा बदलाव आने वाला है? क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस्तीफा देने वाले हैं? क्या उनकी पत्नी कल्पना सोरेन झारखंड की नई मुख्यमंत्री बनेंगी? इन सभी सवालों के जवाब बुधवार शाम को मिलने की उम्मीद है, जब रांची में सत्तारूढ़ गठबंधन की बैठक होगी।

झारखंड की सियासत में भूचाल की इस आशंका के पीछे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मिल रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) के नोटिस हैं। सोरेन को अब तक 6 नोटिस जारी किए जा चुके हैं। पेशी होने या उत्तर देने के लिए उनके पास 31 दिसंबर तक का समय था।

क्या हेमंत सोरेन होंगे गिरफ्तार?

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि हेमंत सोरेन पर गिरफ्तारी की तलवार भी लटक रही है। यही कारण है कि उन्होंने पत्नी कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है।

किस सीट से उपचुनाव लड़ेंगी कल्पना सोरेन?

झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) विधायक सरफराज अहमद गांडेय से अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि कल्पना सोरेन को इसी सीट से उपचुनाव लड़ाया जाएगा।

भाजपा का दावा है कि हेमंत सोरेन को अपने खिलाफ बड़ी कार्रवाई होने की आशंका सताने लगी है। यही कारण है कि कल्पना को मुख्यमंत्री बनाने का प्लान बनाया गया है।

बुधवार शाम 4.30 बजे बुलाई गई विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, जिसमें आगे की रणनीति पर फैसला होगा।

बिना हेलमेट के अब नहीं मिलेगा पेट्रोल, उल्लंघन करने वालों पर होगी कार्रवाई

सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रांची पुलिस पेट्रोल पंप संचालकों पर अभियान को लेकर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस नो हेलमेट-नो पेट्रोल अभियान को सख्ती से लागू कराएगी। रांची पुलिस ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को इस अभियान को सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है। पुलिस प्रशासन की ओर से कहा गया है कि बिना हेलमेट पेट्रोल पंप पर जबरन कोई चालक पेट्रोल मांगता है तो संबंधित थाना को गाड़ी का नंबर भेजें।

इसे लेकर पूर्व में जिला प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के साथ पेट्रोल पंप संचालकों की बैठक हुई थी। बैठक में संचालकों से कहा गया है कि वे हर हाल में इस अभियान का पालन कराएं, ताकि हादसों की संख्या में कमी आए। संचालकों से कहा गया है कि अगर कोई व्यक्ति बिना हेलमेट पेट्रोल भरवाने के लिए पंप पर पहुंचता है तो उन्हें किसी भी हाल में पेट्रोल नहीं दें। अगर, कोई जबरदस्ती करता है तो संबंधित इलाके के थाने में ऐसे वाहन चालकों की सूचना दें, ताकि संबंधित थाना प्रभारी उस पर कार्रवाई कर सकें।

ट्रैफिक पुलिस ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को पोस्टर उपलब्ध कराया है, जिसमें नो हेलमेट-नो पेट्रोल लिखा हुआ है। संचालकों को निर्देश दिया है कि वे अपने पंप पर ऐसे स्थान पर पंपलेट लगाएं, जिस पर वाहन चालकों की नजर पड़े। ट्रैफिक पुलिस के निर्देश पर कई संचालकों ने अभियान का पंपलेट भी लगा दिया है।

ट्रैफिक पुलिस की ओर से नो हेलमेट-नो पेट्रोल अभियान पांच साल पहले शुरू किया गया था। कुछ दिन तक पुलिस ने सख्ती बरती। पंप संचालक भी पुलिस के आदेश का पालन करते हुए वाहन चालकों को पेट्रोल नहीं दे रहे थे। छह माह तक इसका वाहन चालकों पर असर भी रहा। मगर, बाद में इस पर अमल नहीं किया गया। अब फिर से अभियान शुरू किया गया है।

वर्तमान में हालत यह है कि वाहन चालक बिना हेलमेट के ही पंप पर पहुंचते हैं और पेट्रोल भराकर निकल जाते हैं। न तो पंप संचालक उन्हें रोकते हैं और न ही पुलिस।

रांची ट्रैफिक एसपी कुमार गौरव ने कहा कि अभियान को हर हाल में सफल बनाया जाएगा। पुलिस वाहन चेकिंग कर रही है। कैमरों की मदद से भी यातायात नियमों के उल्लंघन करनेवालों का चालान काटा जा रहा है। पेट्रोल पर संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए हैं, ताकि हादसे में लोग हताहत न हों, उन्हें ज्यादा चोट न लगे।

सीएम हेमंत सोरेन से मिले ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर, यूके आने का दिया निमंत्रण

शिक्षा जगत में किये गये बेजोड़ काम के चलते CM हेमंत सोरेन को यूके (यूनाइटेड किंगडम) आने का न्योता दिया गया। यूके सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन और डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस एंड ट्रेड की तरफ से उनके कार्यों की सराहना करते हुये उन्हें यह न्योता मिला। यह न्योता उन्हें कोलकाता के ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर डॉ एन्ड्रयु फ्लेमिंग एवं अरूणाभ भट्टाचार्य की तरफ से दिया गया। ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर ने झारखंड सरकार द्वारा चेवेनिंग-मरंग गोमके पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना को खूब सराहा।

वहीं शिक्षा खासकर गर्ल्स एडुकेशन के साथ-साथ खेल, पर्यटन, क्लाइमेट चेंज, सस्टेनेबल माइनिंग इत्यादि जैसे विषयों पर पारस्परिक सहयोग के साथ विकास और संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की। मौके पर CM के सचिव विनय कुमार चौबे एवं अमित सेनगुप्ता भी मौजूद थे।

ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर (कोलकाता) डॉ एन्ड्रयु फ्लेमिंग ने झारखंड विधानसभा में सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की. डॉ एन्ड्रयु फ्लेमिंग ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को यूके आने के लिए आमंत्रित किया. उन्होंने यूके सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन और डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस एंड ट्रेड की तरफ से सीएम को आमंत्रित किया.

डॉ एन्ड्रयु फ्लेमिंग ने शिक्षा के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिए झारखंड सरकार की सराहना की. मुख्यमंत्री ने यूके सरकार द्वारा दिए आमंत्रण पर ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर के प्रति आभार व्यक्त किया. कहा कि पारस्परिक सहयोग के साथ आगे बढ़ने के लिए झारखंड तत्पर है. मुलाकात के दौरान दोनों के बीच शिक्षा के साथ-साथ खेल, पर्यटन, क्लाइमेट चेंज, सस्टेनेबल माइनिंग इत्यादि जैसे क्षेत्रों में विकास और संभावनाओं पर चर्चा हुई. इस मौके पर मुख्य सचिव एल ख्यांगते, सीएम के सचिव विनय चौबे, ब्रिटिश डिप्टी हाई कमीशन ऑफिस के अरुणाभ भट्टाचार्य और अमित सेनगुप्ता मौजूद थे.

350 करोड़ से अधिक कैश बरामद मामले में धीरज साहू का आया पहला बयान, कहा… ‘मेरा पैसा नहीं हर चीज का हिसाब दूंगा’

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू ने छापेमारी के दौरान मिले 350 करोड़ से अधिक कैश के मामले में पहली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ये मेरा पैसा नहीं है और इससे कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है.

उन्होंने आयकर विभाग (IT) की छापेमारी को लेकर न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, ”जो पैसा बरामद हुआ है उसमें कांग्रेस या अन्य किसी भी विपक्षी दल का कोई पैसा नहीं है. उनको बेवजह बदनाम करने की कोशिश की जा रही है.”

धीरज साहू ने कहा, ”इस पैसे से मेरा कोई लेना देना नहीं है. यह मेरे परिवार का पैसा है. हमारा परिवार बहुत बड़ा है तो यह पैसा उन लोगों का है. अभी इनकम टैक्स की तरफ से ऐसा नहीं कहा गया है की यह पैसा गैरकानूनी है. ऐसे में इस पैसे के बारे में कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगी.”

दरअसल, आईटी ने धीरज साहू के परिवार के स्वामित्व वाले ओडिशा की शराब कंपनी के खिलाफ अपनी कार्रवाई के तहत रांची में उनके आवास में छापेमारी की थी. जिस जगह आईटी ने रेड की थी वह साहू का संयुक्त पारिवारिक आवास है. इसमें 350 करोड़ रुपये से ज्यादा आईटी ने बरामद किए हैं.

धीरज साहू ने क्या कहा?
धीरज साहू ने कहा, “आज जो हो रहा है वह मुझे दुखी करता है. मैं स्वीकार कर सकता हूं कि जो पैसा बरामद किया गया है वह मेरी फर्म का है. जो नकदी बरामद की गई है वह मेरी शराब फर्मों से संबंधित है. पैसा मेरा नहीं है, यह मेरे परिवार और अन्य संबंधित फर्मों का है. आईटी ने अभी छापा मारा है. मैं हर चीज का हिसाब दूंगा.”

मामला क्या है?
आयकर विभाग ने भुवनेश्वर मुख्यालय वाली कंपनी बौद्ध डिस्टिलियरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) को लेकर ये छापेमारी की थी. कथित तौर पर आईटी ने कंपनी के कथित कर चोरी को लेकर कार्रवाई शुरू की थी.  इस कंपनी का प्रमोटर साहू का परिवार है.