राजधानी में बढ़ी ठंड, कई इलाकों में गिरा तापमान, इन राज्यों में हो सकती है बारिश

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आधा दिसंबर बीत जाने के बाद आखिरकार राष्ट्रीय राजधानी में ठंड ने ठिठुरन बढ़ा दी है। इसके साथ ही उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी तापमान गिरा है। शाम को ठंडी हवाएं भी चलने लगी हैं। जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई पहाड़ी इलाकों में बर्फ़बारी हुई है और पारा जीरो डिग्री सेल्सियस के नीचे जा चुका है। इसके साथ ही अब कोहरे ने भी असर दिखाना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान (IMD) के अनुसार, अगले कुछ दिनों में पारा और भी नीचे जा सकता है।

रात में सितम ढा रही ठंड

आईएमडी के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि मसूरी का 6.2 डिग्री और शिमला का 6.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह इस सीजन का सबसे कम न्यूनतम तापमान रहा। गिरते तापमान के बीच कई लोग रैन बसेरों में रात गुजार रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक शुक्रवार को दिन में उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशाओं से ठंडी हवाएं चलीं। सुबह धुंध छाने से मौसम सर्द रहा। हालांकि, दोपहर बाद खिली धूप से मामूली राहत मिली। विभाग के मुताबिक शनिवार को मौसम में मामूली राहत मिल सकती है।

अभी और गिरेगा न्यूनतम तापमान

मौसम विभाग ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 21 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। हालांकि दिन में धूप निकलने की वजह से ठिठुरन बढ़ने की संभावना कम ही है। इसके साथ ही तमिलनाडु में 16 से 17 दिसंबर के बीच, केरल और माहे में 16 से 18 दिसंबर के बीच और लक्षद्वीप में 17 से 18 दिसंबर के बीच अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, साथ ही अलग-अलग स्थानों पर गरज और बिजली गिरने की भी संभावना है। मौसम विभाग ने इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधान रहने की सलाह दी है।

लोकसभा की सुरक्षा में चूक मामले में आरोपी का बड़ा खुलासा, आत्मदाह की बनाई थी योजना

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संसद की सुरक्षा में चूक मामले में गिरफ्तार आरोपी सागर ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया कि पहले उनलोगों की योजना संसद के बाहर खुद को आग लगाने की थी। लेकिन बाद में इस प्लान को छोड़ दिया गया। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को भी सागर ने ये भी बताया की एक Gel जैसा प्रदार्थ भी ऑनलाइन खरीदने का विचार किया गया था। जिसे शरीर पर लगाने से आग से खुद को बचाया जा सकता है। लेकिन ऑनलाइन पेमेंट न होने के कारण वो Gel नही खरीद पाए और संसद के बाहर खुद को आग लगने का प्लान ड्राप हो गया।

वहीं मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस सीन रिक्रिएशन कर सकती है। इसके लिए संसद भवन से इजाजत ली जाएगी। इस बीच पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि आरोपी अपने साथ सात स्मोक केन लेकर संसद में दाखिल हुए थे।

ललित झा पूरे षड्यंत्र का सरगना

इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने एक स्थानीय अदालत में कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोप में गिरफ्तार ललित झा पूरे षड्यंत्र का सरगना है और वह तथा अन्य आरोपी देश में अराजकता फैलाना चाहते थे, ताकि वे सरकार को अपनी मांगें मनवाने के लिए मजबूर कर सकें। सूत्रों ने कहा कि पुलिस 13 दिसंबर को हुई इस घटना को रीक्रिएट करने के लिए संसद से अनुमति मांग सकती है। यह घटना 2001 में संसद पर हुए हमले की बरसी पर हुई थी। पश्चिम बंगाल के रहने वाले झा को कल रात गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को सात दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

एक-दूसरे से कई बार मिले थे आरोपी

पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में दावा किया कि झा ने स्वीकार किया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रचने के लिए आरोपी कई बार एक-दूसरे से मिले थे। पुलिस ने कहा कि इसके अलावा आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की जरूरत है कि क्या उसका किसी दुश्मन देश या आतंकवादी संगठन से कोई संबंध है।

लोकसभा की सुरक्षा में चूक मामले में बीजेपी सांसद से पूछताछ करेगी स्पेशल सेल; पढ़े पूरी रिपोर्ट

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संसद में सुरक्षा चूक मामले में दिल्ली पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन पांचों से स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है। वहीं अब इसी मामले में स्पेशल सेल भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सिम्हा से भी पूछताछ करेगी। जानकारी के अनुसार, स्पेशल सेल अगले हफ्ते सांसद के घर पर उनका बयान दर्ज कर सकती है। प्रताप अभी दिल्ली से बाहर हैं। बता दें कि कर्नाटक के मैसूर से सांसद प्रताप सिम्हा के रेफरेंस से ही आरोप सागर शर्मा और मनोरंजन लोकसभा में पहुंचे थे और दर्शक दीर्घा से नीचे सांसदों के बैठने वाले स्थान पर कूद गए थे।

वहीं पुलिस जांच की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपियों ने इस घटना को बड़ा बनाने के लिए आरोपियों ने स्मोक केन का इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी। दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी अपने साथ एक दो नहीं बल्कि सात स्मोक केन लेकर संसद में घुसे थे। इन्हीं स्मोक केन से संसद के अंदर पीले रंग का धुआं फैला था। वहीं पुलिस अब इस पूरी घटना का रीक्रिएट करेगी।

ललित झा पूरे केस का मास्टरमाइंड

अब तक की जांच में ललित झा ही खुद को इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड बता रहा है। मीडिया में प्रभाव साबित करना उसका सबसे बड़ा मकसद था इसलिए उसने संसद सत्र के दौरान संसद में घुसने की योजना बनाई। इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने एक स्थानीय अदालत में कहा कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोप में गिरफ्तार ललित झा पूरे षड्यंत्र का सरगना है और वह तथा अन्य आरोपी देश में अराजकता फैलाना चाहते थे, ताकि वे सरकार को अपनी मांगें मनवाने के लिए मजबूर कर सकें।

एक-दूसरे से मिले थे आरोपी

पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट में दावा किया कि झा ने स्वीकार किया है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की साजिश रचने के लिए आरोपी कई बार एक-दूसरे से मिले थे। पुलिस ने कहा कि इसके अलावा आरोपी से पूछताछ कर यह पता लगाने की जरूरत है कि क्या उसका किसी दुश्मन देश या आतंकवादी संगठन से कोई संबंध है। जांच की दिशा के बारे में बात करते हुए पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वे झा को राजस्थान ले जाएंगे ताकि उस स्थान का पता चल सके जहां उसने अपना फोन फेंका था और दूसरों के फोन जला दिए थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM मोदी ने 1971 युद्ध के वीर जवानों को दी श्रद्धांजलि; जानें क्या कहा

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आज तारीख 16 दिसंबर है। 1971 में इसी दिन भारतीय सेना ने विजय पताका फहराते हुए पाकिस्तान को परास्त किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत की याद में मनाए जाने वाले ‘विजय दिवस’ पर भारतीय नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘उनकी वीरता और समर्पण राष्ट्र के लिए अत्यंत गौरव का स्रोत है। उनका बलिदान और अटूट भावना लोगों के दिलों और हमारे देश के इतिहास में हमेशा दर्ज रहेगी।’’

उन्होंने कहा कि भारत इन नायकों के साहस को सलाम करता है और उनकी अदम्य भावना को याद करता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज, विजय दिवस पर हम सभी बहादुर नायकों को हार्दिक श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने 1971 में कर्तव्यनिष्ठा से भारत की सेवा की जिससे निर्णायक जीत मिली।’’ पाकिस्तान पर भारत की जीत से बांग्लादेश की स्थापना हुई। इस जीत के याद में हर साल विजय दिवस मनाया जाता है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीदों को नम किया।

राष्ट्रपति मुर्मू ने ‘विजय दिवस’ के अवसर पर जवानों को श्रद्धांजलि दी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी विजय दिवस के मौके पर 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में ‘अद्वितीय साहस’ का परिचय देते हुए ‘ऐतिहासिक जीत’ हासिल करने में जान गंवाने वाले सशस्त्र बलों के जवानों को श्रद्धांजलि दी। मुर्मू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘देश 1971 के युद्ध के दौरान हमारे सशस्त्र बलों द्वारा किए गए निस्वार्थ बलिदान को कृतज्ञता के साथ याद करता है। विजय दिवस पर मैं उन वीरों को श्रद्धांजलि देती हूं जिन्होंने अद्वितीय साहस दिखाते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की।’

ISRO के लिए 2023 रहा बेहद यादगार वर्ष, चंद्रयान-3 से लेकर आदित्य एल1 मिशन में लहराया भारतीय तिरंगा

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साल 2023 भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के लिए किसी स्वर्णिम वर्ष से कम नहीं रहा। इस साल इसरो ने वह कर दिखाया, जिसका पूरी दुनिया को इंतजार था। इस वर्ष इसरो ने कई ऐसे कदम बढ़ाये, जिनके बार में अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा केवल सोच ही रही थी। भारतीय स्पेस के इतिहास में साल 2023 सबसे यादगार वर्षों में से एक है। इस साल इसरो ने चंद्रयान, आदित्य एल1 के साथ-साथ विदेशी सैटेलाइट्स भी लॉन्च किए। इस साल सभी मिशनों में चंद्रयान-3 अभियान इसरो के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि रही।

चंद्रयान-3 मिशन ने इसरो के इतिहास में लगाए चार चांद

चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के साथ ही भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला पहला देश बन गया। वहीं चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला चौथा देश बन गया। भारत से पहले अमेरिका, चीन और रूस ही चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए थे लेकिन उसके दक्षिणी हिस्से पर अभी तक किसी ने भी लैंडिंग नहीं की थी। बता दें कि चंद्रयान-3 मिशन 14 जुलाई, 2023 को लॉन्च हुआ था। इसके बाद चंद्रयान-3 ने अपनी यात्रा में 42 दिन का समय लगाया। इस यान के लैंडर मॉड्यूल विक्रम ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास की सतह पर 23 अगस्त 2023 को भारतीय समय अनुसार सायं 06 बजकर 04 मिनट के आसपास सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की। इसके बाद लगभग 14 दिनों तक रोवर और लैंडर ने अपने मिशन को अंजाम दिया और अब हमेशा के लिए दोनों चांद पर ही भारत का मान बढ़ाएंगे।

सूरज की और भी इसरो ने बढ़ाए कदम

चंद्रयान-3 की सफलता का जश्न पूरा देश अभी मना ही रहा था कि इसरो ने एक और वजह दे दी। इसरो ने एक और छलांग लगाते हुए आदित्य एल1 की सफल लॉन्चिंग की। इस मिशन को 2 सितंबर सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर के दूसरे लॉन्च पैड से लॉन्च किया गया। यह 4 महीने का सफर पूरा करते हुए L1 पॉइंट तक पहुंचेगा। बता दें कि इसरो का आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान एल1 पॉइंट तक पहुंचने के अंतिम चरण के करीब है और एल1 बिंदु में प्रवेश करने की प्रक्रिया सात जनवरी, 2024 तक पूरी होने की उम्मीद है। इसरो के अनुसार, आदित्‍य-एल 1 सूर्य का अध्ययन करने वाली पहली स्पेस बेस्ड इंडियन लेबोरेट्री होगी। आदित्य-एल1 मिशन का उद्देश्य L1 के चारों ओर की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है।

आदित्य एल1 के बाद अब मिशन गगनयान की तैयारी

चंद्रयान-3 और आदित्य एल1 के बाद देशवासियों को इसरो ने गर्व करने का एक और मौका दिया। 21 अक्टूबर को इसर ने अपने पहले मानव मिशन गगनयान का सफल परिक्षण किया। भारतीय सपेस एजेंसी जिस तरह से तैयारियों में जुटी है,उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत की पहली मानव अन्तरिक्ष उड़ान साल 2025 में होगी। इससे पहले इसरो कई परीक्षण करेगा, ताकि गगनयान मिशन में जब इंसानों को भेजा जाए तो उनकी सुरक्षा में कहीं भी चूक की कोई गुंजाइश न रहे और वो पूरी तरह से सुरक्षित रहें।

मिशन गगनयान की टेस्ट फ्लाइट TVD1 को सफलतापूर्वक पूरा किया

इसी क्रम में 21 अक्टूबर को इसरो ने मिशन गगनयान की टेस्ट फ्लाइट TVD1 को सफलतापूर्वक पूरा किया। गगनयान मिशन की पहली टेस्‍ट उड़ान  में इसरो क्रू मॉड्यूल को आउटर स्पेस तक भेजा गया और इसके बाद इसे वापस जमीन पर लौटाया गया।  इस दौरान इसरो ने अबॉर्ट ट्रैजेक्टरी को लेकर कई प्रयोग किए।  इसके बाद गगनयान मिशन का पहला अनमैन्ड मिशन प्लान किया जा सकता है। अनमैन्‍ड मिशन में ह्यूमेनॉयड रोबोट यानी बिल्‍कुल इंसानी शक्‍ल के रोबोट व्योममित्र को भेजा जाएगा।  इस दौरान इसरो कई परिक्षण करेगा और सब कुछ तय प्लान के अनुसार रहा तो साल 2025 में इसरो अंतरिक्ष में अपना पहला मानव मिशन भेजेगा।

लोकसभा की सुरक्षा में चूक मामले में बड़ा खुलासा, युवाओं का माइंड वॉश के लिए बना था भगत सिंह फैन पेज

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संसद में सुरक्षा चूक मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ हो रही है। वहीं इसी बीच जांच के दौरान स्पेशल सेल को मालूम हुआ है कि आरोपी एक-दूसरे से इंस्टाग्राम पर बनाए गए भगत सिंह फैन पेज के जरिए मिले थे।
जांच के दौरान पता चला है कि इस पेज को देशभक्त88 नाम के हैंडल से बनाया था। इसके साथ ही इस पेज में देश के युवाओं को जोड़ने की अपील भी की गई थी। पेज पर की गई एक पोस्ट में कहा गया है कि वह लोग बीजेपी और कांग्रेस से नहीं जुड़े हैं। वह क्रांति करना चाहते हैं और उसके लिए युवा उनके साथ जुड़ें। पुलिस ने बताया है कि यह लोग अब तक कई युवाओं का ब्रेनवाश कर चुके हैं और उन्हें अपने साथ जोड़ चुके हैं।

चैटबॉक्स में दिया एक-दूसरे का परिचय

इस पेज के चैट बॉक्स में आप देख सकते हैं ललित ने अपना परिचय दिया कि मैं पश्चिम बंगाल से हूं। इसके बाद में महेश जुड़ा और उसने अपना परिचय दिया मैं राजस्थान से हूं। इसके बाद पेज चलाने वाला देशभक्त-88 लिखता है वाट्स एप पर आओ और वह वहां अपना नंबर भी साझा करता है। हालांकि यह देशभक्त-88 कौन है? इसकी अभी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन इतना साफ़ हो रहा है कि यह सभी आरोपी एक-दूसरे के संपर्क में आये थे। अब इस पेज से जुड़े लोगों से भी जल्द ही पूछताछ हो सकती है।

वहीं स्पेशल सेल की पूछताछ में ललित ने खुद को बताया इस कांड का मास्टरमाइंड बताया है। ललित ने पुलिस के सामने कबूल किया कि इससे बड़ा सन्देश मीडिया के जरिये देश में जाएगा इसलिए संसद के अंदर सेंध कर घुसपैठ की। इसके अलावा जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपियों ने घटना को अंजाम देने से पहले गूगल से काफी कुछ जानकारी इकट्ठा की और वहां से सीखा।

लोकसभा की सुरक्षा में सेंध मामले में एक और आरोपी आया सामने, सोशल मीडिया पर युवाओं का करता था माइंड वॉश

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बुधवार को दोपहर को देश में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब लोकसभा में दर्शक दीर्घा से दो युवक नीचे कूद गए। यहां उन्होंने कलर स्प्रे करना शुरू कर दिया। इसके साथ ही उसी वक्त सदन के बाहर भी दो लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया था। अब इस मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं। वहीं पुलिस अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और अब एक अन्य को गिरफ्तार करने की तैयारी में है।

ललित झा का करीबी है महेश कुमावत

पुलिस जांच में सामने आया है कि इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड ललित झा की एक और शख्स ने मदद की थी। वह कोई और नहीं बल्कि महेश कुमावत है। वह अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से युवाओं को बरगला रहा था और उनका माइंड वॉश कर रहा था। पुलिस अधिकारी अब उसके एकाउंट को डिकोड करने में जुटे हैं। जानकारी के अनुसार, महेश क्रांतिकारियों की तस्वीरों का इस्तेमाल कर सरकार विरोधी वीडियो के जरिए युवाओं का ब्रेनवॉश करता था।

हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है पुलिस

इसके साथ ही इस घटना को अंजाम देने के बाद जब ललित फरार हुआ था, तब भी महेश ने उसकी मदद की थी। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि वह इस पूरे कांड में आरोपियों को सिर्फ लॉजिस्टिक ही प्रोवाइड नहीं करा रहा था बल्कि इस गुट और साजिश का अहम किरदार भी था। अब पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है और माना जा रहा है कि स्पेशल सेल उसे भी गिरफ्तार कर सकती है।

बीजेपी सांसद का भी बयान दर्ज करेगी स्पेशल सेल

वहीं इस मामले में स्पेशल सेल भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रताप सिम्हा से भी पूछताछ करेगी। जानकारी के अनुसार, स्पेशल सेल अगले हफ्ते सांसद के घर पर उनका बयान दर्ज कर सकती है। प्रताप अभी दिल्ली से बाहर हैं। बता दें कि कर्नाटक के मैसूर से सांसद प्रताप सिम्हा के रेफरेंस से ही आरोप सागर शर्मा और मनोरंजन लोकसभा में पहुंचे थे और दर्शक दीर्घा से नीचे सांसदों के बैठने वाले स्थान पर कूद गए थे।

ससंद भवन सुरक्षा मामले के मास्टरमाइंड बिहार के ललित झा के कारनामे से स्तब्ध हैं परिवार-गांव के लोग

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ससंद की सुरक्षा में सेंध लगाने की घटना के मास्टरमाइंड ललित झा के कारनामे ने बिहार के दरभंगा जिले के रामपुर उदय गांव के लोगों को हैरान कर दिया है. ललित झा दरभंगा के बहेड़ा थाने के रामपुर उदय गांव का ही मूल निवासी है. उसके पिता पंडित का काम कर रोजी-रोटी चलाते हैं, भाई बिजली मिस्त्री का काम करता है.

संसद में घुसपैठ के बाद जब ललित झा का नाम और चेहरा सामने आया तो न परिवार के लोगों को इसका यकीन हुआ और ना ही गांव के लोगों को. वैसे बिहार की पुलिस ने ललित झा के घर पहुंच कर उसके संबंध में छानबीन शुरू कर दिया है.

शुक्रवार को दरभंगा पुलिस ललित झा के पैतृक घर पहुंची. घर में उसके पिता देवानंद झा और परिवार के कुछ और लोग मौजूद थे. पुलिस ने देवानंद झा के साथ साथ गांव के लोगों से भी ललित झा के बारे में जानकारी हासिल की.

दरभंगा के SSP अवकाश कुमार ने मीडिया को बताया कि ललित की पारिवारिक पृष्ठभूमि बेहद सामान्य है. पुलिस ने उसके घर और आसपास के लोगों से भी उसके बारे में पूछताछ की लेकिन अब तक कोई खास जानकारी नहीं मिल पायी है.

दरभंगा के रामपुर उदय गांव के लोगों ने बताया कि ललित और उसके परिवार के पास बहुत कम धन संपत्ति है. गांव में रहकर रोजी-रोटी चलाना संभव नहीं था इसलिए पूरा परिवार पश्चिम बंगाल में रहने लगा था. पर्व त्योहार और खेती के मौके पर ललित झा और उसके परिवार का गांव में आना-जाना होता है.

ललित झा के पिता देवानंद झा पंडित हैं और बंगाल में ही पूजा-पाठ कर अपना परिवार चलाते हैं. ललित झा का छोटा भाई बंगाल में ही बिजली मिस्त्री का काम करता है. एक और भाई कपड़े की दुकान में काम करता है.

ललित झा के पिता देवानंद झा ने कहा कि वे खेती-बाड़ी के काम से गांव आते रहते हैं. उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि बेटा ऐसी घटना को अंजाम दे रहा है. देवानंद झा ने कहा कि बेटे की करतूत से परिवार मर्माहत और सकते में है. गांव के लोग भी हैरान हैं. ललित झा के गांव के लोगों ने पुलिस को जानकारी दी कि ललित के पिता देवानंद झा पश्चिम बंगाल में रहकर पूजा-पाठ कराते हैं.

ललित तीन भाइयों में मंझला है. उसका बड़ा भाई सोनू झा बंगाल में ही कपड़े की दुकान में नौकरी करता है. एक छोटा भाई शंभू झा है जो बिजली मिस्त्री का काम करता है.

पुलिस को शक है कि ललित झा ने पूरी प्लानिंग के तहत इस घटना को अंजाम दिया है. वह एक एनजीओ के लिए काम करता है और उस एनजीओ की भूमिका संदिग्ध है. पुलिस ने ललित झा को अदालत में पेश कर सात दिनों के रिमांड पर ले लिया है.

‘MI को सपोर्ट बंद…,’ रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने के बाद फैंस का मुंबई इंडियंस पर उमड़ा गुस्सा

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मुंबई इंडियंस की टीम को पांच बार चैंपियन बनाने वाले कप्तान रोहित शर्मा को अचानक फ्रेंचाइजी ने शुक्रवार कप्तानी से हटाकर सभी को चौंका दिया। इसके बाद फैंस काफी गुस्से में नजर आए। सोशल मीडिया पर हिटमैन का फैन ब्रिगेड पूरी तरह एक्टिव हो गया। रोहित को कप्तानी से हटाने के बाद फैंस ने फ्रेंचाइजी के खिलाफ काफी गुस्सा निकाला। किसी ने फ्रेंचाइजी का झंडा जलाया तो किसी ने सपोर्ट बंद करने की बात कह दी।

बुरी तरह भड़के फैंस

मुंबई इंडियंस को अपनी कप्तानी में पिछले 10 साल में 5 बार चैंपियन बनाने वाले रोहित शर्मा ने भी शायद नहीं सोचा होगा कि अचानक वह कप्तानी गंवा देंगे। हार्दिक पांड्या को फ्रेंचाइजी ने रिलीज-रिटेंशन के बाद अपनी टीम में वापस बुलाया था। अब उन्हें अचानक कप्तानी सौंप दी गई। इससे फ्रेंचाइजी के और रोहित शर्मा के दोनों सपोर्टर्स बुरी तरह भड़क गए। एक फैन ने तो फ्रेंचाइजी का झंडा और जर्सी जलाते हुए फोटो शेयर करना शुरू कर दिया, तो एक ने यह भी कहा कि आज से मुंबई इंडियंस का मैं सपोर्टर नहीं हूं। ऐसे ही कई रिएक्शन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

कुछ फैंस को हार्दिक पांड्या को जमकर निशाना बना रहे हैं। मीम्स के वर्ल्ड में तो हार्दिक को कटप्पा तक की उपाधि मिल चुकी है। लोगों का मानना है कि जिसने उन्हें सिखाया उसी की पीठ में उन्होंने छूरा भोंक दिया। ऐसा मीम्स में जमकर वायरल हो रहा है। अभी लेकिन रोहित शर्मा या मुंबई इंडियंस के किसी अन्य खिलाड़ी की इसको लेकर प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। सोशल मीडिया पर एकदम वॉर जैसा माहौल हो गया है। रोहित के फैंस गुस्से से लाल हैं। इंस्टाग्राम और ट्विटर पर लोगों ने मुंबई इंडियंस को अनफॉलो करना भी शुरू कर दिया है।

रोहित शर्मा सबसे सफल कप्तान

रोहित शर्मा ने 2013 में मुंबई इंडियंस की कमान संभाली थी। उनकी कप्तानी में फ्रेंचाइजी ने 2013, 15,17, 19 और 20 में टाइटल जीता था। उनकी कप्तानी में मुंबई इंडियंस ने कुल 163 मैच खेले। जिसमें से टीम ने 91 में जीत दर्ज की और 68 में उसे हार मिली। सबसे खास बात वह सबसे ज्यादा बार आईपीएल की ट्रॉफी अपनी कप्तानी में टीम को जिताने वाले खिलाड़ी बने। अब 11 साल बाद फ्रेंचाइजी को आईपीएल 2024 में हार्दिक के रूप में नया कप्तान मिलेगा। हार्दिक मुंबई इंडियंस के इतिहास के 9वें कप्तान होंगे।

खबर वही जो है सही

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