बिहार में शराबबंदी लागू है, इसके बावजूद आए दिन यहां शराब के नशे में धुत लोगों को पकड़ा जा रहा है. आम लोगों की बात क्या करें सरकारी कर्मचारी भी कई बार शराब का सेवन करते पकड़े जाते हैं. एक बार फिर औरंगाबाद के नबीनगर प्रखंड के अंचल कार्यालय से बड़ा बाबू को शराब के नशे में पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो शराब पीकर ड्यूटी करने पहुंच गये थे।

शराब के नशे में हेड कलर्क गिरफ्तार

बताया जाता है कि अंचलाधिकारी की शिकायत पर पुलिस ने शराब के नशे में धुत होकर ड्यूटी कर रहे प्रधान लिपिक सदानंद वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. प्रशिक्षु आइएएस गौरव कुमार जो कि प्रशिक्षण के दौरान बतौर नबीनगर के अंचलाधिकारी का पद भी संभाल रखा है, उन्होंने हेड क्लर्क को गिरफ्तार कराया।

सीओ ने कराई गिरफ्तारी

उन्होंने कार्यालय में शराब के नशे धुत बड़ा बाबू को रंगे हाथों धर दबोचा. इसके बाद उन्होंने पुलिस को बुलाया और फिर नबीनगर पुलिस हेड क्लर्क सदानंद वर्मा को गिरफ्तार कर थाना ले गई. जिसके बाद उन्हें नबीनगर रेफरल अस्पताल ले जाया गया, जहां मेडिकल जांच के दौरान अल्कोहल सेवन की पुष्टि भी हो गई है. फिलहाल पुलिस इस मामले में आगे कार्रवाई में जुटी हुई है।

मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि

इस संबंध में नवीनगर थाना प्रभारी मनोज कुमार पांडे ने बताया कि “अंचल कार्यालय के प्रधान लिपिक सदानंद वर्मा को शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें मेडिकल कराने के बाद विधिसम्मत कार्रवाई की जा रही है. शराब पुष्टि हुई है “.

बिहार में शराबबंदी बेअसर

बता दें कि बिहार में शराबबंदी लागू हुए 7 साल से ज्यादा का समय हो गया हैं, लकिन प्रदेश में आज तक ना तो शराब की तस्करी बंद हुई और ना ही सेवन।