जातीय जनगणना के बाद से भाजपा भयाक्रांत- डॉ. मधुरेंदु पांडेय

पटना: जदयू चिकित्सा सेवा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. मधुरेंदु पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दृढ़ इक्षाशक्ति और संकल्प से दशकों के संघर्ष के बीच कम समय में जाति आधारित सर्वे के आंकड़े एकत्रित एवं उन्हें प्रकाशित कर एक बार फिर से देश में इतिहास रचने का काम किया है। उन्होंने कहा की इस सर्वेक्षण ने ना सिर्फ बरसों से लंबित जातिगत आंकड़े प्रदान किए हैं बल्कि उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति का भी ठोस संदर्भ दिया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब वंचित, पिछड़े ,अति पिछड़े और अल्पसंख्यक समाज के साथ साथ सामाजिक न्याय में आस्था रखने वाले सवर्ण जातियों के समग्र विकास सुनिश्चित करने का काम करेगें। पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने देश के समक्ष एक नजीर पेश की है और सामाजिक , आर्थिक न्याय की मंजिलों के लिए एक लंबी लकीर खींच दी है।

आगे उन्होंने कहा की बिहार में जातीय जनगणना कार्य सफल होने पर आज पूरे देश में करवाने की आवाज उठ रही है।बिहार ने एक बार फिर से देश को दिशा दिखाई है और आगे भी दिखाता रहेगा।और यह सब संभव होने के पीछे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दृढ़ संकल्प है।देश एक बार फिर से बिहार मॉडल को अनुसरण करने की कतार में खड़ा है।

पांडेय ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना के बाद से ही भाजपा में भय व्याप्त हो गई है।उसे अब पूरी तरह डर सताने लगा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उसे पूरी तरह हार का स्वाद चखना पड़ेगा तथा केंद्र की सत्ता से बेदखल होना तय है।पांडेय ने कहा की भाजपा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीति रणनीति से ज्यादा डर समा गई है।उनकी बेदाग छवि और लोकप्रियता के साथ साथ लंबे समय का संसदीय प्रणाली और राजनीतिक अनुभव से बीजेपी में भय व्याप्त है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हो सकते है ‘INDIA’ का संयोजक

इंडिया गठबंधन का अगला बैठक 31 अगस्त और 1 सितम्बर को मुंबई में होना है. जिसमे इंडिया के संयोजक का चेहरा तय किया जाना है. हालांकि इस रेस में अभी तक नीतीश कुमार को बताया जा रहा था. लेकिन हाल में नीतीश ने किसी भी पद लेने से माना कर दिया है . जिससे राजनीति तेज़ हो गई थी. हालांकि अब सूत्रों के हवाले से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ का संयोजक बनाया जा सकता है. जिसका ऐलान मुंबई में होने वाली बैठक में हो सकता है।

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ विपक्षी एकता की नींव रखी थी . नीतीश तमाम दलों को एक साथ लेकर आए, जिनकी आपस में बिल्कुल नहीं पटती थी . हालांकि ऐसा माना जा रहा था कि विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार एक प्रबल दावेदार के रूप में ऊभर रहे हैं. लेकिन पटना में बैठक के बाद से हालात बदल गए . पीएम पद के दावेदार तो दूर की बात है, अब नीतीश के लिए विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का संयोजक बनना मुश्किल दिखाई दे रहा है. सूत्रों के हवाले से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ का संयोजक बनाया जा सकता है।

बता दें कि मुंबई में होने वाली बैठक में संयोजक का नाम तय करना था जिसके दावेदार नीतीश थे . लेकिन अब सूत्रों के मुताबिक, I.N.D.I.A. गठबंधन के संयोजक पद के लिए कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे बढ़ाया गया है. वहीं कांग्रेस का कहना है कि खड़गे के पास लंबा राजनीतिक अनुभव है और वह दलित समुदाय से आते हैं . वहीं नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि वह कुछ भी नहीं चाहते हैं. जबकि लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार ऊपर से कुछ भी कहें लेकिन मन ही मन पीएम बनने की इच्छा रखते हैं. वहीं नीतीश कुमार के करीबियों का कहना है कि नीतीश कुमार पिछले दो चुनावों से कह रहे हैं कि उन्हें कुछ नहीं चाहिए , लेकिन आखिरी में मुख्यमंत्री वही बनते हैं।

टुटपुंजिया नेताओं को नहीं लेता नोटिस’ : पूर्व सांसद अरुण कुमार का नाम सुनते ही बमके ललन सिंह

पटना: चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) के नेता और पूर्व सांसद अरुण कुमार द्वारा जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर लगाए गये गंभीर आरोप पर सियासत गरमा गई है। इस मामले में अब जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह ने अरुण कुमार पर पलटवार किया है और उन्हें टुटपुंजिया नेता करार दिया है।

दरअसल, जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह वाराणसी दौरे पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। वाराणसी दौरे पर ही जब मीडिया ने उनसे पूर्व सांसद अरुण कुमार द्वारा लगाए गये गंभीर आरोप के बारे में पूछा तो उन्होंने दो टूक अंदाज में जवाब दिया और कहा कि हम किसी भी टुटपुंजिया आदमी की बातों का जवाब नहीं देते हैं। वो आदमी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है लेकिन मेरे लिए नहीं है। उनको जो मन में आए..कहें।

गौरतलब है कि हाजीपुर सर्किट हाउस में पूर्व सांसद अरुण कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार मेमोरी लॉस का शिकार हो गये हैं। उनकी मानसिक स्थिति ख़राब हो गयी है क्योंकि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खाने में मेमोरी लॉस की दवा दे रहे हैं। इसी वजह से मुख्यमंत्री जनता दरबार में गृहमंत्री को ढूंढने लगते हैं जबकि गृह विभाग उन्हीं के पास है। साथ ही अपनी ही पार्टी के नेताओं का सिर टकराने लगते हैं तो कभी किसी के गले लिपट जाते हैं।

राजनीति की नहीं…अपनी बांसुरी की धुन के दम पर मुंबई तक फेमस हैं बिहार के ‘लालू यादव’

भागलपुर: राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी लालू यादव किसी पहचान के मोहताज नहीं है. लेकिन, यह लालू यादव राजनीति नहीं किसी और कारण से फेमस है. यह भागलपुर के लालू यादव हैं. जिनका निकनेम आलोक यादव है. लेकिन, उन्होंने लालू यादव की मिमिक्री कर अपनी अलग पहचान बना ली हैं. इतना ही नहीं, लालू यादव की मिमिक्री के साथ-साथ कृष्ण कन्हैया भी बनते नजर आते हैं. इनकी बांसुरी के धुन के कायल लगभग सारे शहरवासी हैं. आलोक ने इस साल ही ग्रेजुएशन पूरी की है और कला के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना ली है।

मिमिक्री और एक्टिंग के क्षेत्र में है काफी नाम

आलोक खगड़िया के अगवानी का रहने वाला है. लेकिन, बचपन से ही भागलपुर में रह रहा है. आलोक ने बताया कि बचपन से ही मेरा कला के क्षेत्र में मन लगता था, पहले कभी लोगों की मिमिक्री कर, उनकी एक्टिंग किया करता है. लेकिन, जब लालू यादव को सुनने लगा तो उनके कई बातों से मैं प्रभावित हुआ और उनकी आवाज निकालने का प्रयास करने लगा. समय के साथ धीरे-धीरे प्रयास करता गया और अब लालू प्रसाद की आवाज निकाल लेता हूं. इतना ही नहीं लालू के आवाज के साथ-साथ यह बांसुरी भी अच्छी बजाते है।

बिहार सहित मुंबई में करते हैं कला का प्रदर्शन

आलोक ने बताया कि मैने कहीं बांसुरी बजाने का ज्ञान नहीं लिया है. ऐसे ही फूंकते-फूंकते मैं बजाना सिख गया हूँ. आगे उन्होंने बताया कि अभी रंग मंच के माध्यम से अपनी कला को प्रदर्शित करता हूँ. आगे सोच यही है कि लोग अपने हुनर की उड़ान भरने मुंबई या अन्य राज्य जाते हैं. लेकिन, मैं मुंबई को ही यहां लाना चाहता हूँ, ताकि हर युवा कलाकार को एक मंच मिल सके।

युवती हत्याकांड में देर रात घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी

युवती हत्याकांड में देर रात घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी

 

भागलपुर जिले के नाथनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रेलवे स्टेशन रोड स्थित सुखराज राय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कैंपस में बीते रविवार मिले युवती के शव मामले में भालपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार, एसपी सिटी अमित रंजन, डीएसपी सिटी अजय कुमार चौधरी देर रात घटनास्थल पर पहुंचे।उन्होंने घटनास्थल के आसपास देखा।

 

भागलपुर जिले के नाथनगर रेलवे स्टेशन रोड स्थित सुखराज राय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कैंपस में एक युवती का सब मिला था सब मिलने की सूचना इलाके में काफी तेजी से फैल गई थी सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई थी वहीं घटना की सूचना पर नाथनगर थानेदार मोहम्मद मेहताब खान दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की पड़ताल में जुट गए थे। वही डॉग स्क्वायड की टीम और फोरेंसिक की टीम ने मौके पर पहुंचकर सैंपल कलेक्ट किया था, मामले पर भागलपुर के एसएसपी आनंद कुमार ने कहा कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। इस कांड के उद्वेदन के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।युवती की पहचान कर ली गई है।

 

बाइट –आनंद कुमार एसएसपी भागलपुर

2028 लॉस एंजिल्स ओलंपिक में क्रिकेट भी शामिल, आधिकारिक तौर पर हुई पुष्टि

लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 के कार्यक्रम में क्रिकेट को आधिकारिक तौर पर शामिल कर लिया गया है। यह टी20 फार्मेट में खेला जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) ने सोमवार को एलए गेम्स के लिए पुरुषों और महिलाओं की प्रतियोगिताओं के साथ-साथ चार अन्य खेलों को शामिल करने के लिए मतदान किया। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के कार्यकारी बोर्ड ने पिछले सप्ताह खेल को कार्यक्रम में शामिल करने के लॉस एंजिल्स खेल आयोजकों के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी। क्रिकेट के अलावा चार अन्य खेलों में बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, फ़्लैग फुटबॉल, लैक्रोस और स्क्वैश – मिश्रित शामिल हैं।

आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख ने पिछले हफ्ते कहा था कि क्रिकेट और चार अन्य खेलों को शामिल करना – केवल लॉस एंजिल्स गेम्स 2028 के लिए अमेरिकी खेल संस्कृति के अनुरूप था और नए एथलीटों और प्रशंसक समुदायों के साथ जुड़ने के लिए अमेरिका के साथ-साथ विश्व स्तर पर भी ओलंपिक आंदोलन को भी सम्मानित करेगा। बाख ने 13 अक्टूबर को दो दिवसीय कार्यकारी बोर्ड की बैठक के समापन के बाद मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा था, ‘हम क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता देख रहे हैं, खासकर टी20 प्रारूप की।

लॉस एंजिल्स गेम्स आयोजन समिति ने पुरुष और महिला टी20 क्रिकेट दोनों में 6 टीमों के आयोजन का प्रस्ताव रखा था, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका मेजबान देश के रूप में मैदान में उतरेगा। लेकिन टीमों की संख्या और योग्यता प्रणाली पर अंतिम निर्णय बाद में लिया जाएगा। आईओसी अध्यक्ष बाख ने कहा था, ‘हम आईसीसी के साथ उसी तरह काम करेंगे जैसे हम सभी खेलों में करते हैं। हम यहां विभिन्न राष्ट्रीय फ्रेंचाइजी के साथ काम नहीं कर रहे हैं, हम संबंधित अंतरराष्ट्रीय महासंघों के साथ काम कर रहे हैं और उनके विचारों को प्राप्त करने के लिए उत्सुक हैं कि क्रिकेट को दुनिया भर में और भी अधिक लोकप्रिय बनाने के लिए ओलंपिक कार्यक्रम में इस समावेशन का उपयोग कैसे किया जाए।’

AUS Vs SL: कप्तान के चोटिल होने के बाद टीम में खूंखार बल्लेबाज शामिल, श्रीलंका ने टॉस जीतकर चुनी बल्लेबाजी, देखें Playing 11

आईसीसी विश्व कप का 14वां मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच शुरु होने वाला है। यह मुकाबला दोनों ही टीम के लिए काफी अहम होने वाला है। विश्व कप 2023 में अपनी पहली जीत की तलाश करती दोनों टीम के बीच यह मुकाबला काफी रोमांचक होने की उम्मीद है। श्रीलंका ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। दूसरी ओर श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका के चोटिल होने के बाद यह पहला मुकाबला होने वाला है। यहां देखें दोनों टीमों के प्लेइंग इलेवन।

प्वाइंट्स टेबल में 10वें स्थान पर है ऑस्ट्रेलिया 

ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका इस मुकाबले को किसी भी कीमत पर अपनी झोली में डालने की सोच से उतरेंगे। आज जो टीम मुकाबला जीती, उसके लिए विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचने की उम्मीद बरकरार रहेगी, लेकिन जिस टीम को आज शिकस्त मिलेगी, उसके लिए आगे की राह मुश्किल होने वाली है। ताज्जुब की बात है कि अफगानिस्तान भी विश्व कप के प्वाइंट्स टेबल में एक मैच जीतकर पांचवें स्थान पर पहुंच चुका है। वहीं, विश्व कप की सबसे सफल टीम ऑस्ट्रेलिया सबसे निचले यानी 10वें पायदान पर है, जबकि श्रीलंका भी आठवें पायदान पर है। दोनों ही टीमों के लिए यह अपने आप में काफी शर्मनाक रिकॉर्ड है।

ऑस्ट्रेलिया के Playing 11

मिचेल मार्श, डेविड वार्नर, स्टीवन स्मिथ, मार्नस लाबुशेन, जोश इंगलिस (डब्ल्यू), ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस (सी), एडम ज़म्पा, जोश हेज़लवुड

श्रीलंका के Playing 11

पथुम निसांका, कुसल परेरा, कुसल मेंडिस (विकेटकीपर/कप्तान), सदीरा समरविक्रमा, चैरिथ असलांका, धनंजय डी सिल्वा, चमिका करुणारत्ने, डुनिथ वेलालेज, महीश थीक्षाना, लाहिरू कुमारा, दिलशान मदुशंका

कलम की जगह युद्ध की कमान, इजराइल को बड़ी चोट देने के लिए बच्चों के जरिए हमास तैयार कर रहा खतरनाक प्लान

इजराइल के हमले के बाद परेशान हमास ने खतरनाक प्लान बनाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास अब इजराइली सैनिकों से जंग के लिए बच्चों को आत्मघाती बना रहा है। उन्हें हथियार चलाने की ट्रेनिंग देकर जंग के मैदान में उतारने की तैयारी कर रहा है। बताया जा रहा है कि हमास के कमांडर फिलिस्तीनी बच्चों के लिए ट्रेनिंग कैंप लगा रहा है, जहां उन्हें गोला-बारूद चलाने और बंदूक चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है।

सोशल मीडिया पर कुछ बच्चों की तस्वीरें वायरल हैं, जिनके हाथों में असॉल्ट राइफल्स दिख रही हैं। बच्चे सैनिकों जैसे दिखने वाले वर्दी में दिख रहे हैं। बताया जाता है कि आतंक के आका 14 साल से कम उम्र के बच्चों का ब्रेनवॉश कर उन्हें युद्ध के लिए प्रशिक्षित कर रहे हैं। कुछ फोटोज में तो कुछ बच्चे 14 साल से भी कम उम्र के दिख रहे हैं। कुछ फोटोज और वीडियोज इजरायली टेलीग्राम चैनल “साउथ फर्स्ट रिस्पॉन्डर्स (एसएफआर)’ की ओर से टेलिकास्ट किए गए थे।

SFR के मुताबिक, सामने आए फोटोज और वीडियो से पता चलता है कि आतंकवादी संगठन हमास अलग-अलग स्थानों पर बच्चों को ट्रेंड कर हमले की तैयारी कर रहा है। प्रशिक्षण शिविरों में फ़िलिस्तीनी बच्चों को निंदनीय शिक्षा देने के भी हमें सबूत मिले हैं। एक फोटो में हमास के आठ आतंकवादियों को हमला करने से एक रात पहले गाजा के एक घर में साजिश रचते और चाय पीते हुए दिखाया गया है।

इजराइली हमलों में अब तक 2600 से ज्यादा लोगों की मौत

गाजा के अधिकारियों के मुताबिक, 7 अक्टूबर के बाद से इजराइली हमलों में अब तक 2600 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 10 हजार से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं। अधिकारियों ने ये भी दावा किया कि हमले में क्षतिग्रस्त मलबों में भी कुछ फिलिस्तीनियों के दबे होने की आशंका है। उन्होंने ये भी बताया कि हमास के हमलों में इजराइल के 1300 से अधिक लोग मारे गए हैं।

पाकिस्तान के अंतरिम PM ने युद्धविराम का आह्वान किया

उधर, पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर ने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है। काकर ने हमलों को लेकर इजराइल के पीएम नेतन्याहू की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि अंधाधुंध और असंगत तरीके से फिलिस्तिनियों को निशाना बनाना सभी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी विदेश मंत्री जलील अब्बास जिलानी 18 अक्टूबर को इस्लामिक सहयोग संगठन की एक आपातकालीन बैठक में भाग लेंगे और गाजा के लोगों की पीड़ा को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान करेंगे।

अमेरिका बोला- हम इजराइल के साथ खड़े, लेकिन गाजा के लोगों की सुरक्षा की भी चिंता

वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एक बयान में कहा कि हम इजराइल के समर्थन में है। उन्होंने ये भी कहा कि हमें गाजा के लोगों की सुरक्षा की भी चिंता है। ब्लिंकन ने कहा कि फिलिस्तीनियों को नुकसान से हमास को कोई लेना देना नहीं है। बता दें कि AFP की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइली हमलों के डर से गाजा से अब तक 10 लाख से अधिक लोग अपने घरों से भाग गए हैं।

दिल का मामला है… पुलिस ने बनाया 14KM का ग्रीन कॉरिडोर, 13 मिनट में पहुंचवाया ‘हार्ट’, बचाई बच्ची की जान

कर्नाटक के बेंगलुरु से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसने वहां की पुलिस और डॉक्टरों का नाम रोशन कर दिया है। यहां 7 साल की लड़की में 14 साल के लड़के का दिल (हृदय) ट्रांसप्लांट किया गया है। दिल (हृदय) को ले जाने के लिए बेंगलुरु पुलिस ने रविवार को 14 किमी का एक ग्रीन कॉरिडोर बनाया, जिसे करीब 13 मिनट में तय किया गया।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सात साल की लड़की डाइलेटेड कार्डियोमायोपैथी नामक बीमारी से पीड़ित है। बताया गया है कि इस बीमारी दिल के फेल होने की आशंका काफी बढ़ जाती है। इसी कारण अच्छे से अच्छा इलाज मिलने के बाद भी लड़की हालत बिगड़ती जा रही थी। उसका इजेक्शन रेट घटकर 15% हो गया था, जबकि सामान्य इजेक्शन रेट 50 से 70% होना चाहिए।

2019 में हो चुकी है लड़की की बहन की मौत

परिवार की ओर से मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2019 में लड़की की बड़ी बहन की भी इसी बीमारी से मौत हुई थी। इसके कुछ महीने बाद उसमें भी इसी बीमारी का पता चला। इसके बाद लड़की का इलाज शुरू किया गया। सभी मूल्यांकन करने के बाद नवंबर 2022 में लड़की का नाम हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए लिस्टेड किया गया।

रिपोर्ट में बताया गया है कि बीमारी के कारण लड़की का वजन सिर्फ 17 किलोग्राम रह गया था। उसका ब्लड ग्रुप O नेगेटिव था। लड़की की उम्र कम होने और दुर्लभ ब्लड ग्रुप होने के कारण हार्ट डोनर को कोजना भी मुश्किल था। हालांकि नसीब से 14 साल का एक डोनर मिल गया। इसके बाद जीवित हृदय को लाकर बेंगलुरु के राजराजेश्वरी नगर स्थित स्पर्श अस्पताल में उसका ट्रांसप्लांट किया गया।

13.7 मिनट में तय किया 14 किमी का सफर

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस दिल को ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया था। योजना के तहत 14 किलोमीटर की दूरी 13.17 मिनट में तय की गई थी। दावा किया गया है कि ये सबसे तेज ड्राइव थी। ग्रीन कॉरिडोर के लिए अधिकारियों समेत लड़की के परिवार वालों ने बेंगलुरु पुलिस को धन्यवाद दिया है।

हार्ट ट्रांसप्लांट करने वाली मेडिकल टीम में डॉ. अशोक (कंसल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट और हार्ट ट्रांसप्लांट फिजिशियन), डॉ. अश्विनी कुमार पसारड (सीनियर कंसल्टेंट कार्डियो वैस्कुलर और थोरेसिक सर्जन और हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जन), डॉ. मधुसूदन (कंसल्टेंट कार्डियो वैस्कुलर और थोरैसिक सर्जन), स्पर्श अस्पताल से डॉ. मैथ्यू (सलाहकार कार्डियो वैस्कुलर और थोरेसिक सर्जन) और डॉ. सेंथिल (सीनियर कंसल्टेंट कार्डियो वैस्कुलर और थोरेसिक सर्जन) और डॉ. जगदीश (सलाहकार कार्डियक एनेस्थीसिया एमजीएम अस्पताल, चेन्नई) शामिल रहे।

 

खबर वही जो है सही

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