भागलपुर, पटना समेत पूरे बिहार और देश के कई हिस्सों के साथ-साथ नेपाल में शुक्रवार की देर रात करीब 11:33 बजे भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र नेपाल के जाजरकोट जिले पैंक गांव में जमीन से दस किमी नीचे था। लोगों ने दो से तीन झटके महसूस किए। बिहार के सभी जिलों में तेज झटके महसूस किए गए हैं। बिहार के अलावा भूकंप के तेज झटके दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड समेत कई राज्यों में महसूस किए गए। हालांकि, फिलहाल कहीं से व्यापक नुकसान की सूचना नहीं है। कहीं-कहीं घरों में दरार की बात कही जा रही है।

पटना सहित राज्य भर में अचानक आए जलजले से लोग भयभीत हो गए। लोग अपने-अपने घरों से बाहर पार्कों और खाली मैदानों में खुद को सुरक्षित किया। कई लोगों ने अपार्टमेंट की छतों पर शरण ली। देर रात तक लोगों में भय का आलम रहा। लोग अपने अपने परिचितों को फोन पर कुशल क्षेम लेते देखे गए। दोबारा झटके के डर से रात 12 बजे के बाद तक घरों से बाहर ही लोग डर और आशंका के मारे इंतजार करते देखे गए। जो लोग सोने की तैयारी में थे उनको ज्यादा दहशत महसूस हुई। लोग बच्चों को गोद में लेकर खुले स्थान में इकट्ठा हो गए। देखते देखते लोग सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करने लगे। लोगों ने बताया कि झटके आते ही पंखे-झूमर और लाइट्स हिलती हुई दिखाई देने लगीं।

इन जिलों में भी झटका घरों से निकले लोग

मगध, कोसी, तिरहुत, सीमांचल, पूर्वी बिहार व उत्तर बिहार के अधिकतर जिलों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। इनमें पटना, सासाराम, जहानाबाद, मुंगेर, दरभंगा, गया, बांका, बक्सर, औरंगाबाद, कैमूर, छपरा, भागलपुर, सीतामढ़ी, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चम्पारण, सीवान, बेगूसराय, जमुई, खगड़िया, अररिया, मधेपुरा आदि शामिल हैं। कुछ जिलोें में तेज तो कुछ में हल्के झटके आए। गया में तेज झटके महसूस किए गए। लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। उत्तर बिहार के जिलों में भी तेज झटके महसूस किए गए। दहशत के कारण गलियों व सड़कों पर लोग खड़े रहे।

जानें तीव्रता और असर

● 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है।

● 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है

● 3 से 3.9 तीव्रता पर कोई ट्रक पास से गुजर जाए, ऐसा असर होता है।

● 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं, दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं

● 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है

● 6 से 6.9 तीव्रता पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान संभव है ।

रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.4 रही। यह तीव्र श्रेणी का भूकंप था। देर तक इसका एहसास हुआ। बहुमंजिली इमारतों पर रह रहे लोगों ने इसे ज्यादा महसूस किया होगा।

-आशीष कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक,मौसम विज्ञान केंद्र , पटना


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