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साहिबगंज DC के ठिकाने से जो मिला, चौंका गया ED को…

झारखंड सहित अन्य राज्यों में ED ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। बीते कल सुबह से ही ED की टीम ने रांची से लेकर साहिबगंज, देवघर, कोलकाता और राजस्थान में कई ठिकानों पर दबिश दी। ED को साहिबगंज DC रामनिवास यादव के दफ्तर से 8 लाख नकद मिले। साथ ही 9 एमएम पिस्टल की 14 गोलियां मिली। पैसे फाइल के बीच लिफाफे में रखे हुए थे। DC ने ED के अधिकारियों को बताया कि पैसे और गोलियों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं। वहीं, ED की जांच में खुलासा हुआ कि पोस्टिंग के बाद से DC रामनिवास यादव ने अपने वेतन के पैसों को कभी अकाउंट से निकाला ही नहीं। ED से मिले समन के बाद पैसे अकाउंट से निकाले गये थे।

इधर, रांची में छापेमारी के दौरान आर्किटेक्ट विनोद सिंह के रातू रोड स्थित घर से 25 लाख रुपये कैश और इंवेस्टमेंट से जुड़े कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। विनोद सिंह के मोबाइल से नेताओं और अफसरों के साथ व्हाट्सऐप चैट डिटेल मिले हैं। विनोद के रोस्पा टॉवर स्थित ग्रिड कंसल्टेंट को सील कर दिया गया है। विनोद सिंह ग्रिड आर्किटेक्ट कंसल्टेंसी के मालिक है।

साहिबगंज डीसी की बढ़ेंगी मुश्किलें, कारतूस और सैलरी ने फंसाया

झारखंड के एक और आईएएस अफसर पर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी है. साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव बुधवार को ईडी की रेड के बाद जांच के दायरे में आ गए हैं. अवैध कारतूस, रिश्वत के पैसे और सैलरी तीनों के फेर में साहिबगंज डीसी फंस गए हैं. जानकारी के अनुसार ईडी के द्वारा गुरुवार या शुक्रवार को साहिबगंज डीसी से पूछताछ के लिए समन जारी किया सकता है।

क्या है पूरा मामला

बुधवार को ईडी ने साहिबगंज डीसी के आवास, कार्यालय और उनके राजस्थान स्थित आवास पर एक साथ रेड किया था. रेड के दौरान साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के पास से रिश्वत में मिले आठ लाख रुपए के साथ साथ नाइन एमएम पिस्टल की 14 कारतूस भी मिले हैं. ईडी के मुताबिक, बुधवार को ईडी की टीम ने जब डीसी के ऑफिस में छापा मारा तो फाइल के बीच लिफाफे में आठ लाख रुपए मिले, वहीं दफ्तर में गोलियां भी मिली. ईडी के अधिकारियों के मुताबिक, डीसी से बरामद पैसों और गोलियों के विषय में पूछा तो उन्होंने सीधे अनभिज्ञता जारी की. एजेंसी के अधिकारियों ने मौके पर अन्य कर्मियों से पूछताछ की, तब जानकारी मिली कि मंगलवार को डीसी को आठ लाख रुपए आए थे. ये पैसे किन स्रोतों से आए हैं, ईडी यह जांच कर रही है. ईडी अधिकारियों के मुताबिक, अवैध गोली की बरामदगी के मामले में एजेंसी स्थानीय थाने में केस दर्ज कराएगी।

सैलरी से पैसे नहीं निकाले

ईडी ने जांच में पाया है कि डीसी रामनिवास यादव ने साहिबगंज में पोस्टिंग के बाद अपने सैलरी अकाउंट से कभी पैसे नहीं निकाले. ईडी ने इस विषय में भी बुधवार से उनसे पूछताछ की है कि बगैर सैलरी खाते से निकासी से वह कैसे गुजारा करते थे. एजेंसी ने जांच में पाया है कि एजेंसी के द्वारा जब उन्हें समन किया गया था, उसके बाद उन्होंने सैलरी खाते से निकासी शुरू की थी।

गिरफ्तारी की तलवार लटकी

रामनिवास यादव झारखंड के तीसरे आईएएस अधिकारी हैं, जिनके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है, इससे पहले पूजा सिंघल और छवि रंजन ईडी के शिकंजे में आकर जेल में बंद है. अगले दो दिनों में ईडी दफ्तर में रामनिवास यादव से पूछताछ की जाएगी।

साहिबगंज में व्यवसायी और डीसी के यहां ईडी की छापेमारी, डीसी के घर से कैश और 9MM की गोलियां बरामद

साहिबगंज: जिले में बुधवार का दिन कई लोगों के लिए मुश्किल भरा रहा. ईडी की छापेमारी से पूरे जिले में हड़कंप मचा रहा. ईडी की टीम ने पत्थर व्यवसायी कन्हैया खुडानिया और उपायुक्त रामनिवास यादव के साथ ही कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की।

बता दें कि ईडी की टीम सुबह-सुबह ही उपायुक्त राम निवास यादव और पत्थर व्यवसायी कन्हैया खुडानिया के यहां छापेमारी करने सीआरपीएफ के साथ पहुंची थी. दिन भर सिलसिला जारी रहा. शाम होते तक पत्थर व्यवसायी के यहां से ईडी ने अपनी छापेमारी पूरी कर ली. शाम करीब 6:30 बजे पांच सदस्यीय ईडी की टीम घर से बाहर निकली. टीम में एक महिला पदाधिकारी भी शामिल थी. ईडी के अधिकारियों को अपने साथ दो लाल झोला ले जाते देखा गया. अनुमान लगाया जा रहा है कि इन झोला में खनिज से जुड़े दस्तावेज, बैंक खाता और नकदी हो सकते हैं।

रात करीब नौ बजे ईडी की टीम उपायुक्त राम निवास यादव के यहां से छापेमारी कर निकली. सूत्रों के मुताबिक ईडी की छापेमारी के दौरान साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव के सरकारी आवास से आठ लाख रुपये के अलावा 9 एमएम पिस्टल की 14 राउंड गोलियां बरामद की गई हैं. डीसी यादव उन गोलियों के बारे में बताने में असमर्थ रहे. वहीं, सरकारी दस्तावेजों में लिफाफे में नकदी रखी हुई थी।

गौरतलब है कि 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में ईडी की टीम छापेमारी कर रही है. पत्थर व्यवसायी और उपायुक्त के अलावा साहिबगंज सदर एसडीपीओ राजेन्द्र दुबे के पैतृक आवास हजारीबाग स्थित शिवपुरी में भी ईडी ने छापेमारी की है. वहीं डीसी रामनिवास यादव के पैतृक आवास राजस्थान में भी छापेमारी हो रही है. इसके अलावा रांची में सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद के यहां भी छापेमारी की गई है।

सीएम के सलाहकार के आवास पर ED की छापेमारी, करीबियों पर कसा शिकंजा, मचा हड़कंप

झारखंड के साहिबगंज अवैध खनन मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED छापेमारी कर रही है। ED की टीम आज सुबह CM हेमंत सोरेन के करीबियों के ठिकानों पर पहुंची है। जानकारी के मुताबिक, 12 जगहों पर रेड चल रही है।

अवैध खनन मामले में सीएम हेमंत सोरेन के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू पर ईडी ने छापेमारी की। अभिषेक प्रसाद के आवास और साहिबगंज उपायुक्त के आवास समेत 12 ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है। छापेमारी अवैध खनन केस में की जा रही है।

बुधवार की सुबह एक साथ रांची, देवघर, साहिबगंज और कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी शुरू की है। साहिबगंज उपायुक्त रामनिवास यादव और देवघर में पूर्व एमएलए पप्पू यादव, रांची में आर्किटेक्ट बिनोद सिंह और ठेकेदार सरावगी के ठिकानों पर ED की टीमें पहुंची हैं। वहीं हजारीबाग में डीएसपी राजेंद्र दुबे और कोलकाता में कारोबारी अभय सरावगी के यहां भी रेड की जा रही है।

गौरतलब हो, ED की ये कार्रवाई तब सामने आई है जब एक दिन पहले ही CM सोरेन ने आखिरी समन का दो टूक जवाब दिया था। सूत्रों के मुताबिक, सूबे में राजनीतिक हालात भी असमंजसपूर्ण बने हुए हैं। इसको लेकर आज महागठबंधन के विधायकों की बैठक भी बुलाई गई है। माना जा रहा है कि किसी भी राजनैतिक संकट से उभरने के लिए मुख्यमंत्री सोरेन अपनी पत्नी कल्पना को CM बना सकते हैं।

झारखंड: साहिबगंज में गोली लगने से युवक की मौत

साहिबगंज : नगर थाना क्षेत्र के गुल्लीभट्ठा निवासी कृष्णा ओझा के बेटे ओम ओझा की मौत मंगलवार की रात गोली लगने से हो गई। गोली कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जाता है कि घर के सभी सदस्य बाहर गए थे। घर में बुजुर्ग नाना थे।

इसी दौरान आसपास के लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनी। यह सुनकर कुछ लोग वहां पहुंचे तो उसे खून से लथपथ देखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और छानबीन शुरू की।

बताया जाता है कि कृष्णा ओझा साहिबगंज मंडल कारा में सिपाही के पद पर तैनात हैं।

मजदूर ने कर्ज लेकर पत्नी को पढ़ाया, नर्स बनी तो बेटा लेकर हुई फरार… झारखंड में भी ज्योति मौर्या जैसा केस

झारखंड के साहिबगंज में भी यूपी की SDM ज्योति मौर्या केस की तरह एक मामला सामने आया है। कन्हाई पंडित नामक एक शख्स ने पुलिस के पास कंप्लेन दर्ज कराई है कि उसने कर्ज लेकर और मजदूरी करके अपनी पत्नी को इंटर, उसके बाद एएनएम-नर्सिंग की पढ़ाई-ट्रेनिंग कराई। लेकिन, अब शायद पत्नी किसी और के साथ रहने चली गई है। पीड़ित ने पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है।

2009 में हुई थी कन्हाई और कल्पना की शादी

कन्हाई पंडित साहिबगंज के बांझी बाजार का रहने वाला है। उसने बताया कि साल 2009 में उसकी शादी साहिबगंज के बोरिया थाना क्षेत्र के तेलोबथान गांव की रहने वाली कल्‍पना कुमारी से हुई। शादी के बाद सब कुछ ठीक था। पत्नी आगे पढ़ना चाहती थी तो उन्होंने पहले इंटर और फिर जमशेदपुर के एक नर्सिंग कॉलेज में एएनएम के कोर्स में एडमिशन करवा दिया। कन्हाई का दावा है कि वो खुद पत्नी के साथ जमेशदपुर स्थित नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर में गया और 2 लाख रुपये नगद फीस का भुगतान किया। कल्पना ने दो साल यहां एएनएम की ट्रेनिंग ली।

गुजरात से लौटने के बाद पत्नी ने संग रहने से किया इनकार

उसने बताया कि एडमिशन और पढ़ाई की फीस पर 2 लाख रुपये खर्च हुए इस दौरान उस पर कर्ज हो गया। उसे मजदूरी करने के लिए गुजरात जाना पड़ा। इधर, पत्नी को साहिबगंज में नर्सिंग होम में नौकरी मिल गई। बीते अप्रैल में गुजरात से लौटने के बाद पत्नी ने उसके साथ रहने से इनकार कर दिया और 10 अप्रैल को 10 साल के बेटे को अपने साथ लेकर चली गई। उसी समय से वह उसकी तलाश में भटक रहा है। ससुराल के लोग भी पत्नी के बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं।

इधर, कल्‍पना के माता-पिता जयंती देवी और राजकिशोर पंडित का कहना है कि कन्‍हाई उनकी बेटी के साथ मारपीट करता था। दहेज के लिए दबाव डालता था। पुलिस अभी मामले की छानबीन में जुटी हुई है।

साहिबगंज में पहाड़ से निकल रहा `खून`! पूजा-पाठ में जुटे लोग, जानें क्या है मामला

साहिबगंज जिले के मिर्ज़ाचौकी थाना क्षेत्र के कीर्तनिया बेलभद्री पहाड़ इन दिनों सुर्खियों में है. जिसके पीछे का कारण पहाड़ों पर अवैध खनन नहीं बल्कि प्राकृतिक घटना है. जो अपने साथ कई रहस्य और अनसुलझे सवाल लेकर आया है. इन दिनों बेलभद्री पहाड़ पर निकल रहे लाल रंग के पानी लोगों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है. इसे देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. कोई इसे प्रकृति का रोष बता रहा तो कोई इसे शुभ संकेत मान रहा है।

अब तो चर्चा ये भी है कि लोग इसे दैवीय चमत्कार समझ कर पूजा पाठ की तैयारी भी हो रही है. वहीं इस लाल पानी को देखने के लिए जुटे ग्राणीण पहाड़ की पूजा-पाठ में जुट गए हैं.वहीं पहाड़ों पर इस तरह लाल रंग के पानी निकलने को लेकर भूगर्व शास्त्रीय का अपना अलग वैज्ञानिक विचार हैं. राजमहल मॉडल कॉलेज के प्रिंसिपल व भूगर्भ शास्त्री डॉ. रजीत कुमार सिंह ने बताते हैं कि वहां लेटराइट बॉक्साइट कंटेंट का डिपॉजिट वाटर रिजर्व है. जो आर्टिजन के दबाव के कारण सरफेस पर फ्लो हो रहा है. वहीं पानी मोरंग के संपर्क में आने से लाल हो जाता है. इसके निरीक्षण के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

उन्होंने कहा कि जीएसआई और रांची विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के डॉक्टर विजय कुमार को विस्तार से जानकारी दी गई है. वह जल्द ही यहां आकर निरीक्षण करेंगे. तभी इस कारण का सही से पता चल पाएगा. आपको बता दें कि साहिबगंज जिले में राजमहल की पहाड़ियां है. जिसमें कई सालों से पत्थर खनन का काम किया जा रहा है. जिससे कई पहाड़ का अस्तित्व समाप्त हो रहा है. हालांकि अब तक खनन विभाग की अब तक कोई टिप्पणी नहीं जारी हुई है. गांव के लोग इसे दैवीय शक्ति से जोड़ रहे हैं, तो कई तरह-तरह की आशंका जाहिर कर रहे हैं. पूरे मंडरो प्रखंड में इस लाल पानी को देखकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

झारखंड: कृषि विभाग के चौकीदार की गोली मारकर हत्या, बिहार का रहने वाला था संतोष

SAHIBGANJ: खबर झारखंड के साहिबगंज से आ रही है, जहां अपराधियों ने कृषि विभाग में तैनात एक चौकीदार की गोली मारकर हत्या कर दी है। बदमाशों ने चौकीदार को चार गोलियां दागी हैं। चौकीदार बाजार से खरीदारी करने के बाद वापस घर लौट रहा था, तभी पहले से घात लगाए बदमाशों ने गोली मारकर उसकी जान ले ली। घटना जिरवाबाड़ी थाना क्षेत्र के कृषि विभाग के पास की है।

मृतक चौकीदार की पहचान 45 वर्षीय संतोष मोदी के तौर पर हुई है, जो बिहार के सहरसा जिले का रहने वाला था। पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर उसकी नौकरी लगी थी। बताया जा रहा है कि संतोष अपने भाई अरविंद मोदी के साथ रहता था। बाजार से सब्जी खरीदने के बाद घर लौट रहे संतोष को अपराधियों ने गोली मार दी। गोलीबारी की घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई।

स्थानीय लोगों द्वारा घटना की जानकारी दिए जाने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल चौकीदार को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिरवाबाड़ी थाना पुलिस मामले के छानबीन में जुट गई है और हत्या के कारणों को खंगाल रही है। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल बदमाशों को जल्द ही गिरफ्तार कर लेने का भरोसा दिलाया है। उधर, इस घटना के बाद से मृतक के परिजनों में कोहराम मच गया है।