PF अकाउंट से कब-कब और कितना पैसा निकाल सकते हैं? जानें क्या हैं इसके नियम

पैसे की जरूरत हर इंसान को पड़ती है। कई बार हमें इसके लिए लोन का भी साहारा लेना पड़ता है। अगर आप औपचारिक क्षेत्र में काम करते हैं तो आपका हर महीने पीएफ जमा होता है। पीएफ सदस्य को ईपीएफओ की ओर से कई सुविधाएं दी जाती हैं, जिसमें जरूरत के समय एडवांस भी एक है। हालांकि, इसके लिए कुछ नियम तय किए गए हैं, जिसके मुताबिक ही आप पीएफ अकाउंट से एडवांस निकाल सकते हैं। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि आप पीएफ से कब-कब और कितना पैसा निकाल सकते हैं।

पीएफ से पैसा निकालने के नियम 

पीएफ से आप घर के लिए जमीन खरीदने, घर को रिफेयर कराने, होम लोन, परिवार के सदस्य या खुद की शादी, बच्चों की पढ़ाई, नौकरी छूटने पर, स्वयं या परिवार के किसी सदस्य के इलाज के लिए पैसे निकाल सकते हैं। आइए जानते हैं इसके नियम।

  • अगर परिवार में कोई सदस्य या स्वयं हॉस्पिटल में एक महीने से ज्यादा समय से भर्ती है या कोई गंभीर बीमारी और सर्जरी होनी है। फिर आप अपने पीएफ अकाउंट से छह महीने की सैलरी के बराबर पैसा निकाल सकते हैं।
  • परिवार के किसी सदस्य या स्वयं की शादी है तो भी पीएफ से पैसा निकाला जा सकता है। हालांकि, इसके लिए शर्त ये है कि आपको नौकरी में 7 वर्ष जरूर पूरे किए होने चाहिए। पीएफ से पैसा केवल अपने योगदान का 50 प्रतिशत तक ही निकाल सकते हैं।
  • नौकरी छूटने पर भी पीएफ से पैसा निकालने की सुविधा दी जाती है। अगर किसी कारणवश 15 दिन से ज्यादा से आपकी कंपनी बंद चल रही है या दो महीने से अधिक समय से काम पर नहीं गए हैं तो आप पीएफ में जमा अपने पूरे हिस्से की निकासी कर सकते हैं।
  • घर खरदीने के लिए भी आप पीएफ से एडवांस निकाल सकते हैं। ये एडवांस अधिकतम आपकी 36 महीने की सैलरी के बराबर हो सकता है। इसके लिए शर्त ये है कि नौकरी के 5 वर्ष पूरे होने चाहिए।
  • घर बनवाने के लिए जमीन खरीदने और घर के रिफेयर के लिए भी आप पीएफ से निकासी कर सकते हैं। नौकरी शुरू होने के पांच वर्ष बाद ये सुविधा मिलती है। घर बनवाने के लिए जमीन खरीदने के लिए 24 महीने और घर के रिफेयर के लिए 12 महीने की सैलरी के बराबर पैसा निकाल सकते हैं।
  • होम लोन चुकाने के लिए आप 36 महीने की सैलरी के बराबर पैसा निकाल सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको नौकरी में 10 वर्ष पूरे होने चाहिए।
  • स्वयं की और बच्चों की शिक्षा पूरी करने के लिए पीएफ से एडवांस निकाला जा सकता है। इसके लिए आपकी 7 वर्ष की नौकरी पूरी होनी चाहिए। इसमें आप पैसा अपने अंशदान  से 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं निकाल सकते हैं।

इजरायली यात्रियों के आते ही रूसी हवाई अड्डा बना जंग का मैदान, फिलिस्तीनी झंडे के साथ का किया विरोध

हमास के हमले का जवाब देने के लिए गाजा पट्टी पर रूस के भीषण हवाई हमले जारी है। इससे गाजा में रह रहे तमाम फिलिस्तीनों की जिंदगी नर्क बन चुकी है। इजरायली हमले के खिलाफ और फिलिस्तीनियो ंके सपोर्ट में दुनिया के कई देशों में प्रदर्शन हो रहा है। रूस भी इससे अछूता नहीं है।  रूस के दागेस्तान क्षेत्र में मुख्य हवाई अड्डे पर रविवार को सैकड़ों लोगों ने इजराइल के तेल अवीव से यात्रियों के पहुंचने के विरोध में विमान उतरने के स्थान पर प्रदर्शन किया और यहूदी विरोधी नारे लगाए। रूसी समाचार एजेंसियों ने यह जानकारी दी।
रूसी मीडिया में प्रकाशित खबरों के अनुसार, भीड़ ने रूसी एयरलाइन ‘रेड विंग्स’ के विमान को घेर लिया। अधिकारियों ने मखछकला में स्थित हवाई अड्डे को बंद कर दिया और वहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। मखछकला मुख्य रूप से मुस्लिम बहुल क्षेत्र दागेस्तान की राजधानी है। दागेस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इस घटना में 20 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है। मंत्रालय ने बताया कि घायलों में पुलिस अधिकारी और आम नागरिक शामिल हैं। सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में भीड़ में शामिल कुछ लोग फलस्तीन के झंडे लहरा रहे थे और अन्य ने पुलिस की एक कार को पलटने की कोशिश की। वीडियो में यहूदी विरोधी नारों को भी सुना जा सकता था और कुछ लोग यात्रियों के पासपोर्ट की जांच कर रहे थे जो स्पष्ट तौर पर इजराइल से आए लोगों की पहचान का प्रयास था।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने रविवार रात को एक बयान में कहा कि इजराइल ‘‘उम्मीद करता है कि रूस के अधिकारी सभी इजराइली नागरिकों और यहूदियों की सुरक्षा करेंगे और चाहे वे कहीं भी रहें, रूसी अधिकारी इन दंगाइयों तथा यहूदियों एवं इजराइलियों के खिलाफ उकसावे की किसी भी घटना के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।’’ नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि रूस में इजराइल के राजदूत इजराइलियों एवं यहूदियों की सुरक्षा के लिए रूस के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
फिलिस्तीनियों के समर्थन में उतरे लोग
रूस के ‘नॉर्थ कॉकेशियन फेडरल डिस्ट्रिक्ट’ के लिए आंतरिक मामलों के मंत्रालय ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से हवाई अड्डे पर प्रदर्शन करने वालों की पहचान की जाएगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। दागेस्तान भी मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है। गाजा में फलस्तीनी नागरिकों का समर्थन करते हुए क्षेत्रीय दागेस्तानी सरकार ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और इस तरह के प्रदर्शनों में शामिल नहीं होने की अपील की। दागेस्तान के सुप्रीम मुफ्ती शेख अखमद अफंदी ने निवासियों से हवाई अड्डे पर अशांति नहीं फैलाने का आह्वान किया। दागेस्तान के गवर्नर सर्गेई मेलिकोव ने हिंसा में शामिल किसी भी व्यक्ति को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।

इन राज्य चुनाव से कुछ दिन पहले कांग्रेस को झटका, टिकट नहीं मिलने पर पूर्व मंत्री ने छोड़ी पार्टी

तेलंगाना विधानसभा चुनाव से चंद दिन पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नागम जनार्दन रेड्डी ने टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी छोड़ दी। उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को भेजा है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनके साथ अन्याय किया है। इस तथ्य के बावजूद कि उन्‍होंने नगरकुर्नूल में पार्टी को मजबूत किया था, जहां पार्टी पिछले 30 साल में कभी भी विधानसभा चुनाव नहीं जीत पाई थी।

“पार्टी कमजोरियों को उजागर कर रही”

जनार्दन रेड्डी ने पत्र में कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी अपनी कमजोरियों को उजागर कर रही है और खुद को गैर-जिम्मेदाराना तरीके से संचालित कर रही है, इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।” उनके इस्तीफे के तुरंत बाद भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नेता केटी रामाराव और टी. हरीश राव ने उनसे मुलाकात की और उन्हें बीआरएस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। बैठक के बाद जनार्दन रेड्डी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि वह नागरकर्नूल के भविष्य के लिए बीआरएस में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि वह नागरकुर्नूल में बीआरएस उम्मीदवार मैरी जनार्दन रेड्डी के साथ काम करेंगे।

के. राजेश रेड्डी को बनाया गया उम्मीदवार

टिकट कटने के बाद जनार्दन रेड्डी कांग्रेस नेतृत्व से नाराज थे। उन्होंने तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी (TPCC) के अध्यक्ष ए. रेवंत रेड्डी पर जमकर निशाना साधा था। कांग्रेस ने इस सीट से के. राजेश रेड्डी को अपना उम्मीदवार बनाया है। बीआरएस विधायक के. दामोदर रेड्डी के बेटे राजेश हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। नागम जनार्दन रेड्डी ने लंबे समय से पार्टी की सेवा कर रहे लोगों की अनदेखी करते हुए दलबदलुओं को टिकट देने के पार्टी के फैसले की आलोचना की थी।

नागरकर्नूल से छह बार विधायक रह चुके हैं

नागरकर्नूल से छह बार विधायक रहे हैं। जनार्दन रेड्डी ने आरोप लगाया था कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को गुमराह करके राज्य में कांग्रेस पार्टी को नष्ट किया जा रहा है। नागम जनार्दन रेड्डी 2018 चुनाव से पहले तेलुगु देशम पार्टी (TDP) छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। पूर्व मंत्री लगातार पांच बार नागरकुर्नूल से चुने गए। 2018 का चुनाव बीआरएस उम्मीदवार मैरी जनार्दन रेड्डी से हार गए थे।

कौन है हमास नेता खालिद मशाल? जिसकी केरल रैली में दी गई वर्चुअल स्पीच से खड़ा हो गया विवाद

केरल के मलप्पुरम में फिलिस्तीन के समर्थन में हुई रैली में हमास नेता खालिद मशाल की वर्चुअल भागीदारी ने राजनीतिक भूकंप ला दिया है। इस मुद्दे पर बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन INDIA को आड़े हाथों लिया है और केरल पुलिस पर सवाल उठाया है। दरअसल केरल में फिलिस्तीन के समर्थन में कई रैलियां हो रही हैं। इसमें खालिद मशाल ने शुक्रवार को भाग लिया था। केरल में जमात-इस्लामी की युवा शाखा सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

हमास नेता खालिद मशाल कौन है?

खालिद मशाल हमास पोलित ब्यूरो का संस्थापक सदस्य है और 2017 तक अध्यक्ष भी रहा है। कई सालों तक, खालिद मशाल हमास का एक प्रमुख लीडर था। बीबीसी के मुताबिक, खालिद मशाल का जन्म वेस्ट बैंक में हुआ था और उसका पालन-पोषण कुवैत और जॉर्डन में हुआ। वह 2004 में निर्वासन के दौरान हमास का राजनीतिक नेता बना।

खालिद मशाल कभी गाजा में नहीं रहा और वह जॉर्डन, सीरिया, कतर और मिस्र से काम करता था। इजरायल के विदेश मंत्रालय के अनुसार, खालिद मशाल अब कतर में है और उसकी कुल संपत्ति 4 बिलियन डॉलर है।

केरल रैली में दिखे विवादित पोस्टर?

सोशल मीडिया पर खालिद के वो वीडियो सामने आए हैं, जिसमें वह केरल रैली को वर्चुअली संबोधित कर रहा है। कार्यक्रम के फुटेज में बुलडोजर, हिंदुत्व और रंगभेदी यहूदीवाद को उखाड़ फेंको के पोस्टर दिखाई दे रहे हैं।

सॉलिडेरिटी यूथ मूवमेंट के राज्य अध्यक्ष सुहैब सीटी ने कहा कि उनकी भागीदारी कानून के तहत अपराध नहीं है क्योंकि हमास भारत में संचालित होने वाला संगठन नहीं है। उन्होंने कहा, ‘उन्होंने फिलिस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने और इजरायल के हमले की निंदा करने के लिए आयोजित हमारे कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसमें कुछ भी असामान्य देखने की जरूरत नहीं है।’

इस युवक ने ली केरल ब्लास्ट धमाके की जिम्मेदारी, सरेंडर भी किया; पुलिस कर रही पूछताछ

केरल के कोच्चि में हुए धमाके के मामले में एक शख्स ने जिम्मेदारी लेते हुए सरेंडर किया है। शख्स की पहचान डोमेटिक मार्टिन के रूप में हुई है। मार्टिन ने केरल के त्रिशूर जिले के कोडगरा थाने में सरेंडर किया है और ब्लास्ट की जिम्मेदारी ली है।

पुलिस ने शख्स को हिरासत में ले लिया है और उसके दावे की जांच की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, वो यहोवा समुदाय से ही है। पुलिस उससे गंभीरता से पूछताछ कर रही है।

अभी शख्स के दावों की पुष्टि नहीं हुई

इस शख्स ने पुलिस को बताया है कि वह उसी ईसाई संप्रदाय यहोवा के गवाहों से संबंधित है। पुलिस उसके दावे की पुष्टि कर रही है और अभी तक इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है कि क्या वह वास्तव में विस्फोट से जुड़ा है।

शख्स ने फेसबुक पर किया पोस्ट

इस शख्स ने पहले फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर धमाके की जिम्मेदारी ली, फिर त्रिशुर पुलिस के सामने सरेंडर किया। अपने फेसबुक पोस्ट में डोमेटिक मार्टिन ने कहा कि हेलो मेरा नाम मार्टिन है। आज जो हुआ उसके बारे में आप सभी को पता चल गया होगा। यहोवा साक्षी के कन्वेंशन में बम ब्लास्ट हुआ, वहां हालात गंभीर हुए। वहां क्या हुआ मुझे नहीं मालूम, लेकिन ये हुआ है और उसकी पूरी जिम्मेदारी में लेता हूं। मैंने ही वो बम धमाका किया है। मैंने ऐसा क्यों किया, वो मैं आपको बताना चाहता हूं।

शख्स ने कहा, ’16 सालों से मैं इस संगठन से जुड़ा हुआ हूं। मैंने शुरू से इसे हल्के में लिया लेकिन 6 साल पहले मुझे पता चला कि ये लोग गलत हैं। राज्य के विरोध में काम करते हैं। मैंने कई बार उन्हें समझाने की कोशिश भी की लेकिन इनमें से कोई भी मेरी बात सुनने को तैयार नहीं था। ये लोग राज्य के लोगों को वैश्या का समूह बताते थे, उनके साथ उठने-बैठने खाना खाने से मना करते थे। उनके साथ न रहने की बात 4 साल के बच्चों को सिखाते थे।’

शख्स ने पोस्ट में कहा, ‘4 साल के बच्चे से मां-बाप कहते हैं कि साथ पढ़ने वाले बच्चे से चॉकलेट नहीं खाना। आप जरा सोचिए जब एक क्लास में 50 में से 49 बच्चे चॉकलेट खा रहे हों तो इस एक बच्चे पर क्या असर होगा। मां-बाप 4 साल के बच्चे के मन में जहर भरना शुरू कर देते हैं, जहर भरने का सिलसिला जारी रहता है, कहते हैं वोट नहीं डालना, वो लोग खराब लोग हैं, सेना में भर्ती नहीं होना। सरकारी जॉब नहीं करना। ये सब काम निचले स्तर के लोगों का है। सरकारी स्कूल में टीचर बनने से भी मना कर देते हैं ये लोग। इस दुनिया में जो आया है, उसे जाना ही है लेकिन ये कहते हैं कि 800 करोड़ से ज्यादा इस दुनिया के लोग एक दिन नष्ट हो जाएंगे और सिर्फ यहोवा साक्षी के लोग ही बच जाएंगे। दुनियाभर के लोगों के मिटने का सपना देखने वाले इन लोगों का हम क्या करें।’

शख्स ने कहा, ‘इनके बारे में शुरू में मुझे पता नहीं चला, इनको जवाब देना मुझे आता है। ये संगठन राज्य के लिए हानिकारक है।  ये बात मुझे समझ आई,  तब मैंने ये करने का फैसला किया। राजनैतिक दलों की इसमें गलती नहीं है क्योंकि वो सब धर्म के नाम से डरते हैं लेकिन आप लोगों को जागना होगा। इस तरह की गफलत फैलाने वालों को अगर आपने नहीं रोका तो मेरे जैसे आम इंसान को जिंदगी देनी पड़ेगी। आप लोग कब जागेंगे। ये कैसे धोखा दे रहे हैं।’

शख्स ने कहा, ‘क्या मेरे बगल में जो खड़ा है, वो मेरा भाई नहीं है। मां बहन हैं ना? उन्हें वैश्या के समूह का नाम दे सकते हैं क्या? कितनी गंभीर परिस्थिति है ये? इनके द्वारा यही सिखाया जा रहा है, सब नष्ट हो जाएंगे। सारी दुनिया खत्म हो जाएगी, सिर्फ यही लोग बच जाएंगे, ये सब कैसे सहन करें, इनकी बातों को ऐसे ही कैसे छोड़ दें। अगर हमने रिएक्ट नहीं किया तो इनका अनुसरण करने वाले इनकी बातों को ही सच मानने लग जाएंगे।’

ISI के हनीट्रैप में फंसा युवक गिरफ्तार, कहा- फेसबुक पर दो लड़कियों से हुई दोस्ती, शादी का दिया था लालच

अक्सर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई द्वारा भारत के सरकारी विभाग के कर्मचारियों को व अन्य लोगों को हनीट्रैप किया जाता है। बदले में हनीट्रैप में फंस चुके शख्स से भारत की गोपनीय जानकारी मांगी जाती है। कुछ ऐसा ही मामला एक बार फिर देखने को मिला है। आईएसआई के हनीट्रैप में फंस चुके शख्स को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर क्षेत्र की सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इस बाबत एक अधिकारिक बयान भी जारी किया गया है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (इंटेलिजेंस) एस. सैंगाथिर के मुताबिक आईएसआई हनीट्रैप के माध्यम से सैनिकों, पैरा मिलेट्री, रक्षा, विद्युत, रेले के कर्मचारियों, अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास रह रहे स्थानीय निवासियों समेत कई अन्य लोगों को निशाना बनाया जाता है।

हनीट्रैप में फंसा बीकानेर का शख्स

उन्होंने कहा कि इसी निगरानी के दौरान पता चला कि भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के नजदीक आनंदगढ़ खाजूवाला में रह रहा नरेंद्र कुमार सोशल मीडिया के माध्यम से पीआईओ (पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी) की 2 महिला हैंडलर्स के संपर्क में है। इसपर सीआईडी इंटेलिजेंस जयपुर की टीम ने कार्यवाही करते हुए निगरानी शुरू की। निगरानी के दौरान पता चला कि नरेंद्र कुमार महिला एजेंट से फेसबुक व व्हाट्सऐप के माध्यम से निरंतर संपर्क में हैं और वह अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से जुड़ी सामरिक महत्व की सूचनाएं साझा कर रहा है। एजेंसियों ने जब नरेंद्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मूल रूप से बीकानेर का रहने वालै है। पूनम बाजवा नाम की एक लड़की के संपर्क में वह फेसबुक पर 2 साल पहले आया था। पूनम ने उसे अपना पता पंजाब के भटिंडा में बताया था। साथ ही पूनम ने यह भी बताया कि वह बीएसएफ में डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है।

शेयर की संवेदनशील सूचनाएं

इसके बाद पूनम ने नरेंद्र को भविष्य में शादी का प्रलोभन दिया और कुछ समय बाद उसने अपना व्हाट्सऐप नंबर साझा किया। इसके बाद दोनों एक दूसरे के संपर्क में थे। नरेंद्र कुमार लगातार अंतरराष्ट्रीय सीमा से जुड़ी संवेदनशील सूचनाएं जैसे, सड़क, पुल, बीएसएफ पोस्ट, टावर, आर्मी की गाड़ियों की तस्वीर, प्रतिबंधित स्थानों की तस्वीर शेयर करने लगा। वह इन तस्वीरों को इकट्ठा कर पाक हैंडलर को व्हाट्सऐप पर भेज रहा था। नरेंद्र पिछले कुछ समय से एक दूसरी पाक महिला हैंडलर के संपर्क में भी था। उस महिला हैंडलर ने खुद का नाम सुनीता बताया और कहा कि वह दैनिक भास्कर की एक स्थानीय पत्रकार है। वह भी नरेंद्र से बॉर्डर एरिया की सूचनाएं मांगा करती थी, जिसे नरेंद्र व्हाट्सऐप के जरिए शेयर भी करता था। बता दें कि संवेदनशील सूचनाएं शेयर करने वाले नरेंद्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है।

आंध्र प्रदेश ट्रेन हादसा: जानें इस वजह से टकराईं ट्रेनें, हादसे में 14 हुई मृतकों की संख्या, 50 लोग घायल

आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में रविवार की शाम हावड़ा-चेन्नई लाइन पर दो ट्रेनों की टक्कर में हुए हादसे में मृतकों की संख्या अबतक 14 पहुंच गई है और 50 लोग घायल बताए जा रहे हैं। घायलों में कुछ लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECR) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रविवार की शाम करीब सात बजे कंकटपल्ली में पलासा पैसेंजर ट्रेन ने रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे तीन डिब्बे पटरी से उतर गए और ये बड़ा हादसा हो गया। विजयनगरम कलेक्टर एस नागलक्ष्मी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, इस ट्रेन हादसे में अबतक 14 लोगों की मौत हो गई है और कम से कम 50 लोग घायल हुए हैं। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि घायलों को विशाखापत्तनम और विजयनगरम के अस्पतालों में ले जाया गया  है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

विजयनगरम के पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी हैे कि आंध्र प्रदेश में ट्रेन दुर्घटना में मृतकों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है, जबकि 50 लोग घायल हैं।

केंद्र सरकार-राज्य सरकार ने मुआवजे का किया एलान

ट्विटर (एक्स) पर एक पोस्ट में, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्र सरकार ने पीड़ितों के लिए अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट पर कहा, “सभी घायलों को अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है। अनुग्रह मुआवजे में  मृत्यु के मामले में 10 लाख रुपये, गंभीर चोटों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50,000 रुपये दिए जाएंगे।”

वहीं, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए मुआवजे का एलान किया। सीएम ने अधिकारियों को हादसे के मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का निर्देश दिया। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपये और अन्य राज्यों के घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की।

रेल प्रबंधक ने दी जानकारी 

मंडल रेल प्रबंधक सौरभ प्रसाद ने बताया “हम हादसे के बाद सभी कोचों की जांच कर रहे हैं। एक बार ऐसा हो जाने पर, हम मृतकों की सही संख्या का पता लगा पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने 13 घायल लोगों को सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा है। हो सकता है कि कुछ साधारण लोगों को चोटें आईं होंगी। “ उन्होंने आगे कहा कि उलझे हुए डिब्बों को अलग करने की प्रक्रिया जारी है और ऐसा होने पर तस्वीर साफ हो जाएगी कि दुर्घटना की वजह क्या थी और मृतकों की संख्या कितनी है। वहीं, विजयनगरम के सरकारी जनरल अस्पताल की अधीक्षक डॉ. अनिला सुनंदिनी ने पीटीआई-भाषा को बताया, “हमें दुर्घटनास्थल से 32 घायल यात्री मिले हैं और उनमें से कुछ की हालत गंभीर है। इसके अलावा, कुछ घायल यात्रियों को अन्य अस्पतालों में भी भर्ती कराया गया है।” .

दुर्घटना की ये रही होगी वजह

ईस्ट कोस्ट रेलने ने कहा कि ये रेल हादसा मानवीय भूल और सिग्नल की अनदेखी के कारण हुआ होगा। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) बिस्वजीत साहू ने कहा कि ट्रेन संख्या 08532 (विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर) और 08504 (विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर स्पेशल) टकरा गईं थीं। उन्होंने कहा कि रायगड़ा पैसेंजर सिग्नल से आगे निकल गई थी। इस वजह से विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन के पीछे के दो डिब्बे और विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गए। मौके पर डीआरएम वाल्टेयर और उनकी टीम के साथ बचाव कार्य जारी है। अधिकारी ने कहा, दुर्घटना के बाद राहत ट्रेनें और अन्य बचाव उपकरण लगे हुए हैं।

केरल ब्लास्ट मामले के पीछे आतंकी संगठनों का हाथ, जांच एजेंसियां कर रहीं पूछताछ

केरल के कालामसेरी में ईसाई समुदाय के कार्यक्रम में रविवार को हुए धमाकों को जांच एजेंसियां का शक गहरा गया है। जांच एजेंसियों का मानना है कि सीरियल ब्लास्ट के पीछे आतंकी संगठनों का हाथ है। जानकारी दे दें कि डोमिनिक मार्टिन के बयान के बाद एजेंसियां इस मामले की गहनता से जांच में जुट गई है। हॉल में प्रार्थना शुरू होने के 5 मिनट के अंदर ही विस्फोट हो गए थे। बता दें कि इस विस्फोट के समय हॉल में 2,000 से अधिक लोग मौजूद थे। जिसमें करीब 52 लोग घायल हैं। इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए एक शख्स ने खुद को सेरेंडर भी किया है। इस हादस में 3 लोगों की मौत हो गई है।

12 साल की बच्ची ने तोड़ा दम

एर्नाकुलम जिले के मलयट्टूर की लिबिना 12 साल की बच्ची ने कलामासेरी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आज सोमवार तड़के मौत हो गई। अस्पताल ने जारी बयान में कहा कि बच्ची को रविवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उसके शरीर का 95 फीसदी हिस्सा गंभीर रूप से जल गया था। वेंटिलेटर सपोर्ट मिलने के बावजूद उसकी हालत बिगड़ती चली गई, जिससे देर रात 12.40 बजे उसकी मौत हो गई। कन्वेंशन सेंटर में हुए विस्फोट में यह तीसरी मौत है। इससे पहले रविवार को ही इस सभा में शामिल दो महिलाओं की जान चली गई थी।

जांच एजेंसियां कर रहीं पूछताछ

सेरेंडर करने वाले का नाम डोमिनिक मार्टिन है। जांच एजेंसियां डोमिनिक मार्टिन से पूछताछ में जुट गई हैं। हालांकि एजेंसियों को अभी तक की पूछताछ में मार्टिन ये नहीं बता पाया कि उसे ब्लास्ट में इस्तेमाल IED और विस्फोटक कहां से मिला था। इस सवाल का भी स्पष्ट जवाब नहीं मिल पाया कि IED से बम बनाना कहां से सीखा है। सवाल यहां धमाकों की टाइमिंग को लेकर भी है क्योंकि शुक्रवार को ही केरल में हमास के समर्थन में एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया था, जिसमें हमास के एक नेता खालिद मशाल ने लोगों को संबोधित किया था।

केरल में मौजूद है PFI का गढ़

जांच एजेंसियों को शक कि कन्वेंशन सेन्टर में इजराइल के समर्थन में पास हुए रेजोल्यूशन के चलते आतंकी संगठन ने इन सीरियल ब्लास्ट को अंजाम दिया। हालांकि ब्लास्ट में इस्तेमाल विस्फोटक के नमूनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया। बता दें कि केरल में  PFI का पूरा गढ़ मौजूद है, जो अपने संगठन पर बैन लगने के बाद से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में था, जांच एजेंसियां इसी एंगल से PFI कनेक्शन की भी तफ्तीश में जुटी हुईं हैं।

आंध्र प्रदेश ट्रेन हादसे के बाद 33 ट्रेनें रद्द, कई के बदले गए रास्ते; जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर

आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में दो ट्रेनों की टक्कर के बाद ईस्ट कोस्ट रेलवे ने अब तक 33 ट्रेनों को रद्द करने का फैसल किया है। इसके साथ ही 6 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है। वहीं कई ट्रेनों के मार्गों में बदलाव किया गया है। रविवार रात हुए इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।

24 ट्रेनों के रूट में किया गया बदलाव 

इस हादसे के बाद ईस्ट कोस्ट रेलवे, भुवनेश्वर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बिस्वजीत साहू ने पुष्टि करते हुए कहा कि वाल्टेयर के कंटाकापल्ली और अलमनाडा स्टेशनों के बीच दो यात्री ट्रेनों के बीच टक्कर से हुई दुर्घटना के बाद कुल 33 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इसके अलावा 24 ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है और 11 को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इनमें से तीन ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और दो के समय में आज सुबह बदलाव किया गया है।

ईस्ट कोस्ट रेलवे के अधिकारियों के अनुसार, चेन्नई सेंट्रल से पुरी (22860), रायगढ़ा से गुंटूर (17244) और विशाखापत्तनम से गुंटूर (17240) रद्द कर दी गई है, जबकि चेन्नई सेंट्रल से शालीमार (12842) और एलेप्पी से धनबाद (13352) को आज पुनर्निर्धारित किया गया है। बता दें कि रविवार रात हुए इस हादसे में पैसेंजर ट्रेन के 3 डिब्बे शामिल थे।

रेलवे ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

आंध्र प्रदेश रेल हादसे से संबंधित जानकारी और सहायता के लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। बीएसएनएल नंबर 08912746330, 08912744619, एयरटेल सिम 8106053051, 8106053052, बीएसएनएल सिम नंबर 8500041670, 8500041671 पर फोन कर सकते हैं।

बीएसएनएल नंबर

  • 08912746330
  • 08912744619
  • 8500041670
  • 8500041671

एयरटेल नंबर

  • 8106053051
  • 8106053052

इसके अलावा श्रीकाकुलम स्टेशन की ओर से भी हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। नीचे दिए नंबरों पर फोन करके संपर्क कर सकते हैं।

  • 0891- 2885911
  • 0891- 2885912
  • 0891- 2885913
  • 0891- 2885914

दुर्घटना की ये रही होगी वजह

ईस्ट कोस्ट रेलने ने कहा कि ये रेल हादसा मानवीय भूल और सिग्नल की अनदेखी के कारण हुआ होगा। ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) बिस्वजीत साहू ने कहा कि ट्रेन संख्या 08532 (विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर) और 08504 (विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर स्पेशल) टकरा गईं थीं। उन्होंने कहा कि रायगड़ा पैसेंजर सिग्नल से आगे निकल गई थी। इस वजह से विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन के पीछे के दो डिब्बे और विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गए। मौके पर डीआरएम वाल्टेयर और उनकी टीम के साथ बचाव कार्य जारी है। अधिकारी ने कहा, दुर्घटना के बाद राहत ट्रेनें और अन्य बचाव उपकरण लगे हुए हैं।

खबर वही जो है सही

Exit mobile version