ज्योतिष की मानें तो आपको महाशिवरात्रि के दिन कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।आइए जानते हैं इस दिन क्या करें और क्या न करें।
महाशिवरात्रि भगवान शिव को समर्पित एक पवित्र त्योहार है. यह हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस दिन भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं और व्रत रखते हैं. महाशिवरात्रि हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो भगवान शिव को समर्पित है. यह त्योहार हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा, अर्चना और विशेष धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं. महाशिवरात्रि के दिन शिवलिंग के प्रति विशेष ध्यान दिया जाता है और श्रद्धालु शिव जी को जल, धूप, फल, पुष्प, और बेल पत्र चढ़ाते हैं. इसके अलावा, ज्यादातर लोग नींद नहीं करते और रातभर शिव जी की पूजा, भजन, और ध्यान में लगे रहते हैं. यह त्योहार भगवान शिव के प्रति श्रद्धा और भक्ति को प्रकट करता है और शिवजी के आशीर्वाद की कामना की जाती है. महाशिवरात्रि का उत्सव भारत में धर्मिक और सामाजिक महत्व का है और यह त्योहार हिन्दू समुदाय में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
महाशिवरात्रि पर क्या करें?
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त् पहनें।
- शिव मंदिर में जाएं और भगवान शिव की पूजा करें।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- व्रत रखें और फल, दूध, और दही का सेवन करें।
- रात भर जागरण करें और भगवान शिव की भक्ति में भजन गाएं।
- दान-पुण्य करें।
महाशिवरात्रि पर क्या न करें?
- मांस, मदिरा, और तामसिक भोजन का सेवन न करें।
- झूठ न बोलें और किसी को भी चोट न पहुंचाएं।
- क्रोध, लोभ, और मोह जैसे नकारात्मक भावनाओं से दूर रहें।
- शिवलिंग पर तुलसी नहीं चढ़ाएं।
- शिवलिंग पर चंदन का टीका लगाते समय ध्यान रखें कि टीका बीच में न लगे।
महाशिवरात्रि एक बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण त्योहार है।इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Discover more from The Voice Of Bihar
Subscribe to get the latest posts to your email.