भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने राजद विधायक के देवी सरस्वती के विरुद्ध अपमान जनक बयान और लालू यादव के आवास के सामने और अन्यत्र सनातन विरोधी पोस्टर लगाने पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल ने सनातन धर्म को अपमानित करने की सुपारी ले ली है।

सिन्हा ने कहा कि पिछले 17 माह से चल रही महागठबंधन सरकार में सनातन धर्म को अपमानित करने का अभियान चल रहा है। कभी इनके मंत्री पवित्र ग्रंथ रामचरित मानस के विरुद्ध तो कभी दुर्गा जी और कभी देवी सरस्वती को अपमानित करने का बयान देते हैं। सनातन धर्म के प्रमुख देवी-देवताओं और ग्रंथों पर इनकी अनर्गल टिप्पणी से सभी हिन्दू और सनातन के संतान मर्माहत हैं। इनके महागठबंधन का कोई भी दल इन्हें नहीं रोकता है।

सिन्हा ने कहा कि इंडी गठबंधन में कांग्रेस, डी.एम.के, राजद, सपा प्राय: सभी दल सनातन विरोधी आचरण और इसे नीचा दिखाने की बात करते हैं। देश की जनता को कांग्रेस का बयान और हलफनामा अभी भी याद है। जिसमें उन्होंने राम सेतु और राम को काल्पनिक बताया था। उनके अस्तित्व को नकार दिया था। डी.एम.के द्वारा सनातन धर्म को बीमारी बताया गया और नाश करने की बात कही गई।

सिन्हा ने कहा कि यदि राजद को हिम्मत है तो ये इस्लाम या अन्य धर्म के विरोध में बोलकर दिखाये। इन्हें पता है कि अन्य धर्मों को अपमानित करने वाला बयान देने पर इनकी दुर्दशा हो जाएगी। सिन्हा ने कहा कि सनातन धर्म का लगातार अपमान के कारण महागठबंधन सरकार के संस्कार का पतन हो गया है। राज्य में कानून व्यवस्था गर्त में चला गया है। शिक्षा और स्वास्थ्य में कुव्यवस्था के कारण छात्र, शिक्षक और मरीज परेशान हैं। हत्या,अपहरण, लूट और बलात्कार बढ़ते जा रहा है। राज्य के मुखिया को अपदस्थ कर राजद अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहता है। सिन्हा ने कहा कि बिहार की जनता सब जानती है। 2024 और 2025 के चुनाव में इन्हें सबक सिखाएगी।