Ranbir Kapoor की धांसू एक्शन फिल्म Animal का Trailer रिलीज, रोंगटे खड़े कर देगा बॉबी देओल का किरदार

रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है। इस फिल्म में अभिनेता एकदम अलग किरदार में नजर आने वाले हैं। कुछ समय पहले इस फिल्म का टीजर रिलीज हुआ था, जिसे फैंस ने खूब पसंद किया था। अब फिल्म का ट्रेलर रिलीज (Animal Trailer Release) हो गया है, जो कि बहुत धांसू है। इस फिल्म का डायरेक्शन साउथ के डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा ने किया है, जो कबीर सिंह और अर्जुन रेड्डी जैसी फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं। बता दें कि एनिमल 1 दिसंबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

कैसा है फिल्म का ट्रेलर

एनिमल की कहानी पिता और बेटे पर आधारित है। बलबीर सिंह (अनिल कपूर) के लिए उसका बेटा अर्जुन सिंह (रणबीर कपूर) पागल है। हालांकि, बलबीर का रवैया हमेशा बेटे के लिए गुस्सैल ही रहा है। हालांकि, अर्जुन को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, उसके लिए बलबीर सिंह सुपर हीरो। इस बीच कुछ ऐसा होता है कि वो अपनी बीवी गीतांजलि (रश्मिका मंदाना) के साथ परिवार से दूर रहने लगता है।

बेटा लेगा पिता का बदला

अर्जुन सिंह को एक दिन खबर मिलती है कि उसके पिता पर किसी ने गोली चला दी है। इसके बाद वो बिना सोचे- समझे एक बड़ी और खतरनाक जंग पर निकल जाता है। इस जंग में अर्जुन सिंह इंसान से जानवर बन जाता है। पिता के हमलावर की जान लेना ही अब उसकी जिंदगी का मकसद है, लेकिन दुश्मन भी अर्जुन सिंह से किसी मामले में कम नहीं है। एनिमल की कहानी दोनों की इस जंग के साथ आगे बढ़ती है।

ये सेलेब्स आएंगे नजर

फिल्म का प्रोडक्शन टी-सीरीज ने किया है। एनिमल कुछ दिनों बाद 1 दिसंबर को थिएटर्स में रिलीज होगी। फिल्म को हिंदी के साथ तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ भाषा में भी रिलीज किया जाएगा। इस फिल्म में रणबीर कपूर, अनिल कपूर, बॉबी देओल नजर आने वाले हैं।

गिरिराज सिंह ने CM नीतीश कुमार को लिखा पत्र, ‘UP की तरह बिहार में बैन हो हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स’

केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. पत्र लिखते हुए उन्होंने उत्तर प्रदेश की तरह हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स पर रोक लगाने और विध्वंसकारी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

पत्र के माध्यम से गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार में अनेक खाद्य पदार्थों एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों जैसे खाद्य तेल, नमकीन, ड्राई फ्रूट, मिठाइयों, कॉस्मेटिक, दवाओं एवं मेडिकल उपकरणों का हलाल कारोबार हो रहा है, जबकि इस प्रकार की सामग्रियों के मानक से संबंधित प्रमाणन के लिए FSSAI जैसे मानक ही वैध हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हलाल कारोबार के अंतर्गत जिन चीजों का इस्लाम से कोई संबंध नहीं, उनका कारोबारी इस्लामीकरण हो रहा है. कुछ संस्थाएं हलाल सर्टिफिकेट देने की स्वयंभू हो गई हैं और सामान बनाने वाली कंपनियों को मोटी रकम देकर हलाल सर्टिफिकेट दे रही हैं. इस बात की आशंका निराधार नहीं है कि हलाल सर्टिफिकेशन और कारोबार के पीछे एक बड़ा षड्यंत्र है।

बता दें कि यूपी में बीते दिनों योगी सरकार ने प्रदेश में हलाल सर्टिफाइड उत्पादों के निर्माण, बिक्री और भंडारण पर प्रतिबंध लगाया है. इसी के तहत अब केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार को पत्र लिखा है. गिरिराज सिंह ने पत्र में लिखा है कि भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में हलाल कारोबार ना सिर्फ संविधान के खिलाफ है अपितु देशद्रोह भी है. एक आंकड़े के अनुसार पूरे विश्व में हलाल प्रमाणन संबंधी व्यावसायिक गतिविधियों का आकार लगभग दो ट्रिलियन डॉलर तक है और अर्थव्यवस्था के इस स्वरूप के आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने की भी बात प्रकाश में आ रही है, जिसकी गहन जांच करने की आवश्यकता है।

उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में भी हलाल प्रोडक्ट पर बैन लगाने की मांग; केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लिखी चिट्ठी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में हलाल प्रोडक्ट्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया. अब धीरे-धीरे ये मांग दूसरे राज्यों तक भी पहुंच रही है. केंद्रीय ग्रामीण और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखकर राज्य में हलाल प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने और विध्वंसकारी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने इसे इस्लामिक जिहाद करार दिया.

बता दें कि हाल ही में यूपी में योगी सरकार ने हलाल सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट्स की बिक्री पर बैन लगाया था. उनकी सरकार ने ये बैन लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज एफआईआर के बाद लगाया. जिसमें आशंका जताई कि हलाल सर्टिफिकेशन के जरिए राष्ट्र विरोधी गतिविधियों के लिए फंडिंग की जा रही. मामले को लेकर जमकर राजनीति भी हो रही है. ऐसे में गिरिराज सिंह की ओर से की गई मांग के बाद इसको लेकर बिहार में भी राजनीति शुरू हो गई है.

क्या कहा गिरिराज सिंह ने?

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सीएम नीतीश कुमार को जो चिट्ठी लिखी है उसमें कहा गया, “बिहार राज्य में अनेक खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक सामग्रियों जैसे खाद्य तेल, नमकीन, ड्राई फ्रूट्स, मिठाइयां, दवाएं और मेडिकल उपकरणों का हलाल कारोबार हो रहा है. जबकि इस तरह की समाग्रियों के मानक से संबंधित प्रमाणन के लिए FSSAI जैसे मानक ही बैध हैं.”

केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “हलाल कारोबार के अंतर्गत जिन चीजों का इस्लाम से कोई संबंध नहीं, उनका कारोबारी इस्लामीकरण हो रहा है. कुछ संस्थाएं हलाल सर्टिफिकेट देने की स्वयंभू हो गई हैं और सामान बनाने वाली कंपनियों को मोटी रकम देकर हलाल सर्टिफिकेट दे रही हैं. इस बात की आशंका निराधार नहीं है कि हलाल सर्टिफिकेशन और कारोबार के पीछे एक बड़ा षड्यंत्र है.”

गिरिराज सिंह ने पत्र में लिखा, “भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में हलाल कारोबार न सिर्फ संविधान के खिलाफ है बल्कि देशद्रोह भी है. एक आंकड़े के अनुसार पूरे विश्व में हलाल प्रमाणन संबंधी व्यावसायिक गतिविधियों का आकार लगभग दो ट्रिलियन डॉलर तक है और अर्थव्यवस्था के इस स्वरूप के आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने की भी बात प्रकाश में आ रही है, जिसकी गहन जांच करने की आवश्यकता है.”

गिरिराज सिंह ने कहा है कि वह बिहार राज्य के एक नागरिक और बेगूसराय से लोकसभा सांसद के रूप में उनसे (नीतीश कुमार) अपील कर रहे हैं कि इस दिशा में जांच करते हुए सख्त कार्रवाई की जाए.

तापमान गिरा तो बिहार में बढ़ी ठंड, घने कोहरे की आशंका; पूर्णिया देश में सबसे प्रदूषित

बिहार में तापमान में गिरावट आने से ठंड में बढ़ोतरी हुई है। बीते 24 घंटे के भीतर राजधानी पटना समेत 21 शहरों के पारे में गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान किशनगंज राज्यभर में सबसे ठंडा रहा। यहां बुधवार को न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्यभर में अधिकतर जगहों पर सुबह के समय आंशिक कोहरा छा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में घने कोहरे की आशंका जताई है। वहीं, बिहार के विभिन्न शहरों में वायु गुणवत्ता खराब स्थिति में है। पूर्णिया देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है।

मौसम विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटे के भीतर राजधानी पटना में न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की कमी आई। न्यूनतम तापमान में सर्वाधिक कमी अररिया में 2.5 डिग्री दर्ज की गई। मौसमविदों के मुताबिक पछुआ का प्रवाह बढ़ने से तापमान में गिरावट की स्थिति बनी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इस हफ्ते से धीरे-धीरे राज्यभर में कोहरे की सघनता बढ़ेगी। पटना समेत अन्य जिलों में अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में क्रमिक गिरावट से सुबह में ठंड में बढ़ोतरी के आसार हैं।

अररिया में 2.5 डिग्री, कटिहार में 2.1 डिग्री, पूर्णिया में 1.6 डिग्री, फारबिसगंज में 1.2 डिग्री, सुपौल में एक डिग्री, सबौर में दो डिग्री, शेखपुरा में 1.2 डिग्री, वैशाली में 1.3 डिग्री, गया में 2.2 डिग्री, औरंगाबाद में 2.3 डिग्री, डेहरी में दो डिग्री, कैमूर में दो डिग्री, बक्सर में दो डिग्री, भोजपुर दो डिग्री, जीरादेई में 1.8 डिग्री, मोतिहारी में 0.5 डिग्री दर्ज किया गया।

वायु प्रदूषण की चपेट में बिहार के छोटे शहर भी आ चुके हैं। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद ने राज्य के 22 शहरों में वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन लगाया है। पिछले एक साल से इन शहरों में वायु प्रदूषण के आ रहे आंकड़े चिंताजनक हैं। बुधवार को तो देशभर में सबसे प्रदूषित शहर पूर्णिया रहा। यहां का सूचकांक 406 पहुंच गया। वहीं पटना का सूचकांक 271 संतोषजनक रहा। पिछले साल भी ठंड के मौसम में सूबे के 22 शहरों की हवा बेहद खराब रही थी। इस साल भी वही स्थिति है।

गिरिराज सिंह को तेजस्वी यादव का जवाब, कहा – लोगों का पेट नौकरी देने से भरेगा.. मंदिर में घंटा बजाने से नहीं

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर यूपी की तर्ज पर बिहार में भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को बैन करने की मांग की है। गिरिराज सिंह ने हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर हो रही साजिश के खिलाफ सीएम नीतीश कुमार से तुरंत एक्शन लेने की मांग की है। गिरिराज सिंह की मांग पर डिप्टी सीएम तेजस्वी का जबाव आया है। तेजस्वी ने कहा है कि इन्हें विकास से कुछ लेना देना नहीं है, ये लोग सिर्फ हिंदू-मुसलमान की राजनीति करते हैं।

गिरिराज सिंह के यह कहने पर कि हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर भारत के बाजारों और बिहार का इस्लामीकरण किया जा रहा है, इसपर तेजस्वी ने हमला बोला है। तेजस्वी ने कहा कि इसपर कुछ भी बोलना ठीक नहीं है। ये लोग तो सिर्फ हिंदू मुसलमान ही करते हैं। उनमें और हमलोगों में यही फर्क है। हमलोग रोजगार देने की बात करते हैं और विकास की बात करते हैं तो वे लोग हिंदू-मुसलमान, मंदिर-मस्जिद की बात करते हैं।

उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोग अच्छी तरह से जान ले लोगों का पेट नौकरी देने से भरेगा ना की मंदिर-मस्जिद करने से होगा और ना ही लोगों का पेट मंदिर में घंटा बजाने से होगा। इन लोगों को बस हिंदू-मुसलमान पर राजनीति करना है। नौकरी पाने के लिए यूपी के लोग बिहार आ रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार है। उनकी सरकार में कितनी मेनुफैक्चरिंग बढ़ी है, उन्हें बताना चाहिए। बता दें कि गिरिराज सिंह ने बिहार में हलाल सर्टिफाइड उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए कहा है कि बाजार और बिहार का इस्लामीकरण करने की कोशिश हो रही।

DeepFake को लेकर केंद्र सरकार सख्त, जल्द ला सकती है नियम, अश्विनी वैष्णव ने बताया लोकतंत्र के लिए खतरा

DeepFake टेक्नोलॉजी के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए केंद्र सरकार जल्दी ही सख्त कदम उठा सकती है. माना जा रहा है कि सरकार इसको लेकर कड़े नियम ला सकती है जिसमें सख्त कार्रवाई का प्रावधान होगा. AI का गलत इस्तेमाल कर फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही हैं. केंद्र सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से एक्शन लेने और कड़े कानून बनाने की बात कही है. कंपनियां इस दिशा में काम कर रही हैं.

गुरुवार (23 नवंबर) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा DeepFake लोकतंत्र के लिए एक नया खतरा बनकर उभरा है और सरकार रेगुलेशन लाने पर भी विचार कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि डीपफेक से निपटने के लिए हमारे पास जल्द ही नए नियम होंगे.

‘रोकने के लिए कार्रवाई की जरूरत’

उन्होंने जानकारी देते हुए आगे बताया, “सोशल मीडिया मंच इस बात पर सहमत हुए कि ‘DeepFake’ का पता लगाने, उसे रोकने के लिए स्पष्ट कार्रवाई की जरूरत है.” उन्होंने कहा कि कंपनियां ‘DeepFake’ का पता लगाने, इससे निपटने, इसकी सूचना देने के तंत्र को मजबूत करने और उपयोगकर्ताओं में जागरूकता बढ़ाने जैसी स्पष्ट कार्रवाइयां करने पर सहमत हुईं.

वैष्णव ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हम आज ही विनियमन का मसौदा तैयार करना शुरू कर देंगे और कुछ ही समय में हमारे पास ‘डीपफेक’ से निपटने के लिए नए नियम होंगे…यह मौजूदा ढांचे में संशोधन या नए नियम या नया कानून लाने के रूप में हो सकता है.’’

मंत्री ने कहा कि ‘डीपफेक’ लोकतंत्र के लिए एक नया खतरा बनकर उभरा है. वैष्णव ने कहा, ‘‘ हमारी अगली बैठक दिसंबर के पहले सप्ताह में होगी…आज किए गए फैसलों पर उसमें आगे की चर्चा होगी. मसौदा विनियमन में क्या शामिल किया जाना चाहिए, इस पर भी चर्चा की जाएगी.’’

बता दें कि हाल ही में बॉलीवुड के कई कलाकारों को निशाना बनाने वाले कई ‘डीपफेक’ वीडियो सोशल मीडिया मंच पर प्रसारित हो गए थे. इस पर कई लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी. इससे नकली सामग्री बनाने के लिए प्रौद्योगिकी और उपकरणों के दुरुपयोग को लेकर भी कई सवाल खड़े हो गए.

इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि गरबा खेलते हुए उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जबकि उन्होंने कभी गरब खेला ही नहीं. पीएम मोदी ने भी मामले पर गंभीरता दिखाते हुए कहा कि इस तरह की चीज खतरनाक है.

क्या बोले पीएम मोदी?

उन्होंने कहा, “पूरी दुनिया में एआई (AI) के निगेटिव इस्तेमाल को लेकर चिंता बढ़ रही है. भारत की स्पष्ट सोच है कि AI के वैश्विक रेगुलेशन को लेकर हमें मिलकर काम करना चाहिए.” उन्होंने आगे कहा, ”डीपफेक समाज और व्यक्ति के लिए कितना खतरनाक है, इसकी गंभीरता को समझते हुए हमें आगे बढ़ना होगा. अगले महीने भारत में ग्लोबल एआई पार्टनरशिप समिट का आयोजन किया जा रहा है, मुझे उम्मीद है कि आप सब इसमें भी सहयोग देंगे.”

पटना में अवैध संबंध को लेकर डबल मर्डर, खेत के किनारे लावारिस हालत में पड़ी मिली महिला-पुरुष की लाश

पटना में अवैध संबंध को लेकर अधेड़ महिला और पुरुष की गोली मारकर हत्या कर गई. पूरी घटना राजधानी से सटे पालीगंज अनुमंडल के खिरिमोर थाना इलाके की बताई जा रही है. थानाक्षेत्र के मदारीपुर फतेहपुर रोड के किनारे स्थित खेत से दोनों का शव मिला है. शव मिलने की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी।

घटना की जानकारी मिलने के बाद पालीगंज डीएसपी प्रीतम कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लिया. जिसके बाद दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए पालीगंज अनुमंडल अस्पताल भेज दिया गया. पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखा और एक गोली का पिलेट भी बरामद किया है।

मृतक की पहचान गौसगंज निवासी राजेंद्र यादव के रूप में हुई है, जबकि मृतक महिला की पहचान महेशपुर गांव निवासी श्रद्धा देवी के रूप में हुई है. दो लोगों की हत्या और शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई. घटनास्थल पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई।

भागलपुर में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शुरू न होना बिहार का दुर्भाग्य: केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे

केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने बुधवार को सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने कहा कि भागलपुर में 350 करोड़ की लागत से सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बनकर तैयार है। राज्य सरकार ने इसे अबतक चालू नहीं कराया है।

उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में लगी महंगी मशीनों पर धूल जम रही हैं। बिहार के उपमुख्यमंत्री भूल जाते हैं कि उनके पास स्वास्थ्य जैसा महत्वपूर्ण विभाग भी है। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल को लेकर राज्य सरकार के अधिकारी भी कुछ नहीं बोल पाते हैं।

केंद्र सरकार दे चुकी है 60 प्रतिशत राशि

उन्होंने कहा कि इस हॉस्पिटल को बनाने के लिए 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार को देना था, जो दिया जा चुका है। सात विभागों से सुसज्जित अस्पताल के चालू होने पर गंभीर बीमारियों का इलाज होगा।

सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शुरू होना बिहार का दुर्भाग्य

उन्होंने आगे कहा कि राज्य के पांच शहरों पटना, भागलपुर, गया, मुजफ्फरपुर और दरभंगा में सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की स्वीकृति करवाई थी, लेकिन दुर्भाग्य है कि अबतक कहीं भी वह शुरू नहीं हो पाया है।

हालांकि, वर्तमान स्वास्थ्य सुप्रीटेंडेंट ने कहा है कि भागलपुर के सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल को 2024 के जनवरी तक चालू कर दिया जाएगा।

मानसिक रूप से बीमार और लाचार हैं सीएम नीतीश कुमार

उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार मानसिक रूप से बीमार और लाचार हो चुके हैं। इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देनी चाहिए। बिहार फिर जंगलराज की ओर चला गया है। सूबे में दिनदहाड़े लोगों की हत्याएं हो रही हैं। अपराधी बेखौफ होकर सड़क पर घूम रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज जस्टिस फातिमा बीवी का निधन, 96 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस

सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला न्यायाधीश और तमिलनाडु की पूर्व राज्यपाल न्यायमूर्ति फातिमा बीवी का गुरुवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। फातिमा 96 वर्ष की थीं। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जस्टिस फातिमा का निधन बेहद दर्दनाक है।

न्यायमूर्ति फातिमा बीवी ने हर जगह अपनी छाप छोड़ी

मंत्री वीना ने कहा कि न्यायमूर्ति फातिमा ने उच्चतम न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश और तमिलनाडु की राज्यपाल के रूप में अपनी छाप छोड़ी है। जॉर्ज ने एक बयान में कहा कि वह एक बहादुर महिला थीं, जिनके नाम कई रिकॉर्ड थे।

वह एक ऐसी शख्सियत थीं, जिन्होंने अपने जीवन से दिखाया कि इच्छाशक्ति और उद्देश्य की भावना से किसी भी विपरीत परिस्थिति को पार किया जा सकता है।

खबर वही जो है सही

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