बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर और विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच विवाद गहराता ही जा रहा है। आईएएस केके पाठक से विवाद के बाद शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर दो दिनों से अपने ऑफिस नहीं पहुंच रहे हैं। इधर इस मामले पर कई तरह की बयानबाजी भी हो रही है । वहीं शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर सिंह के समर्थन में तेजस्वी के विधायक उतर गए है। उन्होंने साफ साफ कह दिया की क्या आपको लगता है कि केके पाठक का कोई परफॉर्मेंस है। उनको जिन जिन कामों पर लगाया गया कौन काम उन्होंने बढ़िया से किया है। इनका परफॉर्मेंस तो है नहीं।

सुधाकर सिंह ने के के पाठक पर बरसते हुए कहा कि वे एक निकम्मा अधिकारी है। इस तरह के निकम्मे अधिकारी को बर्खास्त कर देना चाहिए। के. के. पाठक का परफॉर्मेंस कहीं भी ठीक नहीं रहा है। इससे पहले शराब वाले विभाग में थे। उस दौरान भी बहुत सारे लोग जहरीली शराब के कारण बेमौत मारे गए। उसके पहले खनन विभाग में थे, वहां भी इनका क्या परफॉर्मेंस ठीक नहीं रहा है। अब शिक्षा विभाग आए हैं तो यहां भी ये सब चल रहा है। ऐसे अधिकारी को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए।

बताते चलें कि शिक्षा विभाग के मंत्री प्रोफेसर चन्द्रशेखर और अपर मुख्य सचिव के.के पाठक के बीच पावर को लेकर विवाद चल रहा है।मंत्री के आप्त सचिव ने के.के पाठक को पीत पत्र लिखकर मंत्री की अनेदखी करने और मनमाने तरीके से कार्य करने की बात कही थी और कार्यशैली में बदलाव नहीं लाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी।वहीं उनके पीत पत्र के जवाब में शिक्षा विभाग ने संज्ञान लेने के बजाय आप्त सचिव की योग्यता पर सवाल उठाते हुए विभाग में प्रवेश पर रोक लगी दी है।