मोतिहारी: लोकसभा चुनाव को लेकर देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हैं. ऐसे में आचार संहिता का उल्लंघन करना यूट्यूबर मनीष कश्यप को महंगा पड़ गया है. उनके खिलाफ पूर्वी चंपारण जिले के दरपा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. छौड़ादानो सीओ की लिखित शिकायत के आधार पर केस दर्ज हुआ है।

मनीष कश्यप के खिलाफ केस दर्ज: छौड़ादानो अंचलाधिकारी सुधीर कुमार यादव के बयान पर मनीष कश्यप के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. मनीष के अलावे एक नामजद और अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. यूट्यूबर मनीष कश्यप पर आरोप है कि उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है. बिना अनुमति उन्होंने मजमा लगाकर स्थानीय लोगों को संबोधित किया।

क्या है मनीष कश्यप पर आरोप?: दरअसल 19 मार्च को दरपा थाना क्षेत्र के नरकटिया बाजार में चुनावी सभा का आयोजन किया गया था. जिसमें ढाई सौ से अधिक लोग जमा हुए थे. उसमें शामिल होने के लिए मनीष कश्यप भी अपने 10 सहयोगियों के साथ दो गाड़ियों के साथ पहुंचे थे. पुलिस का आरो है कि नरकतिया बाजार स्थित प्रकाश साह के मकान के बरामदे में खड़े होकर उन्होंने खुद के लिए वोट मांगा था।

सभा की अनुमति नहीं ली थी: जिला पंचायती राज पदाधिकारी रामजन्म पासवान ने बताया कि जनसभा होने की जानकारी मिलने के बाद थानाध्यक्ष उमाशंकर मांझी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और आयोजकों से चुनावी सभा से संबंधित वैध कागज दिखाने को कह लेकिन कोई वैध कागज नहीं दिखाया. जिसके बाद सीओ सह सेक्टर के प्रतिनियुक्त पदाधिकारी सुधीर कुमार यादव ने मनीष कश्यप और प्रकाश कुमार समेत 10 अज्ञात लोगों पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज कराया है।

“मनीष कश्यप ने बिना अनुमति के मजमा लगाकर चुनावी सभा किया, जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. जिस कारण मनीष कश्यप और प्रकाश साह सहित दस अज्ञात लोगों के विरुद्ध दरपा थाने में केस दर्ज किया गया है.”- रामजन्म पासवान, जिला पंचायती राज पदाधिकारी

लोकसभा चुनाव लड़ने की तैयारी: मनीष कश्यप लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. हालांकि अभी तक सीट की घोषणा नहीं हुई है लेकिन माना जा रहा है कि वह अपने गृह क्षेत्र बेतिया या मोतिहारी से चुनाव लड़ सकते हैं. किस दल से वह उम्मीदवार होंगे, इसको लेकर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है लेकिन माना जा रहा है कि अगर उनको बीजेपी से टिकट नहीं मिलेगा तो वह निर्दलीय ही ताल ठोकेंगे।