मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे राज्य की योजनाएं और विकास कार्यों की जमीनी पड़ताल करने खुद निकलेंगे। यह उनकी 15 वीं यात्रा होगी। हालांकि वे वर्ष 2021 में यात्रा की जगह समाज सुधार अभियान पर निकले थे। इसे उनकी यात्रा ही मानी गयी थी। इस वर्ष नीतीश कुमार 4 जनवरी से 16 फरवरी तक समाधान यात्रा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री गुरुवार को बापू सभागार में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत आयोजित एक दिवसीय उन्मुखीकरण एवं प्रथम किस्त वितरण समारोह के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे। ये थे मौजूद गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, उद्योग विभाग के निदेशक पंकज दीक्षित, हस्तकरघा एवं रेशम के निदेशक विवेक रंजन मैत्रेय, उद्योग विभाग के विशेष सचिव दिलीप कुमार। अनुभव साझा किया कार्यक्रम में मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से लाभान्वित स्वाति सुधा एवं मिताली ममता ने उद्यमिता के क्षेत्र में अपने कार्यों के अनुभव को साझा करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री की यह योजना काफी दूरदर्शी है। इससे हम सभी लोगों का काफी भला हो रहा है। हम तो अपना रोजगार कर रही रहे हैं और लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। मुख्यमंत्री की इस योजना से समाज के सभी वर्गों को काफी फायदा हो रहा है। साथ ही मुख्यमंत्री उद्यमी योजना पर आधारित एक लघु फिल्म की प्रस्तुति दी गया। नीतीश कुमार की अबतक की यात्राएं न्याय यात्रा 12 जुलाई 2005 विकास यात्रा नौ जनवरी 2009 धन्यवाद यात्रा 17 जून 2009 प्रवास यात्रा 25 दिसंबर 2009 विश्वास यात्रा 28 अप्रैल 2010 सेवा यात्रा नौ नवंबर 2011 अधिकार यात्रा 19 सितंबर 2012 संकल्प यात्रा पांच मार्च 2014 संपर्क यात्रा 13 नवंबर 2014 निश्चय यात्रा नौ नवंबर 2016 समीक्षा यात्रा 2 दिसंबर 2017 जल जीवन हरियाली 3 दिसंबर 2019 समाज सुधार 22 दिसंबर 2021 समाधान यात्रा चार जनवरी से2023 Click to share on Twitter (Opens in new window)Click to share on Facebook (Opens in new window)Click to print (Opens in new window)Click to email a link to a friend (Opens in new window)Click to share on Telegram (Opens in new window)Click to share on WhatsApp (Opens in new window) Related Post navigation चलती ट्रेन में अधेड़ राजमिस्त्री की कांच घोंपकर की हत्या, भतीजे की शादी में शामिल होने जा रहा था घर बिहार शिक्षा विभाग का निर्देश; कॉलेज-विवि के हर शिक्षक प्रतिदिन कम-से-कम 5 कक्षाएं लेंगे