अजब गजब: मुहम्मद अली जिस रंग के कपडे पहनते है उसी रंग की हो जाती है उसकी आंख

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टोबा टेक सिंह के 22 वर्षीय युवक मुहम्मद अली को प्रकृति ने एक अद्भुत उपहार दिया है। उसकी आँखों का रंग उसके कपड़ों के रंग के आधार पर बदलता है। मुहम्मद अली ने कहा कि उनकी आँखों का रंग उनके पहने हुए कपड़ों के रंग के आधार पर बदलता था। टोबा टेक सिंह जनजाति के एक व्यक्ति ने कहा कि उसकी आँखों का रंग तीन रंगों – काले, लाल और पीले को छोड़कर, लगभग किसी भी रंग के कपड़ों से बदल जाता है।

अली ने कहा कि आमतौर पर आंखों का रंग चार से पांच मिनट के अंदर बदल जाता है. सवाल के जवाब में शख्स ने कहा कि उसने डॉक्टर की सलाह इसलिए नहीं मानी क्योंकि रंग बदलने की प्रक्रिया के दौरान उसे दृष्टि संबंधी कोई समस्या नहीं हुई. 22 वर्षीय कथित सहकर्मियों ने उससे पूछा कि क्या वह कॉन्टैक्ट लेंस पहनता है क्योंकि उसकी आंखों का रंग अक्सर बदलता रहता है, लेकिन उसने जवाब दिया, “नहीं, यह सच है,” जिस पर उन्हें विश्वास नहीं हुआ।

बरौनी-कटिहार रेलखंड पर बीकानेर एक्सप्रेस में कांच घोंपकर अधेड़ की हत्या, यात्रियों में मचा हड़कंप

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बरौनी-कटिहार रेलखंड पर बीकानेर एक्सप्रेस (15633) के शौचालय में कांच घोंप कर अधेड़ की हत्या कर दी गई। ट्रेन बीकानेर से गुवाहाटी जा रही थी। नवगछिया रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने अधेड़ का शव उतारा। इस दौरान करीब आधे घंटे तक ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही।

भतीजे की शादी में शामिल होने जा रहा था मृतक

मृतक की पहचान पश्चिम बंगाल न्यू कूच बिहार थाना 12 नाथबारी निवासी उमाकांत वर्मन के पुत्र दिनेश्वर वर्मन (48) के रूप में की गई। दिनेश्वर बर्मन जयपुर में राजमिस्त्री का काम करता था। वह भतीजे की शादी में शामिल होने घर जा रहा था। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। हत्यारे ने खगड़िया और नवगछिया के बीच घटना को अंजाम दिया गया।

अपराधियों ने दिनेश्वर को शौचालय में बंद कर कांच से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बाथरूम से चीख-पुकार की आवाज सुन ट्रेन में बैठे यात्रियों ने घटना की जानकारी कंट्रोल कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूम ने नवगछिया रेल पुलिस एवं स्टेशन अधीक्षक को घटना की जानकारी दी। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने कोच संख्या नौ के शौचालय से घायल व्यक्ति को बाहर निकाला।

गले, पेट सहित शरीर के अन्य हिस्से में गंभीर रूप से कटे के निशान

उसके गले, पेट सहित शरीर के अन्य हिस्से में गंभीर रूप से कटे के निशान थे। आंते बाहर निकल आई थीं। वह खून से लथपथ तड़प रहा था। उसे एंबुलेंस से अनुमंडल अस्पताल भेजा गया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

कटिहार के रेल अपर पुलिस अधीक्षक कुंदन कृष्णन ने कहा कि मृतक के पास से आधार कार्ड व मोबाइल मिला है। घटनास्थल पर कांच के कई टुकड़े मिले हैं। ट्रेन में मौजूद यात्रियों को भी घटना की जानकारी नहीं है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जीआरपी थाना अध्यक्ष रविंद्र प्रसाद ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देशानुसार हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

बिहार में धार्मिक जुलूस में लाठी डंडा व हथियार ले जाने पर रोक; गृह विभाग ने जारी किया निर्देश

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बिहार में धार्मिक जुलूस में लाठी-डंडा या हथियार ले जाने पर रोक लगा दी गई है। हाल में धार्मिक जुलूस व शोभा यात्राओं में तेज आवाज में धार्मिक नारेबाजी, डीजे बजाने एवं परंपरागत हथियारों के प्रदर्शन को लेकर सांप्रदायिक तनाव की कुछ घटनाओं के बाद राज्य सरकार ने सख्ती बरती है। इस बाबत विस्तृत निर्देश जारी किया गया है।

गृह विभाग (विशेष शाखा) की विशेष सचिव के सुहिता अनुपम ने सभी डीएम, एसएसपी, एसपी को निर्देश जारी किया है कि दस या पंद्रह लोगों के शपथ पत्र देने के बाद ही धार्मिक जुलूस की इजाजत दी जाए। जुलूस या शोभायात्रा के लाइसेंस में उत्तेजक, भड़काऊ गाना, नारेबाजी, तथा प्रतिबंधित हथियारों का प्रदर्शन नहीं किए जाने की शर्त भी शामिल होगी।

विशेष सचिव ने कहा है कि खास परिस्थिति जैसे सिख समुदाय द्वारा कृपाण धारण को छोड़ किसी भी जुलूस या शोभायात्रा में हथियार ले जाना या प्रदर्शन करना आर्म्स एक्ट के तहत प्रतिबंधित है। यदि तलवार आदि ले जाना जरूरी हो तो उसके लिए अलग से अनुमति लेनी होगी।

धार्मिक जुलूसों की स्वीकृति एवं लाइसेंस में यह शर्त शामिल होगा कि उसमें माइक्रोफोन, पब्लिक एड्रेस सिस्टम या अन्य ध्वनि विस्तारक के शोर का स्तर उस क्षेत्र के लिए निर्धारित मानक स्तर से अधिक नहीं होगा। सिर्फ जुलूस के नियंत्रण के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र का उपयोग होगा। मजिस्ट्रेट या पुलिस पदाधिकारी को धार्मिक जुलूस को लाइसेंस दिए जाने को लेकर निर्धारित शर्तों की जांच कर सुनिश्चित करनी होगी।

बिहार शिक्षा विभाग का निर्देश; कॉलेज-विवि के हर शिक्षक प्रतिदिन कम-से-कम 5 कक्षाएं लेंगे

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 राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में कार्यरत हर शिक्षक को प्रतिदिन कम से कम पांच कक्षा लेने की अनिवार्यता होगी। इस बाबत बिहार  शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों और कॉलेज प्राचार्यों को दिशा-निर्देश जारी किया है। विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो शिक्षक इस आदेश का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

विभाग ने कहा है कि हर दिन शिक्षकों द्वारा लिये गये कक्षा की जानकारी कॉलेज प्राचार्य से ली जाएगी। विभाग के पदाधिकारी और कॉलेज प्राचार्यों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाली समीक्षा बैठक में यह जानकारी ली जाएगी। प्राचार्य बताएंगे कि किन-किन शिक्षकों ने पांच कक्षा ली है, किन्होंने नहीं ली। इस संबंध में विभागीय पदाधिकारी बताते हैं कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के प्रावधान के अनुसार शिक्षकों को प्रतिदिन पांच घंटे संस्थान में रहना अनिवार्य किया गया है। इसी के अंतर्गत विभाग ने पांच कक्षा रोज लेने की अनिवार्यता की है।

छुट्टी पर रहने वाले विद्यार्थियों को दिया जाएगा असाइनमेंट 

विभाग ने यह भी निर्देश दिया है कि विश्वविद्यालय और कॉलेज के कोई भी विद्यार्थी तीन दिनों से अधिक समय के लिए छुट्टी लेते हैं तो उन्हें असाइनमेंट दिया जाएगा। यह कोई प्रोजेक्ट हो सकता है। किताब की समीक्षा और कोई लेख-लेखन आदि का असाइनमेंट दिया जा सकता है।

राज्य की योजनाएं और विकास कार्यों की जमीनी पड़ताल करने बिहार की यात्रा पर फिर निकलेंगे सीएम नीतीश कुमार

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 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे राज्य की योजनाएं और विकास कार्यों की जमीनी पड़ताल करने खुद निकलेंगे। यह उनकी 15 वीं यात्रा होगी। हालांकि वे वर्ष 2021 में यात्रा की जगह समाज सुधार अभियान पर निकले थे। इसे उनकी यात्रा ही मानी गयी थी। इस वर्ष नीतीश कुमार 4 जनवरी से 16 फरवरी तक समाधान यात्रा कर चुके हैं।

मुख्यमंत्री गुरुवार को बापू सभागार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत आयोजित एक दिवसीय उन्मुखीकरण एवं प्रथम किस्त वितरण समारोह के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे।

ये थे मौजूद 

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित, हस्तकरघा एवं रेशम के निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय, उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार।

अनुभव साझा किया

 कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से लाभान्वित स्वाति सुधा एवं मिताली ममता ने उद्यमिता के क्षेत्र में अपने कार्यों के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की यह योजना काफी दूरदर्शी है। इससे हम सभी लोगों का काफी भला हो रहा है। हम तो अपना रोजगार कर रही रहे हैं और लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। मुख्यमंत्री की इस योजना से समाज के सभी वर्गों को काफी फायदा हो रहा है। साथ ही मुख्यमंत्री उद्यमी योजना पर आधारित एक लघु फिल्म की प्रस्तुति दी गया।

नीतीश कुमार की अबतक की यात्राएं

न्याय यात्रा 12 जुलाई 2005

विकास यात्रा नौ जनवरी 2009

धन्यवाद यात्रा 17 जून 2009

प्रवास यात्रा 25 दिसंबर 2009

विश्वास यात्रा 28 अप्रैल 2010

सेवा यात्रा नौ नवंबर 2011

अधिकार यात्रा 19 सितंबर 2012

संकल्प यात्रा पांच मार्च 2014

संपर्क यात्रा 13 नवंबर 2014

निश्चय यात्रा नौ नवंबर 2016

समीक्षा यात्रा 2 दिसंबर 2017

जल जीवन हरियाली 3 दिसंबर 2019

समाज सुधार 22 दिसंबर 2021

समाधान यात्रा चार जनवरी से2023

चलती ट्रेन में अधेड़ राजमिस्त्री की कांच घोंपकर की हत्या, भतीजे की शादी में शामिल होने जा रहा था घर

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NAUGACHHIA : छठ पूजा के कारण एक तरफ बिहार आनेवाली ट्रेनों में लोगों को जगह नहीं मिल रही है। वहीं दूसरी तरफ भीड़ भाड़ वाले ट्रेन में एक अधेड़ की चाकू मारकर हत्या किए जाने की घटना सामने आई है। घटना बीकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस के स्लीपर कोच से जुड़ी है। जिसके टॉयलेट में से घायल अवस्था में उतारा गया। उसके गले और पेट पर कांच से वार किया गया था। जीआरपी और आरपीएफ ने गंभीर स्थिति में उसे नवगछिया स्टेशन पर उतार कर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया,जहां खून अधिक बहने के कारण उसकी मौत हो गई।

मृतक की पहचान पश्चिम बंगाल न्यू कूच बिहार थाना 12 नाथबारी निवासी उमाकांत वर्मन के पुत्र दिनेश्वर वर्मन (48) के रूप में की गई। दिनेश्वर बर्मन जयपुर में राजमिस्त्री का काम करता था। वह भतीजे की शादी में शामिल होने घर जा रहा था। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।

अपराधियों ने दिनेश्वर को शौचालय में बंद कर कांच से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बाथरूम से चीख-पुकार की आवाज सुन ट्रेन में बैठे यात्रियों ने घटना की जानकारी कंट्रोल कंट्रोल रूम को दी। कंट्रोल रूम ने नवगछिया रेल पुलिस एवं स्टेशन अधीक्षक को घटना की जानकारी दी।

मामले में नवगछिया जीआरपी को हेडक्वार्टर से सूचना मिली थी कि वीरपुर के तरफ से आने वाली बीकानेर गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन 15633 के S9 कोच के शौचालय में एक गंभीर रूप से घायल युवक पड़ा है। सूचना मिलते ही ट्रेन को रुकवा कर आरपीएफ एवं जीआरपी के द्वारा गंभीर रूप से घायल युवक को ट्रेन से उतर गया. युवक का आधार कार्ड भी बरामद हुआ है।

रेल पुलिस मामले की जांच में जुटी

इस मामले में अभी पुलिस कुछ भी कहने से बच रही है. मौके पर रेल डीएसपी कुंदन कुमार एवं इंस्पेक्टर राम प्रसाद यादव मौके पर पहुंचे जिस पर की मीडिया के बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि हत्या का प्रयास किया गया था जिसमें की अधिक खून बह जाने के कारण उसकी मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि अनुसंधान का विषय है, इसमें हम लोग पता करेंगे कि कहीं लूटपाट के कारण तो हत्या नहीं हुई है. इसकी पूर्ण रूप से जानकारी हमें छानबीन के बाद मिलेगी।

छठ पूजा के लिए छूटा सामान लेने बाजार गया था पुलिस जवान, तेज रफ्तार बस ने तोड़ दिया सांसों का साथ

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खबर जहानाबाद से जुड़ी है, जहां बीते गुरूवार देर शाम हुए हादसे में पुलिस के जवान की मौत हो गई। वहीं उसके साथ मौजूद साथी भी गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जवान की पहचान काको थाना क्षेत्र के दोघड़ा गांव निवासी अजीत यादव के रूप में हुई। वह पटना में डायल 112 की रिस्पांस टीम में कार्यरत थे। साथी का नाम सुंदर प्रकाश बताया गया है।

हादसा सदर थाना क्षेत्र के के बैरागीबाग गांव के पास जहानाबाद-घोसी मार्ग पर हुआ। अजीत यादव छठ पूजा के लिए छुट्टी लेकर गांव आए थे। उनके भाई सुजीत यादव ने बताया कि पति-पत्नी दोनों छठ पर्व करने की तैयारी में थे।

गुरुवार को पत्नी जयंती देवी के साथ अजीत छठ के अनुष्ठान से जुड़ी सामग्रियां खरीदने बाइक से जहानाबाद गए थे। खरीदारी कर वह पत्नी के साथ सकुशल गांव लौट गए थे। कुछ सामग्री लेनी छूट गई थी, जिसे लाने के लिए पुन: गांव के एक युवक के साथ जहानाबाद गए थे, लौटने के क्रम में बस की टक्कर से उनकी मौत हो गई।

अजीत के परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्र हैं, जो कहीं बाहर रहकर पढ़ाई करते हैं। वहीं हादसे के बाद चालक बस लेकर भाग निकला।

 

आरक्षण का दायरे बढ़ाने पर राज्यपाल से हाथ जोड़ निवेदन , CM नीतीश बोले … जल्द से हस्ताक्षर कर देते हैं तो अच्छा होता

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बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों से आरक्षण संशोधन बिल पारित हो गया है। अब इस बिल को राजभवन भेज दिया गया है। राज्यपाल के हस्ताक्षर होने के बाद कानून बन जाएगा और राज्य में लागू भी हो जाएगा। लेकिन, सूबे में आरक्षण का दायरा बढ़ने से पहले सियासी चर्चा शुरू हो गई है। सवाल ये है कि क्या राज्यपाल इस बिल पर इतनी आसानी से हस्ताक्षर कर देंगे? या इसे लागू होने में लंबा समय लग जाएगा ?

दरअसल, बापू सभागार में बुधवार को उद्योग विभाग की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें सीएम नीतीश भी शामिल हुए ‘थे। कार्यक्रम को संबोधित करते नीतीश ने कहा कि आरक्षण संशोधन बिल जल्दी से लागू हो जाएगा तो अच्छा है। लेकिन, वो भी इस मामले में खुल कर कुछ नहीं बोलना चाह रहे हैं इसकी वजह यह है की नीतीश कुमार भी यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि, यह बिल तभी लागू होगा जब इस पर राज्यपाल खुद अपनी मर्जी से हस्ताक्षर कर देंगे। हालांकि, अमु,अमूमन राजभवन के मामले पर खामोश रहने वाले सीएम नीतीश ने पहली बार पब्लिकली इसका जिक्र किया है।

इसका एक उदाहरण देते हुए यह कहा कि, बुधवार को उद्योग विभाग की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें सीएम नीतीश भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम को संबोधित करते नीतीश ने कहा कि आरक्षण संशोधन बिल को राजभवन भेज दिया है, लेकिन राज्यपाल दिल्ली गए थे।उन्होंने कहा कि मुझे अखबार के माध्यम से पता चला है कि वे आ गए हैं। अब आ गए हैं तो इस पर दस्तखत भी जल्दी कर देंगे। जिस दिन राज्यपाल साइन करेंगे, उसी दिन नया आरक्षण नियम लागू हो जाएगा। सीएम ने आगे कहा कि आज तक जो भी बिल राजभवन गया है, उस पर साइन हुआ अभी है। हम कुछ नहीं कहेंगे। नहीं तो यही चर्चा का विषय बन जाएगा।

मालुम हो कि, कीसी बिल को रोकने का अधिकार राजभवन के पास होता है। ये सीधे-सीधे राजनीति केंद्रीत बिल है। ऐसे में राजभवन निर्णय लेने से पहले केंद्र से चर्चा करेंगा। केंद्र को लगेगा कि इस बिल को रोकने से आगामी लोकसभा चुनाव में नुकसान हो सकता है तो वे तुरंत साइन करने का निर्देश दे सकते हैं। राज्य में आरक्षण का दायरा अगर 50 फीसदी से आगे जाता है तो इसमें केंद्र की सहमति जरूरी होती है।

उधर,राष्ट्रपति के पास बिल भेजकर सहमति ले सकते हैं राज्यपाल के पास एक विकल्प ये है कि वे बिल पर अपनी फाइनल मुहर लगाने से पहले राष्ट्रपति के पास भेज सकते हैं। राष्ट्रपति से इसके पॉजिटिव और निगेटिव साइड पर विमर्श करने के बाद इस पर अपना निर्णय ले सकते हैं। लेकि, जिस तरह से बिहार भाजपा के नेता इस बिल का समर्थन कर रहे हैं, ऐसे में इस बिल को अधिक दिन तक लटका कर रखने का कोई भी संभावना नजर नहीं आता है।

पटना में घर घर पहुंचेगा गंगा जल, जिलाधिकारी हरी झंडी दिखाकर टैंकरों को करेंगे रवाना

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लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर नगर निगम के द्वारा पहल की गई है. जिसमें जो लोग गंगा घाट तक नहीं पहुंच पाते हैं. उनके घर तक गंगाजल पहुंचने की पहल की गई है. जिसको लेकर आज पटना के पार्टी पुलघाट से काफी संख्या में टैंकर में गंगाजल भरकर गली मोहल्ले में वितरण करने का काम किया जा रहा है।

बता दे की लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर नगर निगम के द्वारा पहल की गई है. जिसमें टैंकर के द्वारा गंगा नदी से दूर दराज गली मोहल्ले में रहने वाले श्रद्धालु एवं छठ व्रतियों के लिए घर-घर जाकर गंगाजल पहुंचाया जाएगा. साथ-साथ छोटे-छोटे तालाबों में भी गंगाजल डाले जाएंगे. जिससे कि जो लोग गंगा घाट पर नहीं पहुंच पाते हैं. वह भी गंगा जल के सहारे छठ व्रत को कर सकेंगे।

वहीं राजधानी पटना के गंगा घाटों पर दूर-दराज से भी लोग अर्घ्य देने पहुंचते हैं. वही जो लोग नहीं पहुंचते हैं उनके घर तक गंगाजल नगर निगम पहुंचने का काम कर रहा है. वही पूजा समिति का कहना है कि दूर दराज से लोग यहां पहुंचते हैं जिनको रहने के लिए और फ्री में खाने की भी व्यवस्थाएं की गई है।

घर-घर गंगाजल पहुंचने वाले ड्राइवर ने साफ तौर से बताया है कि जिला प्रशासन का निर्देश है कि हर गली मोहल्ले में गंगा जल घर-घर तक पहुंचना साथ जितने भी कृत्रिम तालाब है. उसमें भी गंगाजल डालना है. जिससे कि श्रद्धालु वहां भी छठ व्रत कर सकेंगे।

खबर वही जो है सही

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