देश इन दिनों आजादी के जश्न की तैयारियों में लगा है।ऐसे खबर आ रही है कि कर्मचारियों की फिटमेंट फेक्टर की मांग पर सहमती बन गई है।

HIGHLIGHTS

  • 26 जनवरी से पहले फिटमेंट फेक्टर को लेकर बन सकती है सहमती
  • पिछले कई सालों से लंबित है फिटमेंट फेक्टर की मांग
  • कर्मचारी लंबे समय से इसे 3.68 फिटमेंट फेक्टर की कर रहे मांग

देश इन दिनों आजादी के जश्न की तैयारियों में लगा है.ऐसे खबर आ रही है कि कर्मचारियों की फिटमेंट फेक्टर की मांग पर सहमती बन गई है. यदि ऐसा होगा तो कर्मचारियों की सैलरी में बंपर इजाफा हो जाएगा. आपको बता दें कि फिटमेंट फेक्टर को लेकर कर्मचारी काफी दिनों से मांग कर रहे हैं. पिछले साल भी इन दिनों यह चर्चा शुरू हुई थी.बताया जा रहा है कि फिटमेंट फैक्टर (fitment factor) को लेकर की जा रही मांग को लेकर केंद्र सरकार किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकती है. जिससे कर्मचारियों के आजादी के जश्न का आनंद दोगुना हो जाएगा।

लंबित है मांग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डीए बढ़ने से पहले फिटमेंट फैक्टर को लेकर सरकार कोई फैसला कर सकती है. अभी फिटमेंट फैक्टर 2.57 है, जबकि कर्मचारी लंबे समय से इसे 3.68 करने की मांग कर रहे हैं. खबरों की मानें तो 26 जनवरी से पहले केंद्र सरकार इस पर निर्णय ले सकती है. हालांकि इसको लेकर कोई आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है. लेकिन सूत्रों का दावा है कि फिटमेंट फेक्टर को लेकर फाइल तैयार करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है. आपको बता दें कि फिटमेंट फैक्टर को आखिरी बार 2016 में बढ़ाया गया था, जिसमें कर्मचारियों का न्यूनतम बेसिक वेतन 6,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये किया गया था. फिटमेंट फैक्टर में संभावित बढ़ोतरी से न्यूनतम बेसिक वेतन 26,000 रुपये हो सकता है।

डीए बढ़ने की भी उम्मीद
वहीं आपको बता दें कि महंगाई भत्ते में भी 4 फीसदी इजाफे की खबर आ रही है. फिलहाल कर्मचारियों को 42 फीसदी महंगाई भत्ता दिया जाता है. लेकिन इस बार 47 फीसदी तक भत्ता दिया जा सकता है. हालांकि इसे लेकर भी अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन विभाग से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि इसका मसौदा तैयार हो चुका है. बजट सत्र के बाद महंगाई भत्ते में इजाफा होने की पूरी संभावनाएं है।


Discover more from The Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts to your email.

Adblock Detected!

Our website is made possible by displaying online advertisements to our visitors. Please consider supporting us by whitelisting our website.