बिहार के गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला 2023 आगामी 28 सितंबर से प्रारंभ होने जा रहा है. पितरों को मोक्ष दिलाने वाला यह पितृपक्ष मेला 28 सितंबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा. इस बार भी 10 लाख के करीब पिंडदानियों के आने का अनुमान है. वहीं, इसके बीच वैसे पिंडदानी जो अपने पितरों को मोक्ष दिलाना चाहते हैं, लेकिन गया जी आने में किसी वजह से नहीं आ सकते हैं या विदेश में रहते हैं, तो उनके लिए ई पिंडदान की व्यवस्था की गई है।

गयाजी के पुरोहित विष्णुपद मंदिर, फल्गु नदी, अक्षय वट, सीता कुंड में पिंडदान करवाएंगे. सब कुछ ऑनलाइन होगा. मंत्रोच्चार से लेकर दान दक्षिणा और पूजा सामग्री समेत सारे विधि विधान व कर्मकांड ऑनलाइन होंगे. ई पिंडदान के सारे कर्मकांड की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी और इसे पेन ड्राइव में कर ई पिंडदान करने वाले पिंडदानी को उसे उपलब्ध कराया जाएगा. ई पिंडदान के लिए बुकिंग बिहार राज्य पर्यटन निगम के द्वारा अपने ट्रैवल ट्रेड अकाउंट पर शुरू की जाएगी।

बिहार राज्य पर्यटन निगम की ओर से इसके लिए व्यवस्था कर दी गई है. सिर्फ 23 हजार खर्च करके आप ई-पिंडदान के जरिए आप पितरों की आत्मा की शांति के लिए पूजा कर सकते हैं. यह राशि आपको एकमुश्त जमा करनी होगी. इसमें पूजन सामग्री एवं पंडित का दक्षिणा भी शामिल किया गया है।

16 दिनों तक चलने वाले पितृ पक्ष मेले में देश और दुनिया भर से लाखों लोग गयाजी अपने पूर्वजों का पिंडदान करने पहुंचते हैं. ऐसे में पर्यटन स्थल पर साफ सफाई से लेकर श्रद्धालुओं को आने जाने के लिए हर बार की तरह इस बार भई ट्रैवल टूर के पैकेज की व्यवस्था की गई है. इस पैकेज को कई श्रेणियों में बांटा गया है।