भारत के इस शहर में भिखारियों की कमाई हर महीने 2 लाख रूपये; दारू-बिरयानी लेकर लौटते हैं घर

भारत में एक ऐसा भी शहर है जहां भिखारियों का रैकेट चल रहा है. इस रैकेट में शामिल भिखारियों की कमाई जानकर आप हैरान रह जायेंगे. वे हर महीने डेढ़ से दो लाख रूपये काम कर रहे हैं. ऑटो से भीख मांगने आते हैं और रात में दारू-बिरयानी के साथ घर लौटते हैं।भिखारियों का ये रैकेट हैदराबाद में चल रहा है। हैदराबाद पुलिस ने भीख मांगने वाले रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने रैकेट के पर्दाफाश के साथ 23 भिखारियों को इससे बाहरनिकालने का दावा किया है.

पुलिस की पूछताछ में पता चला कि ट्रैफिक सिग्नल पर पर भीख मांगने वाले कुछ परिवारों की कमाई हर महीने 2 लाख रुपये है. पुलिस ने भीख मांगने वाले कुछ परिवारों से पूछताछ की. इन परिवारों की पहचान भिखारियों का रैकेट चलाने वाले की गिरफ्तारी के बाद हुई. पुलिस कह रही है कि भिखारियों का रैकेट हैदराबाद के साथ साथ उपनगर साइबराबाद और राचकोंडा में काम कर रहा था और ट्रैफिक जंक्शनों पर कब्जा कर भीख मांगते हैं।

हैदराबाद पुलिस के अधिकारी ने बताया कि पति, पत्नी, 4-5 बच्चों और बुजुर्गों का पूरा परिवार एक ट्रैफिक सिग्नल या जंक्शन पर कब्जा कर लेता है. वहां किसी दूसरे को भीख मांगने नहीं दिया जाता. एक परिवार हर रोज 4,000 रुपये से 7,000 रुपये तक कमा लेता है. पुलिस के मुताबिक भिखारियों के क्षेत्र बंटे हुए हैं. अगर आपस में कोई विवाद होता है तो बुजुर्ग उस मामले को निपटाते हैं. भिखारियों के ग्रुप के बीच ट्रैफिक सिग्नल प्वाइंट के साथ साथ टाइमिंग का बंटवारा होता है.

सूद पर लगाते हैं पैसा

पुलिस के मुताबिक भीख मांगने वाला परिवार सुबह में 9-10 बजे ऑटो रिक्शा से अपने अड्डे पर पहुंचता है. पूरे दिन ट्रैफिक सिग्नल प्वाइंट पर जमे रहते हैं. पूरे दिन भीख मांगने के बाद शाम को ऑटो रिक्शा से ही अपने घर लौटते हैं. पुलिस ने अपने छानबीन में पाया कि भीख मांगने वाले कुछ परिवार को सूद पर पैसा देने का कारोबार भी कर रहे हैं. दिन भर भीख मांगने के बाद जब  वे बिरयानी पैक कराते हैं और पीने के लिए शराब लेकर घर जाते हैं.

माफियाओं ने बनाया गिरोह

भीख मांगने वालों की कमाई देखकर भिखमंगों का गिरोह भी तैयार हो गया. पुलिस के मुताबिक इस धंधे में कमाई को देखकर कुछ लोगों ने संगठित माफिया के तौर पर काम करना शुरू कर दिया. वे शारीरिक रूप से दिव्यांगों, बच्चों, बुजुर्ग पुरुषों और महिलाओं को बुलाकर भीख मांगने का काम करा रहे हैं. माफिया भीख मांगने वालों से शाम में पूरा पैसा ले लेता है. उन्हें मेहनताना के तौर पर रोज 200 रूपये दिये जाते हैं.

पुलिस ने भिखारियों के सरगना को पकड़ा

हैदराबाद पुलिस ने भिखारियों के गिरोह के सरगना को पकड़ लिया है. पुलिस ने मुताबिक वह कर्नाटक के गुलबर्गा के फतेहनगर का रहने वाला अनिल पवार है. पुलिस ने कहा है कि इस गिरोह में कई दूसरे लोग भी शामिल हैं. उनमें कर्नाटक के गुलबर्गा के रहने वाले रामू, रघु, धर्मेंद्र समेत कई अन्य अभी फरार हैं. पुलिस ने छानबनी में पाया कि अनिल पवार और उसका गिरोह ने शहर के ट्रैफिक चौराहों पर नेटवर्क फैला रखा था. ये गिरोह भीख इकट्ठा करने के लिए गरीब महिलाओं, नाबालिग बच्चों, विधवाओं और शारीरिक रूप से विकलांगों का शोषण कर रहे थे.

मिजोरम में दर्दनाक हादसा, अंडर कंस्ट्रक्शन रेल ब्रिज के गिरने से 17 की मौत, रेस्क्यू जारी

मिजोरम से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है जहां आइजोल में अंडर कंस्ट्रक्शन रेल ब्रिज के अचानक गिरने से 17 लोगों की मौत हो गयी। वही 40 मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका जतायी गयी है। जिन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ऐसी आशंका जतायी जा रही है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।

निर्माणाधीन रेल पुल की ऊंचाई 104 मीटर है जो दिल्ली के कुतुब मीनार से 42 मीटर ज्यादा ऊंचा है। पीएम मोदी और मिजोरम के सीएम जोरमथांगा इस घटना पर दुख जताया है। पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये मुआजवा दिये जाने की घोषणा की है।  वही घायलों को 50 हजार रुपये दिये जाने की घोषणा की है।

पीएम मोदी ने कहा कि मिजोरम में पुल हादसे में लोगों की मौत से दुखी हूं। जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है उनके प्रति मैं संवेदनाएं प्रकट करता हूं और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। उन्होंने कहा कि राहत और बचाव कार्य जारी है प्रभावितों को हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है।

सीमा हैदर ने PM मोदी समेत कई BJP नेताओं को भेजी राखी, जय श्रीराम-हिन्दुस्तान जिंदाबाद के लगाये नारे

30-31 अगस्त को रक्षा बंधन का त्योहार हैं। इससे पहले सीमा हैदर ने आज नोएडा के रबूपुरा पोस्ट ऑफिस से कई राखियां कुरियर किया है। अपने 4 बच्चों के साथ पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, संघ प्रमुख मोहन भागवत को राखी भेजी है।

सीमा हैदर ने राखी कुरियर किये जाने की रसीद के साथ एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। जिसमें वो  अपने चारों बच्चों के साथ मिलकर राखी को लिफाफा में पैक करती दिख रही है और भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना गाना बज रहा है।

पीएम मोदी, सीएम योगी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, मोहन भागवत, अधिवक्ता एपी सिंह को राखी भेजने वाली सीमा हैदर ने बताया कि राखी 30 और 31 अगस्त को है इसलिए पहले राखी कुरियर किये है ताकि रक्षा बंधन के दिन हमारे भाईयों को यह राखी मिल सके।

सीमा ने कहा कि भाईयों के हाथों में मेरी राखी दिखे इसलिए आज पोस्ट ऑफिस से राखी कुरियर किया है। उम्मीद है कि रक्षा बंधन से पहले राखी उन तक पहुंच जाएगी। हमारे इन भाईयों के कंधों पर देश कि जिम्मेदारी है। राखी भेजकर मैं बहुत खुश हूं। इस दौरान सीमा हैदर ने जय श्री राम, हिन्दुस्तान जिंदाबाद, जय हिंद के नारे लगाये।

बिहार के इंजीनियर CM नीतीश कुमार का हाल, पत्रकारों ने चंद्रयान-3 पर पूछा तो इधर उधर ताकने लगे

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इंजीनियर हैं. लेकिन इंजीनियर मुख्यमंत्री का क्या हाल है, ये आज के वाकये से समझिये. पत्रकारों ने आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा-सर, आज चंद्रयान-3 चांद पर लैंड करने वाला है. मुख्यमंत्री अचकचा गये, लगा कि ये कौन सा सवाल पूछ लिया है. नीतीश बगलें झांकने लगे. बगल में खड़े मंत्री ने कान में समझाया फिर भी नीतीश शुभकामना तक नहीं दे पाये.

ये वाकया उस वक्त का है, जब से कुछ घंटे बाद चंद्रयान-3 की चांद पर लैंडिंग होनी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इसी दौरान मीडिया से बात की. पत्रकारों ने सवाल पूछा-सर, आज चंद्रयान-3 की लैंडिंग होने वाली है. पत्रकारों ने एक नहीं तीन-चार दफे ये सवाल दुहराया. नीतीश कुमार के चेहरे पर ऐसा भाव था मानो उन्हें चंद्रयान-3 नाम की किसी चीज की जानकारी ही नहीं है.

अशोक चौधरी ने कान में समझाया

इसके बाद नीतीश पीछे पलटे. उनके ठीक पीछे बिहार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी खड़े थे. उन्होंने नीतीश के कान में समझाया-आज चंद्रयान की चांद पर लैंडिंग होने वाली है. हद देखिये मंत्री भी कान में ये बता रहे थे कि चंद्रयान-2 की लैंडिंग होने वाली है. यानि उन्हें भी ये सही से जानकारी नहीं थी कि ये चंद्रयान-2 नहीं बल्कि चंद्रयान-3 है. कुछ देर तक मंत्री अशोक चौधरी नीतीश कुमार के कान में चंद्रयान के बारे में जानकारी देते रहे.

इसके बाद नीतीश कुमार पत्रकारों की ओर मुखातिब हुए. लेकिन उनके चेहरे के भावन से लगा कि वे चंद्रयान-3 के बारे में पूरी बात समझ नहीं पाये. लिहाजा वे चंद्रयान की ठीक से लैंडिंग की शुभकामना तक नहीं दे पाये. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा-चलिये, अच्छी बात है, ये सब तो होता रहता है. चंद्रयान पर एक लाइन बोल कर नीतीश निकल गये.

रोहतास में 11 लोगों ने लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार, राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को भेजा शपथ पत्र

बंद हो चुके डालमियानगर के क्वार्टर को खाली कराने का आदेश पटना हाई कोर्ट ने दिया है। 30 अगस्त तक इसे खाली करने का निर्देश दिया गया है। जैसे-जैसे खाली करने का समय नजदीक आ रही है वैसे-वैसे लोगों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। जिन्दगी की अंतिम पड़ाव में पहुंच चुके 11 बुजुर्गों ने राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट से इच्छा मृत्यु की गुहार लगायी है। इसे लेकर 11 लोगों ने शपथ पत्र पुलिस-प्रशासन को भी सौंपा है।

हालांकि अभी तक किसी तरह की प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।  इच्छा मृत्यु की गुहार लगाने वालों में सुरेंद्र प्रसाद श्रीवास्तव, पारस दुबे, शिव कुमार सिंह, दूधनाथ सिंह, विमल प्रसाद, निर्मल कुमार, तारा देवी, रामाशंकर सिंह, रामदुलारी सिंह, किरण कुँवर और शशिभूषण प्रसाद श्रीवास्तव का नाम शामिल है। इन बुजुर्गों का कहना है कि 50 साल से वे लोग यहां पर रहते आ रहे हैं। इस क्वार्टर से कई यादे जुड़ी हुई है। अब जिन्दगी की अंतिम पड़ाव में उनसे उनका छत छिना जा रहा है।

इनका कहना है कि सड़क पर जिन्दगी गुजारने से अच्छा है कि उन्हें इच्छामृत्यु ही दे दी जाए। बता दें कि डालमियानगर में उद्योग समूह का 1400 क्वार्टर है। जिसे 30 अगस्त कर खाली करने का आदेश हाईकोर्ट ने दिया है। आवास बचाओं समिति के बैनर तले लोग लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।  डालमिया नगर क्वार्टर खाली कराने को लेकर पिछले दिनों जन अधिकार पार्टी ने डेहरी बंद किया था।

इस दौरान पप्पू यादव ने कहा था कि अन्याय के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा। हम बड़े आंदोलन को तैयार हैं। पप्पू यादव ने कहा था कि डालमियानगर क्वार्टर को खाली कराया गया तो डेहरी का चमन बिखर जाएगा। उन्होंने बिहार सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की बात कही। यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश आने तक पदाधिकारी संयम बरते उतावलापन ना दिखाए।

पप्पू यादव ने कहा कि डेहरी में अब कही जमीन नहीं बची है। सब जमीन को औने पौने दाम में भू-माफिया को सरकार ने बेच दी है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब डेहरी का नाम एशिया में ऊंचा था। आज सारी एक्सप्रेस ट्रेन डेहरी में ही रुकती है। डेहरी की जिन्दगी को खत्म करने में लोग लगे हुए हैं। ऐसा हुआ तो डेहरी का चमन बिखर जाएगा।

पप्पू यादव ने कहा कि यहां के लोगों से हम यही अपील करेंगे की इसमें आप सब सहयोग कीजिए। सर्वोच्य न्यायालय के आदेश आने तक आप हमें मोहलत दीजिए। इस बीच भी यह बात हम सरकार के समक्ष रखेंगे। बातें नहीं सुनी गयी तब लोकतांत्रिक तरीके से हम अपनी बात रखेंगे। पदयात्रा करेंगे और अनशन पर बैठेंगे। यदि दो सितंबर को जबरन फिर क्वार्टर को तोड़ने की प्रक्रिया हुई तो हमलोगों के पास मरने के अलावे कोई रास्ता नहीं बचेगा।

बता दें कि 1400 क्वार्टर खाली किये जाएंगे इसे लेकर पप्पू यादव ने कहा कि यहां के पदाधिकारी और माफिया इतने बेचैन क्यों है। मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक पदाधिकारी संयम बरते। पप्पू यादव ने अधिकारी से कहा कि आप बार-बार क्वार्टर को खाली कराने जाते है क्या यह गहरी साजिश तो नहीं। उन्होंने कहा कि वर्षो से यहां काम करने वाले कर्मियों को वेतन तक नहीं दिया गया है। यहां के कर्मियों ने अपनी पूरी जिन्दगी दाव पर लगा दिया है।  जिन कर्मचारियों का बकाया लंबित है उसका भुगतान सरकार से करने की मांग पप्पू यादव ने की।

डिहरी के डालमियानगर में बंद हो चुके रोहतास उद्योग समूह के आवासीय भवनों से हटाया जा रहा है। डालमियानगर का उद्योग बंद हो जाने के बाद उसके आवासीय क्वार्टर में रह रहे लोगों को उच्च न्यायालय ने 30 अगस्त तक सभी आवास खाली करने का निर्देश दिया। जिसके बाद लगभग 40 सालों से अधिक समय से रह रहे डेढ़ हजार से अधिक परिवार के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है।

1471 क्वार्टरो में करीब  5 हज़ार से अधिक लोग रहते हैं। ये लोग पिछले कई महीना से लगातार आंदोलन कर रहे हैं लेकिन अब जबकि 7 दिनों के अंदर उच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार सभी को अपना-अपना क्वार्टर खाली करना है। ऐसे में लोगों की पीड़ा सुननें जाप नेता व पूर्व सांसद पप्पू यादव बीते दिनों डालमियानगर पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मानवता के आधार पर सरकार को मामले में कुछ ना कुछ व्यवस्था करनी चाहिए।

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर नीतीश-तेजस्वी ने ISRO के वैज्ञानिकों और देशवासियों को दी बधाई

चांद पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग कराकर भारत ने अंतरिक्ष में एक नया इतिहास रच दिया है। जिस पर हर भारतवासी गौरवान्वित है। सीएम नीतीश ने कहा कि यह इसरो के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत का नतीजा है जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं।

वही बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलता पूर्वक लैंडिंग पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों की मेहनत और क़ाबिलियत ने अंतरिक्ष में भारत को यह ऐतिहासिक उपलब्धि दिलाई है। तेजस्वी यादव ने कहा कि 1962 से देशहित में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए समर्पित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों ने चंद्रमा पर इतिहास रचा है। 140 करोड़ भारतीयों को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि भारत दुनिया का चौथा देश है जो चंद्रमा पर पहुंचा है। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन भी चांद पर पहुंच चुके है लेकिन अपने काबिल कर्मठ और समर्पित वैज्ञानिकों के बल पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है।

इसरो का चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल सफलतापूर्वक चांद पर उतर गया। इसरो के मुताबिक, लैंडर ने तय समय 6.04 बजे चांद पर लैंड करने में सफलता पायी है। इस दौरान इसरो ने बेंगलुरु में मिशन के कंट्रोल कॉम्पलेक्स से लैंडिंग की पूरी प्रक्रिया का लाइव टेलीकास्ट किया। चांद के दक्षिणी ध्रूव पर चंद्रयान-3 ने लैंडिंग किया है। चंद्रमा पर लैंडिंग करने वाला दुनियां का पहला देश भारत बन गया है।

जमुई: बाबाधाम देवघर से पूजा कर लौट रहे कांवरियों से भरी कार पेड़ से टकराई, एक की मौत; 9 घायल

बिहार में सड़क हादसों के मामलों में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। राज्य के अंदर शायद ही कोई ऐसा दिन जाता हो जिस दिन सड़क हादसों की वजह से लोगों की जान नहीं जाती है या फिर उन्हें अस्पताल नहीं जाना होता हो। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला जमुई से निकल कर सामने आ रहा है। जहां देवघर से पूजा कर लौट रहे कांवरियों से भरी एक कार पेड़ से टकरा गई।  इस दुर्घटना में कार पर सवार एक कांवरिया की मौत हो गई। जबकि इस हादसे में 9 कांवरियां घायल हो गए हैं। सभी घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के बाजी निवासी दिलीप गोस्वामी के 16 वर्षीय पुत्र श्वेतम कुमार के रूप में की गई है। जबकि घायल की पहचान 22 वर्षीय सुजीत गोस्वामी, 20 वर्षीय हरे कृष्णा, 17 वर्षीय चंदन कुमार, 16 वर्षीय सुनील गोस्वामी, 19 वर्षीय गोलू कुमार, 16 वर्षीय राज गोस्वामी 15 वर्षीय नमन कुमार के रूप में की गई है। सभी का सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

वहीं, इस घटना में घायल कांवरिया ने बताया कि सभी देवघर से पूजा कर समस्तीपुर लौट रहे थे तभी अचानक कार के सामने एक मवेशी आ गया। जिसे बचाने की कोशिश में कार सड़क किनारे पेड़ से बुरी तरह से टकरा गई। जिसमे एक कांवरिया की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं 9 लोग घायल हो गए हैं।  सभी घायल का सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

बेतिया में सत्याग्रह एक्सप्रेस पर पथराव, AC बोगियों की खिड़कियां तोड़ीं; यात्रियों में दहशत

 इस वक्त की बड़ी खबर बिहार के बेतिया से निकल कर सामने आ रही है। जहां सत्याग्रह एक्सप्रेस पर कुछ शरारती तत्वों ने पत्थरबाजी की है, जिसमें एसी बोगी के कई शीशे टूट गए हैं। अब रेलवे पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। इस घटना में सत्याग्रह एक्सप्रेस की तीन खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए गए।  हालांकि, इस घटना में कोई यात्री घायल नहीं हुआ है।

दरअसल, बेतिया में आनंद विहार से रक्सौल जाने वाली सत्याग्रह एक्सप्रेस की वातानुकूलित बोगी पर शरारती तत्वों ने ताबड़तोड़ पत्थरबाजी की। इस घटना में सत्याग्रह एक्सप्रेस की तीन खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए गए। जिसके बाद यात्रियों में भय का माहौल कायम हो गया है। हालांकि, रेलवे सुरक्षा बल नरकटियागंज ने कंट्रोल से मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल उससे मामले में पूछताक्ष चल रही है।

एक व्यक्ति ने दोस्तों को बुलाया

गिरफ्तार युवक शनी कुमार पिता रामजीवन ठाकुर शिकारपुर थाना क्षेत्र के धूमनगर मटियरिया गांव का रहने वाला है। घटना में करीब दर्जन भर युवक शामिल बताए जाते हैं। बताया गया है कि सत्याग्रह एक्सप्रेस के सामान्य बोगी में दो यात्रियों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। जिसमें एक यात्री ने अपने रिश्तेदार लौरिया निवासी सुधीर निषाद को सूचना दी।

देर से स्टेशन पर आई थी ट्रेन

इसके बाद सुधीर अपने दोस्तों को सूचना देकर नरकटियागंज स्टेशन पर बुलाया। सत्याग्रह एक्सप्रेस निर्धारित समय दिन में 2:20 बजे की बजाए विलंब से 3:40 बजे पहुंची। चुकी स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी जवानों की सक्रियता के कारण शरारती तत्व बोगियों में कोई हरकत नहीं कर सके। लेकिन उनकी मंशा उस यात्री के साथ किसी न किसी घटना को अंजाम देने की थी।

चंद्रयान-3 अभियान में कई वैज्ञानिकों का है बड़ा हाथ, मिशन में लगी है इन सभी की मेहनत; पढ़े पूरी रिपोर्ट

चंद्रयान 2 के फेल होने के करीब 4 साल बाद इसरो स्पेस साइंस में इतिहास रच दिया है। आज शाम 5 बजकर 45 मिनट पर चंद्रयान-3 का लैंडर चंद्रमा की ओर बढ़ना शुरू किया। इसके बाद शाम 6 बजकर 4 मिनट पर इसरो इसकी सॉफ्ट लैंडिंग करा दी है। इस सफल लैंडिंग के बाद भारत दुनिया की चौथी स्पेस महाशक्ति बनकर उभरा है। साथ ही चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंडर उतारने वाला पहला देश बन गया है। बता दें कि आज भारत ने ये इतिहास रचा है और इसके पीछे इसरो के टीम की सालों की मेहनत है। आइए जानते हैं कि इस टीम में कौन-कौन शामिल हैं।

इसरो अध्यक्ष डॉ एस सोमनाथ

इसरो के अध्यक्ष डॉ एस सोमनाथ का चंद्रयान-3 में सबसे महत्वपूर्ण योगदान है। इनके ही नेतृत्व में चंद्रयान 3 मिशन चांद तक पहुंचा है। बता दें कि डॉ एस सोमनाछ ने व्हीकल मार्क 3 डिजाइन किया, जिसे बाहुबली रॉकेट नाम दिया गया और इसी रॉकेट ने ही चंद्रयान-3 को चंद्रमा की कक्षा में पहुंचाया है। बता दें कि एस सोमनाथ ने पिछले साल जनवरी में ही इसरो का नेतृत्व संभाला है। इससे पहले एस सोमनाथ ने विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र और तरल प्रणोदन प्रणाली केंद्र के डायरेक्टर के रूप में काम किया है। इनके ही नेतृत्व में ही आदित्य-एल 1 (सूरज का अध्ययन करने के लिए मिशन) और गगनयान (देश का पहला मानव मिशन) भी चल रहा है।

पी. वीरमुथुवेल

पी वीरमुथुवेल ने साल 2019 में चंद्रयान-3 के प्रोजेक्ट डायरेक्टर की जिम्मेदारी संभाली है। इससे पहले ये इसरो में स्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम कार्यालय में डिप्टी डायरेक्टर का पद संभाला था। पी वीरमुथुवेल ने चंद्रयान- 2 में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई थी।

एम. शंकरन

एम शंकरन को जून 2021 में यू आर राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) का डायरेक्टर बनाया गया। यूआरएससी के पास इसरो के लिए देश के सभी सैटेलाइट के डिजाइन और मैन्यूफैक्चरिंग का काम है। अभी वर्तमान में शंकरन ऐसे सैटेलाइट पर काम कर रहे हैं जो कम्यूनिकेशन, नेविगेशन, रिमोट सेंसिंग, मौसम पूर्वानुमान और ग्रहों की खोज समेत देश की कई जरूरतों को पूरा कर सके।

एस. उन्नीकृष्णन नायर

एयरोस्पेस इंजीनियर डॉ एस उन्नीकृष्णन स्पेस में देश के मानव मिशन की अगुवाई कर रहे हैं। ये रॉकेट के डेवलप और मैन्यूफैक्चर से जुड़े विक्रम साराभाई स्पेस सेंटर के डायरेक्टर हैं। इन्होंने जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (जीएसएलवी) मार्क-III को विकसित किया है, जिसे अब लॉन्च व्हीकल मार्क-III  कहा जाता है। एस उन्नीकृष्णन नायर और उनकी टीम इस महत्वपूर्ण मिशन के विभिन्न पहलुओ पर ध्यान दे रहे हैं।

कल्पना के.

चंद्रयान-3 मिशन में डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ कल्पना नारी शक्ति का उदाहरण हैं। कोविड-19 महामारी के वक्त भी इन्होंने अपने मून मिशन सपने को मरने नहीं दिया,  कल्पना के बीते 4 सालों से दिन-रात इस मिशन पर काम कर रही हैं।

एम वनिता

एम वनिता यू और राव सैटेलाइट सेंटर (URSC) में चंद्रयान-3 की डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ. एम वनिता चंद्रयान-2 में प्रोजेक्ट डायरेक्टर बन हिस्सा रह चुकी है। एम वनिता देश के किसी भी मून मिशन का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं।

खबर वही जो है सही

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