बिहार के मुंगेर के रहने वाले सिख रेजीमेंट के अधिकारी मेजर इंद्रजीत सचिन 26 जनवरी को युद्ध स्मारक पर परेड कमांडर की भूमिका में मौजूद रहेंगे. इस दौरान वे सभी राष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान कमांड देंगे और उनकी कमांड पर ही शहीदों को सलामी सहित राजघाट आदि के कार्यक्रम संपादित होंगे।

परेड कमांडर की भूमिका निभाएंगे सचिन

दरअसल 26 जनवरी की सुबह लगभग 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर्वप्रथम युद्ध स्मारक शहीदों को श्रद्धांजलि देने जाएंगे. प्रधानमंत्री द्वारा शहीदों को माल्यार्पण के बाद मेजर सचिन के कमांड लेने के बाद प्रधानमंत्री मोदी शहीदों को सलामी देंगे, साथ ही शहीदों की याद में मौन रखेंगे. दोबारा मेजर सचिन के कमांड लेने के बाद मौन खत्म होगा. राजघाट पर आयोजित समारोह में मेजर इंद्रजीत सचिन ही परेड कमांडर की भूमिका में रहेंगे।

बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम में फहराएंगे तिरंगा

वहीं इसके बाद 29 जनवरी को दिल्ली में बीटिंग द रिट्रीट का कार्यक्रम आयोजित होगा. जिसमें राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और तीनों सेना के अध्यक्ष की उपस्थिति में मेजर सचिन राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे. यह मुंगेर ही नहीं बल्कि पूरे बिहार के लिए गौरव की बात है।

क्या होता है बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम?

बताया जाता है कि बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है. हर वर्ष 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रधानमंत्री के आगमन पर उनका स्वागत करेंगे. समारोह की मुख्य अतिथि महामहिम राष्ट्रपति होंगी, जिनकी अगुवाई प्रधानमंत्री करेंगे।

राष्ट्रीय ध्वज को उतारेंगे मेजर सचिन

मेजर सचिन बीटिंग द रिट्रीट के बाद राष्ट्रीय ध्वज को उतार कर उसे ससम्मान अपने दोनों हाथों में लेकर जाएंगे. बीटिंग द रिट्रीट में मेजर सचिन जैसे-जैसे राष्ट्रीय ध्वज उतारेंगे, उसी के साथ उसी तरह उसी क्रम में दिल्ली के 8 स्थानों से राष्ट्रीय ध्वज धीरे-धीरे उतारा जाएगा. यह स्थल हैं राष्ट्रपति भवन, लोकसभा संविधान भवन, वायु भवन, रेल भवन, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और शास्त्री भवन।

मेजर ने 2021 में भी किया झंडोत्तोलन

बता दें कि मेजर सचिन ने 2021 में भी बीटिंग द रिट्रीट में राष्ट्रीय ध्वज का झंडोत्तोलन किया थे. इतिहास में दो बीटिंग द रिट्रीट में राष्ट्रीय ध्वज फहराने का सौभाग्य पाने वाले मेजर सचिन एकलौते अधिकारी हैं. इससे 31 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री सहित तीनों सेनाओं के अध्यक्ष राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

“मेरा बेटा अभी भारतीय थल सेना में सिख रेजिमेंट में मेजर के पद पर कार्यरत है. वह राष्ट्रपति भवन के सेरेमोनियल बटालियन का एक्सजुटेन्ट है. इस बार वो युद्ध स्मारक और राजघाट पर आयोजित समारोह में परेड कमांडर की भूमिका में रहेंगे”- नीलांबर सिंह, मेजर सचिन के पिता

2018 में यूपीएससी सीडीएस में हुए थे सफल

में मेजर इंद्रजीत सचिन मुंगेर के भगत सिंह चौक निवासी प्रसिद्ध अधिवक्ता गोधन प्रसाद सिंह के पौत्र एवं नीलांबर सिंह अधिवक्ता और गृहणी सरोज सुमन के पुत्र हैं. यह मूल रूप से मुंगेर जिला के हवेली खड़गपुर प्रखंड क्षेत्र के अग्रहण गांव के रहने वाले हैं. मेजर इंद्रजीत सचिन यूपीएससी सीडीएस 2018 की परीक्षा में 26वां रैंक लाए थे. मेजर सचिन को सेना में जाने की प्रेरणा अपने फूफा ब्रिगेडियर कुंवर सिंह,अपने फुफेरे भाई कर्नल निशांत सिंह और फुफेरी भाभी लेफ्टिनेंट कर्नल शिवानी सिंह से मिली है।


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