12 फरवरी को बिहार विधानसभा में नीतीश सरकार (Nitish Government) ने फ्लोर टेस्ट (Floor Test) पास कर लिया और एनडीए की सरकार बन गई. जेडीयू के कुछ विधायकों की नाराजगी की खबर भी आई थी, लेकिन देर तक वो भी विधानसभा पहुंच गए. खेला करने का दावा करने वाले आरजेडी के तीन विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ आ गए और सरकार के पक्ष में वोटिंग कर दी. इसके पीछे किसकी साजिश है खुलकर कोई नहीं बोल रहा है, लेकिन जेडीयू के बड़बोले विधायक गोपाल मंडल ने ऐसा बयान दिया है कि सीएम नीतीश कुमार का सिर चकरा जाएगा।

भागलपुर के गोपालपुर विधानसभा से विधायक गोपाल मंडल ने इसके पीछे खुद को ही मास्टरमाइंड बताया है. बीते बुधवार (14 फरवरी) को एक वीडियो सामने आया है जिसमें इसकी जिम्मेदारी वो अपने सिर पर ले रहे हैं. इसका वीडियो एबीपी न्यूज़ के पास भी मौजूद है. खुद बता दिया है कि आरजेडी के तीन विधायक किस कारण सरकार में शामिल हुए हैं।

‘गोल हम ही न भड़काए हैं…’

गोपाल मंडल ने कहा कि ऐसा माहौल था पटना में कि हम नहीं भिड़ते तो सरकार नहीं बनती. गोल हम ही न भड़काए हैं. इसके बाद गोपाल मंडल ने आरजेडी के तीनों विधायक चेतन आनंद, प्रहलाद यादव और नीलम देवी ने किस वजह से नीतीश कुमार का साथ दिया इसके बारे में भी बताया।

चेतन आनंद का नाम लेते हुए कहा, “यह तो पहले से वादा था, क्योंकि उनके पिता आनंद मोहन को तो नीतीश कुमार ने ही न जेल से निकलवाए, नियम कानून बदलकर, इस कारण आरजेडी से निकले हैं. उसके भाई से एफआईआर करवाया गया उसके बाद वहां (तेजस्वी आवास) से लाया गया।

चेतन आनंद ही नहीं नीलम देवी और प्रहलाद यादव के बारे में भी गोपाल मंडल ने खुलासा किया. कहा कि नीलम देवी अपने पति (अनंत सिंह) को निकलवाने के लिए सरकार में शामिल हुई हैं. कानून बनाकर उनको निकाला जाएगा. प्रहलाद यादव के बारे में कहा कि उनके लिए बालू फ्री करवा दिया गया है. यही सब कारण है. गोपाल मंडल के दिए गए बयान में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि द वॉइस ऑफ बिहार तो नहीं कर सकता, लेकिन उनके इस बयान पर सियासी बवाल जरूर मच सकता है।