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साउथ अफ्रीका टीम को लगा बड़ा झटका, भारत के खिलाफ अगले मैच से बाहर हुआ ये स्टार खिलाड़ी, जानें नाम

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इस सीरीज के पहले मुकाबले में मिली जीत के बाद से ही साउथ अफ्रीका के लिए कुछ सही नहीं बीत रहा है। अब आप ये सोच रहे होंगे कि जीत के बाद भला किसी टीम के साथ कुछ खराब क्या हो सकता है। तो चलिए आपको बताते हैं। सीरीज के पहले मैच में टीम के कप्तान टेम्बा बावुमा चोटिल हो गए थे, जिसके बाद वह दूसरे टेस्ट से भी बाहर हो गए और अब साउथ अफ्रीका की टीम को एक और झटका लगा है। टीम का एक स्टार तेज गेंदबाज इंजरी के कारण सीरीज के अगले मुकाबले से बाहर हो गया है। यह खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि गेराल्ड कोएत्जी हैं।

पहले में किया ऐसा प्रदर्शन

टीम इंडिया के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में गेराल्ड कोएत्जी ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया। गेराल्ड कोएत्जी ने इस मुकाबले की दोनों पारियों को मिलाकर 21 ओवर डाले। इस दौरान उन्हें सिर्फ एक सफलता हासिल हुई। जहां उन्होंने मोहम्मद सिराज का विकेट झटका। मैच की पहली पारी में एक ओर जहां सभी तेज गेंदबाज शानदार गेंदबाजी कर रहे थे, वहां गेराल्ड कोएत्जी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। गेराल्ड कोएत्जी ने पहली पारी में 16 ओवर में 74 रन दिए, वहीं दूसरी पारी में 5 ओवर में 28 रन खर्ज किए।

कप्तान भी टीम का हिस्सा नहीं

साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा सीरीज के पहले मुकाबले में चोटिल हो गए थे। जिसके कारण वह पूरे सीरीज से बाहर हो गए। टेम्बा बावुमा की गैरमौजूदगी में डीन एल्गर टीम की कप्तानी संभालेंगे। डीन एल्गर साउछ अफ्रीका के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच टीम इंडिया के खिलाफ ही खेलेंगे। अपने आखिरी मैच में वह बतौर कप्तान रिटायरमेंट लेंगे। सीरीज के पहले मुकाबले में भी उन्होंने शानदार पारी खेली थी। डीन एल्गर शानदार फॉर्म में हैं। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला 03 जनवरी से खेला जाएगा।

Google ने चोरी-छिपे की यूजर्स की जासूसी, 41 हजार करोड़ का लग सकता है जुर्माना, जानें पूरा मामला

Google पर एक बार फिर से यूजर्स की चोरी-छिपे जासूसी करने का आरोप लगा है। कंपनी को इसके लिए 5 बिलियन डॉलर यानी करीब 41 हजार करोड़ रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है। टेक कंपनी गूगल पर यह आरोप लगा है कि यूजर्स के डेटा की सीक्रेट ट्रैकिंग की गई है। हैरानी की बात यह है कि जिस प्राइवेट ब्राउजिंग यानी इनकोगनिटो (Incognito) मोड का इस्तेमाल करके यूजर्स कुछ भी सर्च करते हैं, ताकि उनकी ब्राउजिंग सुरक्षित रहे। उस इनकोगनिटो मोड के डेटा की ट्रैकिंग का आरोप गूगल पर लगा है। अमेरिका की कैलिफोर्निया कोर्ट ने गूगल को 24 फरवरी 2024 तक केस के निपटारे का डॉक्यूमेंट अदालत में पेश करने के लिए कहा गया है, नहीं तो गूगल को भारी जुर्माना भरना होगा।

क्या है मामला?

गूगल पर यह मुकदमा 2020 में दायर किया गया था। कंपनी पर आरोप है कि गूगल एनालिटिक्स, कूकीज और ऐप्स के जरिए यूजर्स की जासूसी करता है। गूगल यूजर्स की पसंद, नापसंद, दोस्तों, शौक, पसंदीदा भोजन, यहां तक की खरीदारी की आदतों को भी ट्रैक करता है। यूजर्स द्वारा गूगल सर्च के जरिए कुछ भी सर्च करने पर यह जासूसी की जाती है। हालांकि, गूगल पहले कई बार इस मुकदमे को खारिज करने की कोशिश कर चुका है, लेकिन कोर्ट ने मामले की सघन जांच करने के लिए गूगल की अपील खारिज कर दी।

कैलिफोर्निया कोर्ट के जस्टिस रोजर्स ने कहा कि साल 2020 में यह मुकदमा दायर किया गया था। 1 जून 2016 से लेकर अब तक लाखों यूजर्स को पार्टी बनाया गया है। गूगल अगर इस मामले को तय समय तक नहीं निपटाता है, तो उसे हर यूजर को कम से कम 5 हजार डॉलर मुआवजा देना होगा।

यह पहला मामला नहीं है, जब गूगल पर यूजर की जासूसी करने का आरोप लगा है। इससे पहले भी गूगल पर इस तरह के कई आरोप लग चुके हैं। अमेरिकी सीनेटर रॉन विडेन ने आरोप लगाते हुए कहा है कि गूगल पुश नोटिफिकेशन के जरिए भी यूजर्स की जासूसी करता है।

रूस ने यूक्रेन पर किया बड़ा हमला, एक साथ कई ठिकानों पर बरसीं 110 मिसाइलें, जानें कितने लोग मरे

वर्ष 2023 के अलविदा होने से पहले रूस ने यूक्रेन पर इस वर्ष का सबसे बड़ा और भयंकर हमला किया है। हमला इतना जबरदस्त था कि कई बिल्डिंगों के परखच्चे उड़ गए। कई गगनचुंबी इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं। इस भीषण हमले में कई लोगों के मारे जाने की खबर है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर ज़ेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूस ने साल के सबसे बड़े हमलों में से एक में यूक्रेन पर रातभर में लगभग 110 मिसाइल और ड्रोन हमले किए। यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि अधिकतर मिसाइल और ड्रोन को मार गिराया गया, लेकिन हमले में कम से कम सात लोगों की जान चली गई।
रूस की ओर से किए गए इस साल के सबसे बड़े हमले में अभी कई और लोगों की मौत होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि कई लोग मलबे में दब गए हैं। साथ ही काफी संख्या में लोगों के घायल होने की खबर है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मलबे में दबे लोगों को तलाशने का काम जारी है। रूस के हमले से पूरे इलाके में दहशत फैस गई है। हमले के बाद आसपास खड़ी गाड़ियों के भी परखच्चे उड़ गए। धमाके इतने भयानक थे कि आसपास के कई शहरों तक इनकी आवाज सुनी गई।

रूस ने बरसाई बैलिस्टिक और क्रूज मिसाइलें

ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी सेना ने बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलों सहित विभिन्न प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल किया। यूक्रेनी वायुसेना के प्रवक्ता यूरी इहनाट ने कहा कि रूस ने पूरे यूक्रेन में लक्ष्यों पर हमले के लिए “स्पष्ट रूप से अपने पास मौजूद सभी चीजों का इस्तेमाल किया”। अधिकारियों के अनुसार, बृहस्पतिवार से शुरू हुए हमले लगभग 18 घंटे तक जारी रहे जिनमें राजधानी कीव और पूर्वी एवं पश्चिमी यूक्रेन के क्षेत्रों सहित छह शहरों को निशाना बनाया गया।

हिंद-प्रशांत क्षेत्र से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन की घेराबंदी तेज, भारतीय सेना की ताकत बढ़ाने में जुटा अमेरिका

हिंद-प्रशांत महासागर से लेकर दक्षिण चीन सागर तक अब भारत और अमेरिका की दोस्ती चीन के लिए महाकाल बनने वाली है। चीन की दादागिरी खत्म करने के लिए अमेरिका ने भारत के साथ मिलकर नई रणनीति बनाई है। अमेरिका ने ऐलान करके कहा है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र से लेकर दक्षिण चीन सागर तक चीन की आक्रामता को कम करने के लिए वह भारतीय सेना का आधुनिकीकरण कर रहा है। अमेरिका के इस ऐलान से चीनी खेमें में खलबली मच गई है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता लाने के मकसद से 2023 में अपने सहयोगियों के साथ सहयोग एवं ‘‘अभूतपूर्व’’ उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा है कि अमेरिका ने भारत के साथ अपने सैन्य संबंधों के दायरे को आधुनिक बनाया है।
इसीलिए पेंटागन ने रक्षा क्षेत्र के आधुनिकीकरण संबंधी उसकी योजनाओं को बढ़ावा दिया है। पेंटागन ने दक्षिण चीन सागर में चीन के आक्रामक कदमों के बीच कहा कि अमेरिका अत्याधुनिक सैन्य क्षमताओं को तैनात कर रहा है और भविष्य में हिंद-प्रशांत में प्रतिरोध बनाए रखने के लिए आवश्यक क्षमताएं विकसित कर रहा है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने हिंद प्रशांत क्षेत्र के लिए ‘‘निर्णायक वर्ष’’ पर एक तथ्य पत्र (फैक्ट शीट) में कहा, ‘‘अमेरिका ने स्वतंत्र और मुक्त हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और प्रतिरोध की दिशा में 2023 में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल करने के लिए अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ मिलकर काम किया है।

भारतीय सेना की तातक बढ़ाने में जुटा अमेरिका

मंत्रालय ने कहा कि वह अपनी क्षमताओं में निवेश कर रहे अपने सहयोगियों और भागीदारों का समर्थन कर रहा है और इसी के तहत ‘‘भारत की रक्षा संबंधी आधुनिकीकरण योजनाओं को बढ़ावा दे रहा है, जिसमें अमेरिकी एवं भारतीय अनुसंधानकर्ताओं, उद्यमियों एवं निवेशकों के बीच भागीदारी को बढ़ावा देकर भारत, अमेरिकी रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र (आईएनडीयूएस एक्स) की शुरुआत करने के साथ ही लड़ाकू जेट इंजन और ‘स्ट्राइकर’ बख्तरबंद वाहनों के सह निर्माण के लिए अमेरिका-भारत रक्षा उद्योग सहयोग खाके की रेखांकित प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाना’’ शामिल है। अमेरिका ने भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के साथ मालाबार अभ्यास का भी उदाहरण दिया जो पहली बार इस साल ऑस्ट्रेलिया में किया गया था और इस दौरान ‘‘पनडुब्बी रोधी अभ्यास, संचार और वायु रक्षा में उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण दिया गया।

एशिया में ये है अमेरिकी रक्षा रणनीति

तथ्य पत्र में अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के हवाले से कहा गया, ‘‘इस निर्णायक दशक में 2023 को एशिया में अमेरिकी रक्षा रणनीति को लागू करने के लिए एक निर्णायक वर्ष के रूप में याद किया जाएगा।’’ इसमें कहा गया है कि 2023 में ऑस्टिन ने हिंद-प्रशांत की चार यात्राएं कीं और क्षेत्र के आठ देशों का दौरा किया। ऑस्टिन और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इस साल अमेरिका -भारत ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए नवंबर में नयी दिल्ली की यात्रा की थी। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाशिंगटन की आधिकारिक यात्रा से पहले ‘‘प्रमुख रक्षा साझेदारी को मजबूत करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने’’ के लिए ऑस्टिन ने भारत की यात्रा की थी।

ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद पाकिस्तान को हुआ भारी नुकसान, WTC अंक तालिका में खिसकी टीम

ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में पाकिस्तान की टीम को करारी हार का सामन करना पड़ा। इस मैच को जीतकर ऑस्ट्रेलिया 2-0 की बढ़त के साथ सीरीज भी अपने नाम कर ली है। पाकिस्तान के लिए ऑस्ट्रेलिया में हार का सिलसिला जारी है। पिछले 16 टेस्ट मैचों से उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में एक भी मैच नहीं जीता है न ही ड्रॉ करवाया है। पाकिस्तान को इस मैच मिली हार के बाद सीरीज तो गंवानी ही पढ़ी है। साथ ही उन्हें WTC की अंक तालिका में भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।

पाकिस्तान के लिए मुश्किल हुआ ऑस्ट्रेलिया

पाकिस्तान के लिए ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैच अब जीत पाना सबसे मुश्किल कामों में से एक हो गया है। इस मैच में उनके पास जीत हासिल करने का एक शानदार मौका था, लेकिन उन्होंने अपने इस मौके को भी गंवा दिया है। पाकिस्तान को इस मैच में जीत के लिए 317 रनों का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन उनकी टीम 237 रनों पर ऑलआउट हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने यह मुकाबला बड़ी आसानी से जीत लिया। इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 79 रनों से जीता है।

WTC Points Table पर हुआ नुकसान

पाकिस्तान की टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के अंक तालिका में भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तान की टीम को इस टेस्ट मैच से पहले प्वॉइंट्स टेबल पर पहले दूसरे स्थान पर थी, लेकिन एक हार के साथ ही वे दूसरे नंबर से पांचवें पर पहुंच गए हैं। अंक तालिका में इस मैच से पहले पाकिस्तान 4 मैचों में 2 जीत और 2 हार और 61.11 PTC % के साथ दूसरे स्थान पर था। वहीं ऑस्ट्रेलिया का PTC % 41.67 था और वे पांचवें स्थान पर थे। लेकिन मैच के बाद पाकिस्तान का PTC % 45.83 और ऑस्ट्रेलिया का PTC % 50 का हो गया है। जिसके कारण पाकिस्तान पांचवें स्थान और ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर मौजूद है।

अमेरिका ने 2 वर्ष के लिए गुप्त मिशन पर भेजा अपना यह अंतरिक्ष यान, लगातार अलग-अलग मिशन को दे रहा अंजाम

दुनिया के ताकतवर देशों के बीच छिड़े स्पेस वॉर के बीच अमेरिका ने अपना एक अंतरिक्ष यान गुप्त मिशन पर भेजकर प्रतिद्वंदी देशों की नींद हराम कर दी है। अमेरिका ने अंतरिक्ष में भेजे गए अपने इस विशेष अंतरिक्ष यान के मकसद का कोई खुलासा नहीं किया है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने बहुत ही गुप्त तरीके से अपने इस मिशन को लांच कर दिया है। इससे चीन और रूस जैसे अमेरिका के प्रतिद्वंदियों की नींद उड़ गई है। यह अमेरिकी सेना का एक्स-37बी अंतरिक्ष विमान है, जो बृहस्पतिवार को एक और गुप्त मिशन के लिए रवाना हुआ है।
माना जा रहा है कि यह मिशन अगले कम से कम दो वर्ष तक चलेगा। पिछले कुछ मिशन की तरह ही छोटे स्पेस शटल जैसा दिखने वाला यह विमान कई खुफिया मिशन को अंजाम देगा। तकनीकी समस्याओं के कारण विमान ने निर्धारित समय से दो सप्ताह से अधिक की देरी के बाद उड़ान भरी। इसमें कोई अंतरिक्ष यात्री सवार नहीं है। स्पेसएक्स के फाल्कन हेवी रॉकेट ने इस विमान के साथ बृहस्पतिवार रात नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी।

14 वर्षों से लगातार अलग-अलग मिशन को दे रहा अंजाम

पिछले 14 वर्षों से यह अंतरिक्ष विमान अलग-अलग गुप्त मिशनों को अंजाम दे रहा है। यह अमेरिकी विमान 2010 से  ही उड़ान भर रहा है और इस बार यह इसकी सातवीं उड़ान है। इससे पहले एक्स-37बी तकरीबन ढ़ाई वर्ष अंतरिक्ष में रहा था और यह इसका अब तक का सबसे लंबी अवधि का मिशन था। हालांकि, ‘स्पेस फोर्स’ के अधिकारी ने यह जानकारी नहीं दी कि इस बार विमान कितने समय तक अंतरिक्ष में रहेगा। बोइंग द्वारा निर्मित एक्स-37बी नासा के सेवानिवृत्त अंतरिक्ष शटल जैसा दिखता है। इसमें किसी अंतरिक्ष यात्री की आवश्यकता नहीं होती।

अबू धाबी में हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री मोदी, स्वीकार किया निमंत्रण, जानें तारीख

अयोध्या में एक तरफ जहां राम मंदिर बनकर तैयार हो गया है और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने जा रही है। वहीं एक अबू धाबी में तैयार हो रहे बीएपीएस मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने को लेकर भी प्रधानमंत्री को निमंत्रण मिला है। दरअस अबू धाबी में बीएपीएस स्वामी नाराण मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। इस बाबत पूज्य स्वामी इश्वरचंद दास और ब्रह्मविहारी दास ने निदेशक मंडल के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उद्घाटन समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया।

अबू धाबी जाएंगे पीएम मोदी?

बता दें कि अबू धाबी में बन रहे इस मंदिर का उद्घाटन 14 फरवरी को होने जा रहा है। इस उद्घाटन समारोह के निमंत्रण को पीएम मोदी ने स्वीकार कर लिया है और वो खुद इस उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं। पीएम मोदी ने इस निमंत्रण को विनम्रतापूर्वक स्वीकार किया है। इस बाबत बीएपीएस मंदिर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने इस ऐतिहासिक मंदिर के निर्माण पर उत्साह भी व्यक्त किया। साथ ही स्वामी इश्वरचंद दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पारंपरिक तरीके से सम्मान व्यक्त किया और केसरिया रंग कपड़ा प्रधानमंत्री को ओढ़ाया।

मंदिर की वेबसाइट ने दी जानकारी

जानकारी के मुताबिक, बीएपीएस संस्था के प्रमुख महंत स्वामी ने पीएम मोदी को भेजी निमंत्रण पत्रिका में उन्हें पूज्य स्वामी महाराज का प्रिय पुत्र कहकर संबोधित किया है। बीएपीएस की वेबसाइट के मुताबिक, पूरे भारत में तीर्थ स्थलों के उल्लेखनीय और नवीनीकरण और विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना खासतौर पर की गई। वेबसाइट पर लिखा गया है कि यह हाल की शताब्दियों में एक अद्वितीय उपलब्धि है। मंदिर की ओर से बताया गया कि बीएपीएस प्रतिनिधिमंडल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहतर स्वास्थ्य की प्रार्थना की।

भारत ने पाकिस्तान से मांगा मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का प्रत्यर्पण, पढ़े पूरी रिपोर्ट

भारत सरकार ने 26/11 मुंबई हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद का पाकिस्तान से प्रत्यर्पण मांग लिया है। विभिन्न मीडिया रिपोर्टों के हवाले यह दावा किया गया है कि भारत सरकार ने आधिकारिक तौर पर पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद का प्रत्यर्पण मांगा है। इस संबंध में कई सरकारी अधिकारियों ने रविवार को कहा कि भारत 2008 के मुंबई हमलों की योजना बनाने वाले संदिग्ध शीर्ष पाकिस्तानी आतंकवादी के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है, क्योंकि पिछले हफ्ते संयुक्त राज्य अमेरिका ने कहा था कि वह पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से रह रहा है।

सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय से हाफिज सईद के प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया है। सईद को भारत में सर्वाधिक वांछित आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। 26/11 के मुंबई हमले में अमेरिकी नागरिकों समेत 160 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी. पाकिस्तान की कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का जिक्र किया गया है कि भारत सरकार ने पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय से आतंकी को सौंपने का अनुरोध किया है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच इस तरह के प्रत्यर्पण को लेकर कोई औपचारिक समझौता नहीं है। भारत के अलावा कई अन्य देशों ने भी हाफिज सईद को आतंकवादी घोषित कर दिया है।

अमेरिका ने भी हाफिज सईद को घोषित किया है आतंकी

भारत के अलावा अमेरिका ने भी हाफिज सईद और उसके संगठन को आतंकवादी घोषित किया है। साथ ही उस पर करीब 100 मिलियन डॉलर का इनाम भी घोषित किया है। हाफिज सईद को आतंकी फंडिंग मामले में पहले ही जेल की सजा हो चुकी है। रक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि अगर पाकिस्तान पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने में रुचि रखता है और आतंकवाद पर काबू पाने का इरादा रखता है तो उसे सईद के प्रत्यर्पण अनुरोध को लेकर सकारात्मक कदम उठाना चाहिए। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा समूह के हाफिज सईद समेत साजिद मीर को होटलों, एक रेलवे स्टेशन और एक यहूदी केंद्र पर तीन दिवसीय हमलों के लिए दोषी ठहराया है, जिसमें छह अमेरिकियों सहित 166 लोग मारे गए थे।

कतर में बंद 8 भारतीय पूर्व नौसैनिकों को नहीं मिलेगी मौत की सजा, विदेश मंत्रालय ने दिया अपडेट

कतर में जासूस के कथित आरोप में मौत की सजा झेल रहे भारतीय नौसेना के पूर्व कर्मियों को बड़ी राहत मिली है। विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 8 भारतीय लोगों की मौत की सजा कम कर दी गई है। बता दें कि बीते अक्टूबर महीने में कतर की एक अदालत ने एक साल से अधिक समय से हिरासत में रखे गए 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को मौत की सजा सुनाई थी।

विदेश मंत्रालय ने दिया अपडेट

विदेश मंत्रालय की ओर से इस मामले में गुरुवार को जानकारी दी गई है। मंत्रालय ने लिखा- “हमने दहरा ग्लोबल मामले में कतर की अपील अदालत के आज के फैसले पर गौर किया है, जिसमें सजाएं कम कर दी गई हैं, विस्तृत फैसले की प्रतीक्षा है। कतर में हमारे राजदूत और अन्य अधिकारी अपील वाली अदालत में परिवार के सदस्यों के साथ उपस्थित थे। हम मामले की शुरुआत से ही उनके साथ खड़े हैं और हम सभी कांसुलर और कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। हम इस मामले को कतरी अधिकारियों के साथ भी उठाना जारी रखेंगे।”

क्या है पूरा मामला?

भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को बीते साल अगस्त महीने में कतर में गिरफ्तार किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये अधिकारी कतर की एक निजी कंपनी अल दहरा के साथ काम कर रहे थे। इन भारतीय नागरिकों को कथित तौर पर जासूसी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। अब तक न तो कतरी अधिकारियों और न ही नई दिल्ली ने भारतीय नागरिकों के खिलाफ आरोपों को सार्वजनिक किया है।

भारत ने सजा पर जताई थी हैरानी

कतर की कोर्ट द्वारा पूर्व नौसैनिकों को मौत की सजा के ऐलान पर भारत सरकार ने  हैरानी व्यक्त की थी और अपने नागरिकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सभी उपलब्ध कानूनी विकल्पों का पता लगाने की प्रतिज्ञा की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, इन सभी पूर्व अधिकारियों ने 20 साल तक नौसेना में सेवा दी है और इनका कार्यकाल बेदाग था। इन अधिकारियों ने नौसेना में ट्रेनर समेत कई अहम पदों पर काम किया था।