साउथ फिल्म अभिनेत्री संचिता बसु ने चन्द्रयान 3 की सफलता पर इसरो के वैज्ञानिकों को सराहा

चंद्रयान चांद पर पहुँच चुका है इसको लेकर देशभर में उत्साह मनाया जा रहा है। देश के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे है साथ ही वैज्ञानिकों का हौसला भी अफजाई कर रहे हैं।

देशभर के नेता अभिनेता तमाम लोग इसरो के वैज्ञानिकों की सराहना कर रहे हैं। बिहार की बेटी साउथ फ़िल्म की अभिनेत्री सोशल मीडिया सेनशेषन संचिता बसु ने देशवासियों व वैज्ञानिकों को बधाई दी है और वैज्ञानिकों की सराहना भी की है।

वीडियो सन्देश जारी करते हुए संचिता बसु ने कहा है कि जब चन्द्रयान दो असफल रहा तो कुछ लोगों ने मज़ाक भी बनाया। उस वक़्त वैज्ञानिक रोये लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कोशिश करने वालों की हार नहीं होती है। आज का पल गौरवपूर्ण है सभी को बहुत बहुत बधाई।

दुनिया में हो रही भारत की जय-जयकार, शेख हसीना समेत वैश्विक नेताओं ने PM नरेंद्र मोदी को चंद्रयान-3 की दी बधाई

दक्षिण अफ्रीका की राजधानी जोहान्सबर्ग में बुधवार को ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान भोज में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चंद्रयान-3 की सफलता पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित कई विश्व नेताओं ने बधाई दी।

‘प्रवासी भारतीयों का उत्साह खुशी देने वाला है’

इससे पहले, बुधवार को पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन का जिक्र करते हुए कहा था कि अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों के लिए दक्षिण अफ्रीका में हमारे प्रवासी भारतीयों का उत्साह वास्तव में खुशी देने वाला है।

प्रधानमंत्री ने बुधवार को जोहान्सबर्ग के एक होटल में एकत्र हुए प्रवासी भारतीयों का अभिवादन करते हुए अपनी तस्वीरें भी साझा कीं।

चंद्रयान-3 ने चांद पर की सॉफ्ट लैंडिंग

गौरतलब है कि चंद्रयान-3 ने बुधवार को चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की। इसरो ने ट्वीट किया, “चंद्रयान-3 मिशन: ‘भारत, मैं अपनी मंजिल तक पहुंच गया और आप भी!’ चंद्रयान-3चंद्रमा पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग कर चुका है! बधाई हो, भारत!”

चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला पहला देश बना भारत

बता दें, जैसे ही विक्रम लैंडर ने चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग की, भारत चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया है। भारत से पहले अमेरिका, चीन और रूस ने यह कारनामा किया था। हालांकि, चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया है।

भागलपुर: साउथ फ़िल्म अभिनेत्री एवं सोशल मीडिया स्टार संचिता बशू ने चन्द्रयान-3 की सफलता पर इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दिया

भागलपुर: चंद्रयान चांद पर पहुँच चुका है इसको लेकर देशभर में उत्साह मनाया जा रहा है। देश के लोग खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे है साथ ही वैज्ञानिकों का हौसला भी अफजाई कर रहे हैं। देशभर के नेता अभिनेता तमाम लोग इसरो के वैज्ञानिकों की सराहना कर रहे हैं।

बिहार की बेटी साउथ फ़िल्म की अभिनेत्री सोशल मीडिया सेनशेषन संचिता बशु ने देशवासियों व वैज्ञानिकों को बधाई दी है और वैज्ञानिकों की सराहना भी की है। वीडियो सन्देश जारी करते हुए संचिता ने कहा है कि जब चन्द्रयान दो असफल रहा तो कुछ लोगों ने मज़ाक भी बनाया। उस वक़्त वैज्ञानिक रोये लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और कोशिश करने वालों की हार नहीं होती है। आज का पल गौरवपूर्ण है सभी को बहुत बहुत बधाई।

500 करोड़ के सफर पर निकल पड़ी ‘गदर 2’, सनी देओल की फिल्म ने कर डाली इतनी कमाई

 सनी देओल और अमीषा पटेल की फिल्म गदर 2 का बोलबाला लोगों में कम होने का नाम नहीं ले रहा। फिल्म ने 400 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है और अब 500 करोड़ के सफर पर निकल पड़ी है।

‘गदर 2’ को बीते 13 दिन

दूसरे हफ्ते के शुरुआती वीक डेज में फिल्म के कलेक्शन में गिरावट जरूर देखी गई, लेकिन ठीक-ठाक कमाई कर ‘गदर 2’ 400 करोड़ के पार निकल चुकी है। जानिए 13वें दिन ‘गदर 2’ ने बॉक्स ऑफिस पर कितना कमाया।

फिल्म ने कर ली इतनी कमाई

तारा सिंह, सकीना और उनके बेटे तीजे की कहानी को दूसरे हफ्ते भी लोगों का प्यार मिल रहा है। अपने बेटे को पाकिस्तान से इंडिया वापस लाने गए तारा सिंह ने ऐसा बवाल काटा कि बॉक्स ऑफिस पर जमकर नोट छापे। फिल्म 13वें दिन करीब 10 करोड़ कमाने में कामयाब रही। इससे फिल्म का कुल कलेक्शन 410.70 करोड़ हो गया है।

वहीं, वर्ल्डवाइड कमाई के मामले में यह फिल्म रजनीकांत की ‘जेलर’ से महज एक करोड़ की दूरी पर है। दुनिया भर में फिल्म ने 522.8 करोड़ कमा लिए हैं। वहीं, इंडिया ग्रास की बात करें, तो 472.8 करोड़ फिल्म ने कमाई की है।

सबसे ज्यादा कमाई करने वाली चौथी फिल्म

अगर बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर नजर डालें, तो हाईएस्ट ग्रॉसिंग हिंदी फिल्मों की रैंकिंग में नंबर चार पर आ गई है। गदर 2 ने पहले ही ‘दंगल’ और ‘वॉर’ का रिकॉर्ड तोड़ दिया है, जिसके बाद अब फिल्म ‘पठान’ और ‘बाहुबली’ का रिकॉर्ड तोड़ने की ओर बढ़ रही है।

‘गदर 2’ का अब तक का कलेक्शन

  • 11 अगस्त- 40.1 करोड़
  • 12 अगस्त- 43.08 करोड़
  • 13 अगस्त- 51.7 करोड़
  • 14 अगस्त- 38.7 करोड़
  • 15 अगस्त- 55. 4 करोड़
  • 16 अगस्त- 32.27 करोड़
  • 17 अगस्त- 23.28 करोड़

पहले हफ्ते का कलेक्शन- 284.63 करोड़

  • 18 अगस्त- 20.5 करोड़
  • 19 अगस्त- 31.07 करोड़
  • 20 अगस्त- 38.9 करोड़
  • 21 अगस्त- 13.5 करोड़
  • 22 अगस्त – 12.10 करोड़

बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर की खूबियां जानने आई एमपी की टीम, अभियंताओं ने उपभोक्ताओं से फीडबैक लिया

बिहार में लग रहे स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर की खूबियां जानने मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी के अभियंता दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। वे बिजली कंपनी के अधिकारियों के साथ ही आम उपभोक्ताओं से भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर की खूबियों को जान-समझ रहे हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक शैलेन्द्र सक्सेना ने साउथ बिहार पावर डिस्ट्रब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक महेन्द्र कुमार से स्मार्ट प्रीपेड मीटर के सक्सेस मॉडल के बारे जानकारी देने के लिए अनुरोध किया था।

इसी के आलोक में मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी के 9 अभियंताओं की टीम दौरा कर रही है। बुधवार को अभियंताओं की टीम ने स्काडा में स्मार्ट मीटरिंग सिस्टम के बारे में भी जानकारी ली। उप महाप्रबंधक लोकेश मालवीय के नेतृत्व में आई इस टीम में अमित गुप्ता, अरविन्द सक्सेना, अमित हलधर, इनायत अली खान, श्याम कुमार, रवि पाठक और नवीन गुप्ता शामिल हैं।

टीम ने स्काडा में राज्य में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने वाली कंपनियों के अधिकारियों से भी मुलाकात की। उपभोक्ताओं से भी फीडबैक लिया। ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी के अधिकारियों का स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अध्ययन के लिए बिहार आना हमारे लिए गर्व की बात है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विजन और वितरण कंपनयों के दृढ निश्चय के कारण हम स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य पूरा करने में सफल होंगे। 2025 तक पूरे बिहार में स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा जाएगा।

बीएसपीएचसीएल के सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि बेहतर प्रबंधन, अभियंताओं की प्रतिबद्धता एवं उपभोक्ताओं के सहयोग से बिहार पूरे देश में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की दिशा में रोल मॉडल बना हुआ है। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रिब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक महेन्द्र कुमार ने कहा कि बिहार देश में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अधिष्ठापन में अब भी अव्वल है जिसके कारण बिहार की ओर कई राज्यों का ध्यान आकृष्ट हुआ है।

भागलपुर व बिहारशरीफ में अगले माह से कटेगा ई-चालान, यातायात नियमों का उलंघन करने पर होगी कार्रवाई

नालंद के बिहारशरीफ एवं भागलपुर में स्वचालित ई-चालान की प्रक्रिया एक माह में शुरू होगी। इससे जुड़ी प्रक्रिया को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। पटना व मुजफ्फरपुर में इससे संबंधित कार्रवाई अप्रैल, 2023 से की जा रही है। इसके साथ ही, राज्य में स्मार्ट सिटी के तहत चार प्रमुख शहरों में पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर एवं बिहारशरीफ में यातायात नियंत्रण, रेगुलेशन एवं नियमों के उल्लंघन के विरुद्ध कार्रवाई में तेजी आएगी। इसमें मुख्य रूप से तेज गति, बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, तीन लोगों की सवारी एवं गलत साइड में ड्राइविंग पर कार्रवाई शामिल है।

एडीजी, यातायात सुधांशु कुमार ने बुधवार को पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि पटना में स्वचालित ई-चालान के कारण लोग यातायात नियमों के प्रति जागरूक हुए हैं। यहां ई-चालान की संख्या में कमी आयी है। अप्रैल में पटना में 54 हजार मोटरसाइकिल को चालान जारी किया गया था जबकि अगस्त में अबतक 15 हजार मोटरसाइकिल के ही चालान जारी किए गए है। यातायात नियमों के पालन के लिए उन्होंने स्थानीय नागरिकों को धन्यवाद दिया। बताया कि 27 अप्रैल से 20 अगस्त तक पटना में 74,797 वाहनों का चालान कटा।

बिहार के सरकारी विद्यालय में मध्याह्न भोजन संचालन के लिए तैनात होंगे साधन सेवी

बिहार के सरकारी विद्यालय में मिड-डे मील (मध्याह्न भोजन) योजना के प्रभावी संचालन में सहयोग करने और उनकी निगरानी करने के लिए जल्द ही प्रखंडों में साधन सेवी तैनात होंगे। इस संबंध में मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय ने तैयारी शुरू कर दी है, जो अंतिम चरण में है। हर प्रखंड में एक (बीआरपी) प्रखंड साधन सेवी की तैनाती की जानी है।

मालूम हो कि पूर्व से प्रखंडों में साधन सेवी तैनात हैं। इनके अतिरिक्त एक और की तैनाती की जा रही है। इसको लेकर साक्षात्कार आदि की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। मेधा सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आरक्षण के नियमों के अनुरूप इनकी सूची बनाई जा रही है। निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार एक सितंबर के पहले इन सभी को प्रखंडों में तैनात करने का लक्ष्य है। प्रखंड साधन सेवी योजना से संबंधित डाटा भी रखेंगे।

आवश्यकतानुसार विद्यालयों में मिड-डे मील योजना के निरीक्षण के लिए भी जाएंगे। निदेशालय से मिली जानकारी के अनुसार इन्हें क्षेत्र भ्रमण के लिए अगल से प्रतिदिन सौ रुपये दिये जाएंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर यह नियुक्ति की जा रही है। उनका साफ निर्देश है कि बच्चों को प्रतिदिन नियत समय पर मध्याह्न भोजन मिलना चाहिए। निदेशालय इसे सुनिश्चत कराए। साधन सेवी की नियुक्ति संविदा के आधार पर आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जा रही है। इन्हें 16 हजार प्रतिमाह मानदेय मिलेगा।

हॉलीवुड फिल्म से भी कम खर्च में इसरो द्वारा मिशन चंद्रयान-3 पूरा, कुल 615 करोड़ रुपये हुए खर्च

भारत ने मिशन चंद्रयान-3 पर कुल 615 करोड़ रुपये करीब (75 मिलियन डॉलर) खर्च किए हैं। यह खर्च हॉलीवुड- बॉलीवुड की कई महंगी फिल्मों के मुकाबले काफी कम है।

चंद्रयान-2 पर कुल 978 करोड़ का खर्च हुआ था। मिशन पर खर्च की तुलना करें तो दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे पर नौ हजार करोड़ खर्च होगा। इसकी तुलना में चंद्रयान मिशन पर कम रकम खर्च हुई है। चंद्रयान-3 पर इसरो ने 615 करोड़ खर्च किए हैं। इसमें से 250 करोड़ लैंडर, रोवर और प्रोपल्सन मॉड्यूल पर 250 करोड़ खर्च हुए हैं। लॉन्च सर्विस पर 365 करोड़ रकम खर्च हुई है। स्वदेशीकरण और भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित तकनीक से मिशन के दौरान बड़ी रकम बची है।

रुस ने 200 करोड़ डॉलर खर्च किए

 रूस ने लुना-25 मिशन पर 200 मिलियन डॉलर (करीब 1659) करोड़ की रकम खर्च की थी। हालांकि लैंडिंग के दौरान यान क्रैश हो गया। टॉम क्रूज की फिल्म मिशन इम्पॉसिबल- रेड रिकॉर्डिंग पार्ट वन का बजट 2386 करोड़ रुपये था जो चंद्रयान-3 से तीन गुना ज्यादा था। इसी तरह आदिपुरुष फिल्म पर 700 करोड़ रुपये की रकम खर्च हुई थी।

अमेरिका ने 1960 में अपने पहले लूनर मिशन पर 25.8 अरब डॉलर(दो लाख करोड़) रकम खर्च कर दी थी।

चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर बोले पीएम नरेंद्र मोदी, चंद्रयान अभियान सफल, अब सूर्य और शुक्र की बारी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर कहा कि भारत अब चंद्रमा पर है और यह सफलता पूरी मानवता की है। उन्होंने कहा, इसरो आदित्य एल-1 मिशन लॉन्च करने जा रहा है। इसके बाद शुक्र भी इसरो के लक्ष्यों में से एक है। गगनयान के जरिए देश अपने पहले मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए भी जुटा हुआ है।

जोहानिसबर्ग से इसरो वैज्ञानिकों को वर्चुअली संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, भारत ने पृथ्वी पर एक संकल्प लिया और चंद्रमा पर इसे पूरा किया। यह हमेशा के लिए याद रखने योग्य क्षण है। क्योंकि भारत चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव पर पहुंच गया है, जहां कोई देश नहीं गया था। उन्होंने कहा, भारत अब चंद्रमा पर है और चंद्र पथ पर चलने का समय है। उन्होंने कहा, भारत का सफल चंद्रमा मिशन अकेले भारत का नहीं है बल्कि एक पृथ्वी, एक परिवार एक भविष्य का हमारा दृष्टिकोण दुनिया में गूंज रहा है। चंद्रमा मिशन उसी मानव केंद्रित दृष्टिकोण पर आधारित है।

तिरंगा लहराया 

मोदी ने चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरते ही तिरंगा लहराया। इस दौरान उन्होंने कहा, ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए दक्षिण अफ्रीका में था, लेकिन मेरा दिल और आत्मा यहीं (भारत में) था।

प्रधानमंत्री बोले, चंदा मामा दूर के नहीं, एक टूर के

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत में तो सभी लोग धरती को मां कहते हैं और चांद को मामा बुलाते हैं लेकिन आज के बाद से चांद से जुड़े मिथक और कथानक भी बदल जाएंगे। उन्होंने कहा, नई पीढ़ी के लिए कहावतें भी बदल जाएंगी। कभी कहा जाता था- चंदा मामा बहुत दूर के हैं, अब एक दिन वो भी आएगा…जब बच्चे कहा करेंगे, चंदा मामा बस एक टूर के हैं।

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