इंडिया गठबंधन के एक कथित नेता जो वर्षों से भागलपुर और पटना में तरह तरह के पोस्टर लगाया करता था। जिसमे वह खुद को कॉंग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री उम्मीदवार बताता था। संजीव कुमार सुप्रीम कोर्ट का वकील भी है। वह फ्रॉड केस में दिल्ली से गिरफ्तार हुआ है।

दरअसल हम कथित कॉंग्रेस नेता संजीव कुमार सिंह की बात कर रहे हैं। जो नौकरी के दिलाने के नाम पर ठगी किया करता था। संजीव कुमार सिंह के खिलाफ नवगछिया व्यवहार न्यायालय ने नौकरी दिलाने के नाम पर चार लाख की ठगी करने के केस में कुछ दिन पहले स्थायी वारंट निकाला था। जिसपर कार्रवाई करते हुए नवगछिया पुलिस ने दिल्ली के उत्तमनगर स्थित उसके आवास से उसे गिरफ्तार कर 72 घण्टे की ट्रांजिट रिमांड पर भागलपुर लाया।

जहां नवगछिया व्यवहार न्यायालय में उसकी पेशी कर उसे जेल भेज दिया गया। बताया जा रहा है कि 5 मई 2013 को नवादा के चन्देश्वरी सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी कि खुद को कॉंग्रेस का बड़ा नेता बताने वाले संजीव कुमार सिंह ने उनकी बेटी की नौकरी बैंक में लगाने के नाम पर चार लाख रुपये लिए लेकिन बैंक का रिजल्ट आने के बाद चन्देश्वरी सिंह की बेटी का नाम नहीं था इतना ही नहीं उन्होंने जब पैसे वापस करने को कहा था तो बाद में देने की बात कह टाल दिया था।

नवगछिया व्यवहार न्यायालय से पेशी के बाद जेल जाने के दौरान उसने कहा कि मैं कॉंग्रेस का राष्ट्रीय नेता हूँ , सुप्रीम कोर्ट का वकील हूँ। 2024 में लोकसभा चुनाव लड़ूंगा। चन्देश्वरी सिंह ने मुझपर गलत आरोप लगाकर गिरफ्तार करवाया ताकि चुनाव लड़ने से रोका जा सके।

संजीव सिंह कथित रूप से कॉंग्रेस के नेता है उसने भागलपुर और पटना में कई बार जगह जगह बैनर पोस्टर लगवाए जिसमे लिखा है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव का पीएम उम्मीदवार है। इतना ही नहीं उसके फेसबुक वॉल पर भी उसने यह पोस्टर लगाया है वहां भी उसने पीएम कैंडिडेट और सुप्रीम कोर्ट का वकील लिखा है।