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इन राज्यों में पड़ेगा कोहरा, यहां पर बारिश-ओलावृष्टि का अलर्ट; जानें मौसम का हाल

दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन हरियाणा, पंजाब, असम, मेघालय,नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के अलग-अलग हिस्सों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। दिल्ली, नोएडा, यूपी, बिहार के कई इलाकों में भी बुधवार सुबह कोहरा देखा जा रहा है। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान राजस्थान,उत्तरी यूपी, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़ के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान 5-10 डिग्री सेल्सियस दर्ज दिया गया। आने वाले 24 घंटे के दौरान भी यहां पर मौसम इसी तरह रहेगा।

उत्तराखंड में बर्फबारी 

वहीं, देश के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी भी हो रही है।  उत्तराखंड के चमोली के औली में आज बर्फबारी हुई। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी हो रही है। इसकी वजह से मैदान इलाकों में सर्दी बढ़ गई है।

अरुणाचल-तमिलनाडु में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

मौसम विभाग ने सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में आज ओलावृष्टि की संभावना जताई है। इसके अलावा 16 दिसंबर तक तमिलनाडु में झमाझम बारिश हो सकती है। इसके अलावा लक्ष्यद्वीप में ही बारिश हो सकती है।

दिल्ली का मौसम

दिल्ली, नोएडा समेत एनसीआर में आज भी ठंडी सुबह रही। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में अगले पांच से सात दिनों में न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव होने की उम्मीद है। आईएमडी ने कहा कि बुधवार को दिल्ली में आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमशः सात डिग्री सेल्सियस और 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। इससे पहले दिल्ली में मंगलवार को भी शहर का न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस से कम रहा। अधिकारियों के मुताबिक सुबह पारा सामान्य से दो डिग्री कम 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

कश्मीर में न्यूनतम तापमान अब भी शून्य से नीचे

कश्मीर घाटी में पिछले 24 घंटे के दौरान तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई लेकिन न्यूनतम तापमान अब भी शून्य से नीचे है। मौसम विज्ञान कार्यालय ने बताया कि प्रदेश में 16 दिसंबर तक सामान्य रूप से बादल छाए रहेंगे लेकिन मौसम मुख्यत: शुष्क रहेगा। घाटी का न्यूनतम तापमान मंगलवार को शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। अनंतनाग जिले में पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि बारामूला जिले में प्रसिद्ध पर्यटक स्थल गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। काजीगुंड में पारा शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे, कोकेरनाग में शून्य से 2.3 डिग्री सेल्सियस नीचे और कुपवाड़ा में शून्य से 2.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

ओडिशा में भी कड़ाके की ठंड

ओडिशा के कई आदिवासी बहुल जिलों में मंगलवार को पारा 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया जिससे राज्य में ठंड बढ़ गई है। राज्य में कंधमाल जिले के जी.उदयगिरि में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। उदयगिरि में तापमान 7.2 डिग्री सेल्सियस, सुंदरगढ़ जिले के क्योंझर और किरी में तापमान 9.4 डिग्री सेल्सियस, कंधमाल जिले के दरिंगबाड़ी में 9.5 डिग्री सेल्सियस तथा फुलबनी में 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।  आईएमडी ने 14 दिसंबर तक राज्य में कई स्थानों पर रात के तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट का अनुमान लगाया है। भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एचआर बिस्वास ने कहा, ओडिशा के अधिकांश हिस्सों में दो जनवरी तक शीत लहर की स्थिति बनी रहने का अनुमान है।

भागलपुर में बढ़ने लगी ठंड:शीतलहर से बचाव के लिए प्रशासन को मिला निर्देश

“शीतलहर” से बचने के लिए आपको ठंडी जल, ठंडे आहार, और उचित बारिश वाले स्थानों का इस्तेमाल करना चाहिए। बेहतर है कि आप ठंडे पानी का सेवन करें, शैत्य में रहें, और ठंडे कपड़े पहनें ताकि आप अपने शरीर को ठंडा रख सकें। बच्चों और बूढ़ों को खासकर ध्यान देना चाहिए क्योंकि उन्हें शीतलहर से अधिक प्रभावित हो सकता है।

भागलपुर : आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी प्रमंडलीय आयुक्तों को शीतलहर से बचाव के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) प्रत्यय अमृत ने जिलों को बेहतर तैयारी कराने के लिए कहा है। एसीएस ने कहा कि ठंड से लगातार तापमान गिरता जा रहा है। जिससे निकट भविष्य में शीतलहर के प्रकोप की संभावना है। इससे सर्वाधिक प्रभावित शहरी या अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में बसे गरीब, निसहाय और आवासहीन व्यक्ति होते हैं। इशीतलहर व पाला पड़ने से कृषि प्रभावित होती है। पशुधन की सुरक्षा जरूरी है। निर्बाध बिजली से भी ठंड से बचा जा सकता है। कोहरा व धुंध को देखते हुए यातायात नियमों में सुरक्षात्मक कदम उठाएं। एसीएस ने रैनबसेरों की समुचित व्यवस्था करें। जहां रैनबसेरा नहीं है, वहां पॉलीथिन शीट्स, टेंट, तारपोलीन शीट्स का उपयोग कर शरणस्थली बनाई जाए।

आबादी के बाद अब प्रदूषण में भी भारत चीन से निकला आगे, देश के सबसे ज्यादा शहरों में है पॉल्यूशन

सर्दियां शुरू होते ही भारत के दिल्ली, मुंबई समेत कई बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ जाता है। चीन के शहर करीब 6 साल पहले दुनिया में सबसे ज्यादा प्रदूषित थे। साल 2017 में एयर क्वालिटी ट्रैकर AQair में दुनिया के सबसे खराब एयर क्वालिटी के शहरों की लिस्ट में 75 शहर चीन के और भारत के 17 शहर थे। हालांकि, छह साल बाद यह स्थिति पूरी तरह से बदल गई। साल 2022 में 100 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 65 और चीन के सिर्फ 16 थे। चीन ने गाड़ियों और कोल पावर प्लांट की संख्या कम कर स्थिति में सुधार किया। एक्यूएयर (AQair) की रिपोर्ट के मुताबिक, 9 नवंबर से पहले के 30 दिनों में दिल्ली में पीएम 2.5 का औसत स्तर बीजिंग से 14 गुना ज्यादा रहा था।

प्रदूषण से हर साल 21 लाख भारतीयों की मौत

पिछले सप्ताह जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण की वजह से भारत में हर साल 21 लाख भारतीयों की मौत होती है। यह आंकड़ा 2019 में 16 लाख था। जून में प्रकाशित वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में हर साल बढ़ रहे माइक्रो पार्टिकल्स की वजह से देश की जीडीपी को सालाना 0.56% का नुकसान होता है, क्योंकि इससे श्रमिकों की उत्पादकता कम होती है। करीब एक दशक पहले चीन के कई बड़े शहर एयर पॉल्यूशन से जूझ रहे थे। अमेरिकी दूतावास की ओर से जारी होने वाले आंकड़ों से वहां की गंभीर स्थिति का खुलासा हुआ। चीन में आम लोगों के प्रदर्शन के बाद 2014 में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्वीकार किया कि बीजिंग की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक एयर पॉल्यूशन है। इसके बाद चीन ने कई अहम कदम उठाए।

प्रदूषण को रोकने के लिए चीन ने क्या कदम उठाए?

चीन ने एयर पॉल्यूशन रोकने के लिए नेशनल लेवल का मेगा एक्शन प्लान बनाया। चीन ने प्रदूषण रोकने से लड़ने के लिए करीब 22.5 लाख करोड़ रुपये का इमरजेंसी फंड बनाया। बीजिंग, शंघाई और ग्वांगझोऊ जैसे बड़े शहरों में वाहनों की संख्या की घटाई। भारी उद्योगों जैसे आयरन और स्टील इंडस्ट्री के लिए प्रदूषण पर कड़े नियम बनाए। चीन ने कई कोल पावर प्लांट को बंद किया, इसके साथ ही ऐसे नए बनाने पर भी रोक लगाई। यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो के एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट के मुताबिक, चीन के फैसलों से 2013 से 2021 तक चीन में वायु प्रदूषण में 42.3% की कमी देखने को मिली। चीन के प्रदूषण कम करने से दुनिया में पॉल्यूशन में भी कमी देखी गई।

खुले में काम करने वालों पर प्रदूषण की मार सबसे ज्यादा

दिल्ली में भारी वायु प्रदूषण की सबसे ज्यादा मार उन लोगों पर पड़ी है, जो खुले में काम करते हैं। दिल्ली में आम लोगों के पास एयर प्यूरीफायर जैसी लग्जरी चीजें और प्रभावी मास्क नहीं हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि फसलों की पराली जलाने से रोकने के लिए भी सरकार प्रयास कर रही है। प्रदूषण रोकने के लिए दिल्ली में ऑड-ईवन नियम और कई जगह स्मॉग टॉवर लगाए हैं, लेकिन यह प्रयास काफी नहीं है। इसके लिए बड़े कदम उठाने होंगे। दिल्ली की सड़कों से वाहन कम करने होंगे और फसल चक्र में बदलाव करना होगा, ताकि पराली जलाने की नौबत ही नहीं आए। केंद्र सरकार ने प्रदूषण कम करने में छोटे शहरों की मदद के लिए 2019 में नेशनल क्लिन एयर प्रोग्राम शुरू किया। शहरों ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक और प्राकृतिक गैस से चलने वाली बसें चलाने पर फोकस किया है। देश में 12 हजार ई-बसें चल रही हैं, 2027 तक इन्हें 50 हजार करने का प्लान है।

इन राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट, बढ़ सकती है ठंड; जानें मौसम का हाल

उत्तर भारत के कई राज्यों में एक ओर जहां कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान उत्तरी मध्य प्रदेश, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम और मेघालय में 10 और 11 दिसंबर को अलग-अलग स्थानों पर सुबह के समय घना कोहरा रहने की संभावना है। वहीं, दक्षिण भारत के कुछ स्थानों पर आज भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि रविवार को केरल और तमिलनाडु के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

बारिश, बर्फबारी और घने कोहरे का अलर्ट

मौसम विभाग ने अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश और बर्फबारी की भविष्यवाणी की है। दिल्ली, यूपी, बिहार, पंजाब, हरियाणा, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में में भी कोहरा पड़ रहा है। यूपी में दिन में ठंडी हवाएं चल रही हैं। इसकी वजह से ठंड बढ़ गई है।

दिल्ली का मौसम

देश की राजधानी दिल्ली में भी तापमान लगातार गिर रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री सेल्सियस कम है। मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार को धुंध छाए रहने की संभावना जताई है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 24 और नौ डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। दिल्ली में रविवार सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।

कश्मीर में रात का तापमान जमाव बिंदु से नीचे पहुंचा

उधर, जम्मू-कश्मीर में घाटी में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। घाटी में ठंड बढ़ने के कारण कश्मीर में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे पहुंच गया है। बीती रात श्रीनगर में इस मौसम की सबसे ठंडी रात दर्ज की गई।

राजस्थान में कड़ाके की सर्दी

राजस्थान में भी तापमान लगातार गिर रहा है। इसकी वजह से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बीती रात सीकर का फतेहपुर सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चूरू और जयपुर में भी तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया जा रहा है।

मिचौंग के बाद पछुआ हवा का प्रभाव शुरू, घना कोहरा छाया, तापमान में भारी गिरावट

पटना: चक्रवाती तूफान मिचौंग के बाद बिहार के तापमान में अचानक बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है. बारिश रुकते ही तापमान में गिरावट दर्ज हुई है. आज से बिहार वासियों को दिसंबर वाली ठंड का एहसास होगा. पछुआ हवा का भी प्रभाव शुरु हो गया है. अब बारिश तो नहीं होगी लेकिन घना कोहरा और तापमान में गिरावट दर्ज होने वाली है।

पटना स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.आशीष कुमार के अनुसार राज्य के उत्तरी, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य भागों के एक या दो स्थानों में अगले 48 घंटों के दौरान सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक चक्रवाती तूफान के बाद आज का मौसम आम तौर पर शुष्क रहेगा. धूप खिली रहेगी लेकिन तापमान में गिरावट होने वाली है. 08 दिसंबर की रात्रि से 10 की सुबह तक अधिकांश भागों मे घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. 10 दिसंबर से 12 दिसंबर के दौरान राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना है।

बारिश के बाद पछुआ हवा अब बढ़ने लगी ठंड

पछुआ हवा ठंड होने का संकेत है कि मौसम ठंडा हो रहा है या शीतकालीन मौसम का प्रारंभ हो रहा है। इस समय तापमान कम होता है और हवा शीतल लगती है। लोग आमतौर पर इस समय ठंडक के अनुभव का आनंद लेते हैं और उन्हें गर्मी के बाद का आराम मिलता है।दो दिन की हल्की बारिश के बाद शुक्रवार को मौसम साफ हो गया। दिन का पारा दो डिग्री सेल्सियस तक उछल गया। बारिश के साथ ठंडक का महसूस होना सामान्य है। बारिश आमतौर पर तापमान को कम करके मौसम को शीतल बना देती है। बारिश के बाद, वातावरण में ताजगी और सुहावनी गंध का अनुभव हो सकता है, जो ठंडक का एक संकेत हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग के अनुमानों की मानें तो हिमालय की तलहटी से नमयुक्त पछुआ हवाएं अब जिले में बहेंगी। जिससे अगले दो दिनों में रात का पारा दो से ढाई डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ सकता है। वहीं दिन के तापमान में कोई खास परिवर्तन नहीं होगा। सुबह में हल्का कोहरा पड़ेगा तो दिन में सूरज चमकेगा।

आधा डिग्री सेल्सियस तक कम हुआ रात का पारा बीते 24 घंटे के मौसम की बात करें तो इस दौरान जहां दिन का पारा 2.0 डिग्री सेल्सियस उछल गया वहीं रात का पारा 0.5 डिग्री सेल्सियस नीचे आ गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 18.2 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

बिहार में बारिश के बाद मौसम ने लिया करवट, रातों-रात बढ़ा ठंड का प्रकोप

पटना समेत राज्यभर में बारिश,कल से बढ़ेगी ठंड

अंडमान सागर से लेकर बंगाल की खाड़ी तक मिचौंग तूफान के असर से गुरुवार को पटना समेत राज्यभर में आंशिक बादलों की आवाजाही रही। 19 जिलों में हल्की बारिश हुई। राज्यभर में सर्वाधिक बारिश नवादा में 22 .5 मिमी दर्ज की गई। गया में 16 और पटना में 3.8 मिमी बारिश हुई। राजधानी में बारिश से दिन के तापमान में लगभग चार डिग्री की कमी आई है। शनिवार से ठंड बढ़ने के आसार हैं।

पटना में लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी सूरज के दर्शन नहीं हुए। यहां दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। हालांकि बादलों के बरसने की प्रकृति शहर के अलग-अलग इलाकों में अलग-अलग रही। गांधी मैदान और बुद्ध मार्ग की ओर कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई।

मौसमविदों के मुताबिक शुक्रवार से मौसम में सुधार के आसार हैं। उत्तर-पूर्व बिहार में शुक्रवार को कुछ जगहों पर बारिश हो सकती है। बादलों के छंटने पर सुबह में धुंध और कोहरे में बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग अनुसार, गुरुवार की सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे के बीच भागलपुर में 7.4 मिमी, मुजफ्फरपुर में तीन मिमी, डेहरी में 12.6 मिमी, जमुई में 15 मिमी, बक्सर में दस मिमी बारिश हुई।

वहीं, वैशाली में आठ , सीतामढ़ी के पुपरी में एक, औरंगाबाद में नौ , बेगूसराय में छह, बांका में 4.5, कटिहार में 4, हरनौत में 12, सीवान के जीरादेई में दो, सहरसा के अगवानपुर में 7.3 और कैमूर में 16 मिमी बारिश हुई। इससे पहले गुरुवार की सुबह तक गया के फतेहपुर में 8, औरंगाबाद के बारुण में 6.2 , नवादा के रजौली में 4.4, पश्चिमी चंपारण में 2.4 मिमी बारिश हुई।

कई राज्यों में मौसम ने बदला अपना मिजाज, इन जगहों पर भारी बारिश के आसार; बढ़ सकती है ठंड

देश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। उत्तर भारत के कुछ राज्यों में जहां पिछले 24 घंटे के दौरान हुई बारिश ने सर्दी बढ़ा दी है। वहीं, पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी हो रही है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, जौनपुर, आजमगढ़, सुल्तानपुर समेत कई जिलों में गुरुवार को बारिश हुई। इससे ठिठुरन बढ़ गई है और कोहरा भी पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, आज से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में बारिश का एक नया दौर शुरू होगा। केरल और माहे में आज और कल भारी बारिश की संभावना है। शनिवार को तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।

 राज्यों में होगी बारिश

अगले 48 घंटे के दौरान मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है। इसके अलावा यूपी, बिहार, झारखंड, पंश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश में भी बारिश की संभावना है।

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ी ठंड

दिल्ली में शुक्रवार की सुबह ठंड महसूस की गई और कोहरा छाया हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है। दिल्ली, नोएडा समेत पूरे एनसीआर में सुबह-शाम कोहरा पड़ रहा है। पंजाब-हरियाणा और राजस्थान में भी ठंड पड़ रही है।  वहीं, दिल्ली के अधिकतर इलाके में AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है।

कश्मीर में कड़ाके की सर्दी

घाटी में ठंड बढ़ने के कारण पूरे कश्मीर में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे पहुंच गया है। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात यह शून्य से नीचे 1.4 डिग्री सेल्सियस था। पहलगाम में तापमान शून्य से नीचे 5.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

चेन्नई में बारिश से बाढ़ जैसे हालात

चक्रवात ‘मिगजॉम’ के कारण मूसलाधार बारिश होने के कुछ दिनों बाद बृहस्पतिवार को चेन्नई के कुछ हिस्सों और आसपास के जिलों के उपनगरों में पानी भर गया, जिससे महानगर और इसके आसपास के इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। चक्रवात ‘मिगजॉम’ मंगलवार को आंध्र प्रदेश में तट को पार कर गया और चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपेट को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा।  वेलाचेरी और पश्चिम तांबरम के कुछ हिस्सों में बृहस्पतिवार को भी जलभराव हो गया, यहां पल्लीकरनई क्षेत्र में खाद्यान्न के पैकेट हवाई जहाज से गिराए गए।

 झारखंड में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त 

झारखंड में रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त है। मंगलवार शाम से रुक-रुककर हो रही हल्की से मध्यम बारिश के कारण राज्य के दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।  रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि शुक्रवार के बाद चक्रवात का प्रभाव कम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शाम से बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी।

पश्चिम बंगाल का मौसम

पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दक्षिणी जिलों में बृहस्पतिवार की सुबह ठंडी हवा के साथ-साथ रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम विभाग ने शुक्रवार को सुबह तक पूर्वी भारत में सामान्य रूप से बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ कमजोर होकर छत्तीसगढ़ के ऊपर निम्न दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया है, जिसके कारण ही पूर्वी भारत के मौसम में ऐसे बदलाव आये हैं।

बिहार में गरीबों को मिलेगा कंबल:समाज कल्याण विभाग ने कंबल खरीद के लिए दिए 3.25 करोड़

बिहार में गरीबों और फुटपाथ पर गुजर-बसर करने वालों को ठंड से बचाने की कवायद शुरू हो गई है। समाज कल्याण विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को शीतलहर के पहले ही कंबल की खरीद करने को कहा गया है। विभाग के निदेशक प्रशांत सीएच ने बताया कि शीतलहर के दिनों में कंबल की खरीद से अनावश्यक देरी होती है। इसलिए पहले से ही खरीद प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है ताकि, समय रहते वितरण हो सके।

समाज कल्याण विभाग ने जिलों को कंबल खरीद के लिए 3.25 करोड़ रुपये दिए हैं। अतिरिक्त आवंटन की भी तैयारी है। जानकारी के अनुसार राज्य के 38 जिलों में आधे से अधिक जिलों में कंबल की खरीद के लिए जिला स्तर पर निविदा जारी की जा चुकी है। वहां कंबल मंगाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है। शेष जिलों में निविदा की प्रक्रिया तेज करने को कहा गया है। विभाग ने जिलों को निर्देश दिया है कि वे तत्काल बजट के अनुसार कंबल की खरीद कर लें।