बीजेपी ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि शाहजहां शेख जैसे अपराधी को संरक्षण दिया जाता है और साधुओं पर हमले हो रहे हैं।

पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिले में साधुओं के एक ग्रुप को कथित तौर पर भीड़ के पीटने का वीडियो सामने आया है. ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मामले पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा है. वहीं टीएमसी ने इन आरोपों पर तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी।

पश्चिम बंगाल बीजेपी ने शुक्रवार (12 जनवरी) को पार्टी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय की ओर से शेयर किए वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “ममता बनर्जी की गहरी चुप्पी शर्मशार करने वाली. क्या ये साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? अत्याचार जवाबदेही की मांग करता है”

वायरल वीडियो में क्या?

सोशल मीडिया पर एक 30 सेकेंड की फुटेज वायरल हो रही है जिसमें कथित तौर पर साधुओं के समूह को भीड़ की ओर से निर्वस्त्र करते और उन पर हमला करते हुए देखा जा सकता है. हालांकि एबीपी न्यूज इस वीडियो की प्रमाणिकता का पुष्टि नहीं करता है।

वहीं बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने इस घटना की तुलना साल 2020 में महाराष्ट्र के पालघर मॉब लिंचिंग से करते हुए कहा, “पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से चौंका देने वाली घटना सामने आई है. मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा।”

  1. अमित मालवीय ने कहा, बंगाल में हिंदू होना अपराध है. बीजेपी नेता ने कहा, “ममता बनर्जी के शासन में शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है और साधुओं को पीट-पीटकर मार डाला जाता है।”

इस बीच, बीजेपी बंगाल के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी हमले को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “पुरुलिया से चौंकाने वाली घटना. गंगासागर जा रहे साधुओं को टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा, जो पालघर त्रासदी की तरह है. ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहां जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है, जबकि साधुओं को हिंसा का सामना करना पड़ता है. पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है।”