नए साल में पूरा देश चुनावी रंग में रंगा आएगा नजर, लोकसभा के साथ 8 राज्यों में बजेगी चुनावी रणभेरी।

HIGHLIGHTS

  • नए साल में होगा चुनावी महाकुंभ
  • लोकसभा के साथ 8 राज्यों में बजेगा चुनावी बिगुल
  • कश्मीर से आंध्र प्रदेश तक चुनावी रंग में रंगेगा देश
वर्ष 2023 अपनी खट्टी मीठी यादों के साथ विदा हो चुका है और 2024 का स्वागत सभी ने अपने-अपने अंदाज में कर लिया है. नए साल के लिए हर किसी के अपने लक्ष्य और उम्मीदें हैं. फिर चाहे वो नौकरी पेशा हों या फिर कारोबारी हों. हर क्षेत्र के लोगों के लिए नए साल को लेकर बड़े टारगेट सेट हैं. इसी कड़ी में राजनीतिज्ञों के लिए भी ये साल काफी अहम माना जा रहा है. क्योंकि इस वर्ष चुनावों का महाकुंभ जो सजने वाला है. जी  हां वर्ष 2024 में ना सिर्फ लोकसभा चुनाव होना है बल्कि 8 राज्यों के लिए विधानसभा चुनाव भी होंगे. यानी राजनीतिक दलों और दिग्गज नेताओं के लिए ये वर्ष किसी परीक्षा से कम नहीं है. उनके लिए साल 2024 में कई बड़े बदलाव और जीत-हार के साथ भविष्य का दशा और दिशा भी तय होना है. आइए डालते हैं 2024 के चुनावी कैलेंडर पर एक नजर।
लोकसभा चुनाव 2024
वर्ष 2024 को सबसे बड़ा चुनाव लोकसभा का होगा. एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी इस रणभेरी में जीत के साथ हैट्रिक लगाने के मूड में दिखाई दे रही है. वहीं INDIA गठबंधन के जरिए विरोधी दल भी सत्ताधारी दल को रोकने के लिए एकजुट हो रहे हैं. हालांकि अब तक प्रधानमंत्री के चेहरे को लेकर कोई नतीजा सामने नहीं आया है. बीजेपी नेतृत्व वाला एनडीए बीते विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज विजयी रथ पर सवार है. लेकिन इंडिया गठबंधन में ना तो पीएम फेस और ना ही सीट शेयरिंग को लेकर सहमति नजर आ रही है. मतभेदों से उबरना जहां विरोधियों के लिए अहम रणनीति होगा वहीं अपने उलब्धियों के साथ जनता के बीच भरोसे और बढ़ाना बीजेपी नीत वाले एनडीए के भी बड़ा चैलेंज होना है. इस वर्ष मार्च में लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग कर सकता है. अप्रैल में चुनाव और मई में नतीजे सामने आ सकते हैं।

लोकसभा के साथ ही होंगे 4 राज्यों में विधानसभा चुनाव
एक तरफ लोकसभा चुनाव के जरिए बीजेपी की हैट्रिक चांस की बारी है तो वहीं दूसरी तरफ चार राज्यों के विधानसभा चुनाव भी रणभेरी इसी वर्ष बजना है. इनमें अरुणाचल प्रदेश (60 सीट) , सिक्किम (32 सीट), ओडिशा (147 सीट)और आंध्र प्रदेश (175 सीट) प्रमुख रूप से शामिल हैं. अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार है, जबकि आंध्र प्रदेश में जगन मोहन रेड्डी की YSR सरकार है. ओडिशा में नवीन पटनायक की सरकार है तो सिक्किम में क्रांतिकारी मोर्चा यानी एसकेएम के प्रेम सिंह तमांग की सरकार है.

इन राज्यों में भी साल के अंत में विधानसभा चुनाव 
लोकसभा और चार अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव के अलावा साल के अंतिम पड़ाव में भी चार राज्यों में चुनाव होना है. इनमें हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड प्रमुख रूप से शामिल हैं. हरियाणा और पश्चिम भारत के राज्य महाराष्ट्र का चुनाव जहां अक्टूबर में संभावित है वहीं झारखंड में नवंबर में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं।

जम्मू-कश्मीर में होना है चुनाव 
अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के अलावा इस वर्ष जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होना है. दरअसल धारा 370 हटाए जाने के बाद से ही केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यहां पर पहली बार विधानसभा चुनाव कराए जाने हैं. देश की सर्वोच्च अदालत ने 370 से जुड़े मामलों पर अहम फैसला सुनाते हुए चुनाव कराए जाने का आदेश भी दिया है. यहां पर सीटों का परिसीमन भी हो चुका है. यही नहीं मोदी सरकार भी लगातार जल्द चुनाव कराए जाने की बात कह रही है. ऐसे में उम्मीद है जम्मू-कश्मीर में मौसम को देखते हुए सितंबर अक्टूबर के महीने में विधानसभा चुनाव संभव है.

इस तरह जम्मू-कश्मीर को लेकर इस वर्ष 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव होना है. इसके अलावा कुछ उपचुनाव भी शामिल हैं. जबकि राज्यसभा की कुछ सीटों के लिए भी जनवरी में चुनाव होना है।