राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा पांच मई को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के प्रश्न-पत्र लीक मामले की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) करेगी। मामले की गंभीरता और संगठित गिरोह की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद शुक्रवार को ईओयू ने अनुसंधान की कमान संभाल ली। अभी तक पटना पुलिस की टीम इस मामले की जांच कर रही थी।

ईओयू ने जांच के लिए आठ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, इसका नेतृत्व एसपी (प्रशासन) मदन कुमार आनंद को दिया गया है।

अबतक 13 लोगों को किया गया गिरफ्तार

इस कांड में अभी तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इनमें से चार अभियुक्त अभ्यर्थी हैं, जबकि शेष उनके अभिभावक और संगठित गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं।

इसमें ईओयू के द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में हजारीबाग से पकड़ा गया नीतीश कुमार भी शामिल है, जो हाल ही में जमानत पर बाहर आया था।

इसके अलावा, गिरफ्तार अभियुक्त सिकंदर प्रसाद यादवेंदु दानापुर नगर परिषद में कनीय अभियंता के पद पर कार्यरत है।

आरोपितों को रिमांड में लेगी ईओयू की टीम

ईओयू की टीम जल्द ही गिरफ्तार आरोपितों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन करेगी। इसके बाद इन सभी से पूछताछ की जाएगी।

जले हुए प्रश्नपत्रों के अवशेषों की होगी जांच

जांच टीम के अनुसार, रामकृष्ण नगर थाना अंतर्गत खेमनीचक के लर्न ब्वायज हास्टल एवं लर्न प्ले स्कूल में कथित रूप से 35 परीक्षार्थियों को परीक्षा से पूर्व जमा कर नीट परीक्षा का प्रश्न-पत्र हल करवाया गया था। संबंधित स्कूल से जले हुए प्रश्नपत्रों के कुछ अवशेष जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच कराई जाएगी।

इस कांड में गिरफ्तार संगठित गिरोह के सदस्यों से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, चेक और दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। इन अभियुक्तों से प्राप्त मोबाइल फोन को जब्त कर भी विश्लेषण किया जा रहा है। कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।


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